कन्नौज में घर में मिला 3 दिन पुराना शव:बदबू आने पर पुलिस ने गेट खुलवाया, घर में अकेले थे बुजुर्ग; बेटे अमेरिका-बेंगलुरु में इंजीनियर

कन्नौज में घर में मिला 3 दिन पुराना शव:बदबू आने पर पुलिस ने गेट खुलवाया, घर में अकेले थे बुजुर्ग; बेटे अमेरिका-बेंगलुरु में इंजीनियर

कन्नौज के एक घर में बुजुर्ग का तीन दिन पुराना शव बंद पड़ा मिला। अंदर से तेज बदबू उठी तो लोगों को जानकारी हुई। पुलिस को इसकी सूचना दी। घर के दरवाजे की कुंडी अंदर से बन्द थी। दरवाजा खुलवाया तो जमीन पर बुजुर्ग का सड़ा हुआ शव पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतक के 2 बेटे हैं, जिनमें एक अमेरिका में तो दूसरा बैंगलोर में रहता है। वह कन्नौज में अकेले रहते थे। सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला ग्वाल मैदान स्थित घर से बदबू आ रही थी। बुधवार को आसपास के लोगों को परेशानी हुई तो पुलिस को सूचित किया। सीओ सिटी कमलेश कुमार फोर्स के साथ पहुंच गए। पड़ोसियों से पता चला कि मकान का दरवाजा बंद है। पिछले 3 दिनों से तेज बदबू आ रही है। शव करीब 70 घंटे से पड़ा था
पुलिस ने मकान का दरवाजा किसी तरह खुलवाया तो अंदर जमीन पर बुजुर्ग का सड़ा हुआ शव दिखा। अनुमान है कि शव करीब 70 घण्टे से अधिक समय से पड़ा हुआ है। बुजुर्ग अरुण मिश्रा घर में अकेले रहते थे। वह बरामदे में औंधे मुंह पड़े हुए थे। पास ही एक बाल्टी रखी हुई थी, जोकि पानी से आधी भरी थी। पुलिस अंदेशा लगा रही है कि बुजुर्ग पानी भरने के लिए उठे और पैर फिसल जाने से गिर पड़े। इसी कारण बेहोश हुए या उनको थोड़ी चोट लगी। उनको कोई संभालने वाला या बचाने वाला नहीं था, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। एक बेटा अमेरिका, दूसरा बैंगलोर में, पिता घर पर अकेले
पड़ोसियों के मुताबिक, तीन दिन से बुजुर्ग घर से नहीं निकले थे। दुर्गंध आई तो पड़ोसियों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो बरामदे में उनका शव पड़ा मिला। बुजुर्ग के बेटों को मामले की जानकारी दे दी गई है। अरुण चंद्र मिश्रा घर पर अकेले ही रहते थे। दोनों बेटे साफ्टवेयर इंजीनियर
अरुण चंद्र के दो बेटे प्रदुम्न और अक्षय बाहर रहते हैं। दोनों साफ्टवेयर इंजीनियर है। प्रदुम्न अमेरिका में है, जबकि अक्षय बेंगलुरु में किसी कंपनी में काम करता है। अरुण चंद की पत्नी बड़े बेटे प्रदुम्न के साथ अमेरिका में रहती हैं। बुजुर्ग अपने पैतृक मकान में अकेले रह रहे थे। मृतक अरुण मिश्रा कानपुर की एक खाद कम्पनी में नौकरी करते थे। कानपुर में वह पत्नी के साथ एल्डिगो सोसाइटी के पीछे फ्लैट में रहते थे, जहां पत्नी से आए दिन झगड़ा होता रहता था। इसी कारण रिटायरमेंट के बाद वह करीब 3 साल पहले कन्नौज स्थित अपने पुस्तैनी मकान में आकर रहने लगे थे। बेंगलुरु से बेटा रवाना
