सिरसा के रानियां में एक व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले व्यक्ति ने फेसबुक पर लाइव आकर शिक्षक और ट्रांसपोर्ट कपंनी संचालक को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिरसा के सामान्य अस्पताल भेज दिया है। मामला देर रात 8 बजे का है। मृतक की पहचान विनोद सोनी के नाम से हुई है। वह शहर के वार्ड नंबर-2 श्याम कालोनी में रहता था। मृतक पंचर लगाने का काम करता था। उसके दो बच्चें भी है। मृतक की पत्नी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने कमरे में जाकर देखा तो उसके पति ने फांसी लगाई थी। शिक्षक पर प्लाट कब्जा करने का आरोप महिला ने मुताबिक, विनोद ने मरने से पहले फेसबुक पर लाइव आकर बताया कि उसके एक प्लाट पर पोहड़का के एक शिक्षक ने कब्जा किया हुआ है। जिसके लिए वह पिछले 2 साल से कानूनी लड़ाई लड़कर थक चुका है। ट्रांसपोर्ट कपंनी संचालक पर प्रताड़ित करने का आरोप उसका कोई साथ नहीं दे रहा है। इसके अलावा मृतक ने एक ट्रांसपोर्ट कपंनी के संचालक पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मृतक ने वीडियो में बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो चुकी है और उसके पास रोटी खाने के पैसे नहीं बचे है। जिससे परेशान होकर वह अपनी जीवनलीला समाप्त कर रहा है। थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि मृतक की पत्नी पूजा रानी की शिकायत पर आरोपी शिक्षक व ट्रांसपोर्ट संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सिरसा के रानियां में एक व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले व्यक्ति ने फेसबुक पर लाइव आकर शिक्षक और ट्रांसपोर्ट कपंनी संचालक को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिरसा के सामान्य अस्पताल भेज दिया है। मामला देर रात 8 बजे का है। मृतक की पहचान विनोद सोनी के नाम से हुई है। वह शहर के वार्ड नंबर-2 श्याम कालोनी में रहता था। मृतक पंचर लगाने का काम करता था। उसके दो बच्चें भी है। मृतक की पत्नी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने कमरे में जाकर देखा तो उसके पति ने फांसी लगाई थी। शिक्षक पर प्लाट कब्जा करने का आरोप महिला ने मुताबिक, विनोद ने मरने से पहले फेसबुक पर लाइव आकर बताया कि उसके एक प्लाट पर पोहड़का के एक शिक्षक ने कब्जा किया हुआ है। जिसके लिए वह पिछले 2 साल से कानूनी लड़ाई लड़कर थक चुका है। ट्रांसपोर्ट कपंनी संचालक पर प्रताड़ित करने का आरोप उसका कोई साथ नहीं दे रहा है। इसके अलावा मृतक ने एक ट्रांसपोर्ट कपंनी के संचालक पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मृतक ने वीडियो में बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो चुकी है और उसके पास रोटी खाने के पैसे नहीं बचे है। जिससे परेशान होकर वह अपनी जीवनलीला समाप्त कर रहा है। थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि मृतक की पत्नी पूजा रानी की शिकायत पर आरोपी शिक्षक व ट्रांसपोर्ट संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हाथरस भगदड़, हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत:महिला बोली- बाबा के जाते पानी छिड़का, मिट्टी लेने गए लोग कीचड़ में फिसले, गहने छीनने को धक्कामुक्की
