ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीजफायर पर MP कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा, शुरू किया ‘इंदिरा तेरी याद आई’ अभियान

ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीजफायर पर MP कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा, शुरू किया ‘इंदिरा तेरी याद आई’ अभियान

<p style=”text-align: justify;”><strong>MP Congress News:</strong> पाकिस्तान के खिलाफ सफल सैन्य कार्रवाई के बाद भी युद्धविराम (Ceasefire) की घोषणा को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस का कहना है कि भारत ने जब पाकिस्तान को लगभग घुटनों पर ला दिया था, तब USA के दबाव में आकर केंद्र सरकार ने युद्धविराम की घोषणा कर दी. इस कदम को कांग्रेस ने सैनिकों की शहादत का अपमान बताया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने सोमवार (12 मई) रात प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के राष्ट्र के नाम संदेश से पहले प्रेस को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका पर सवाल उठाए. उन्होंने आरोप लगाया कि यह युद्ध भारत की अस्मिता, सुरक्षा और आत्मसम्मान का प्रश्न था, न कि कोई व्यापारिक सौदा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, &ldquo;22 दिन के युद्ध में 22 जवान शहीद हो गए, 28 नागरिकों की जान गई और अंत में हमें सिर्फ श्रद्धांजलि देने का मौका मिला. क्या यही जीत है?&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह फैसला USA के दबाव में लिया गया- जीतू पटवारी</strong><br />पटवारी ने आगे कहा कि पाकिस्तान आज दुनिया के रहमोकरम पर जिंदा है, उसके पास न सैन्य बल है, न ही आर्थिक संसाधन. ऐसे में यह सवाल उठता है कि भारत ने निर्णायक कार्रवाई के बजाय युद्धविराम क्यों स्वीकार किया? उन्होंने दावा किया कि यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के दबाव में लिया गया है, जिससे यह प्रतीत होता है कि भारत की विदेश नीति अब स्वतंत्र नहीं रही.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’इंदिरा तेरी याद आई’ अभियान की घोषणा&nbsp;</strong><br />इन परिस्थितियों को देखते हुए MP कांग्रेस ने &ldquo;इंदिरा तेरी याद आई&rdquo; नाम से एक विशेष जनजागरण अभियान शुरू करने की घोषणा की है. इस अभियान का उद्देश्य भारतवासियों को 1971 के भारत-पाक युद्ध की याद दिलाना है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अमेरिका के दबाव को ठुकराते हुए पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे और बांग्लादेश का निर्माण सुनिश्चित किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पटवारी ने कहा, &ldquo;देश आज याद कर रहा है कि कैसे इंदिरा गांधी ने उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को दृढ़ता से जवाब दिया था. उन्होंने अमेरिका के सातवें बेड़े के दबाव को भी नजरअंदाज कर ऐतिहासिक निर्णय लिया. यह नेतृत्व और आत्मनिर्भरता की मिसाल है.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस अभियान के तहत कांग्रेस प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित करेगी, जहां जनता को 1971 के युद्ध, इंदिरा गांधी के नेतृत्व, और सेना के शौर्य के बारे में बताया जाएगा. साथ ही, वर्तमान केंद्र सरकार की रणनीति और निर्णयों की तुलना उस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शहीदों को श्रद्धांजलि, देशभक्ति का संदेश</strong><br />&ldquo;इंदिरा तेरी याद आई&rdquo; अभियान का एक और प्रमुख उद्देश्य हालिया युद्ध में शहीद हुए सैनिकों और नागरिकों को श्रद्धांजलि देना है. कांग्रेस का कहना है कि ऐसे मौके सिर्फ राजनीतिक प्रचार के लिए नहीं, बल्कि देशभक्ति की भावना को मजबूत करने के लिए होने चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पटवारी ने कहा, &ldquo;हम चाहते हैं कि हर नागरिक देश के सैनिकों के बलिदान को जाने, सेना के शौर्य को माने, और यह समझे कि जब राजनीति में संकल्प और नेतृत्व की कमी होती है तो कैसे सैनिकों की कुर्बानी अधूरी रह जाती है.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है कांग्रेस की इंदिरा तेरी याद आई अभियान को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा अगर इंदिरा को याद करोगे तो इमरजेंसी भी याद करनी पड़ेगी.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>MP Congress News:</strong> पाकिस्तान के खिलाफ सफल सैन्य कार्रवाई के बाद भी युद्धविराम (Ceasefire) की घोषणा को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस का कहना है कि भारत ने जब पाकिस्तान को लगभग घुटनों पर ला दिया था, तब USA के दबाव में आकर केंद्र सरकार ने युद्धविराम की घोषणा कर दी. इस कदम को कांग्रेस ने सैनिकों की शहादत का अपमान बताया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने सोमवार (12 मई) रात प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के राष्ट्र के नाम संदेश से पहले प्रेस को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका पर सवाल उठाए. उन्होंने आरोप लगाया कि यह युद्ध भारत की अस्मिता, सुरक्षा और आत्मसम्मान का प्रश्न था, न कि कोई व्यापारिक सौदा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, &ldquo;22 दिन के युद्ध में 22 जवान शहीद हो गए, 28 नागरिकों की जान गई और अंत में हमें सिर्फ श्रद्धांजलि देने का मौका मिला. क्या यही जीत है?&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह फैसला USA के दबाव में लिया गया- जीतू पटवारी</strong><br />पटवारी ने आगे कहा कि पाकिस्तान आज दुनिया के रहमोकरम पर जिंदा है, उसके पास न सैन्य बल है, न ही आर्थिक संसाधन. ऐसे में यह सवाल उठता है कि भारत ने निर्णायक कार्रवाई के बजाय युद्धविराम क्यों स्वीकार किया? उन्होंने दावा किया कि यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के दबाव में लिया गया है, जिससे यह प्रतीत होता है कि भारत की विदेश नीति अब स्वतंत्र नहीं रही.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’इंदिरा तेरी याद आई’ अभियान की घोषणा&nbsp;</strong><br />इन परिस्थितियों को देखते हुए MP कांग्रेस ने &ldquo;इंदिरा तेरी याद आई&rdquo; नाम से एक विशेष जनजागरण अभियान शुरू करने की घोषणा की है. इस अभियान का उद्देश्य भारतवासियों को 1971 के भारत-पाक युद्ध की याद दिलाना है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अमेरिका के दबाव को ठुकराते हुए पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे और बांग्लादेश का निर्माण सुनिश्चित किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पटवारी ने कहा, &ldquo;देश आज याद कर रहा है कि कैसे इंदिरा गांधी ने उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को दृढ़ता से जवाब दिया था. उन्होंने अमेरिका के सातवें बेड़े के दबाव को भी नजरअंदाज कर ऐतिहासिक निर्णय लिया. यह नेतृत्व और आत्मनिर्भरता की मिसाल है.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस अभियान के तहत कांग्रेस प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित करेगी, जहां जनता को 1971 के युद्ध, इंदिरा गांधी के नेतृत्व, और सेना के शौर्य के बारे में बताया जाएगा. साथ ही, वर्तमान केंद्र सरकार की रणनीति और निर्णयों की तुलना उस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शहीदों को श्रद्धांजलि, देशभक्ति का संदेश</strong><br />&ldquo;इंदिरा तेरी याद आई&rdquo; अभियान का एक और प्रमुख उद्देश्य हालिया युद्ध में शहीद हुए सैनिकों और नागरिकों को श्रद्धांजलि देना है. कांग्रेस का कहना है कि ऐसे मौके सिर्फ राजनीतिक प्रचार के लिए नहीं, बल्कि देशभक्ति की भावना को मजबूत करने के लिए होने चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पटवारी ने कहा, &ldquo;हम चाहते हैं कि हर नागरिक देश के सैनिकों के बलिदान को जाने, सेना के शौर्य को माने, और यह समझे कि जब राजनीति में संकल्प और नेतृत्व की कमी होती है तो कैसे सैनिकों की कुर्बानी अधूरी रह जाती है.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है कांग्रेस की इंदिरा तेरी याद आई अभियान को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा अगर इंदिरा को याद करोगे तो इमरजेंसी भी याद करनी पड़ेगी.</p>  मध्य प्रदेश UPSC के नए चीफ का यूपी से है खास नाता, अमेरिका जाने से पहले इस प्रतिष्ठित संस्थान से की थी पढ़ाई