हरियाणा के करनाल जिले के छप्परा खेड़ा गांव के खेतों में पानी की होद में एक व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सुबह जब मालिक खेत में गया तो उसने पानी की होद में युवक के शव को पड़ा हुआ देखा। पास में ही होद पर एक गिलास, लाइटर व तंबाकू बरामद हुआ है। वहीं सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और FSL टीम को मौके पर बुलाया। मौके से साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया। मृतक की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। देर शाम तक नहीं था कोई खेत के मालिक जसबीर ने बताया कि देर रात करीब 9 बजे वह खेत से गया था। उस समय वहां पर कुछ नहीं था। आज सुबह जब खेत में पहुंचा और पानी की होद पर देखा तो एक युवक का शव पानी की होद में पड़ा था। पास में एक खाली बोतल गिलास, लाइटर व तंबाकू पड़ा था। इसके अलावा वहां न तो कोई वाहन मिला और न ही अन्य कोई सामान। रात को शव को फेंकने की आशंका जसबीर ने बताया युवक की उम्र करीब 30 से 35 साल के बीच है। इसको कभी पहले यहां पर नहीं देखा। हो सकता है कि किसी ने रात को युवक के शव को उनकी पानी की होद में फेंक दिया हो और किसी को शंक न हो उसके लिए मौके पर शराब की बोतल सहित अन्य सामान रख दिया हो। नहीं मिला कोई दस्तावेज जसबीर ने बताया कि सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने तलाशी ली लेकिन उसके पास कोई दस्तावेज नहीं मिला जिससे उसकी शिनाख्त हो सके। युवक ने लाल और काले की रंग की शर्ट डाल रखी है और ब्राउन कलर की पेंट डाल रखी है और हाथ में रखी बंदी हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद होगा कारणों का खुलासा सूचना के बाद मौके पर पहुंचे जांच अधिकारी राजपाल ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया है। अभी तक युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत के सही कारणों का पता लग पाएगा। हरियाणा के करनाल जिले के छप्परा खेड़ा गांव के खेतों में पानी की होद में एक व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सुबह जब मालिक खेत में गया तो उसने पानी की होद में युवक के शव को पड़ा हुआ देखा। पास में ही होद पर एक गिलास, लाइटर व तंबाकू बरामद हुआ है। वहीं सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और FSL टीम को मौके पर बुलाया। मौके से साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया। मृतक की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। देर शाम तक नहीं था कोई खेत के मालिक जसबीर ने बताया कि देर रात करीब 9 बजे वह खेत से गया था। उस समय वहां पर कुछ नहीं था। आज सुबह जब खेत में पहुंचा और पानी की होद पर देखा तो एक युवक का शव पानी की होद में पड़ा था। पास में एक खाली बोतल गिलास, लाइटर व तंबाकू पड़ा था। इसके अलावा वहां न तो कोई वाहन मिला और न ही अन्य कोई सामान। रात को शव को फेंकने की आशंका जसबीर ने बताया युवक की उम्र करीब 30 से 35 साल के बीच है। इसको कभी पहले यहां पर नहीं देखा। हो सकता है कि किसी ने रात को युवक के शव को उनकी पानी की होद में फेंक दिया हो और किसी को शंक न हो उसके लिए मौके पर शराब की बोतल सहित अन्य सामान रख दिया हो। नहीं मिला कोई दस्तावेज जसबीर ने बताया कि सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने तलाशी ली लेकिन उसके पास कोई दस्तावेज नहीं मिला