ऊना जिला में लोहारली-चुरुडू मार्ग पर वाहनों की आवाजाही 10 दिसंबर 2024 से 9 जनवरी 2025 तक बंद रहेगी। उपायुक्त एवं जिला दंडाधिकारी जतिन लाल ने मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 115 व 116 के तहत आदेश जारी करते हुए बताया कि लोहारली-चुरुडू मार्ग पर स्वां नदी पर बनने वाले पुल के वेल फाउंडेशन अबटमेंट दो का कार्य शुरू हो गया है। निर्माण कार्य को बिना किसी बाधा के शीघ्र व सुचारू रूप से चलाने के लिए यह आदेश जारी किए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि इस दौरान यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि यातायात को वैकल्पिक मार्ग नंदपुर से कुठेड़ा व कुठियारी से टटेहरा मार्ग पर डायवर्ट किया गया है। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को सड़क बंद होने की सूचना देने व मार्ग परिवर्तन की जानकारी देने के लिए अग्रिम बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। ऊना जिला में लोहारली-चुरुडू मार्ग पर वाहनों की आवाजाही 10 दिसंबर 2024 से 9 जनवरी 2025 तक बंद रहेगी। उपायुक्त एवं जिला दंडाधिकारी जतिन लाल ने मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 115 व 116 के तहत आदेश जारी करते हुए बताया कि लोहारली-चुरुडू मार्ग पर स्वां नदी पर बनने वाले पुल के वेल फाउंडेशन अबटमेंट दो का कार्य शुरू हो गया है। निर्माण कार्य को बिना किसी बाधा के शीघ्र व सुचारू रूप से चलाने के लिए यह आदेश जारी किए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि इस दौरान यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि यातायात को वैकल्पिक मार्ग नंदपुर से कुठेड़ा व कुठियारी से टटेहरा मार्ग पर डायवर्ट किया गया है। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को सड़क बंद होने की सूचना देने व मार्ग परिवर्तन की जानकारी देने के लिए अग्रिम बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में भारी बारिश से तबाही:पेड़ गिरने से रास्ता बंद; लैंडस्लाइड जारी, सोमवार से बारिश जारी शिमला में मंगलवार को बारिश के कारण लैंडस्लाइड हो रही है। कई जगहों पर देवदार के पेड़ गिर गए। बारिश के कारण टॉलैंड, न्यू शिमला सेक्टर-3, विकासनगर और लिफ्ट के पास भूस्खलन हुआ। कई अन्य जगह पर पेड़ गिर गए है , जिसके कारण जगह जगह सड़कें बन्द हुई और लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक शिमला में भारी बारिश के कारण टोलेंड , विकासनगर में न्यू शिमला में लैंडस्लाइड हुआ है। लैंडस्लाइड के कारण विकासनगर में टीसीपी (टाउन एन्ड कंट्री प्लानिंग दफ्तर) का भवन खतरे की जद में आ गया है। न्यू शिमला के डंगा (सेफ्टी वॉल) गिरने से डंगे का अगला हिस्सा कभी भी गिर सकता है। हिमलैंड में पेड़ गिरने से सड़कें बाधित हुई। नाभा वार्ड के चौड़ा मैदान में पेड़ गिरने से सड़क में आवाजाही बन्द रही। चौड़ा मैदान में भारी बारिश से पेड़ गिरा
न्यू शिमला वार्ड से पार्षद निशा ठाकुर ने बताया कि न्यू शिमला के सेक्टर-3 में बारिश से डंगा गिर गया है। घटना में किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ। लेकिन इस लैंडस्लाइड की वजह से डंगे के अगले हिस्से को भी गिरने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि मौके पर राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। नाभा वार्ड की पार्षद सिमी नंदा ने कहा कि चौड़ा मैदान में भारी बारिश से एक पेड़ गिरा है। उन्होंने बताया कि एलफिन लॉज के समीप पेड़ गिरा है, जिससे सड़क पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। सड़क को बहाल करने के लिए नगर निगम की टीम मौके पर पहुंच गई है। शिमला में सोमवार रात से ही भारी बारिश का दौर शुरू हुआ। मंगलवार सुबह कुछ देर रुकने के बाद दोपहर में एक बार फिर भारी बारिश हुई, जिसके कारण जगह जगह लैंड स्लाइड हुआ और पेड़ गिरे है।
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हिमाचल के शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़:सावन के पहले सोमवार को मंदिरों में लगा रहा तांता; बाहरी राज्यों के श्रद्धालु भी पहुंचे हिमाचल प्रदेश के शिव मंदिरों में सुबह से भक्तों का तांता लगा हुआ है। सावन के पहले सोमवार के अवसर पर शिव भक्त मंदिरों में जलाभिषेक कर रहे हैं। शिवालयों में हर हर महादेव का उद्घोष सुनने को मिल रहा है। बैजनाथ स्थित मशहूर शिव मंदिर के कपाट आज सुबह 4:00 बजे ही खोल दिए थे। यहां पर श्रद्धालु सुबह से ही जलाभिषेक कर पूजा अर्चना कर रहे हैं। उधर, सोलन के जटोली मंदिर में भी शिव भक्तों की लंबी लंबी कतारे लगी रही। देवभूमि हिमाचल के दूसरे शिवालयों में भी स्थानीय लोगों के साथ पड़ोसी राज्यों के शिव भक्त भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। मंदिरों में भंडारे का आयोजन शिमला के भट्टाकुफर, मिडल बाजार में शिव मंदिर समेत कालीबाड़ी, संकट मोचन मंदिर सहित शहर के उप नगरों के शिव मंदिरोंमें भी भक्त जलाभिषेक कर रहे हैं। मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। मंदिरों में बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग हर वर्ग के श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं। शिव की अराधना को सावन महीना सर्वोत्तम माना जाता है दरअसल, शिव की अराधना के लिए सावन का महीना सर्वोत्तम माना जाता है। श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को भक्त शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं। इस दिन लोग दूध, फल, फूल चढ़ाते और जल अर्पित करते हैं। सावन के सोमवार को श्रद्धालु विशेष पूजा भी कराते है।
प्रधानमंत्री मोदी आ सकते हैं हिमाचल:CM सुक्खू बोले- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का करेंगे दौरा, प्रदेश को आर्थिक सहायता की उम्मीद
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