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना उनके बेटों को दे दी है। सीओ कमलेश कुमार ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। पिता की मौत की सूचना पर बेंगलुरु से उनका बेटा कन्नौज के लिए रवाना हो चुका है। सम्भवतः वही अपने पिता की अंत्येष्टि करेंगे। कन्नौज के एक घर में बुजुर्ग का तीन दिन पुराना शव बंद पड़ा मिला। अंदर से तेज बदबू उठी तो लोगों को जानकारी हुई। पुलिस को इसकी सूचना दी। घर के दरवाजे की कुंडी अंदर से बन्द थी। दरवाजा खुलवाया तो जमीन पर बुजुर्ग का सड़ा हुआ शव पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतक के 2 बेटे हैं, जिनमें एक अमेरिका में तो दूसरा बैंगलोर में रहता है। वह कन्नौज में अकेले रहते थे। सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला ग्वाल मैदान स्थित घर से बदबू आ रही थी। बुधवार को आसपास के लोगों को परेशानी हुई तो पुलिस को सूचित किया। सीओ सिटी कमलेश कुमार फोर्स के साथ पहुंच गए। पड़ोसियों से पता चला कि मकान का दरवाजा बंद है। पिछले 3 दिनों से तेज बदबू आ रही है। शव करीब 70 घंटे से पड़ा था
पुलिस ने मकान का दरवाजा किसी तरह खुलवाया तो अंदर जमीन पर बुजुर्ग का सड़ा हुआ शव दिखा। अनुमान है कि शव करीब 70 घण्टे से अधिक समय से पड़ा हुआ है। बुजुर्ग अरुण मिश्रा घर में अकेले रहते थे। वह बरामदे में औंधे मुंह पड़े हुए थे। पास ही एक बाल्टी रखी हुई थी, जोकि पानी से आधी भरी थी। पुलिस अंदेशा लगा रही है कि बुजुर्ग पानी भरने के लिए उठे और पैर फिसल जाने से गिर पड़े। इसी कारण बेहोश हुए या उनको थोड़ी चोट लगी। उनको कोई संभालने वाला या बचाने वाला नहीं था, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। एक बेटा अमेरिका, दूसरा बैंगलोर में, पिता घर पर अकेले
पड़ोसियों के मुताबिक, तीन दिन से बुजुर्ग घर से नहीं निकले थे। दुर्गंध आई तो पड़ोसियों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो बरामदे में उनका शव पड़ा मिला। बुजुर्ग के बेटों को मामले की जानकारी दे दी गई है। अरुण चंद्र मिश्रा घर पर अकेले ही रहते थे। दोनों बेटे साफ्टवेयर इंजीनियर
अरुण चंद्र के दो बेटे प्रदुम्न और अक्षय बाहर रहते हैं। दोनों साफ्टवेयर इंजीनियर है। प्रदुम्न अमेरिका में है, जबकि अक्षय बेंगलुरु में किसी कंपनी में काम करता है। अरुण चंद की पत्नी बड़े बेटे प्रदुम्न के साथ अमेरिका में रहती हैं। बुजुर्ग अपने पैतृक मकान में अकेले रह रहे थे। मृतक अरुण मिश्रा कानपुर की एक खाद कम्पनी में नौकरी करते थे। कानपुर में वह पत्नी के साथ एल्डिगो सोसाइटी के पीछे फ्लैट में रहते थे, जहां पत्नी से आए दिन झगड़ा होता रहता था। इसी कारण रिटायरमेंट के बाद वह करीब 3 साल पहले कन्नौज स्थित अपने पुस्तैनी मकान में आकर रहने लगे थे। बेंगलुरु से बेटा रवाना
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना उनके बेटों को दे दी है। सीओ कमलेश कुमार ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। पिता की मौत की सूचना पर बेंगलुरु से उनका बेटा कन्नौज के लिए रवाना हो चुका है। सम्भवतः वही अपने पिता की अंत्येष्टि करेंगे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर