करनाल जिले के असंध थाना क्षेत्र के एक गांव में एक नाबालिग लड़की संदिग्ध हालातों में लापता हो गई। लड़की के परिजनों ने दो युवकों पर नाबालिग के अपहरण के आरोप लगाए है। नाबालिग घर से सोने के आभूषण और नकदी लेकर गई है। पीड़ित परिवार ने आसपास तलाश करने के बाद मामले की शिकायत पुलिस से की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोने के आभूषण भी ले गई पीड़ित के परिजनों ने शिकायत में बताया कि उनकी 16 वर्षीय बेटी को दो आरोपियों ने 30 अगस्त को दोपहर एक बजे घर से भगा लिया। लड़की के पास 5 हजार रुपए, दो जोड़ी सोने की बाली, स्कूल प्रमाण पत्र और आधार कार्ड भी थे। आरोपी पहले से ही पीड़ित की बेटी को जानते थे और एक सप्ताह पूर्व गीता पार्क में मुलाकात कर चुके थे। आरोपी के नंबर मिले बंद शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी के द्वारा लड़की के अपहरण की सूचना प्राप्त करने के बाद उन्होंने आरोपी के संपर्क नंबर पर फोन किया। जहां आरोपी ने कई महीनों पूर्व लड़की से बातचीत का दावा किया। शिकायतकर्ता ने असंध थाना पुलिस से प्रार्थना की है कि कानूनी कार्रवाई करके उनकी बेटी को आरोपी के कब्जे से छुड़वाया जाए। पुलिस ने शिकायत प्राप्त करने के बाद मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। करनाल जिले के असंध थाना क्षेत्र के एक गांव में एक नाबालिग लड़की संदिग्ध हालातों में लापता हो गई। लड़की के परिजनों ने दो युवकों पर नाबालिग के अपहरण के आरोप लगाए है। नाबालिग घर से सोने के आभूषण और नकदी लेकर गई है। पीड़ित परिवार ने आसपास तलाश करने के बाद मामले की शिकायत पुलिस से की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोने के आभूषण भी ले गई पीड़ित के परिजनों ने शिकायत में बताया कि उनकी 16 वर्षीय बेटी को दो आरोपियों ने 30 अगस्त को दोपहर एक बजे घर से भगा लिया। लड़की के पास 5 हजार रुपए, दो जोड़ी सोने की बाली, स्कूल प्रमाण पत्र और आधार कार्ड भी थे। आरोपी पहले से ही पीड़ित की बेटी को जानते थे और एक सप्ताह पूर्व गीता पार्क में मुलाकात कर चुके थे। आरोपी के नंबर मिले बंद शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी के द्वारा लड़की के अपहरण की सूचना प्राप्त करने के बाद उन्होंने आरोपी के संपर्क नंबर पर फोन किया। जहां आरोपी ने कई महीनों पूर्व लड़की से बातचीत का दावा किया। शिकायतकर्ता ने असंध थाना पुलिस से प्रार्थना की है कि कानूनी कार्रवाई करके उनकी बेटी को आरोपी के कब्जे से छुड़वाया जाए। पुलिस ने शिकायत प्राप्त करने के बाद मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा BJP की लिस्ट पर फिर पेंच:शाह ने बिना होम वर्क के जारी करने के लिए मना किया; आज फिर नेता करेंगे मंथन हरियाणा में BJP उम्मीदवारों की पहली लिस्ट को लेकर फिर पेंच फंस गया है। सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा के नेताओं के साथ एक मीटिंग की। इस मीटिंग में उन्होंने सलाह दी कि बिना होमवर्क किए लिस्ट जारी न की जाए। जिसके बाद उम्मीदवारों को लेकर दिल्ली में आज फिर मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में सभी लेवल पर पूरा होमवर्क करने के बाद ही केंद्रीय नेतृत्व अपनी मुहर लगाएगा। इसके बाद संभावना है कि बुधवार को पार्टी एक साथ जंबो लिस्ट जारी कर दे। अमित शाह के साथ सोमवार रात हुई मीटिंग में चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री नायब सैनी, प्रदेश सह प्रभारी बिप्लब देब और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल हुए थे। एक दिन पहले 3 बड़े नेता हुए शामिल
सोमवार को पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने भाजपा जॉइन की। दिल्ली में पार्टी के महासचिव अरुण सिंह ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया। उनके साथ जेल अधीक्षक पद से इस्तीफा देने वाले सुनील सांगवान और जजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संजय कबलाना ने भी पार्टी जॉइन की। बबली ने रविवार रात को JJP से इस्तीफा दिया था। पहले उनके कांग्रेस में जाने की चर्चा थी। उनको लेकर कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि देवेंद्र बबली ने उनसे मुलाकात की थी, लेकिन उन्हें टिकट के लिए मना कर दिया गया। बबली लगातार कहते रहे हैं कि मई महीने में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने सिरसा से जीती कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा की मदद की थी। वहीं सरपंच एसोसिएशन ने भी बबली को कांग्रेस में शामिल करने पर विरोध की चेतावनी दी थी। पूर्व सांसद का चुनाव लड़ने से इनकार
