एमपी के CM मोहन यादव ने लंदन के स्वामीनारायण मंदिर में की पूजा-अर्चना, बोले- ‘सनातन संस्कृति मनुष्य को…’

एमपी के CM मोहन यादव ने लंदन के स्वामीनारायण मंदिर में की पूजा-अर्चना, बोले- ‘सनातन संस्कृति मनुष्य को…’

<p style=”text-align: justify;”><strong>MP CM Mohan Yadav UK Visit: </strong>मध्य प्रदेश के&nbsp;मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को लंदन स्थित स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भक्ति भाव से प्रार्थना की और संतों के साथ बात चीत की. सीएम ने मंदिर की दिव्यता और शांति का अनुभव करते हुए इसे आत्मिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति का अद्वितीय स्रोत बताया. उन्होंने कहा, सनातन संस्कृति की विभिन्न शाखाएं संपूर्ण विश्व में फैली हुई हैं. इन शाखाओं के माध्यम से हिन्दू संस्कृति सर्वत्र व्याप्त है. उन्होंने कहा, इसी संस्कृति को हम मंदिर संस्कृति भी कहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि इस्कॉन मंदिर, स्वामी नारायण भगवान जैसे अन्य संप्रदाय विभिन्न प्रकार से सनातन संस्कृति का प्रसार कर रहे हैं. हमारे धर्म में 33 करोड़ देवी-देवताओं को विभिन्न स्वरूपों में पूजा जाता है और यही सनातन संस्कृति और सनातन धर्म की सुंदरता है. मोहन यादव ने कहा कि मार्ग भले ही अलग-अलग हो लेकिन मंशा सद्भाव की होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम ने कहा कि उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलना पूरे सनातन धर्म ने स्वीकार किया है. ‘अहिंसा परमो धर्म’ का भाव ‘जियो और जीने दो’, ‘प्राणी मात्र से प्रेम करो’ जो सरल मार्ग पर चलकर ही आता है. मोहन यादव ने कहा, “ऐसे में समूची मानवता को मंदिर संस्कृति अपने आप में समेटे हुए है. प्रस्तर शिल्प में सनातन संस्कृति जीवंत स्वरूप में दिखाई देती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी प्राचीन कला, संस्कृति और सभ्यता को विभिन्न स्वरूपों में पत्थरों पर उकेरा गया है न सिर्फ प्रस्तर शिल्प बल्कि काष्ठ शिल्प भी सनातन संस्कृति विभिन्न रूपों में अपनी कहानी कह रही हैं. मनुष्य में सनातन संस्कृति को लेकर मन के भावों को इन उत्कृष्ट कलाओं के माध्यम से जीवंत करने का प्रयास किया गया है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संतों के सत्संग से मिलता है मानवता का प्रसाद</strong><br />मोहन यादव ने कहा, “यह हमारा सौभाग्य है कि कदम-कदम पर चुनौतियों और कठिनाइयों के समय में मन की एकाग्रता के लिए मानवता के साथ अगर कोई सन्मार्ग पर चलना सिखाता है, तो वह सनातन संस्कृति ही सिखाती है, हमारा धर्म सिखाता है. मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मध्य प्रदेश की धरती से लंदन में आकर स्वामी नारायण मंदिर में भगवान को नमन करने का अवसर मुझे प्राप्त हुआ. मैं अपनी इस यात्रा में संतों से मिला और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया. मैं परमात्मा से यही प्रार्थना करता हूं कि सनातन संस्कृति का इसी प्रकार संपूर्ण विश्व में विस्तार होता रहे.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>MP CM Mohan Yadav UK Visit: </strong>मध्य प्रदेश के&nbsp;मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को लंदन स्थित स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भक्ति भाव से प्रार्थना की और संतों के साथ बात चीत की. सीएम ने मंदिर की दिव्यता और शांति का अनुभव करते हुए इसे आत्मिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति का अद्वितीय स्रोत बताया. उन्होंने कहा, सनातन संस्कृति की विभिन्न शाखाएं संपूर्ण विश्व में फैली हुई हैं. इन शाखाओं के माध्यम से हिन्दू संस्कृति सर्वत्र व्याप्त है. उन्होंने कहा, इसी संस्कृति को हम मंदिर संस्कृति भी कहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि इस्कॉन मंदिर, स्वामी नारायण भगवान जैसे अन्य संप्रदाय विभिन्न प्रकार से सनातन संस्कृति का प्रसार कर रहे हैं. हमारे धर्म में 33 करोड़ देवी-देवताओं को विभिन्न स्वरूपों में पूजा जाता है और यही सनातन संस्कृति और सनातन धर्म की सुंदरता है. मोहन यादव ने कहा कि मार्ग भले ही अलग-अलग हो लेकिन मंशा सद्भाव की होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम ने कहा कि उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलना पूरे सनातन धर्म ने स्वीकार किया है. ‘अहिंसा परमो धर्म’ का भाव ‘जियो और जीने दो’, ‘प्राणी मात्र से प्रेम करो’ जो सरल मार्ग पर चलकर ही आता है. मोहन यादव ने कहा, “ऐसे में समूची मानवता को मंदिर संस्कृति अपने आप में समेटे हुए है. प्रस्तर शिल्प में सनातन संस्कृति जीवंत स्वरूप में दिखाई देती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी प्राचीन कला, संस्कृति और सभ्यता को विभिन्न स्वरूपों में पत्थरों पर उकेरा गया है न सिर्फ प्रस्तर शिल्प बल्कि काष्ठ शिल्प भी सनातन संस्कृति विभिन्न रूपों में अपनी कहानी कह रही हैं. मनुष्य में सनातन संस्कृति को लेकर मन के भावों को इन उत्कृष्ट कलाओं के माध्यम से जीवंत करने का प्रयास किया गया है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संतों के सत्संग से मिलता है मानवता का प्रसाद</strong><br />मोहन यादव ने कहा, “यह हमारा सौभाग्य है कि कदम-कदम पर चुनौतियों और कठिनाइयों के समय में मन की एकाग्रता के लिए मानवता के साथ अगर कोई सन्मार्ग पर चलना सिखाता है, तो वह सनातन संस्कृति ही सिखाती है, हमारा धर्म सिखाता है. मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मध्य प्रदेश की धरती से लंदन में आकर स्वामी नारायण मंदिर में भगवान को नमन करने का अवसर मुझे प्राप्त हुआ. मैं अपनी इस यात्रा में संतों से मिला और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया. मैं परमात्मा से यही प्रार्थना करता हूं कि सनातन संस्कृति का इसी प्रकार संपूर्ण विश्व में विस्तार होता रहे.”</p>  मध्य प्रदेश IITF में बिहार मंडप और प्रदर्शनी को मिला गोल्ड मेडल, 2047 तक बिहार को विकासित राज्य बनाने का लक्ष्य