ऊना जिले में लोअर अरनियाला और आस-पास के क्षेत्र के सार्वजनिक स्थानों पर तेंदुए को देखे जाने की सूचना मिली है। प्राप्त सूचना के आधार पर वन विभाग द्वारा इसकी पुष्टि भी की गयी है। इस संबंध में जिला आपदा प्रबंधन एवं प्राधिकरण के अध्यक्ष और ऊना उपायुक्त जतिन लाल ने लोगों की सुरक्षा के मद्दे नज़र एडवाइजरी जारी की है। उपायुक्त ने लोगों से अपील की है कि गाँव के आस-पास के इलाकों में जाते समय अकेले न जाएं, रात के समय घर से बाहर न निकलें और विशेष रूप से अंधेरे में अकेले बाहर जाने से बचें। जरूरत पड़ने पर टोर्च व लाठी लेकर ही घर से बाहर निकलें। घरों के आसपास पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करें। उपायुक्त ने कहा कि बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखें, बच्चों और बुजुर्गों को अकेले बाहर न जाने दें। पालतू जानवरों को सुरक्षित रखें, पालतू जानवरों को खुले में न रखें। उन्हें रात के समय घर के भीतर रखें व मवेशियों को बाड़े में रखें। यदि आप तेंदुए की उपस्थिति का अनुभव करते हैं, तो शोर मचाएं। तेंदुए आमतौर पर शोर से डर कर भाग जाते हैं। आस-पास के जंगल या झाड़ियों में न जाएं। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि तेंदुए अक्सर झाड़ियों और घने जंगलों में छिपे रहते हैं। इन स्थानों पर जाने से बचें। यदि तेंदुए दिखाई पड़े तो स्थानीय वन विभाग या प्रशासन के आपातकालीन नम्बरों 01975- 225045, 225046, 225049 पर सूचना दें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि जब भी बाहर निकले तो सतर्क रहें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। ऊना जिले में लोअर अरनियाला और आस-पास के क्षेत्र के सार्वजनिक स्थानों पर तेंदुए को देखे जाने की सूचना मिली है। प्राप्त सूचना के आधार पर वन विभाग द्वारा इसकी पुष्टि भी की गयी है। इस संबंध में जिला आपदा प्रबंधन एवं प्राधिकरण के अध्यक्ष और ऊना उपायुक्त जतिन लाल ने लोगों की सुरक्षा के मद्दे नज़र एडवाइजरी जारी की है। उपायुक्त ने लोगों से अपील की है कि गाँव के आस-पास के इलाकों में जाते समय अकेले न जाएं, रात के समय घर से बाहर न निकलें और विशेष रूप से अंधेरे में अकेले बाहर जाने से बचें। जरूरत पड़ने पर टोर्च व लाठी लेकर ही घर से बाहर निकलें। घरों के आसपास पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करें। उपायुक्त ने कहा कि बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखें, बच्चों और बुजुर्गों को अकेले बाहर न जाने दें। पालतू जानवरों को सुरक्षित रखें, पालतू जानवरों को खुले में न रखें। उन्हें रात के समय घर के भीतर रखें व मवेशियों को बाड़े में रखें। यदि आप तेंदुए की उपस्थिति का अनुभव करते हैं, तो शोर मचाएं। तेंदुए आमतौर पर शोर से डर कर भाग जाते हैं। आस-पास के जंगल या झाड़ियों में न जाएं। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि तेंदुए अक्सर झाड़ियों और घने जंगलों में छिपे रहते हैं। इन स्थानों पर जाने से बचें। यदि तेंदुए दिखाई पड़े तो स्थानीय वन विभाग या प्रशासन के आपातकालीन नम्बरों 01975- 225045, 225046, 225049 पर सूचना दें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि जब भी बाहर निकले तो सतर्क रहें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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