हरियाणा के करनाल जिला कोर्ट में कार्यरत प्यादा कार्यालय सम्मन शाखा के कर्मचारी राजेश को एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी को हुडा पार्क सेक्टर-12 करनाल से पकड़ा गया, जहां वह शिकायतकर्ता से 800 रुपए की रिश्वत ले रहा था। इस संबंध में एसीबी ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वकील के केस में सम्मन तामील कराने के मांगे पैसे शिकायतकर्ता सागर करनाल के हांसी रोड पर स्थित मकान नंबर 718 में रहता है। शिकायतकर्ता ने ए.सी.बी. करनाल को दी अपनी शिकायत में बताया कि वह वकील प्रदीप वोहरा के चैम्बर नंबर 117 में मुंशी के रूप में कार्य करता है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि “प्रीतम सिंह बनाम नरेन्द्र सिंह वगैरा” का मामला सिविल जज जूनियर डिवीजन, करनाल की कोर्ट में लंबित है और उसकी पैरवी प्रदीप वोहरा कर रहे हैं। इस केस में प्रतिवादियों को सम्मन तामील करवाने के बदले प्यादा कार्यालय सम्मन शाखा, जिला कोर्ट करनाल के कर्मचारी राजेश ने उनसे 800 रुपए की रिश्वत मांगी थी। गवाहों की मौजूदगी में पूरी कार्रवाई शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई और शिकायतकर्ता को ट्रैप में शामिल किया। तय योजना के तहत हुडा पार्क सेक्टर-12 करनाल में जैसे ही शिकायतकर्ता ने आरोपी राजेश को रिश्वत की राशि दी, वैसे ही एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। पूरी कार्रवाई गवाहों की मौजूदगी में पारदर्शी तरीके से की गई। भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस गिरफ्तारी के बाद आरोपी के खिलाफ थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो करनाल में केस दर्ज कर लिया है। इस पूरी कार्रवाई में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 105 का पालन किया गया है। एसीबी अब मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपी इससे पहले भी रिश्वतखोरी में लिप्त रहा है या नहीं। हरियाणा के करनाल जिला कोर्ट में कार्यरत प्यादा कार्यालय सम्मन शाखा के कर्मचारी राजेश को एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी को हुडा पार्क सेक्टर-12 करनाल से पकड़ा गया, जहां वह शिकायतकर्ता से 800 रुपए की रिश्वत ले रहा था। इस संबंध में एसीबी ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वकील के केस में सम्मन तामील कराने के मांगे पैसे शिकायतकर्ता सागर करनाल के हांसी रोड पर स्थित मकान नंबर 718 में रहता है। शिकायतकर्ता ने ए.सी.बी. करनाल को दी अपनी शिकायत में बताया कि वह वकील प्रदीप वोहरा के चैम्बर नंबर 117 में मुंशी के रूप में कार्य करता है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि “प्रीतम सिंह बनाम नरेन्द्र सिंह वगैरा” का मामला सिविल जज जूनियर डिवीजन, करनाल की कोर्ट में लंबित है और उसकी पैरवी प्रदीप वोहरा कर रहे हैं। इस केस में प्रतिवादियों को सम्मन तामील करवाने के बदले प्यादा कार्यालय सम्मन शाखा, जिला कोर्ट करनाल के कर्मचारी राजेश ने उनसे 800 रुपए की रिश्वत मांगी थी। गवाहों की मौजूदगी में पूरी कार्रवाई शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई और शिकायतकर्ता को ट्रैप में शामिल किया। तय योजना के तहत हुडा पार्क सेक्टर-12 करनाल में जैसे ही शिकायतकर्ता ने आरोपी राजेश को रिश्वत की राशि दी, वैसे ही एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। पूरी कार्रवाई गवाहों की मौजूदगी में पारदर्शी तरीके से की गई। भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस गिरफ्तारी के बाद आरोपी के खिलाफ थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो करनाल में केस दर्ज कर लिया है। इस पूरी कार्रवाई में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 105 का पालन किया गया है। एसीबी अब मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपी इससे पहले भी रिश्वतखोरी में लिप्त रहा है या नहीं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