हाथरस भगदड़, हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत:महिला बोली- बाबा के जाते पानी छिड़का, मिट्टी लेने गए लोग कीचड़ में फिसले, गहने छीनने को धक्कामुक्की उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत हुई। 3 महिलाएं फरीदाबाद और 1 पलवल की थी। फरीदाबाद की मृतक महिलाओं की पहचान लीला और सरोज निवासी राम नगर और तारा निवासी संजय कॉलोनी के रूप में हुई है। तीनों के शव बुधवार को उनके घर पहुंचे। यह सभी महिलाएं 1 जुलाई को बस में सत्संग सुनने हाथरस गईं थी। पलवल की कृष्णा कॉलोनी की रहने वाली चंद्रवती गाड़ी में सत्संग सुनने गई थी, लेकिन भगदड़ में जान चली गई। महिला का बेटा भी ईको गाड़ी में सवारी लेकर सत्संग में गया था। वहीं जान बचाकर लौटी महिला ने कहा कि सत्संग में बाबा जाने लगे तो पानी छिड़का गया। जिसके बाद मिट्टी लेने गए लोग कीचड़ में फिसल गए। यही नहीं वहां पर सोने और चांदी के आभूषण छीनने के लिए धक्कामुक्की हुई। जिसके बाद भगदड़ मची। फरीदाबाद से बस में 60 लोग सत्संग सुनने गए थे
फरीदाबाद की मृतक महिलाओं के परिजनों वीरपाल गौतम और प्रेम चंद ने बताया कि परसों भोले बाबा के सत्संग के चलते यहां से एक बस 50-60 लोगों को लेकर गई थी। सत्संग में भगदड़ मचने के चलते बहुत लोगों की मौत हुई है। जिनमें उनके परिवार की महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने भोले बाबा पर कार्रवाई करने की मांग की है। परिजनों ने कहा कि यह सत्संग 50 हजार लोगों के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन वहां एक लाख से ज्यादा लोग पहुंच गए। इसके लिए इंतजाम पुख्ता नहीं थे। उन्होंने बताया कि जब बाबा जाने लगे तब वहां पानी छिड़का गया। जिसके बाद बाबा के पैरों की मिट्टी लेने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मच गई। यहां कीचड़ होने के चलते लोग फिसल कर गिर गए और भीड़ उनके ऊपर से गुजरती रही। जिसके चलते कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। सोने चांदी के आभूषण छीनने के लिए धक्कामुक्की
वहीं सत्संग से जान बचाकर लौटी एक महिला राजकुमारी ने बताया कि सत्संग में काफी भीड़ थी। जब बाबा जाने लगे तब वहीं के लोकल लोगों ने महिलाओं के सोने चांदी के आभूषण छीनने के लिए धक्का-मुक्की की, कोहनियां मारी। जिसके चलते भगदड़ मच गई। वहीं एक महिला रुकमणी ने कहा कि इसमें हरि परमात्मा या किसी का कसूर नहीं है। यह भगवान की मर्जी थी। किसी पर उंगली उठाना ठीक नहीं। पलवल से सत्संग में गई थी 2 गाड़ियां
भोले बाबा के सत्संग के लिए पलवल से दो गाड़ियों में महिलाएं गई थी। इसमें कृष्णा कॉलोनी निवासी 58 वर्षीय चंद्रवती भी शामिल थी, जिसको भगदड़ में मौत हो गई। चंद्रवती के बेटे कुलदीप ने बताया कि वह भी अपनी ईको गाड़ी में सत्संग के लिए पलवल से सवारी लेकर गया था। भगदड़ मचने पर मां को फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठाया। अस्पताल में मिला मां का शव
इसके बाद उसने दूसरी गाड़ी के ड्राइवर धर्मेंद्र से फोन पर बात की। क्योंकि मां चंद्रवती उसी की गाड़ी में सत्संग में शामिल होने गई थी। धर्मेंद्र ने बताया कि दो महिलाएं अभी तक गाड़ी तक नहीं पहुंची हैं। जिनमें चंद्रवती (आपकी मां) भी शामिल है। दोनों जब वहां खोजबीन करने के बाद अस्पताल में पहुंचे तो वहां भी उन्हें चंद्रवती नहीं मिली। वहां एक पुलिसकर्मी ने उन्हें बताया कि कुछ घायलों को एटा और अलीगढ़ के अस्पतालों में ले जाया गया है। इसके बाद वह एटा के अस्पताल पहुंचे, जहां उन्हें चंद्रवती का शव मिला। जिसका शव बुधवार को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंपा। पलवल में महिला का अंतिम संस्कार किया गया।
