जालंधर| मेडिकल काउंसलिंग कमेटी ने नीट-यूजी काउंसलिंग के प्रथम चरण में आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज (एएफएमसी) पुणे के लिए रिवाइज्ड कट ऑफ जारी कर दी है। नीट यूजी-2024 के स्कोर एवं रैंक के आधार पर आवेदन मांगे थे। यहां एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश की स्क्रीनिंग प्रक्रिया 27 अगस्त को शुरू हुई थी लेकिन, रिपोर्ट करने वाले कैंडिडेट की संख्या काफी कम रही। रिपोर्टिंग वाले अधिकांश स्टूडेंट्स मेडिकल जांच में अनफिट पाए गए। इसके बाद रिवाइज्ड कट ऑफ जारी कर स्टूडेंट्स को बुलाया गया है। कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि एएफएमसी, पुणे ने वेबसाइट पर इन कैंडिडेट्स के अलावा एक अतिरिक्त सूची जारी की है। जिसके अनुसार कैंडिडेट्स की रिवाइज्ड स्क्रीनिंग कट ऑफ को फीमेल कैंडिडेट्स के लिए 675/720 और मेल कैंडिडेट्स के लिए 656/720 कर दिया है। मेरिट के अनुसार 125 मेल कैंडिडेट्स तथा 25 फीमेल कैंडिडेट्स का प्रवेश होगा। जालंधर| मेडिकल काउंसलिंग कमेटी ने नीट-यूजी काउंसलिंग के प्रथम चरण में आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज (एएफएमसी) पुणे के लिए रिवाइज्ड कट ऑफ जारी कर दी है। नीट यूजी-2024 के स्कोर एवं रैंक के आधार पर आवेदन मांगे थे। यहां एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश की स्क्रीनिंग प्रक्रिया 27 अगस्त को शुरू हुई थी लेकिन, रिपोर्ट करने वाले कैंडिडेट की संख्या काफी कम रही। रिपोर्टिंग वाले अधिकांश स्टूडेंट्स मेडिकल जांच में अनफिट पाए गए। इसके बाद रिवाइज्ड कट ऑफ जारी कर स्टूडेंट्स को बुलाया गया है। कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि एएफएमसी, पुणे ने वेबसाइट पर इन कैंडिडेट्स के अलावा एक अतिरिक्त सूची जारी की है। जिसके अनुसार कैंडिडेट्स की रिवाइज्ड स्क्रीनिंग कट ऑफ को फीमेल कैंडिडेट्स के लिए 675/720 और मेल कैंडिडेट्स के लिए 656/720 कर दिया है। मेरिट के अनुसार 125 मेल कैंडिडेट्स तथा 25 फीमेल कैंडिडेट्स का प्रवेश होगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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मोगा में लव मैरिज करने पर लड़की को घसीटा:थाने में पति के साथ आई थी बयान दर्ज कराने, रास्ते में पिता ने दिया वारदात को अंजाम मोगा में कशिश नाम की एक लड़की को प्रेम विवाह करना, उस समय भारी पड़ गया जब लड़की के पिता और रिश्तेदारों ने लड़की को घसीटकर घर ले जाने की कोशिश की। लड़की को इतनी बुरी तरह से घसीटा कि लड़की को काफी जगह पर चोट लग गई। घायल लड़की को पुलिस ने मोगा के सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया है। मोगा के सरकारी अस्पताल में दाखिल पीड़ित लड़की कशिश ने बताया कि, उसका एक लड़के के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने 24 मई 2024 को पहले गुरुद्वारा में शादी की और फिर उसके बाद उन्होंने ने अदालत में शादी करवा ली। कल जब वह बयान लिखवाने के लिए थाना में आई तो वहां पर मेरे परिवार वाले भी आ गए और राजीनामे की बात करके चले गए। बाइक पर जबरन बैठाने का प्रयास लड़की ने बताया कि जब वह और उसका पति वापस लौट रहे थे तो लड़की के पिता और उनके कुछ साथियों ने उसे जबरदस्ती अपनी बाइक पर बैठाने की कोशिश की। जब लड़की ने विरोध किया तो उसे काफी दूर तक घसीटते हुए ले गए। इस पर लड़की के पति ने पुलिस को फोन किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने लड़की को सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी प्रताप सिंह ने बताया कि कशिश नाम की लड़की ने प्रेम विवाह किया था। वह थाने में बयान लिखवाने आई थी, लेकिन यहां पर राजीनामे की बात हुई और वह चले गए। उसके बाद रास्ते में लड़की के पिता और उसके साथ कुछ साथियों ने उसे जबरदस्ती बाइक पर बैठना चाहा। विरोध करने पर लड़की को घसीट कर ले जाने लगे, जिससे लड़की को काफी चोट आई। थाना प्रभारी ने बताया कि लड़की के बयान पर पिता समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
