रोहतक जिले के बोहर गांव में एक व्यक्ति की हत्या करने का मामला सामने आया है। जिसका शव घर में पड़ा हुआ मिला। जिसे देखकर लग रहा है कि हत्या करीब 3 दिन पहले हुई है। जिसके सिर पर चोट के निशान मिले और आसपास में खून बिखरा हुआ था। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि सिर में चोट मारकर हत्या की गई है। वहीं मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान गांव बोहर निवासी करीब 35 वर्षीय सोनू के रूप में हुई है। जो घर पर अकेला रहता था। उनके पिता रामचंद्र गुरुग्राम में रहते हैं। वहीं मृतक का पत्नी के साथ अनबन होने के चलते उसकी पत्नी मायके में रहती है। फिलहाल सोनू अपने गांव बोहर स्थित मकान पर अकेला रहता था। सोमवार को सोनू का शव घर में पड़ा हुआ मिला। जब आसपास में बदबू फैली तो इसका गली-वालों को इसकी जानकारी हुई। इसका पता लगने के बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि शव घर में बेड के पास पड़ा हुआ है। वहीं शव के आसपास खून बिखरा हुआ था। घटना की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया गया। एफएसएल टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। ताकि हत्या की तय तक पहुंचा जा सके। मामले की जांच में जुटी पुलिस अर्बन एस्टेट थाना प्रभारी परमजीत कौर ने बताया कि गांव बोहर में एक युवक का शव घर में गली सड़ी अवस्था में पड़ा हुआ मिला। जिसके सिर में चोट के निशान थे और खून बिखरा हुआ था। प्राथमिक दृष्टि से युवक के सिर में चोट मारकर हत्या करने का मामला लग रहा है। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुटी गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल पुलिस हत्या के हिसाब से मामले में कार्रवाई कर रही है। रोहतक जिले के बोहर गांव में एक व्यक्ति की हत्या करने का मामला सामने आया है। जिसका शव घर में पड़ा हुआ मिला। जिसे देखकर लग रहा है कि हत्या करीब 3 दिन पहले हुई है। जिसके सिर पर चोट के निशान मिले और आसपास में खून बिखरा हुआ था। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि सिर में चोट मारकर हत्या की गई है। वहीं मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान गांव बोहर निवासी करीब 35 वर्षीय सोनू के रूप में हुई है। जो घर पर अकेला रहता था। उनके पिता रामचंद्र गुरुग्राम में रहते हैं। वहीं मृतक का पत्नी के साथ अनबन होने के चलते उसकी पत्नी मायके में रहती है। फिलहाल सोनू अपने गांव बोहर स्थित मकान पर अकेला रहता था। सोमवार को सोनू का शव घर में पड़ा हुआ मिला। जब आसपास में बदबू फैली तो इसका गली-वालों को इसकी जानकारी हुई। इसका पता लगने के बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि शव घर में बेड के पास पड़ा हुआ है। वहीं शव के आसपास खून बिखरा हुआ था। घटना की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया गया। एफएसएल टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। ताकि हत्या की तय तक पहुंचा जा सके। मामले की जांच में जुटी पुलिस अर्बन एस्टेट थाना प्रभारी परमजीत कौर ने बताया कि गांव बोहर में एक युवक का शव घर में गली सड़ी अवस्था में पड़ा हुआ मिला। जिसके सिर में चोट के निशान थे और खून बिखरा हुआ था। प्राथमिक दृष्टि से युवक के सिर में चोट मारकर हत्या करने का मामला लग रहा है। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुटी गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल पुलिस हत्या के हिसाब से मामले में कार्रवाई कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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बवानीखेड़ा में रात को फसल अवशेषों में भीषण आग:आंधी-तूफान से 50 एकड़ तक फैली लपटें; किसानों ने कड़ी मशक्कत से किया कंट्रोल हरियाणा के भिवानी जिले के बवानी खेड़ा कस्बा में आंधी तूफान के बीच किसानों के फसलों के अवशेषों में भीषण आग लग गई। किसानों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जब तब आग न बुझी, किसान व ग्रामीण परेशान रहे कि कहीं आग रिहायशी क्षेत्र में न पहुंच जाए। गनीमत रही कि आग गांव से दूर खेतों में लगी थी। जानकारी के अनुसार बीती रात को बवानी खेड़ा में खेड़ी रोड़ पर स्थित किसानों के खेतों में अचानक आग लग गई। किसान धर्मेन्द्र, अंकित, अजीत, अमित, मेयर, कृष्ण, ओमकुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी रिहायश खेतों में बना रखी है।आंधी-तूफान के कारण उनके खेतों में 40 से 50 एकड़ में खड़े फसल अवशेषों में आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि वह लगातार फैलती ही जा रही थी। उन्होंने कहा कि यदि वे खेत में बनाए घरों में नहीं होते तो उनके सारे फसल अवशेष जलकर राख हो जाते। वहां सभी किसानों ने स्वयं टयूबलों के सहारे व टैंकरों की व्यवस्था करके आग पर पानी डालकर इस पर काबू पाया। हालांकि जान माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन किसानों का काफी नुकसान हो गया। आग को फैलने से रोकने के लिए किसान कड़ी मशक्कत करते दिखे।