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उकलाना में ग्रामीणों ने की चोर की पिटाई:बाबा गोकुलनाथ डेरे से चुराए थे दान के पैसे, ग्रामीणों ने खुद की पहचान हिसार में उकलाना के गांव बुढ़ाखेड़ा स्थित बाबा गोकुलनाथ डेरे में गत देर रात अज्ञात व्यक्ति ने वहां पर रखी नकदी चुरा ली थी। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। इस मामले में ग्रामीणों द्वारा आरोपी की पहचान की गई और पकड़ लिया गया। जिसके बाद लोगों ने आरोपी युवक की पिटाई कर दी। बता दें कि, गांव बुड्ढाखेड़ा में ग्रामीणों द्वारा बाबा गोकुलनाथ का एक डेरा स्थित है। जो ग्रामीणों के लिए श्रद्धा का केंद्र है। ग्रामीण यहां पर आकर बाबा गोकुलनाथ की पूजा रचना करते हैं। डेरे में एक बड़ा दान पात्र रखा हुआ है। जिसमें ग्रामीणों द्वारा दान की राशि डाली जाती है। गत देर रात्रि एक अज्ञात युवक बाबा गोकुलनाथ डेरे में घुस आया और वहां रखे दान पात्र रुपए चोरी कर लिए। बताया जा रहा है कि उक्त व्यक्ति द्वारा लगभग 18-20 हजार रुपए की धनराशि चुराई गई है। चोरी की यह वारदात बाबा गोकुलनाथ डेरे में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक युवक की आरोपी के तौर पर पहचान की और उसे पकड़कर गांव में लाया गया। उसके बाद गांव के ही कुछ युवकों द्वारा आरोपी की डंडे से पिटाई की गई। गांव बुढ़ाखेड़ा में सार्वजनिक रूप से एक युवक को डंडे से पीटने, थप्पड़ मारने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जब युवक को कुछ ग्रामीणों द्वारा पकड़कर डंडे से पीटा जा रहा था और थप्पड़ मार जा रहे थे तो काफी संख्या में ग्रामीण भी वहां पर मौजूद दिखाई दे रहे हैं।
नारनौल कोर्ट ने पपला गुर्जर को सुनाई सजा:हत्या के मामले में हुई उम्रकैद, 20 हजार का जुर्माना भी लगाया
नारनौल कोर्ट ने पपला गुर्जर को सुनाई सजा:हत्या के मामले में हुई उम्रकैद, 20 हजार का जुर्माना भी लगाया महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में हत्या के मामले में दोषी कुख्यात बदमाश पपला गुर्जर को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने आरोपी पर 20 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। मामले के अनुसार वर्ष 2015 में अज्ञात व्यक्तियों ने गांव बिहारीपुर में श्रीराम के मकान में घुसकर कमरे का दरवाजा तोड़कर गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कर कार्रवाई शुरू कर दी थी। हत्या के मामले गवाह था पति मृतक की पत्नी रामादेवी ने पुलिस को सूचना दी कि वह बिहारीपुर गांव की रहने वाली है तथा घरेलु कार्य करती है। उसने बताया कि उसके चार बच्चे थे, सबसे बड़ी बिमला देवी गांव खैरोली में शादीशुदा थी। जिसकी 21 अगस्त 2015 को हत्या कर दी गई थी। उससे छोटा पतराम और बीच का लड़का महेश, जिसकी हत्या 2014 मार्च में कर दी थी और उससे छोटा सतपाल है। भय के कारण पतराम और सतपाल परिवार सहित बाहर रहते थे। वह और उसका पति गांव में रहते थे। उसके दोहते संदीप की हत्या दिसम्बर 2014 में कोर्ट नारनौल के सामने कर दी थी। इन हत्या के मामलों में उसका पति गवाह था। पुलिस सुरक्षा में की थी हत्या जिसको रात के समय भीमसिंह, सुबेसिंह अशोक, धर्मबीर, बिमला, विरेन्द्र, विक्रम खैरोली और सुभाष चन्द के लड़के की बहू ने उनके कमरे का दरवाजा तोड़कर पुलिस सुरक्षा के सामने उसके पति पर गोलियां चला दी। उसको और पुलिस वालों को साईड में कर दिया। गोलियां लगने से उसके पति की मौके पर ही मौत हो गई। फिर उक्त सभी दीवार कूद कर भाग गए और जाते समय जान से मारने की धमकी दी या तो सारे केस वापस ले लो नही तो ऐसे ही सारे परिवार को खत्म कर देगे। इस मामले में थाना नांगल चौधरी पुलिस के द्वारा मामला दर्ज किया गया। जांच इकाई के द्वारा कार्यवाही करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के सम्मुख पेश किया गया था। न्यायालय में सुनवाई के दौरान उप जिला न्यायवादी वीरेंद्र शर्मा ने मामले में अभियोजन के पक्ष में पैरवी करते हुए दोषी को सजा दिलाने में भूमिका निभाई।