हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक से 20 करोड़ रुपए का ऋण लेने के मामले में विजिलेंस ने ऊना में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस एफआईआर में होटल मालिक और बैंक के कई कर्मचारी नामजद किए गए है।आरोप है कि होटल बनाने के लिए नियमों को ताक पर रख कर लोन सेक्शन किया गया। विजिलेंस के अनुसार, युद्ध चंद बेंस जो ऊना में मेसर्स हिमालय स्नो विलेज और मेसर्स होटल लेक पैलेस के मालिक है, उन्होंने कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक (केसीसी) से करीब 20 करोड़ का ऋण लिया है। युद्ध चंद बैंस ने केसीसी बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर गलत दस्तावेज पेश करके लोन लिया था। विजिलेंस को पहले इसकी शिकायत प्राप्त हुई। प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी मिलने के बाद इस केस में एफआईआर दर्ज की गई है। विजिलेंस जांच से पहले बैंक प्रबंधन ने भी इसकी जांच की थी। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद प्रदेश सरकार के सहकारिता सचिव से शिकायत पर विजिलेंस ने जांच शुरू की। आरोप है कि युद्ध चंद बेंस ने कई ऋण ले रखे है और बैंक के अधिकारियों ने अपनी स्वयं की ऋण नीतियों के साथ साथ RBI और राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के दिशा निर्देशों का भी उलंघन किया है। विजिलेंस ने साक्ष्य मिलने पर मामला दर्ज किया: DSP विजिलेंस के DSP फिरोज खान ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। होटल के संचालक ने कांगड़ा बैंक की ब्रांच से कई लोन लिए थे। बैंक अधिकारियों ने लोन देने के लिए आरबीआई और नाबार्ड के दिशा-निर्देशों का उलंघन किया है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक से 20 करोड़ रुपए का ऋण लेने के मामले में विजिलेंस ने ऊना में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस एफआईआर में होटल मालिक और बैंक के कई कर्मचारी नामजद किए गए है।आरोप है कि होटल बनाने के लिए नियमों को ताक पर रख कर लोन सेक्शन किया गया। विजिलेंस के अनुसार, युद्ध चंद बेंस जो ऊना में मेसर्स हिमालय स्नो विलेज और मेसर्स होटल लेक पैलेस के मालिक है, उन्होंने कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक (केसीसी) से करीब 20 करोड़ का ऋण लिया है। युद्ध चंद बैंस ने केसीसी बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर गलत दस्तावेज पेश करके लोन लिया था। विजिलेंस को पहले इसकी शिकायत प्राप्त हुई। प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी मिलने के बाद इस केस में एफआईआर दर्ज की गई है। विजिलेंस जांच से पहले बैंक प्रबंधन ने भी इसकी जांच की थी। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद प्रदेश सरकार के सहकारिता सचिव से शिकायत पर विजिलेंस ने जांच शुरू की। आरोप है कि युद्ध चंद बेंस ने कई ऋण ले रखे है और बैंक के अधिकारियों ने अपनी स्वयं की ऋण नीतियों के साथ साथ RBI और राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के दिशा निर्देशों का भी उलंघन किया है। विजिलेंस ने साक्ष्य मिलने पर मामला दर्ज किया: DSP विजिलेंस के DSP फिरोज खान ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। होटल के संचालक ने कांगड़ा बैंक की ब्रांच से कई लोन लिए थे। बैंक अधिकारियों ने लोन देने के लिए आरबीआई और नाबार्ड के दिशा-निर्देशों का उलंघन किया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के 9 जिलों में हीटवेव का येलो अलर्ट:9 शहरों का पारा 40 डिग्री पार; प्री-मानसून रेन के अभी कोई आसार नहीं हिमाचल प्रदेश के नौ जिलों में आज हीटवेव का येलो अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति तीन जिलों को छोड़कर अन्य सभी में हीटवेव चल सकती है। शिमला जिला के निचले इलाकों में भी लू चलने की चेतावनी दी गई है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की एडवाइजरी जारी की