जिससे उसकी शिनाख्त हो सके। युवक ने लाल और काले की रंग की शर्ट डाल रखी है और ब्राउन कलर की पेंट डाल रखी है और हाथ में रखी बंदी हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद होगा कारणों का खुलासा सूचना के बाद मौके पर पहुंचे जांच अधिकारी राजपाल ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया है। अभी तक युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत के सही कारणों का पता लग पाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 4 लाख फर्जी एडमिशन:स्कॉलरशिप-यूनिफॉर्म के नाम पर सरकारी फंड का मिसयूज किया; CBI ने 3 FIR दर्ज कीं
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 4 लाख फर्जी एडमिशन:स्कॉलरशिप-यूनिफॉर्म के नाम पर सरकारी फंड का मिसयूज किया; CBI ने 3 FIR दर्ज कीं हरियाणा के सरकारी स्कूलों में वर्ष 2014 से 2016 के बीच 4 लाख फर्जी दाखिले करने के मामले में चंडीगढ़ CBI ने अब 3 FIR दर्ज की हैं। छात्रवृति, वर्दी और मिड-डे मील के लिए सरकार से मिलने वाले फंड में गबन के लिए कागजी दाखिले किए गए थे। मामले में सरकारी कर्मी द्वारा गलत दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक साजिश रचने समेत भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धाराएं लगाई गई हैं। इससे पहले स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने कई साल तक इसी मामले की जांच कर 7 FIR दर्ज की थीं। इस मामले में 2 बार विजिलेंस की विशेष जांच टीम (SIT) भी बनी। 3 स्तर पर जांच कर रिपोर्ट पेश की, लेकिन पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट जांच से संतुष्ट नहीं हुआ। हाई कोर्ट ने एक अपील केस में 30 मार्च, 2018 को दर्ज मामले में नवंबर 2019 को फैसला सुनाते हुए जांच CBI को सौंपी थी। कोर्ट ने CBI को 3 महीने में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे। अब करीब 4 साल बाद CBI ने केस दर्ज कर नए सिरे से जांच शुरू कर दी है। इन मामलों की जांच CBI की ASP सीमा पाहुजा और DSP राजीव गुलाटी को सौंपी गई है। कितने का घोटाला? एक दशक बाद भी आंकड़ा स्पष्ट नहीं
सालों की जांच के बाद भी अभी तक किसी भी FIR में यह स्पष्ट नहीं है कि कुल कितने का वित्तीय घोटाला हुआ है। इतना जरूर कहा गया कि छात्रवृति, वर्दी, मिड-डे मील के लिए मिलने वाले फंड में गबन किया गया। CBI में दर्ज FIR के मुताबिक हरियाणा के विभिन्न जिलों में 4 लाख से अधिक स्टूडेंट का दाखिला दिखाकर वित्तीय गबन किया गया। गबन करने वालों ने इन 4 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स के लिए अध्यापकों की आवश्यकता दिखाई गई थी। इस मामले में शक के दायरे में प्राथमिक शिक्षा विभाग है। पहले विजिलेंस और अब CBI ने भी किसी को नामजद नहीं किया है। अब फिर से संबंधित जिम्मेदारों से पूछताछ हो सकती है। कब खुलासा? गेस्ट टीचर केस में आंकड़ों से खुली परतें
जून 2015 में शिक्षा विभाग ने 719 गेस्ट टीचरों को हटाने का नोटिस जारी किया। गेस्ट टीचर हाईकोर्ट पहुंचे। कोर्ट ने 6 जुलाई, 2015 को याचिका खारिज कर दी। रिव्यू पिटीशन भी नहीं मानी। सितंबर, 2015 में डबल बेंच में पहुंचे। सरकार को नोटिस जारी हुआ। वहां जवाब में सरकार ने बताया कि सरकारी स्कूलों में छात्र घट गए हैं। कोर्ट ने रिकॉर्ड मांगा तो सामने आया कि 22 लाख बच्चों में 4 लाख के दाखिले फर्जी हैं। कोर्ट ने सरकारी धन की हेराफेरी की आशंका जताते हुए जांच कराने को कहा, जो उस वक्त नहीं कराई। कोर्ट ने शिक्षा विभाग के ACS को बुलाया। ब्लॉक व जिला स्तर पर जांच हुई, कोर्ट संतुष्ट नहीं हुआ तो विजिलेंस को सौंपी। कैसे बढ़ती गई जांच? दो बार SIT गठित, जिलों में टीमें बनीं