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लुधियाना के सरकारी अस्पतालों में आज OPD सेवाएं बंद:कोलकाता में डॉक्टर से रेप और हत्या का विरोध, इमरजेंसी और मेडिको-लीगल में विरोध प्रदर्शन जारी पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस (पीसीएमएसए) एसोसिएशन पंजाब द्वारा आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, कोलकाता में एक रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के विरोध में आज 16 अगस्त को सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेंगी। अस्पतालों में केवल आपातकालीन और मेडिको-लीगल सेवाएं ही जारी रहेंगी। रेजिडेंट डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग एसोसिएशन के पंजाब प्रधान डॉ. अखिल सरीन ने जानकारी देते हुए बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना बेहद निंदनीय है। पीसीएमएसए पंजाब ने रेजिडेंट डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आज सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद रखने का फैसला किया है। हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के खिलाफ बढ़ रही हिंसक घटनाएं आज बात सिर्फ रेजिडेंट डॉक्टर के इंसाफ की नहीं बल्कि सेहत प्रोफेशनल्स से जुड़े लोगों की सुरक्षा की भी है। सभी राज्य सरकारों को सरकारी संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा को यकीनी बनाना चाहिए। PCMSA के सदस्यों ने हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के खिलाफ हिंसक घटनाएं बढ़ रही है। हिंसा की घटनाओं के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की एसोसिएशन सरकार से मांग करती है। उन्होंने कहा कि कई बार वह मांग कर चुके है कि सरकारी सेहत संस्थानों में सुरक्षा को पुख्ता किया जाए लेकिन कोई सख्त कदम नहीं उठाया जा रहा। PCMSA के द्वारा सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की भी मांग की जाती है।
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लुधियाना देश के 100 प्रदूषित शहरों में शामिल:CREA रिपोर्ट में हुआ खुलासा, प्रदेश में दूसरे नंबर पर, मंडी गोबिंदगढ़ पहले स्थान पर देश के 100 प्रदूषित शहरों में लुधियाना 51वें नंबर पर है। पंजाब प्रदेश के प्रदूषित शहरों में मंडी गोबिंदगढ़ पहले नंबर है तो लुधियाना दूसरे नंबर है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, 6 जुलाई को लुधियाना में AQI 40 दर्ज किया गया था, जो स्वास्थ्य पर न्यूनतम प्रभाव के साथ अच्छी वायु गुणवत्ता श्रेणी में आता है। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) द्वारा किए गए एक अध्ययन ने लुधियाना को 2024 की पहली छमाही में देश के शीर्ष 100 सबसे प्रदूषित शहरों में रखा। लुधियाना की वायु गुणवत्ता का आंकलन PM 2.5 मान के आधार पर किया गया, जो माइक्रोन (हवा के प्रति घन मीटर माइक्रोग्राम) का एक माप है। CREA अध्ययन में सीपीसीबी (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) से पीएम 2.5 मान का इस्तेमाल किया गया। देश के 256 शहरों में लुधियाना का 51वां नंबर CREA के अनुसार, 1 जनवरी से 30 जून 2024 तक लुधियाना में पीएम 2.5 का औसत मान 61 माइक्रोन था, जिसने देश के 256 शहरों में लुधियाना को 51वें स्थान पर रखा। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के शीर्ष पांच सबसे प्रदूषित शहर बर्नीहाट (मेघालय), फरीदाबाद, दिल्ली, गुड़गांव और भागलपुर (बिहार) हैं। CREA रिपोर्ट प्रदूषण के मामले में शहर की एक बेहत चिंताजन तस्वीर पेश करती है। यह रिपोर्ट दर्शाती है कि लुधियाना ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दैनिक पीएम 2.5 दिशा निर्देश 15 माइक्रोन को पार कर लिया है। लुधियाना में पीएम 2.5 का मान 82 दिनों के लिए राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानकों (एनएएक्यूएस) के तहत 60 माइक्रोन की दैनिक सीमा से भी अधिक हो गया। पंजाब में दूसरे नंबर पर लुधियाना वायु प्रदूषण के मामले में पंजाब में मंडी गोबिंदगढ़ पहले और मंडी गोबिंदगढ़ दूसरे नंबर पर है। बठिंडा प्रदेश में आठवें स्थान पर रहा। 2018 के बाद से जनवरी से जून तक पीएम 2.5 के औसत पर CREA डेटा के अनुसार, लुधियाना में 2018 में 64 माइक्रोन का उच्चतम मूल्य था, जबकि 2023 और 2024 में मान 61 माइक्रोन था। 35 माइक्रोन का न्यूनतम मूल्य जनवरी और जून, 2020 के बीच दर्ज किया गया था। औद्योगिक प्रदूषण, परिवहन और बायोमास को ठहराया जिम्मेवार लुधियाना के छह महीने में 182 दिनों में से प्रत्येक पर दैनिक पीएम 2.5 का मूल्य डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों से अधिक था, जबकि 40% से अधिक दिनों में, ऐसा मूल्य एनएएक्यूएस सीमा से अधिक था।
उन्होंने इसके लिए औद्योगिक प्रदूषण, परिवहन और बायोमास (सर्दियों में गांवों में इसका उपयोग खाना पकाने और अपशिष्ट जलाने के लिए किया जाता है) को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उच्च पीएम 2.5 मान का मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और इसके परिणामस्वरूप उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और सांस रोग आदि होते हैं।