गई है। बारिश नहीं होने और बढ़ते तापमान से लोग बेहाल है। खासकर दिन के वक्त लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे। स्कूली बच्चों को दिन में स्कूल से छुट्टी के बाद घर आते हुए परेशानी झेलनी पड़ रही है। हीटवेव की चेतावनी के बाद ज्यादातर शहरों के तापमान में एक से डिग्री सेल्सियस का ओर उछाल आएगा। प्रदेश के 9 शहरों का पारा पहले ही 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है। हमीरपुर के नेरी का तापमान 45.3 डिग्री चल रहा है। ऊना का तापमान 43.2 डिग्री, कांगड़ा 41.3 डिग्री, मंडी 40.8 डिग्री, बिलासपुर 42.6 डिग्री, हमीरपुर 41.7 डिग्री, चंबा 40.8 डिग्री, धौलाकुंआ 43.1 डिग्री, बरठी 40.7 डिग्री सेल्सियस हो गया है। नॉर्मल से 7 डिग्री तक ज्यादा हुआ पारा प्रदेश में लंबे ड्राइ स्पेल के कारण तापमान में भारी उछाल आ रहा है। इससे कई शहरों का पारा नॉर्मल से 7 डिग्री तक ज्यादा हो गया। सुंदरनगर के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 6.7 डिग्री का उछाल आया है। यहां पढ़े किस शहर में नॉर्मल से कितना ज्यादा तापमान प्रदेश में इक्का-दुक्का जगह पर बूंदाबांदी का पूर्वानुमान चिंता इस बात की है कि प्री-मानसून रेन के अभी कोई आसार नजर नहीं आ रहे। हालांकि आज और कल प्रदेश में इक्का-दुक्का जगह पर हल्की बारिश व बूंदाबांदी जरूर हो सकती है। मगर इससे पूरे प्रदेश में गर्मी से राहत के आसार नहीं है। हीटवेव की सूरत में क्या सावधानी बरतें
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दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी मीटिंग:चुनावी फीडबैक देंगे सुक्खू-प्रतिभा; 3 अन्य सीटों पर उप चुनाव जीतने को दिशा-निर्देश देगा हाईकमान हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह आज दिल्ली में लोकसभा व विधानसभा उप चुनाव की रिपोर्ट कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की मीटिंग में रखेंगे। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद CWC बुलाई है। इसके लिए प्रतिभा सिंह पिछले कल ही दिल्ली रवाना हो गई हैं, जबकि मुख्यमंत्री सुक्खू दोपहर तक दिल्ली पहुंचेंगे। प्रदेश में कांग्रेस की चारों लोकसभा सीटों पर करारी हार जरूर हुई है। मगर 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार कांग्रेस का वोट बैंक बढ़ा है। साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी को 69.11% और कांग्रेस को मात्र 27.30% वोट मिले थे। इस बार बीजेपी को लगभग 56.29% और कांग्रेस को 41.57% वोट मिले है। इस लिहाज से कांग्रेस का प्रदर्शन पिछले चुनाव से बेहतर है। वहीं छह सीटों पर हुए विधानसभा उप चुनाव में भी कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया है। विधानसभा की चार सीटें जीतकर कांग्रेस बीजेपी के चार जून को हिमाचल में सरकार बनाने के सपने को झटका दिया है। इससे कांग्रेस सरकार पर भी सियासी संकट टल गया है। इन उप चुनाव की रिपोर्ट को भी सीएम और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष CWC में रखेगी। तीन उप चुनाव जीतने की बनेगी रणनीति हिमाचल में छह उप चुनाव के बाद जल्द तीन विधानसभा सीटों हमीरपुर, नालागढ़ और देहरा में भी उप चुनाव तय है। केंद्रीय चुनाव आयोग कभी भी उप चुनाव का ऐलान कर सकता है। CWC में इन चुनाव को जीतने की रणनीति और पार्टी हाईकमान इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस को दिशा-निर्देश दे सकता है। CWC में ये नेता होंगे शामिल दिल्ली में होने वाली CWC में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी भी शामिल होंगे। इसमें हिमाचल के साथ साथ दूसरे राज्यों के कांग्रेसजनों से चुनावी फीडबैक लिया जाएगा।
हिमाचल में भाजपा ने किया कुनबे का विस्तार:संगठनात्मक मंडलों की संख्या 74 से बढ़ाकर 171 की, सक्रिय कार्यकताओं को मिलेगी नई जिम्मेदारी
हिमाचल में भाजपा ने किया कुनबे का विस्तार:संगठनात्मक मंडलों की संख्या 74 से बढ़ाकर 171 की, सक्रिय कार्यकताओं को मिलेगी नई जिम्मेदारी हिमाचल में भाजपा ने अपने कुनबे को बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय नेतृत्व से मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने संगठनात्मक ढांचे में बड़ा बदलाव किया है। पार्टी ने संगठनात्मक मंडलों की संख्या 74 से बढ़ाकर 171 कर दी है। पूरे प्रदेश में भाजपा के संगठनात्मक चुनाव चल रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में भाजपा के संगठनात्मक चुनाव चल रहे हैं। भाजपा में बूथ स्तर पर त्रिदेव और पन्ना प्रमुख का चुनाव किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में संगठनात्मक चुनाव कराने की जिम्मेदारी कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज को दी गई है। भारतीय जनता पार्टी ने परिसीमन समिति का गठन किया था। इसकी अध्यक्षता प्रदेश महासचिव त्रिलोक कपूर कर रहे हैं। परिसीमन समिति ने भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में बड़े बदलाव की सिफारिश की थी जिसे केंद्रीय नेतृत्व ने मंजूरी दे दी है। BJP में होंगे 171 मंडल अध्यक्ष
जिसके बाद हिमाचल भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने रविवार को इसकी घोषणा की है। बिंदल ने कहा कि अब प्रदेश में मंडलों की संख्या 74 से बढ़ाकर 171 कर दी गई है। यानी अब भारतीय जनता पार्टी में 171 मंडल अध्यक्ष होंगे। इससे मंडल अध्यक्षों को अपने-अपने मंडलों में अधिक समय बिताने का मौका मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में इसका अधिक लाभ होगा। जहां मंडल की सीमा दूर-दूर तक फैली हुई थी और मंडल अध्यक्ष इतने बड़े क्षेत्र को संभालने में सक्षम नहीं थे। कांगड़ा चम्बा संसदीय क्षेत्र में 49 मंडल
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भारतीय जनता पार्टी के छह मंडल थे। अब इनकी संख्या 16 हो गई है। भाजपा के संगठनात्मक जिले नूरपुर में मंडलों की संख्या चार से बढ़कर 12 हो गई है। संगठनात्मक जिले देहरा में मंडलों की संख्या तीन से बढ़कर छह हो गई है। संगठनात्मक जिले पालमपुर में मंडलों की संख्या चार से बढ़कर 10 हो गई है। जिला कांगड़ा में मंडलों की संख्या पहले चार थी, अब यह संख्या नौ हो गई है। मण्डी संसदीय क्षेत्र में होंगे 46 संगठनात्मक जिले
हिमाचल प्रदेश के दूरदराज जिले लाहौल स्पीति में मंडलों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यहां पहले की तरह तीन मंडल होंगे। लेकिन जिला किन्नौर में भी तीन मंडलों की जगह पांच मंडल बनाए गए हैं। जिला कुल्लू में मंडलों की संख्या चार से बढ़ाकर 12 कर दी गई है। संगठनात्मक जिले सुंदरनगर में अब पांच की जगह 13 मंडल होंगे। जिला मंडी में भी मंडलों की संख्या पांच से बढ़ाकर 13 कर दी गई है। इसके अलावा शिमला का रामपुर और चंबा का भरमौर पांगी विधानसभा क्षेत्र भी इसी संसदीय क्षेत्र में आता है, इसलिए इसकी संख्या बढ़ सकती है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में होंगे 28 मंडल
जिला हमीरपुर में अब पांच के बजाय 10 डिवीजन होंगे। जिला ऊना में भी पांच की बजाय 10 मंडल बनाए गए हैं। बिलासपुर में 8 संभाग होंगे। हालाँकि, मंडी का धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र भी हमीरपुर के अंतर्गत आता है, इसलिए इस संसदीय क्षेत्र में मंडलों की संख्या में कुछ वृद्धि हो सकती है। शिमला संसदीय क्षेत्र में 42 मंडल
जिला सोलन में मंडलों की संख्या बढ़ाकर 13 कर दी गई है। पहले यह संख्या पांच थी, जबकि अगर जिला सिरमौर की बात करें तो यहां मंडलों की संख्या अब पांच से बढ़कर 12 हो गई है। भाजपा के संगठनात्मक जिले महासू में मंडलों की संख्या पांच से बढ़ाकर 13 कर दी गई है। शिमला में पहले तीन मंडल थे और यहां मंडलों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। इस तरह भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में अपने मंडलों की संख्या 74 से बढ़ाकर 171 कर दी है।