करनाल में ठंड की वजह से बुजुर्ग की मौत हो गई। उसका शव खाली प्लॉट से बरामद हुआ है। मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। बुजुर्ग के पास से एक कंबल मिला है। पुलिस ने शव को मॉर्च्युरी हाउस करनाल में रखवा दिया है। मामला सेक्टर-12 का है। जहां वीरवार की सुबह वकीलों के चैंबरों के नजदीक खाली प्लॉट में शव दिखा। जिसे बाद तुरंत आशियाना की टीम को कॉल किया। जिसके बाद अपना आशियाना टीम से राजकुमार व अंशुल मौके पर पहुंच गए। ठंड के कारण हुई बुजुर्ग की मौत उन्होंने डायल-112 को कॉल किया और डायल 112 ने सिविल लाइन थाना को बुलाया गया। सिविल लाइन थाना से जांच अधिकारी विकास कुमार मौके पर पहुंचे। राजकुमार ने बताया कि बुजुर्ग की पहचान नहीं हो पाई है। बुजुर्ग की मौत ठंड के कारण हुई है। बुजुर्ग के पास एक कंबल भी मिला है। बुजुर्ग कोई मांगने खाने वाला लग रहा है। उन्होंने कहा कि अगर किसी के घर से कोई व्यक्ति लापता हुआ है तो परिवार सिविल लाइन थाना से संपर्क कर सकते है। इसके अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति ठंड में बाहर न रहे, प्रशासन की तरफ से रैन बसेरे बनाए गए है, जहां पर हर तरह की सुविधा है। करनाल में ठंड की वजह से बुजुर्ग की मौत हो गई। उसका शव खाली प्लॉट से बरामद हुआ है। मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। बुजुर्ग के पास से एक कंबल मिला है। पुलिस ने शव को मॉर्च्युरी हाउस करनाल में रखवा दिया है। मामला सेक्टर-12 का है। जहां वीरवार की सुबह वकीलों के चैंबरों के नजदीक खाली प्लॉट में शव दिखा। जिसे बाद तुरंत आशियाना की टीम को कॉल किया। जिसके बाद अपना आशियाना टीम से राजकुमार व अंशुल मौके पर पहुंच गए। ठंड के कारण हुई बुजुर्ग की मौत उन्होंने डायल-112 को कॉल किया और डायल 112 ने सिविल लाइन थाना को बुलाया गया। सिविल लाइन थाना से जांच अधिकारी विकास कुमार मौके पर पहुंचे। राजकुमार ने बताया कि बुजुर्ग की पहचान नहीं हो पाई है। बुजुर्ग की मौत ठंड के कारण हुई है। बुजुर्ग के पास एक कंबल भी मिला है। बुजुर्ग कोई मांगने खाने वाला लग रहा है। उन्होंने कहा कि अगर किसी के घर से कोई व्यक्ति लापता हुआ है तो परिवार सिविल लाइन थाना से संपर्क कर सकते है। इसके अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति ठंड में बाहर न रहे, प्रशासन की तरफ से रैन बसेरे बनाए गए है, जहां पर हर तरह की सुविधा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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नूंह में मंत्री के ASI को सस्पेंड करने के निर्देश:मूलचंद शर्मा ने मीटिंग में सुनी समस्याएं; पुलिस कर्मी ने सही जांच नहीं की हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य व श्रम मंत्री मूलचंद शर्मा ने बुधवार को नूंह में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक में लोगों की समस्याएं सुनी। बैठक के एजेंडे में 14 शिकायतों में से 8 का मौके पर ही निपटारा किया गया। शेष शिकायतों के समाधान के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मंत्री ने पुलिस के एक एएसआई को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। मंत्री मूलचंद शर्मा ने गांव लाहाबास निवासी सोहनलाल की शिकायत पर सही जांच न करने के आरोप में पुलिस के एएसआई को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार गांव फिरोजपुर नमक निवासी मोहम्मद इकबाल की शिकायत थी कि मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर उसकी जमीन व अन्य किसानों की जमीन का खुर्शीद नाम के व्यक्ति द्वारा गलत तरीके से रजिस्ट्रेशन कर फसल का पंजीकरण कर लिया गया। इस पर मंत्री ने उप-निदेशक कृषि विभाग व जिला बागवानी अधिकारी को निर्देश दिए कि इस मामले की जांच की जाए, अगर