ऊना पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (एसआईयू) ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार सुबह जोगी पंगा में नाकाबंदी की थी। इस दौरान एक संदिग्ध कार को रोककर तलाशी ली गई, जिसमें से 208 ग्राम चरस बरामद हुई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मंडी जिले के पधर के रहने वाले 30 वर्षीय कर्मचंद और 37 वर्षीय कर्म सिंह के रूप में हुई है। यह मामला बंगाणा के थाना कलां क्षेत्र का है। पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह के अनुसार, दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। ऊना पुलिस लगातार जिले में नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस की सक्रियता का पता चलता है। पुलिस की इस सफलता से नशा तस्करों में खलबली मच गई है। ऊना पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (एसआईयू) ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार सुबह जोगी पंगा में नाकाबंदी की थी। इस दौरान एक संदिग्ध कार को रोककर तलाशी ली गई, जिसमें से 208 ग्राम चरस बरामद हुई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मंडी जिले के पधर के रहने वाले 30 वर्षीय कर्मचंद और 37 वर्षीय कर्म सिंह के रूप में हुई है। यह मामला बंगाणा के थाना कलां क्षेत्र का है। पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह के अनुसार, दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। ऊना पुलिस लगातार जिले में नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस की सक्रियता का पता चलता है। पुलिस की इस सफलता से नशा तस्करों में खलबली मच गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 28 सितंबर को देवभूमि संघर्ष समिति करेगी प्रदर्शन:बोले- संजौली मस्जिद मामले में 5 अक्टूबर को फैसला नहीं आया, तो करेंगे जेल भरो आंदोलन
हिमाचल में 28 सितंबर को देवभूमि संघर्ष समिति करेगी प्रदर्शन:बोले- संजौली मस्जिद मामले में 5 अक्टूबर को फैसला नहीं आया, तो करेंगे जेल भरो आंदोलन हिमाचल प्रदेश में चल रहे मस्जिद विवाद के बीच देवभूमि संघर्ष समिति ने बड़ा ऐलान कर दिया है। आगामी 28 सितंबर प्रदेश भर में सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करने की घोषणा कर दी है। संयोजक भरत भूषण ने कहा कि 5 अक्टूबर को यदि नगर निगम कोर्ट से संजौली मस्जिद मामले में कोई फैसला नहीं आता है, तो देवभूमि संघर्ष समिति प्रदेश भर में जेल भरो आंदोलन शुरू करेगी। सोमवार को राजधानी शिमला में देवभूमि संघर्ष समिति के संयोजक भरत भूषण ने कहा कि 1 सितंबर से शुरू हुए आंदोलन में अब तक प्रदेश भर में 28 स्थानों पर प्रदर्शन हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में यह पहला आंदोलन है। जिसका कोई एक नेता नहीं है, कोई राजनीतिक दल या संगठन इसका नेतृत्व नहीं कर रहे हैं। पहली बार समाज आंदोलन के लिए खड़ा हुआ है। 28 सितंबर हो प्रदेश भर में होंगे प्रदर्शन भरत भूषण ने कहा कि आगामी 28 सितंबर को प्रदेश भर में सभी जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण तरीके से देवभूमि संघर्ष समिति के बैनर तले एक साथ प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 5 अक्टूबर को यदि नगर निगम कोर्ट से फैसला नहीं आता है, तो देवभूमि संघर्ष समिति प्रदेश भर में जेल भरो आंदोलन शुरू कर देगी । देश में चल रहा भूमि जिहाद ..? उन्होंने कहा कि देश भर में भूमि जिहाद चला हुआ है। भारत की 16% आबादी देश की कुल जमीन की तीसरी सबसे बड़ी मालिक है। समिति ने आरोप लगाया कि मजार , मस्जिद और कब्रिस्तान के नाम पर देश की जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी बीते कुछ सालों से विशेष समुदाय के लोगों मे हिजाफ़ा हुआ है। बाहर से आपराधिक गतिविधियां करके हिमाचल प्रदेश में शरण ले रहे है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आने वाले लोगों की वैरिफिकेशन हो। समिति ने दो मंत्रियों का किया धन्यवाद
संघर्ष समिति संयोजक भरत भूषण ने इस दौरान प्रदेश सरकार के लोकनिर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह व पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह का धन्यवाद किया। भूषण ने कहा कि उन्होंने मामले को प्रखरता से सदन में उठाया। आज भले ही उनकी राजनीतिक मजबूरी के चलते सुर बदल गए हैं। लेकिन मुद्दे को विधानसभा में उन्होंने सही ढंग से उठाया है। जिसके लिए समिति उनका धन्यवाद करते है।
शिमला के जाखू में दिखेगी दशहरे की धूम:रावण- कुम्भकर्ण और मेघनाथ के पुतले तैयार, सीएम सुखविंदर रिमोट से करेंगे दहन
शिमला के जाखू में दिखेगी दशहरे की धूम:रावण- कुम्भकर्ण और मेघनाथ के पुतले तैयार, सीएम सुखविंदर रिमोट से करेंगे दहन शिमला के ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर जाखू में आज अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खुू शाम 5:50 बजे रिमोट से रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतलों का दहन करेंगे। शिमला के जाखू मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ है। रामायण काल मे राम-रावण युद्ध के दौरान हनुमान कुछ देर के लिए यहां रुके थे। शिमला के जाखू मंदिर के दशहरे की खास बात यह है कि यहां कई सालों से मुस्लिम परिवार रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले बनाने का काम करते हैं जो देशभर में भाईचारे का संदेश देते है। इस बार भी जाखू में उतर प्रदेश के शाहनवाज ने पुतले बनाएं हैं। उन्होंने ने रावण का 45 फुट, कुंभकर्ण का 40 फुट और मेघनाथ का 30 फुट का पुतला बनाया है। 18 वर्षो से कर रहे पुतले बनाने का काम यूपी से आए कारीगर शाहनवाज़ ने कहा कि 25 वर्षों से इस कार्य से जुड़े है। शिमला में गत 18 वर्षों से पुतलों के निर्माण के लिए आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिमला के जाखू मंदिर और संकट मोचन में वह पुतलों का निर्माण कार्य कर रहे हैं। शाहनवाज ने कहा कि इस दशहरे पर पुतला दहन के साथ आतिशबाजी का कार्यक्रम मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। रिमोट के द्वारा ही इस वर्ष भी पुतला दहन किया जाएगा। इस बार रावण का पुतला 45 फुट, कुंभकर्ण का 40 फुट तथा मेघनाथ का पुतला 35 फुट का बनाया गया है।
हिमाचल की जेलों में बंद कैदी बने कुशल कामगार:कमा रहे 35 हजार; समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की पहल, परिवार का बने सहारा
हिमाचल की जेलों में बंद कैदी बने कुशल कामगार:कमा रहे 35 हजार; समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की पहल, परिवार का बने सहारा शिमला की कैंथू जेल में बंद कैदी गुड्डू हर महीने 25 से 35 हजार रुपए की कमाई कर रहा हैं। यह पैसा वह अपने परिवार को भेजता हैं। इससे गुड्डू जेल में बंद होकर भी अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा हैं। सजा पूरी होने के बाद उन्हें रोजगार की चिंता भी नहीं होगी। शिमला के रामपुर के रहने वाले गुड्डू रेप मामले में 14 साल की सजा काट रहे हैं। वह 11 साल से जेल में बंद है। उन्हें अपनी गलती पर पछतावा है, लेकिन वह हिमाचल पुलिस की ‘हर हाथ को काम दो मुहिम’ से खुश है, जिसके तहत उन्होंने ट्रेनिंग लेकर फर्नीचर बनाना सीखा। इससे अब वह अच्छी कमाई कर रहा हैं। गुड्डू ने बताया वह लकड़ी से हर प्रकार का सामान तैयार करता हैं। उनकी तरह जेल में दूसरे कैदी भी कुशल कारीगर बन चुके हैं। शिमला में कैदियों के उत्पादों की प्रदर्शनी दरअसल, शिमला के रोटरी क्लब हॉल में सोमवार से 3 दिवसीय प्रदर्शन शुरू हुआ है। इसमें कैदियों द्वारा बनाया गया खूबसूरत फर्नीचर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। कैदियों द्वारा बनाए फर्नीचर की अच्छी मांग है। लोग इनकी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इस प्रदर्शनी में बेड, सोफा, सेंटर टेबल, डाइनिंग टेबल, पूजा टैंपल, चेयर जैसे उत्पाद कैदियों द्वारा बनाए गए हैं। दूसरी जेलों में भी कैदी सीख रहे विभिन्न उत्पाद बनाना कैंथू के अलावा प्रदेश की दूसरी जेल में बंद कैदियों को भी जेल विभाग को भी फर्नीचर बनाने के अलावा बेकरी उत्पाद और ऊनी कपड़े बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इनके बने उत्पादों की बिक्री के लिए पुलिस महकमा समय समय पर प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी लगाता है। इनमें कैदी अपने उत्पाद बेचते हैं, जिससे उनके व्यवहार में भी सुधार हो रहा है। इस पहल के जरिए पुलिस महकमा कैदियों को जेल से छूटने के बाद समाज की मुख्य धारा से जोड़ना चाहता है। कैदियों में कौशल प्रशिक्षण पैदा करना उद्देश्य: एसआर ओझा रोटरी क्लब हॉल में शुरू प्रदर्शनी का शुभारंभ हिमाचल कारगर एवं सुधार सेवाएं महानिदेशक एसआर ओझा ने सोमवार को किया था। एसआर ओझा ने कहा हिमाचल की जेल में कैद कैदियों के उत्थान और उन्हें समाज से वापस जोड़ने के उद्देश्य से जेल के वर्कशॉप में विभिन्न उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने सुधार और पुनर्वास के आदर्श वाक्य पर जोर देते हुए कहा कि इस पहल का उद्देश्य कैदियों को कौशल प्रशिक्षण और अपने प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करना है। ओझा ने आगे कहा कि इस पहल से न केवल कैदियों को उनके पुनर्वास की यात्रा में सहायता करती है,बल्कि समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का अवसर भी देती है। लोगों को अधिक से अधिक सामान इनसे खरीदना चाहिए। जेल में रहकर कर रहे परिवार की मदद: अनिल मर्डर मामले में सजा काट रहे अनिल कुमार ने बताया, अदालत ने उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई है। उन्होंने नशे की हालत में गंभीर जुर्म किया। अब वह कैंथू जेल में बंद है। लेकिन जेल में रहकर भी वह फर्नीचर बनाकर अपने परिवार की मदद कर रहे हैं।