हरियाणा में करनाल के काछवा रोड पर हुए सड़क हादसे में एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि युवक गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मृतक युवक की सगाई हो चुकी थी और दो माह बाद उसकी शादी होनी थी। हादसे की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। झिलमिल ढाबे से घर लौट रहा था युवक मृतक की पहचान गांव सैदपुरा निवासी 26 वर्षीय चरणजीत के रूप में हुई है, जो करनाल में ही जिम ट्रेनर था। मृतक के भाई गुरप्रीत सिंह ने बताया कि बुधवार की शाम को उसका भाई झिलमिल ढाबे की तरफ से काछवा नहर पुल की ओर बाइक से जा रहा था। पृथ्वीराज चौहान चौक से 100 मीटर आगे कैथल रोड पर, ट्रक के चालक ने तेज और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए उसकी बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में चरणजीत सिंह सड़क पर गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। अजनबी ने दी हादसे की जानकारी हादसे की जानकारी गुरप्रीत को एक अनजान व्यक्ति ने फोन पर दी। मौके पर पहुंचने पर उसने अपने भाई को खून से लथपथ और बेहोशी की हालत में पाया। गंभीर हालत को देखते हुए गुरप्रीत ने तुरंत प्राइवेट वाहन की मदद से अपने भाई को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज ले गया, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई। दो माह बाद होनी थी शादी गुरप्रीत ने बताया कि हम तीनों भाईयों में चरणजीत सबसे बड़ा भाई था। 1 माह पहले ही उसकी सगाई हुई थी और दो माह बाद उसकी शादी होनी थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही थी। लेकिन चरणजीत की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। आरोप है कि ट्रक चालक की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच शुरू सदर थाना के पुलिस जांच अधिकारी कुलविंद्र सिंह ने बताया कि ट्रक द्वारा एक बाइक चालक को टक्कर मारी गई थी। जिसमें चरणजीत की मौत हो गई है। शव को मोर्चरी हाउस में रखवाया गया है। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा में करनाल के काछवा रोड पर हुए सड़क हादसे में एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि युवक गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मृतक युवक की सगाई हो चुकी थी और दो माह बाद उसकी शादी होनी थी। हादसे की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। झिलमिल ढाबे से घर लौट रहा था युवक मृतक की पहचान गांव सैदपुरा निवासी 26 वर्षीय चरणजीत के रूप में हुई है, जो करनाल में ही जिम ट्रेनर था। मृतक के भाई गुरप्रीत सिंह ने बताया कि बुधवार की शाम को उसका भाई झिलमिल ढाबे की तरफ से काछवा नहर पुल की ओर बाइक से जा रहा था। पृथ्वीराज चौहान चौक से 100 मीटर आगे कैथल रोड पर, ट्रक के चालक ने तेज और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए उसकी बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में चरणजीत सिंह सड़क पर गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। अजनबी ने दी हादसे की जानकारी हादसे की जानकारी गुरप्रीत को एक अनजान व्यक्ति ने फोन पर दी। मौके पर पहुंचने पर उसने अपने भाई को खून से लथपथ और बेहोशी की हालत में पाया। गंभीर हालत को देखते हुए गुरप्रीत ने तुरंत प्राइवेट वाहन की मदद से अपने भाई को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज ले गया, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई। दो माह बाद होनी थी शादी गुरप्रीत ने बताया कि हम तीनों भाईयों में चरणजीत सबसे बड़ा भाई था। 1 माह पहले ही उसकी सगाई हुई थी और दो माह बाद उसकी शादी होनी थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही थी। लेकिन चरणजीत की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। आरोप है कि ट्रक चालक की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच शुरू सदर थाना के पुलिस जांच अधिकारी कुलविंद्र सिंह ने बताया कि ट्रक द्वारा एक बाइक चालक को टक्कर मारी गई थी। जिसमें चरणजीत की मौत हो गई है। शव को मोर्चरी हाउस में रखवाया गया है। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल में बीजेपी की हैट्रिक या कांग्रेस की वापसी?:घरौंडा में 32 साल से हार झेल रही कांग्रेस के सामने बीजेपी को चुनौती देने का मौका