जांच में आरोपी पर दोष सिद्ध होता है, तो उसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाए। मूलचंद शर्मा ने गांव मुंढैता निवासी मुमताज अली की जोहड़ के नवीनीकरण की राशि में गबन करने संबंधी शिकायत पर एसडीएम पुन्हाना को जांच कर 7 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए। इसी प्रकार ग्राम पंचायत पिपरौली की सरपंच सकीरा की गांव के स्कूल के पास सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे करने संबंधी शिकायत पर एसडीएम पुन्हाना के नेतृत्व में तहसीलदार पुन्हाना व ग्रीवेंस कमेटी के दो सदस्यों की जांच टीम बनाकर 7 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए। गांव अकेड़ा निवासी फिरदौस की हलका पटवारी द्वारा उसकी जमीन का इंतकाल न करने व रिश्वत मांगने पर मंत्री ने एसपी नूंह को कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर वक्फ बोर्ड के प्रशासक जाकिर हुसैन, जिला परिषद के चेयरमैन जान मोहम्मद, उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा, पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक, एएसपी सोनाक्षी, भाजपा जिला अध्यक्ष नरेंद्र पटेल, गौ सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष भानीराम मंगला, सुरेंद्र प्रताप, जाहिद व जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
हरियाणा में चार SHO सस्पेंड:ज्वेलर्स को लूटकर इनके थाने के इलाके से भाग गए लुटेरे, मैसेज के बावजूद नाके नहीं लगाए
हरियाणा में चार SHO सस्पेंड:ज्वेलर्स को लूटकर इनके थाने के इलाके से भाग गए लुटेरे, मैसेज के बावजूद नाके नहीं लगाए हरियाणा के रेवाड़ी में ज्वेलर्स लूट कांड में लापरवाही बरतने पर एक साथ 4 पुलिस थानों के SHO सस्पेंड कर दिए गए हैं। इनमें बावल थाना प्रभारी इंस्पेक्टर लाजपत, सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह, मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मुकेश चंद और रोहड़ाई थाना प्रभारी भगवत प्रसाद शामिल हैं। SP गौरव राजपुरोहित ने चारों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं। इसकी जांच DSP हेडक्वार्टर करेंगे। सस्पेंड करने से पहले चारों को इस मामले में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन रोहड़ाई थाना प्रभारी भगवत प्रसाद को छोड़कर तीनों थानों के SHO ने जवाब ही नहीं दिया। वहीं, इंस्पेक्टर भगवत प्रसाद की ओर से दिया गया जवाब असंतोषजनक पाया गया। सस्पेंड करने के बाद चारों इंस्पेक्टर का मुख्यालय पुलिस लाइन रेवाड़ी रहेगा। 11 नवंबर को कोमल ज्वेलर्स पर हुई थी लूट
दरअसल, 11 नवंबर की सुबह करीब पौने 12 बजे रेवाड़ी के बावल कस्बा स्थित कटला बाजार में कोमल ज्वेलर्स पर 3 हथियारबंद बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। बदमाशों ने 50 ग्राम सोना, एक किलोग्राम चांदी के अलावा 30 हजार रुपए कैश लूट लिया था। बदमाशों ने 2 राउंड गोलियां भी चलाई थी, जिसमें एक गोली शोरूम मालिक प्रीतम सोनी के बेटे हरेंद्र को लग गई थी। लूट की वारदात के बाद बदमाश आसानी से फरार होने में कामयाब हो गए थे। चारों के थाना क्षेत्र से होकर गुजरे लुटेरे
SP की तरफ से जारी सस्पेंड ऑर्डर में साफ लिखा है कि इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों के दौरान अपराध को रोकने और अपराधियों को पकड़ने के लिए 3 स्तरीय सीलिंग योजना पहले से ही लागू की गई है। ज्वेलर्स लूट के बाद सीलिंग योजना के अनुसार नाका लगाकर अपराधियों को पकड़ने के लिए सभी इकाइयों को लगभग 12.20 बजे एक वीटी फ्लैश की गई थी। जांच के अनुसार यह पाया गया है कि उपरोक्त लूट को अंजाम देने के बाद अपराधी चारों इंस्पेक्टर/ SHO के पुलिस थानों के अधिकार क्षेत्र से गुजरते हुए बाइक पर भाग गए। यह दर्शाता है कि उन्होंने सीलिंग योजना के अनुसार समय पर नाका लगाकर अपराधियों को पकड़ने में घोर लापरवाही दिखाई। लूट केस में 2 आरोपी गिरफ्तार कर चुकी पुलिस
