हरियाणा की पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा आज अंबाला से ‘कांग्रेस संदेश यात्रा’ शुरू करने जा रही हैं। यह यात्रा 20 अगस्त को करनाल पहुंचेगी। जिसके चलते असंध विधायक शमशेर सिंह ने आज करनाल में इस यात्रा को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार का नया फार्मूला पेश किया। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को हरियाणा में 10 सीटें मिली थीं, जबकि विधानसभा में उसे 40 सीटें मिली थीं। इस बार भाजपा को लोकसभा में मात्र 5 सीटें मिली हैं, जिससे साफ है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को मात्र 15 सीटें मिलेंगी और कांग्रेस हरियाणा में बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। कांग्रेस की पदयात्रा कांग्रेस की पदयात्रा में हुड्डा गुट के शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर गोगी ने कहा कि गुट का कोई खास मतलब नहीं है। यह कांग्रेस की यात्रा है और इसमें सभी शामिल होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस में सभी गुट मिलकर काम कर रहे हैं और यही उनकी ताकत है। मिड-डे मील विवाद और भाजपा पर निशाना घरौंडा के पूंडरी गांव में मिड-डे मील खाने से बीमार पड़े छात्रों के मुद्दे पर गोगी ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पूरे देश को बीमार कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों के कारण भारत कुपोषण में 111वें स्थान पर है। प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए गोगी ने कहा कि वह झूठ बोलकर देश को विश्वगुरु बनाने का दावा करते हैं, लेकिन कुपोषण जैसी गंभीर समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। भाजपा और आरएसएस पर आरोप गोगी ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे सिर्फ अपना और अपने दोस्तों का खजाना भरने में लगे हैं। उन्होंने अग्निवीर योजना की पेंशन खत्म करने पर भी सरकार की आलोचना की और कहा कि भाजपा बिना धर्म के वोट नहीं पा सकती। दीपेंद्र हुड्डा के भावी सीएम बनने पर प्रतिक्रिया दीपेंद्र हुड्डा को भावी मुख्यमंत्री बनाने के नारों पर गोगी ने कहा कि ये कार्यकर्ताओं की भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी नेता को सीएम बनाने का फैसला कार्यकर्ता नहीं, बल्कि पार्टी और जनता करती है। बजट को लेकर गोगी की नाराजगी बजट को लेकर गोगी ने कहा कि इसमें हरियाणा की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार ने हरियाणा के विकास की अनदेखी की है और प्रदेश की जनता को उसके अधिकारों से वंचित रखा है। पत्रकारों से बातचीत में गोगी ने कहा कि आगामी चुनाव में कांग्रेस की जीत तय है और वे हरियाणा में बहुमत की सरकार बनाएंगे। गोगी के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और आगामी चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है। हरियाणा की पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा आज अंबाला से ‘कांग्रेस संदेश यात्रा’ शुरू करने जा रही हैं। यह यात्रा 20 अगस्त को करनाल पहुंचेगी। जिसके चलते असंध विधायक शमशेर सिंह ने आज करनाल में इस यात्रा को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार का नया फार्मूला पेश किया। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को हरियाणा में 10 सीटें मिली थीं, जबकि विधानसभा में उसे 40 सीटें मिली थीं। इस बार भाजपा को लोकसभा में मात्र 5 सीटें मिली हैं, जिससे साफ है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को मात्र 15 सीटें मिलेंगी और कांग्रेस हरियाणा में बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। कांग्रेस की पदयात्रा कांग्रेस की पदयात्रा में हुड्डा गुट के शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर गोगी ने कहा कि गुट का कोई खास मतलब नहीं है। यह कांग्रेस की यात्रा है और इसमें सभी शामिल होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस में सभी गुट मिलकर काम कर रहे हैं और यही उनकी ताकत है। मिड-डे मील विवाद और भाजपा पर निशाना घरौंडा के पूंडरी गांव में मिड-डे मील खाने से बीमार पड़े छात्रों के मुद्दे पर गोगी ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पूरे देश को बीमार कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों के कारण भारत कुपोषण में 111वें स्थान पर है। प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए गोगी ने कहा कि वह झूठ बोलकर देश को विश्वगुरु बनाने का दावा करते हैं, लेकिन कुपोषण जैसी गंभीर समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। भाजपा और आरएसएस पर आरोप गोगी ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे सिर्फ अपना और अपने दोस्तों का खजाना भरने में लगे हैं। उन्होंने अग्निवीर योजना की पेंशन खत्म करने पर भी सरकार की आलोचना की और कहा कि भाजपा बिना धर्म के वोट नहीं पा सकती। दीपेंद्र हुड्डा के भावी सीएम बनने पर प्रतिक्रिया दीपेंद्र हुड्डा को भावी मुख्यमंत्री बनाने के नारों पर गोगी ने कहा कि ये कार्यकर्ताओं की भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी नेता को सीएम बनाने का फैसला कार्यकर्ता नहीं, बल्कि पार्टी और जनता करती है। बजट को लेकर गोगी की नाराजगी बजट को लेकर गोगी