गुरुग्राम विजिलेंस के SP हामिद अख्तर, विजिलेंस ब्यूरो पंचकूला मुख्यालय की IG चारू बाली ने जांच की। फिर SIT बनी। रोहतक, हिसार, गुरुग्राम रेंज के स्कूलों में जांच के बाद मार्च-अप्रैल 2018 में 7 FIR दर्ज हुईं। गुरुग्राम के 10 स्कूलों में सामने आया कि 5,298 बच्चों का दाखिला था, लेकिन वार्षिक परीक्षा में 4232 ही बैठे। मार्च 2019 में नए सिरे से SIT बनाने की अनुमति मांगी गई। फिर 200 विजिलेंस कर्मियों ने 12,924 स्कूलों में प्रोफार्मा के जरिये डेटा मिलान किया। करनाल, पानीपत व जींद में 50,687 बच्चे नहीं मिले। अम्बाला में फर्जी दाखिले मिले। हिसार, भिवानी, सिरसा व फतेहाबाद जिलों में 5,735 बच्चे अनुपस्थित मिले। रोहतक, सोनीपत व झज्जर में सब कुछ ठीक मिला। क्यों जांच मुश्किल? छात्रों के पते अधूरे थे, दस्तावेजों में एंट्री नहीं
हैरान करने वाली बात थी कि गैर-हाजिरी के चलते नाम न काटने का नियम था। ऐसे में शैक्षणिक सत्र में छात्रों की संख्या में इतना बड़ा अंतर आना सहज नहीं था। ट्रांसफर/स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट और ड्रॉपआउट केसों को लेकर स्कूल के रिकॉर्ड में एंट्री होनी चाहिए थी। कई स्कूलों में बच्चों की गैर-मौजूदगी के चलते उनका नाम काट देना बताया गया, जबकि स्कूल से नाम न काटने की पॉलिसी थी। वहीं स्टूडेंट्स के पते भी अधूरे पाए गए थे।
हरियाणा में लॉरेंस के करीबी गोल्डी-गोदारा ने कराया बम ब्लास्ट:लिखा-ये कान खोलने के लिए छोटा सा डेमो, क्लबों के बाहर फेंके थे बम
हरियाणा में लॉरेंस के करीबी गोल्डी-गोदारा ने कराया बम ब्लास्ट:लिखा-ये कान खोलने के लिए छोटा सा डेमो, क्लबों के बाहर फेंके थे बम हरियाणा के गुरुग्राम में 2 क्लबों के बाहर हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली है। लॉरेंस गैंग के इन दोनों गैंगस्टरों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली है। पोस्ट में लिखा- यह तो कान खोलने के लिए छोटा सा डेमो है। इससे भी बड़ा धमाका कर सकते हैं। जो बोलते हैं, वो करते हैं। पुलिस ब्लास्ट मामले में छानबीन में लगी है। गुरुग्राम के सेक्टर 29 में मंगलवार (10 दिसंबर) सुबह 2 नाइट क्लबों को निशाना बनाकर देसी बम फेंके गए थे। एक बम क्लब के बोर्ड से टकराकर बाहर की तरफ फट गया। इससे बोर्ड टूट गया। इसके साथ वहां खड़ी स्कूटी जल गई थी। हमलावर के पास 2 और बम थे, लेकिन उन्हें फेंकने से पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। ब्लास्ट का CCTV फुटेज सामने आया था, जिसमें जोरदार ब्लास्ट के बाद धुआं उठता दिखाई दिया था। इस ब्लास्ट के पीछे कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस गैंग पर शक जताया गया था। अब इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने ली है। उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट डाली है। टैक्स चोरी कर करोड़ों कमाते हैं, भुगतना पड़ेगा
पोस्ट में लिखा है- राम-राम, जय श्री राम सभी भाइयों को। मैं रोहित गोदारा बीकानेर, गोल्डी बराड़ जो कुछ दिन पहले चंडीगढ़ व अभी दो दिन पहले गुरुग्राम सेक्टर-29 में 2 क्लब के बाहर बम धमाके हुए हैं, वो हमने करवाए हैं। जो जुआ सटोरिये बुकी, हवाला कारोबारी और डांस क्लब जो डेली के करोड़ों रुपए कमा रहे हैं, इन सबको टैक्स देना पड़ेगा। आगे पोस्ट में लिखा- यह तो कान खोलने के लिए छोटा सा डेमो है। इससे भी बड़ा धमाका कर सकते हैं।जिससे ऐसे डांस क्लब बिखर जाएंगे। इसे हमारी चेतावनी मत समझना। जो बोलते हैं वो करते हैं। जो गरीबों का खून चूसते हैं और देश का टैक्स चोरी करके दो नंबर से करोड़ों रुपए कमाते हैं। उन सबको भुगतान करना पड़ेगा। गोदारा ने इस पोस्ट में लॉरेंस ग्रुप, गोगी मान ग्रुप, काला राणा, वीरेंद्र चारण और रणदीप मलिक को भी टैग किया है। गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट… चंडीगढ़ में 2 क्लबों में हुए थे धमाके
26 नवंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-26 के 2 क्लबों के बाहर धमाके हुए थे। सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर हुए धमाके में क्लब के बाहर के शीशे टूट गए। सेविले बार एंड लाउंज क्लब के मालिकों में मशहूर रैपर बादशाह भी पार्टनर हैं। इसके बाद 28 नवंबर की शाम चंडीगढ़ पुलिस और हिसार स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने आरोपी अजित और विनय को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। अब पढ़िए कौन है गैंगस्टर रोहित गोदारा गोदारा की गिरफ्तारी पर 1 लाख का इनाम
गैंगस्टर रोहित गोदारा की तलाश कई राज्यों की पुलिस को है। अकेले राजस्थान में ही उसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपए का इनाम है। रोहित गोदारा बीकानेर में लूणकरणसर इलाके के कपूरीसर का रहने वाला है। वह साल 2010 से अपराध की दुनिया में है। उस समय उसकी उम्र महज 19 साल थी। बीकानेर शहर में रहते हुए मोबाइल रिपेयरिंग करता था, लेकिन धीरे धीरे अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया। राजस्थान में लॉरेंस के खास गुर्गों में इन दिनों रोहित गोदारा का नाम सबसे ऊपर है। बीकानेर के कालू क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर रोहित गोदारा राजस्थान में लॉरेंस गैंग संभालता है। उसके अलावा मोनू और गुठली गैंग भी लीड करता है। तीनों गैंग में उसके पास 100 से 150 लड़के हैं। रंगदारी के लिए बड़े लोगों पर गोली चलवाने के कई मुकदमे इसके नाम दर्ज हैं। मूसेवाला हत्याकांड में लॉरेंस का नाम आने के बाद से ही रोहित की सरगर्मी से तलाश राजस्थान पुलिस भी कर रही है। ——————- हरियाणा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- हरियाणा के 2 क्लबों के बाहर देसी बम से धमाका,VIDEO, 2 जिंदा बम भी मिले, आरोपी गिरफ्तार; लॉरेंस गैंग पर शक, NIA जांच करने पहुंची हरियाणा के गुरुग्राम में मंगलवार सुबह एक क्लब के बाहर जोरदार ब्लास्ट हुआ। 2 क्लबों को उड़ाने के लिए निशाना बनाकर यह देसी बम फेंके गए। हालांकि वह एक क्लब के बोर्ड से टकराकर बाहर की तरफ गिर गए। जिससे क्लब का बाहरी बोर्ड टूट गया और वहां खड़ी स्कूटी जल गई। हमलावर के पास 2 और बम थे लेकिन उन्हें फेंकने से पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पढ़े पूरी खबर
Haryana: First they hit a cow, then attacked the family when they protested
The victim has accused the other party’s family of attacking him. Two members of the other party’s family have also…