कोमल ज्वेलर्स लूट कांड में पुलिस 2 आरोपी वेदपाल और सचिन को गिरफ्तार कर चुकी है। वेदपाल गुरुग्राम के हाजीपुर पातली गांव का रहने वाला है, जबकि सचिन रोहतक के सूर्य नगर का रहने वाला है। वारदात का मास्टर माइंड वेदपाल था, जो मर्डर के मामले में जून 2023 में पैरोल पर छूटने के बाद वापस नहीं गया। उसे गुरुग्राम कोर्ट उम्रकैद की सजा सुना चुकी है। लूट के इस केस में कुल 4 लोग शामिल थे, जिनमें 2 आरोपी अभी फरार हैं। 4 SHO को सस्पेंड करने के आदेश… ************* लूट की घटना से जुड़ी खबर पढ़ें… हरियाणा के ज्वेलरी शोरूम में दिनदहाड़े लूट:बदमाशों ने दुकानदार के बेटे को मारी गोली; कैश-आभूषण ले गए; ग्राहक से भी लूटपाट हरियाणा के रेवाड़ी में नकाबपोश बदमाशों ने दिनदहाड़े एक ज्वेलरी शोरूम पर लूट की। बदमाशों ने 3 राउंड फायर किए, जिनमें एक गोली शोरूम के मालिक के बेटे को लगी। इसके बाद बदमाश कैश के अलावा गहने लूट ले गए (पूरी खबर पढ़ें)
पटौदी में लगातार दूसरी बार कभी कोई नहीं जीता:सीटिंग MLA को हमेशा हराते हैं वोटर, BJP काट सकती है मौजूदा विधायक जरावता का टिकट
पटौदी में लगातार दूसरी बार कभी कोई नहीं जीता:सीटिंग MLA को हमेशा हराते हैं वोटर, BJP काट सकती है मौजूदा विधायक जरावता का टिकट हरियाणा में इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई नजर आ सकती है। इसी वजह से दोनों पार्टियां फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है। 10 साल से सत्ता में बैठी BJP हैट्रिक बनाने के लिए सर्वे करवा रही है वहीं कांग्रेस में भी अलग-अलग लेवल पर फीडबैक जुटाया जा रहा है। सत्ता विरोधी लहर और एंटी इन्कंमबेंसी से निपटने के लिए BJP में इस बार कई मौजूदा विधायकों के टिकट कटने तय हैं। अगर गुरुग्राम जिले की पटौदी विधानसभा सीट की बात करें तो यहां के लोगों ने कभी भी मौजूदा विधायक को लगातार दूसरी बार नहीं जिताया। यानि इस सीट से हर चुनाव में नया चेहरा ही एमएलए बनता है। 2019 में BJP के सत्यप्रकाश जरावता पटौदी से विधायक चुने गए थे। अगर इतिहास को देखें तो इस बार उनकी जीत मुश्किल है। यही वजह है कि भाजपा यहां सत्यप्रकाश जरावता का टिकट काटकर किसी दूसरे चेहरे को मौका दे सकती है। सर्वे में खुलासा-तीनों विधायकों से लोग नाराज गुरुग्राम लोकसभा हलके में आने वाली गुरुग्राम, सोहना और पटौदी विधानसभा सीटों की बात करें तो BJP की ओर से कराए गए सर्वे में हालात बहुत अच्छे नहीं मिले। तीनों इलाकों के लोग अपने मौजूदा विधायकों से खुश नहीं हैं और बदलाव के मूड में नजर आते हैं। सर्वे के नतीजे आने के बाद BJP इन तीनों सीटों पर नए चेहरों को मौका देने पर गंभीरता से विचार करने को मजबूर हो गई है। 2014 में भी BJP ने काटा था सीटिंग MLA का टिकट पटौदी सीट का तो इतिहास रहा है कि यहां के वोटर हर चुनाव में अपना विधायक बदलते हैं। यानि मौजूदा विधायक को अगले चुनाव में बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। इस लिहाज से 2019 में चुनाव जीतने वाले सत्यप्रकाश जरावता के लिए संकेत बहुत अच्छे नहीं कहे जा सकते। भाजपा नेतृत्व भी शायद पटौदी के लोगों का मिजाज समझता है इसलिए उसने 2014 के चुनाव में यहां से विधायक चुनी गई अपनी नेता विमला चौधरी को 2019 में दूसरी बार मौका नहीं दिया। पार्टी ने 2019 में विमला चौधरी का टिकट काटते हुए उनकी जगह सत्यप्रकाश जरावता को मैदान में उतारा। BJP की यह रणनीति सफल रही और जरावता यहां से बाजी मार ले गए। इंद्रजीत से मधु की दूरियां बढ़ीं, सुमेर तंवर करीब आए शुरू से BJP से जुड़े सुमेर सिंह तंवर और पूर्व मेयर मधु आजाद पटौदी में टिकट के दावेदार हैं। सुमेर तंवर तो यहां डेरा डालकर बैठे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के करीबी सुमेर तंवर ने हाल में हुए लोकसभा चुनाव के बाद राव इंद्रजीत सिंह से भी निकटता बना ली है। दरअसल गुरुग्राम नगर निगम चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह ने ही श्रीमती मधु आजाद को गुरुग्राम का मेयर बनवाया। हाल के लोकसभा चुनाव में मधु आजाद के बूथ से राव इंद्रजीत को महज 3 वोट की लीड मिली जबकि सुमेर तंवर ने अपने बूथ से राव इंद्रजीत को 350 वोट की बढ़त दिलाई। इसके बाद ही राव इंद्रजीत ने मधु आजाद से दूरी बना ली। इसका फायदा सुमेर तंवर को मिल सकता है। जरावता को टिकट दिलाने वाले खट्टर हरियाणा से बाहर 2019 में पटौदी सीट से भाजपा के विधायक चुने गए सत्यप्रकाश जरावता किसी समय राव इंद्रजीत सिंह के खेमे में होते थे। जरावत ने 2014 के विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए हाथ-पैर मारे लेकिन काम नहीं बना। 2014 में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद मनोहर लाल खट्टर सीएम बने तो जरावता राव इंद्रजीत का गुट छोड़कर खट्टर के पाले में चले गए। 2019 के विधानसभा चुनाव में राव इंद्रजीत पटौदी सीट से नरेंद्र सिंह पहाड़िया को टिकट देने की पैरवी कर रहे थे लेकिन खट्टर ने उस पर वीटो लगाते हुए जरावता को टिकट दिला दी। चुनाव में जरावत विजयी रहे वहीं राव इंद्रजीत के आशीर्वाद से नरेंद्र पहाड़िया ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर रहे। अब मनोहर लाल खट्टर हरियाणा से बाहर जा चुके हैं इसलिए वह जरावता की मजबूत पैरवी कर पाने की स्थिति में नहीं रह गए। ऐसे में पूरी संभावना है कि राव इंद्रजीत के विरोध और पटौदी के इतिहास को देखते हुए BJP यहां जरावता का टिकट काट दे। पटौदी में कांग्रेस के पास भी बड़ा चेहरा नहीं भाजपा के अलावा कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के सर्वे में पटौदी से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेसी नेताओं की स्थिति भी ठीक नहीं निकली। कांग्रेस की ओर से सुधीर चौधरी यहां लगातार दो (2014 व 2019) चुनाव हार चुके हैं। वह इस बार भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं लेकिन कांग्रेस में लगातार दो चुनाव हारने वाले नेताओं को तीसरा मौका देने को लेकर विचार-मंथन चल रहा है। कांग्रेस पार्टी में यहां कुमारी सैलजा के खेमे से ताल्लुक रखने वाले प्रदीप जटोली भी एक्टिव हैं। 3 चुनाव में कभी लगातार दो बार कोई नहीं जीता 1967 से लेकर 2019 तक हुए 13 विधानसभा चुनाव में यहां कभी कोई विधायक लगातार दूसरी बार चुनाव नहीं जीत पाया। यहां के वोटर हर बार अपना विधायक बदल लेते हैं। पटौदी सीट पर पहली बार 1967 में चुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस के बी. सिंह जीते। 1968 में विशाल हरियाणा पार्टी के रामजीवन सिंह, 1972 में कांग्रेस के शीशराम, 1977 में विशाल हरियाणा पार्टी के नारायण सिंह और 1982 में कांग्रेस के हीरालाल यहां से विधायक बने। वर्ष 1987 के चुनाव में लोकदल के शिवलाल, 1991 में जनता दल के हीरालाल, 1996 में हरियाणा विकास पार्टी के नारायण सिंह और 2000 में इनेलो के रामबीर सिंह यहां से MLA बने। 2005 में कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह, 2009 में इनेलो के गंगाराम, 2014 में BJP की विमला चौधरी और 2019 में BJP के सत्यप्रकाश जरावता जीतकर विधानसभा पहुंचे। हीरालाल 1982 और 1991 में तो नारायण सिंह 1977 और 1996 में यहां से दो बार विधायक बने लेकिन वह भी बैक टू बैक जीत दर्ज नहीं कर पाए। 20% एससी वोटर पटौदी विधानसभा सीट एससी के लिए रिजर्व हैं। यहां तकरीबन 20% वोट एससी बिरादरी के हैं। तकरीबन सवा दो लाख मतदाताओं वाली इस सीट पर 2019 में 71% तो 2014 में 61.67% वोटिंग हुई थी।