कपूरथला के फगवाड़ा में एक निजी अस्पताल में 6 महीने की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्ची को दस्त की शिकायत थी। परिजनों ने डॉक्टर चिमन अरोड़ा पर गलत इंजेक्शन देने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि डॉक्टर ने ग्लूकोज में दो इंजेक्शन मिलाए। इसके बाद बच्ची तड़पने लगी और उसकी मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल का शीशा डॉक्टर द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर फेंकने से टूटा। परिजनों के आग्रह पर एमरजेंसी इलाज शुरू डॉक्टर चिमन अरोड़ा का कहना है कि बच्ची गंभीर हालत में लाई गई थी। उन्होंने परिजनों को जालंधर ले जाने की सलाह दी थी। परिजनों के आग्रह पर एमरजेंसी इलाज शुरू किया गया, जिस दौरान बच्ची की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस सूचना मिलने पर थाना सिटी पुलिस मौके पर पहुंची। एएसआई सुखविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने परिजनों को शांत कराया। दोनों पक्षों के बीच समझौते की बातचीत चल रही है। परिजन डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कपूरथला के फगवाड़ा में एक निजी अस्पताल में 6 महीने की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्ची को दस्त की शिकायत थी। परिजनों ने डॉक्टर चिमन अरोड़ा पर गलत इंजेक्शन देने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि डॉक्टर ने ग्लूकोज में दो इंजेक्शन मिलाए। इसके बाद बच्ची तड़पने लगी और उसकी मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल का शीशा डॉक्टर द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर फेंकने से टूटा। परिजनों के आग्रह पर एमरजेंसी इलाज शुरू डॉक्टर चिमन अरोड़ा का कहना है कि बच्ची गंभीर हालत में लाई गई थी। उन्होंने परिजनों को जालंधर ले जाने की सलाह दी थी। परिजनों के आग्रह पर एमरजेंसी इलाज शुरू किया गया, जिस दौरान बच्ची की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस सूचना मिलने पर थाना सिटी पुलिस मौके पर पहुंची। एएसआई सुखविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने परिजनों को शांत कराया। दोनों पक्षों के बीच समझौते की बातचीत चल रही है। परिजन डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