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हरियाणा BJP के 5 नेताओं की राज्यसभा के लिए लॉबिंग:बिश्नोई, जाट, ब्राह्मण, पंजाबी चेहरे दावा ठोक रहे; SC चेहरे को मिल सकता है मौका हरियाणा में कृष्णलाल पंवार के इसराना से विधायक बनने के बाद खाली हुई राज्यसभा की एक सीट के लिए कई दावेदार खड़े हो गए हैं। SC कोटे से खाली हुई इस राज्यसभा सीट के लिए बिश्नोई, जाट, ब्राह्मण और दलित चेहरों ने लॉबिंग शुरू कर दी है। राज्यसभा के लिए पूर्व CM चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, पूर्व सांसद संजय भाटिया, भाजपा के दलित नेता सुदेश कटारिया के नाम शामिल हैं। पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि कृष्ण लाल पंवार SC कोटे से राज्यसभा गए थे। इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि SC कोटे से ही नेता राज्यसभा में भेजा जाएगा। हालांकि, भाजपा अभी चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव घोषणा की तारीख का इंतजार कर रही है। कौन नेता क्या दावेदार…. 1. कुलदीप बिश्नोई : पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे हैं। 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। 3 साल से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं। पूर्व में विधायक और सांसद रह चुके हैं। पत्नी और बेटा भी विधायक रह चुके हैं। प्रदेश में और राजस्थान में बिश्नोई वोटरों पर पकड़ है। भाजपा ने चुनाव में चुनाव कैंपेन समिति का प्रदेश संयोजक बनाया था। बेटे के पास भाजयुमो में पद है। ऐसे में इनके चेहरे पर पार्टी में विचार चल रहा है। 2. सुनीता दुग्गल : पार्टी का बड़ा दलित चेहरा है। सिरसा से 2019 में भाजपा के टिकट से लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। दलितों में अच्छी पकड़ मानी जाती है। 2024 में रतिया से विधानसभा चुनाव लड़ीं, लेकिन हार गईं। चूंकि खाली हुई राज्यसभा सीट एससी सीट है, इसलिए सुनीता दुग्गल इस सीट के लिए प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। 3. मोहन लाल बड़ौली : हरियाणा में भाजपा के बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पहचान है। इसके अलावा लोकसभा सांसद रह चुके हैं। साथ ही लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में संगठन और सरकार को साथ लेकर अच्छा काम किया। यही वजह रही कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ। हालांकि, लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी बड़ौली को विधानसभा टिकट भाजपा की तरफ से ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। बड़ौली कह चुके हैं कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी वह उसे बखूबी निभाएंगे। 4. संजय भाटिया : पंजाबी समुदाय से आते हैं। करनाल लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। 2024 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कारण उन्होंने अपनी सीट छोड़ दी थी। इसके तुरंत बाद हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्हें टिकट नहीं मिला। हालांकि, वह दोनों चुनावों में संगठन के लिए काम करते रहे। हाल ही में नायब सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आने वाले कार्यक्रम के मुख्य संयोजक की भूमिका भी निभा चुके हैं। लगातार उपेक्षा के बाद भी भाटिया धरातल पर संगठन के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए पूरी संभावना है कि उन्हें राज्यसभा की सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार बना सकती है। 5. सुदेश कटारिया: हरियाणा विधानसभा चुनाव में दलितों को एकजुट करने में कटारिया ने अहम भूमिका निभाई। लोकसभा चुनाव में दलित वोट के छिटकने के कारण पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपनी टीम के दलित फेस कटारिया को फील्ड में उतारा था। जिसके बाद उन्होंने सूबे की सभी 22 जिलों में दलित महासम्मेलन भी किए। चुनाव में परिणाम में अच्छे परिणाम भी रहे। इसके बाद यह पूरी संभावना है दलित चेहरे के रूप में कटारिया को राज्यसभा सीट का बीजेपी चेहरा बना दे। ये 2 जाट चेहरे भी ठोक रहे दावा इन 5 नाम के अलावा, 2 बड़े जाट चेहरे भी अपना दावा ठोक राज्यसभा के लिए ठोक रहे हैं। इनमें सबसे पहला नाम भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओपी धनखड़ और पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु का नाम शामिल हैं। हालांकि ये दोनों बड़े जाट चेहरे विधानसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इन दोनों की दावेदारी में सबसे बड़ा पेंच यह है कि इसी साल खाली हुई एक राज्यसभा सीट से सुभाष बराला को पार्टी सांसद बना चुकी है। बराला भी जाट कम्युनिटी से आते हैं। इसलिए इन दोनों नेताओं की दावेदारी कमजोर मानी जा रही है।
हरियाणा ब्यूरोक्रेसी को लेकर सख्त CM सैनी:DC-SP को एक दिन गांव में नाइट स्टे के निर्देश; रिपोर्ट देनी होगी, 10 को SP की मीटिंग बुलाई
हरियाणा ब्यूरोक्रेसी को लेकर सख्त CM सैनी:DC-SP को एक दिन गांव में नाइट स्टे के निर्देश; रिपोर्ट देनी होगी, 10 को SP की मीटिंग बुलाई हरियाणा ब्यूरोक्रेसी को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी सख्त हो गए हैं। सीएम ने गांवों की समस्याओं को दूर करने के लिए सभी जिला उपायुक्तों (DC) और पुलिस अधीक्षक (SP) को हर हफ्ते कोआर्डिनेशन मीटिंग बुलाने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही महीनें में एक दिन गांव में नाइट स्टे के निर्देश भी दिए हैं। इस दौरान वह ग्रामीणों से संवाद कर उनकी समस्याओं को सुनकर उनका त्वरित समाधान करेंगे। साथ ही ग्रामीणों के अनुरुप ही गांवों के विकास की रूपरेखा भी तैयार करेंगे। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि नाइट स्टे की मंथली रिपोर्ट भी मुख्य सचिव कार्यालय को भेजी जाएगी। 10 जनवरी को रेंज के आईजी-SP की मीटिंग बुलाई इसके साथ ही मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 10 जनवरी को रेंज के आइजी और जिला पुलिस अधीक्षकों की मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में सभी रेंज के IG और सभी पुलिस अधीक्षक शामिल होंगे। इसके अलावा बैठक में DGP शत्रुजीत कपूर, होम सेक्रेटरी सुमिता मिश्रा, ADGP शामिल होंगे। इस मीटिंग में सूबे की क़ानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। हरियाणा में तेजी से बढ़ रहा क्राइम राज्य में कानून व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा बन गया है। राजनीतिक हत्याएं, वसूली के लिए हत्याएं, गैंगस्टर्स का बोलबाला और महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ते अपराधों ने बीजेपी की चिंता बढ़ा दी है। पिछले पांच सालों में हरियाणा में कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक बनी रही है। आंकड़े बताते हैं कि राज्य में हर रोज वसूली या ब्लैकमेलिंग के लिए धमकी भरे फ़ोन आते हैं। पहली बार विधायकों को भी धमकी भरे फ़ोन आये हैं। 1 जनवरी से 31 अगस्त के बीच हरियाणा में हर घंटे महिलाओं या बच्चों के ख़िलाफ़ एक अपराध दर्ज हुआ है। हरियाणा में 2022 में 1,020 हत्याएं राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़े बताते हैं कि हरियाणा में 2022 में 1,020 हत्याएं हुईं। 31 अगस्त तक, राज्य में 675 हत्याएं दर्ज की गईं, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान 697 से थोड़ी कम थीं। राज्य में इस साल हर दिन लगभग तीन हत्याएं हुईं।प्रमुख घटनाओं में पूर्व विधायक और राज्य INLD अध्यक्ष नफे सिंह राठी की दिनदहाड़े हत्या, जेजेपी के रविंदर सैनी की वसूली से जुड़ी हत्या और अगस्त 2023 तक दर्ज की गई 623 हत्या के प्रयास शामिल हैं। हरियाणा महिलाओं के खिलाफ अपराध एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है। 31 अगस्त तक 1,020 बलात्कार, 70 बलात्कार के प्रयास, बाल शोषण के 1,057 मामले, 1,113 अपहरण और 1,023 छेड़छाड़ के मामले दर्ज किए गए। हर दिन 18 केस होते हैं दर्ज राज्य में प्रतिदिन औसतन महिलाओं के खिलाफ 18 अपराध दर्ज किए जाते हैं। पिछले साल के खतरनाक 22 अपराधों की तुलना में यह थोड़ी कमी है। 2022 में, हरियाणा में महिलाओं के खिलाफ 16,743 अपराध दर्ज किए गए। जो प्रतिदिन औसतन 45 मामले हैं। इनमें 1,787 बलात्कार और 2,640 लापता बच्चे शामिल हैं, जिनमें से 1,516 लड़कियां थीं। राज्य में 3,783 आत्महत्याएं भी हुईं, जिनमें 61% पीड़ित सालाना 1 लाख रुपये से कम कमाते थे।