ने कहा कि इसमें हरियाणा की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार ने हरियाणा के विकास की अनदेखी की है और प्रदेश की जनता को उसके अधिकारों से वंचित रखा है। पत्रकारों से बातचीत में गोगी ने कहा कि आगामी चुनाव में कांग्रेस की जीत तय है और वे हरियाणा में बहुमत की सरकार बनाएंगे। गोगी के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और आगामी चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने कांग्रेस छोड़ी:लालू यादव के समधी, बेटा चुनाव हार गया था; बोले- हाईकमान ने मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने कांग्रेस छोड़ी:लालू यादव के समधी, बेटा चुनाव हार गया था; बोले- हाईकमान ने मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया हरियाणा कांग्रेस के सीनियर लीडर व बिहार के पूर्व CM लालू प्रसाद यादव के समधी कैप्टन अजय यादव ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया है। वह अभी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में OBC मोर्चा के चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसकी जानकारी कैप्टन यादव ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर दी। उन्होंने लिखा, ‘मैंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अब मैं ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के OBC मोर्चा का चेयरमैन भी नहीं रहा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इसकी जानकारी दे दी गई है।’ कैप्टन यादव ने आगे लिखा, ‘इस्तीफा देने का यह निर्णय वास्तव में बहुत कठिन था, क्योंकि मेरे परिवार का कांग्रेस से 70 वर्षों से जुड़ाव था। मेरे पिता दिवंगत राव अभय सिंह 1952 में कांग्रेस से विधायक बने और उसके बाद मैंने पारिवारिक परंपरा को जारी रखा, लेकिन सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने के बाद मेरे साथ खराब व्यवहार किया गया। इससे मेरा पार्टी हाईकमान से मोहभंग हो गया है।’ कैप्टन यादव की ओर से की गईं पोस्टें… लोकसभा टिकट न मिलने से नाराज चल रहे थे
पूर्व वित्त एवं सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। कैप्टन के बेटे चिरंजीव रेवाड़ी से हारे
वहीं, इस विधानसभा चुनाव में कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव को रेवाड़ी से टिकट दिया गया था, लेकिन वह इस सीट को बचा नहीं पाए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। राव 2019 में इसी सीट से जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। इस सीट पर सालों से कैप्टन यादव का कब्जा रहा था। वह यहां से लगातार 6 बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन इस बार उनके बेटे को मिली हार से वह काफी परेशान थे। अपने बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। CM बनने की खींचतान को हार का जिम्मेदार बताया
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद कैप्टन अजय यादव ने कहा था कि CM बनने को लेकर नेताओं की खींचतान इसकी बड़ी वजह बनी। उन्होंने कहा था, ‘जब चुनाव होते हैं तो सबसे बड़ा लक्ष्य जीतने का होता है। उस वक्त मुख्यमंत्री बनने की बातें मीडिया में आती हैं तो वह पार्टी के लिए कोई अच्छे संकेत नहीं होते। पहले बहुमत तो आने दीजिए। उसके बाद ही आप क्लेम करें। कौन मुख्यमंत्री होगा? इसका फैसला विधायक दल की बैठक में होता है। इसके बाद हाईकमान जिसे चाहे उसका नाम मुख्यमंत्री के लिए मनोनीत कर सकता है।’ कैप्टन यादव ने नूंह हिंसा के आरोपी उम्मीदवार मामन खान के चुनाव के वक्त दिए बयान को लेकर भी हार का जिम्मेदार ठहराया था।
हरियाणा में समय से पहले हो सकते हैं विधानसभा चुनाव:25 अगस्त के बाद घोषणा संभव; सैनी सरकार अलर्ट, अधिकारी देर रात तक कामों में जुटे
हरियाणा में समय से पहले हो सकते हैं विधानसभा चुनाव:25 अगस्त के बाद घोषणा संभव; सैनी सरकार अलर्ट, अधिकारी देर रात तक कामों में जुटे हरियाणा में विधानसभा चुनाव तय समय से पहले हो सकते हैं। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) 25 अगस्त के बाद इसकी घोषणा करेगा। इस साल 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और झारखंड शामिल हैं। ECI के सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर के कारण चुनाव की डेट में बदलाव किया गया है। 2019 में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 21 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी किया था। इस सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को खत्म होगा। समय से पहले विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा सरकार भी अलर्ट हो गई है। सीएम नायब सैनी ने मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) और टॉप ब्यूरोक्रेसी को अलर्ट कर दिया है। यही वजह है कि CMO के ऑफिसर्स देर रात तक काम कर रहे हैं। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल पहले ही बता चुके हैं कि विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय चुनाव आयोग की टीम 12-13 अगस्त को हरियाणा दौरे पर आ रही है। स्थानीय स्तर पर सभी 22 जिलों मे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के इंजीनियरों द्वारा EVM चेकिंग का काम किया जा रहा है। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए 817 पोलिंग बूथ नए बनाए गए हैं, जिसके बाद पोलिंग बूथों की संख्या बढ़कर 20,629 हो गई है। समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने की ये 3 बड़ी वजहें… 1. जम्मू-कश्मीर जम्मू-कश्मीर में 2018 से सरकार नहीं है। यहां राष्ट्रपति शासन लागू है। यहां अब विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां सितंबर 2024 में विधानसभा चुनाव संभावित हैं, जबकि हरियाणा सहित 3 अन्य राज्यों में अक्टूबर 2024 में विधानसभा प्रस्तावित है। जम्मू-कश्मीर की सीमाएं पाकिस्तान से लगती है। आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां पिछले कुछ दिनों से आतंकी घटनाएं बढ़ गई हैं, ऐसे में केंद्र सरकार विधानसभा चुनाव कराकर इतिश्री करना चाहती है। यही वजह है कि दूसरे राज्यों के विधानसभा चुनाव समय से पहले कराने पड़ रहे हैं। 2. विपक्ष को ज्यादा टाइम देने के मूड में नहीं केंद्र राजनीतिक जानकारों का कहना है लोकसभा चुनाव के बाद BJP के लिए इन चारों राज्यों के विधानसभा चुनाव बड़े महत्वपूर्ण होने वाले हैं। इन राज्यों के चुनाव का सीधा असर केंद्र की सरकार पर पड़ेगा। चूंकि अभी भाजपा ने केंद्र में नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी के सहयोग से बनी है। यदि इन राज्यों में भाजपा को अच्छे परिणाम नहीं मिले तो जाहिर है कि इसका सीधा सरकार गठबंधन के सहयोगियों पर भी पड़ेगा। जल्द चुनाव होने से विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस को अपनी तैयारियों को लेकर टाइम नहीं मिल पाएगा। 3. हरियाणा में भी BJP चाहती है जल्दी चुनाव केंद्र के साथ हरियाणा BJP भी यह चाहती है कि यहां समय से पहले ही विधानसभा चुनाव हों। इसका इनपुट हरियाणा की टॉप लीडरशिप केंद्र को दे चुकी है। यदि यहां समय से पहले चुनाव होते हैं तो हरियाणा सरकार विधानसभा में मानसून सेशन एक दिन का कर सकती है। संविधान विशेषज्ञ राम नारायण यादव ने बताया आर्टिकल 174 के कारण सरकार को 6 महीने के भीतर विधानसभा सत्र बुलाना जरूरी है। चाहे वह एक दिन ही सत्र क्यों न हो। हरियाणा में BJP-JJP गठबंधन की सरकार थी, इसी साल अलग हुए दोनों हरियाणा में 2019 में पिछले विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसमें भाजपा को 41 और जजपा को 10 सीट मिली थीं। 6 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक के साथ भाजपा ने सरकार बनाई थी। मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि वह 5 साल कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। इसी साल 12 मार्च को जजपा और भाजपा का गठबंधन टूट गया। मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दावा किया कि उनके पास 48 विधायकों का समर्थन है। मीटिंग में भाजपा के 41 और 7 निर्दलीय विधायक शामिल हुए थे, यानी 48। विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 46 विधायकों का सपोर्ट चाहिए था। लोकसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस को 5-5 सीट मिलीं लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने 5 सीटें जीतीं। वहीं भाजपा को भी 5 सीटों पर जीत मिली। 2019 में भाजपा ने यहां 10 में से 10 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को यहां एक भी सीट नहीं मिल पाई थी। उनके दिग्गज नेता तक चुनाव हार गए थे। हरियाणा विधानसभा में बदल चुकी स्थिति लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के अंबाला लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। अब भाजपा, कांग्रेस के पास विधायकों की क्या है संख्या मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29 (किरण चौधरी अभी कांग्रेस विधायक हैं, स्पीकर ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।), जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के पदाधिकारी नियुक्त:केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान प्रदेश प्रभारी, पूर्व CM बिप्लब देब को सह प्रभारी बनाया
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के पदाधिकारी नियुक्त:केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान प्रदेश प्रभारी, पूर्व CM बिप्लब देब को सह प्रभारी बनाया हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। जिसके तहत केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को प्रदेश चुनाव प्रभारी और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद बिप्लब कुमार देब को प्रदेश चुनाव सह प्रभारी बनाया गया है। सोमवार को जारी पत्र में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा सहित 4 प्रदेशों के प्रदेश चुनाव प्रभारी व प्रदेश चुनाव सह प्रभारी नियुक्त किए हैं। इसके तहत हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड व जम्मू एवं कश्मीर के लिए संगठनात्मक नियुक्ति की गई हैं। विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा तैयारियों में जुटी है। इसके तहत संगठनात्क की नियुक्ति की गई। वहीं भाजपा द्वारा मीटिंगों का दौर भी जारी है। आपको बता दें कि, लोकसभा चुनाव में भाजपा को 5 सीटें मिली हैं, इसके बाद भाजपा निरंतर विधानसभा चुनाव की रणनीति में जुट गई है। इधर, दूसरी पार्टियां भी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी में जुटी हैं।