करनाल में बीजेपी की हैट्रिक या कांग्रेस की वापसी?:घरौंडा में 32 साल से हार झेल रही कांग्रेस के सामने बीजेपी को चुनौती देने का मौका हरियाणा में करनाल की घरौंडा विधानसभा सीट पर 2024 का चुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है। कांग्रेस को यहां 32 साल से जीत नसीब नहीं हुई है, जबकि बीजेपी लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर चुकी है। अब सवाल यह है कि क्या बीजेपी यहां से हैट्रिक बना पाएगी या कांग्रेस अपने लंबे सूखे को खत्म करेगी?, इस सीट पर भाजपा के अलावा अन्य किसी भी पार्टी ने अपने उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा। हरविंद्र कल्याण को तीसरी बार टिकट बीजेपी ने इस बार फिर हरविंद्र कल्याण पर भरोसा जताते हुए उन्हें तीसरी बार घरौंडा से टिकट दी है। 2014 और 2019 में हरविंद्र कल्याण ने घरौंडा से जीत दर्ज की थी, और पार्टी को उम्मीद है कि वह इस बार भी जीत का परचम लहराएंगे। हालांकि, एंटी इंकम्बेंसी की लहर कल्याण के लिए चुनौती बन सकती है, क्योंकि जनता के कुछ हिस्सों में असंतोष देखा जा रहा है। लेकिन कल्याण की मजबूत पकड़ और पार्टी का भरोसा उन्हें एक बार फिर जीत का मजबूत दावेदार बना रहा है। कांग्रेस की 32 साल से वापसी की कोशिश 1991 के बाद से कांग्रेस घरौंडा विधानसभा में जीत का इंतजार कर रही है। पार्टी ने कई बार कोशिशें की, लेकिन हर बार उसे हार का सामना करना पड़ा। 2019 में कांग्रेस ने अनिल राणा को मैदान में उतारा था, लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार हरविंद्र कल्याण से 17,000 वोटों से हार गए। अब 2024 में कांग्रेस सही उम्मीदवार को उतारने की तैयारी कर रही है, हालांकि अभी तक कांग्रेस पार्टी ने किसी भी सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस के प्रमुख दावेदार इस बार कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारों में नरेंद्र सांगवान, वीरेंद्र राठौर, सतीश राणा, अनिल राणा, भूपेंद्र लाठर व रघुबीर संधू जैसे प्रमुख नाम सामने आ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इन नेताओं में से किस चेहरे पर दांव खेलती है। इन सभी नेताओं का क्षेत्र में अपनी-अपनी पकड़ है, और सही उम्मीदवार का चुनाव कांग्रेस के लिए इस सीट पर 32 साल बाद वापसी का मौका बन सकता है। एंटी इंकम्बेंसी से कांग्रेस को फायदा? इस बार बीजेपी के खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी की हवा बह रही है। राजनीतिक विशेषज्ञ आर.पी सैनी की माने तो जनता के बीच असंतोष और नाराजगी कांग्रेस के पक्ष में जा सकती है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस किस चेहरे पर दांव खेलती है, जो न सिर्फ एंटी इंकम्बेंसी का फायदा उठा सके, बल्कि बीजेपी को कड़ी चुनौती भी दे सके। कांग्रेस के पास सही उम्मीदवार चुनने का यह एक बड़ा मौका है, जिससे वह 32 साल का सूखा खत्म कर सकती है। 2024 का चुनाव क्यों है खास? 2024 का चुनाव घरौंडा विधानसभा के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। बीजेपी के लिए अपनी जीत की हैट्रिक बनाना अहम है, जबकि कांग्रेस के लिए 32 साल का सूखा खत्म करने का बड़ा मौका है। कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, जिससे सस्पेंस बना हुआ है। चुनावी नतीजे 8 अक्टूबर को यह साफ करेंगे कि जनता किसे मौका देती है – बीजेपी को तीसरी बार या कांग्रेस को लंबे समय बाद वापसी का।
करनाल में कार और डम्पर में टक्कर:ड्राइवर पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल, अलेवा गांव से कुरुक्षेत्र जा रहे थे दोनों
करनाल में कार और डम्पर में टक्कर:ड्राइवर पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल, अलेवा गांव से कुरुक्षेत्र जा रहे थे दोनों हरियाणा के करनाल के काछवा बाईपास पर पश्चिमी यमुना नहर के पास डंपर और स्विफ्ट कार के बीच भीषण टक्कर हुई है। हादसा इतना भीषण था कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कार में सवार युवक अपने पिता के साथ अलेवा गांव से कुरुक्षेत्र जा रहा था। इस हादसे में कार में सवार पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, टक्कर में डंपर भी आगे से मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। हादसे के तुरंत बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। फ्रूट मंडी कुरूक्षेत्र में करते है काम- घटना के समय कार कैथल से कुरुक्षेत्र की ओर जा रही थी जबकि डंफर काछवा की तरफ से आ रहा था। कार चालक के भाई संदीप ने बताया कि डंफर चालक बहुत ही लापरवाही से गाड़ी चला रहा था। उसका भाई मोहन लाल और पिता राजाराम कुरुक्षेत्र मंडी में जा रहे थे। उनका फल का व्यापार है और वे हर रोज सुबह चार बजे घर से मंडी के लिए निकलते हैं। दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। जिनका इलाज करनाल के निजी अस्पताल में चल रहा है। पुलिस कर रही है मामले की जांच रामनगर थाना पुलिस हादसे की सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस आसपास के CCTV कैमरों को खंगाल कर डंफर चालक की पहचान करने की कोशिश कर रही है। फिलहाल, दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर जांच जारी है।
सिरसा में गोबिंद कांडा का जबरदस्त विरोध:MLA गोपाल कांडा के हलके में ग्रामीणों ने पूछे सवाल; बोले- चुनाव के समय ही क्यों आए
सिरसा में गोबिंद कांडा का जबरदस्त विरोध:MLA गोपाल कांडा के हलके में ग्रामीणों ने पूछे सवाल; बोले- चुनाव के समय ही क्यों आए हरियाणा के सिरसा में विधायक गोपाल कांडा के भाई गोबिंद कांडा को गांव नारायण खेड़ा में जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। वे चुनाव को देखते हुए जनसंपर्क करने पहुंचे थे। ग्रामीणों के भारी विरोध के चलते उनको बैरंग लौटना पड़ा। बता दें ककि गोविंद कांडा ने ऐलनाबाद उप चुनाव भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। गोपाल कांडा की हरियाणा लोक हित पार्टी (हलोपा) भी भाजपा को समर्थन देती रही है। गोबिंद कांडा के विरोध का वीडियो भी वायरल हुआ है। जानकारी अनुसार सिरसा सीट से हलोपा के गोपाल कांडा विधायक हैं। विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू होने के बाद गोबिंद कांडा शनिवार शाम को गांव नारायण खेड़ा में जनसंपर्क के लिए पहुंचे थे। ग्रामीणों वहां उनके विरोध में उतर आए। ग्रामीणों ने गांव की समस्याओं और विकास कार्य के बारे में उनसे सवाल किए। गोबिंद कांडा के साथ पुलिस और उनके खुद के सुरक्षा कर्मी भी थे। गोबिंद कांडा वोट मांगने के उद्देश्य से गांव पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही उन्होंने अपनी बात शुरू की तो ग्रामीणों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि गांव में कई गंभीर समस्याएं हैं, जिनमें फसलों की बर्बादी, बढ़ती लड़ाइयां, नशे से होने वाली मौतें और पानी की किल्लत शामिल हैं। इन समस्याओं को लेकर ग्रामीण कई बार प्रदर्शन और धरना दे चुके हैं, लेकिन न तो सरकार और न ही नेताओं ने इन मुद्दों पर कोई ध्यान दिया। ग्रामीणों ने कांडा के सामने सवाल उठाया कि चुनाव के समय ही नेता गांव का दौरा क्यों करते हैं। जबकि गांव की समस्याओं का समाधान करने में उनकी कोई रुचि नहीं होती। बढ़ते विरोध और नाराजगी को देखते हुए गोबिंद कांडा को बिना जनसंपर्क किए ही गांव से वापस लौटना पड़ा।