प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के बाद पूर्व सांसद संजय भाटिया ने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। संजय भाटिया ने भाजपा के प्रदेश सह चुनाव प्रभारी बिप्लब देब को फोन कर इसकी जानकारी दी। करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया ने पानीपत शहर विधानसभा से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है साथ ही उन्होंने विधायक प्रमोद विज के नाम की सिफारिश की है। हरियाणा की सियासत के कुछ जानकारों का कहना है कि बड़े नेताओं का इस तरह से चुनाव लड़ने से मना करना कई और शंकाओं को जन्म देता है। BJP में इन 18 नामों पर सहमति की चर्चा
हरियाणा BJP की टिकट के लिए अभी तक जिन नामों पर सहमति की चर्चा है, उनमें लोहारू से जेपी दलाल, अंबाला कैंट से अनिल विज, पंचकूला से कुलभूषण गोयल, तोशाम से श्रुति चौधरी, बवानी खेड़ा से विशंभर वाल्मीकि, आदमपुर से भव्य बिश्नोई, पलवल से दीपक मंगला, बल्लभगढ़ से मूलचंद शर्मा, फरीदाबाद से विपुल गोयल, सोहना से डॉ संजय सिंह, महेंद्रगढ़ से रामबिलास शर्मा, जींद से कृष्ण मिड्डा, कैथल से लीलाराम गुर्जर, जगाधरी से कंवर पाल गुर्जर, थानेसर से सुभाष सुधा, पानीपत (ग्रामीण) से महिपाल ढांडा, कोटली से आरती राव और बादली से ओम प्रकाश धनखड़ के नाम शामिल हैं। इनके अलावा नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु की सीट भी रामकुमार गौतम के आने से बदल सकती है। पहली लिस्ट पर पीएम जता चुके आपत्ति
भाजपा सूत्रों के मुताबिक गुरुवार रात को दिल्ली में हुई भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा स्टेट इलेक्शन कमेटी (SEC) की लिस्ट पर ऑब्जेक्शन कर दिया था। पीएम ने हरियाणा बीजेपी की पहली लिस्ट में बड़े चेहरों के नाम नहीं होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा था कि पहली लिस्ट में बड़े चेहरों के नहीं होने से लोगों में ये मैसेज जाएगा कि बीजेपी के दिग्गज मैदान से बाहर हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने मीटिंग में छोटी लिस्ट के बजाय जंबो लिस्ट जारी करने की सलाह दी थी। जिसके बाद लिस्ट को बढ़ाया गया। फिर इसमें से 55 नामों को मंजूरी मिलने की बात सामने आई थी। CM सैनी की सीट भी फाइनल नहीं
भाजपा में अभी तक सीएम नायब सैनी की सीट भी फाइनल न होने की चर्चा है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने शुक्रवार को कहा था कि सीएम लाडवा से चुनाव लड़ेंगे। उनके इस दावे को सीएम ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मैं करनाल से भी लड़ूंगा। सीएम ने यहां तक कहा कि जब तक लिस्ट नहीं आती, तब तक कोई कार्यकर्ता भी ये दावा नहीं कर सकता।
नीरज चोपड़ा का पेरिस ओलिंपिक को लेकर खुलासा:बताया क्यों हार गए अरशद नदीम से, बोले- टेक्निकल और फिजिकल चुनौतियों ने किया प्रभावित
नीरज चोपड़ा का पेरिस ओलिंपिक को लेकर खुलासा:बताया क्यों हार गए अरशद नदीम से, बोले- टेक्निकल और फिजिकल चुनौतियों ने किया प्रभावित भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलिंपिक में अपने प्रदर्शन के बारे में खुलासा किया। नीरज चोपड़ा ने बताया कि कैसे तकनीकी और शारीरिक चुनौतियों के कारण वह पाकिस्तानी खिलाड़ी अरशद नदीम से पीछे रह गए। नीरज ने बताया कि उन्हें एक पल के लिए भी ऐसा नहीं लगा कि वह अच्छा थ्रो नहीं कर सकते, लेकिन कुछ कारणों से वह अपनी पूरी क्षमता से प्रदर्शन नहीं कर पाए। नीरज ने स्पष्ट किया कि भाला फेंक में कुछ मीटर का अंतर भी बड़ी बात होती है। उन्होंने बताया कि कॉमनवेल्थ गेम्स में उनका थ्रो 89.94 मीटर था, जबकि अरशद नदीम का थ्रो 90.18 मीटर था। इस बार भी नदीम का थ्रो बेहतरीन था, लेकिन नीरज को भरोसा था कि उनका थ्रो भी उतना ही अच्छा हो सकता था। हालांकि, नीरज ने माना कि वह खुद को पूरी तरह से पूस नहीं कर पाए। मानसिक रूप से वह पूरी तरह से तैयार थे, लेकिन शारीरिक रूप से वह खुद को रोक रहे थे। रनवे पर जिस तरह का लेगवर्क किया जाना चाहिए था, वह उतना अच्छा नहीं था। मानसिक रूप से बहुत प्रयास किया नीरज ने बताया कि लाइन बचाने के प्रयास में वह पूरी ताकत नहीं लगा पाए। उनका दूसरा थ्रो भी नदीम के थ्रो के करीब था, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, शारीरिक बाधाएं बढ़ने लगीं। अपने प्रयासों के बारे में बात करते हुए नीरज ने कहा कि उन्होंने मानसिक रूप से बहुत प्रयास किया, लेकिन चाहे कितना भी प्रयास किया जाए, जब तक लेगवर्क और तकनीक सही न हो, सफलता नहीं मिलती। नीरज ने जोर देकर कहा कि एक पल के लिए भी उनके दिमाग में यह ख्याल नहीं आया कि वह अच्छा थ्रो नहीं कर सकते। लेकिन आखिरकार तकनीकी और शारीरिक चुनौतियों ने उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया, जिसके कारण वह अरशद नदीम से पिछड़ गए।
पानीपत में शाह-विज परिवार का पहला मुकाबला:ग्रामीण सीट पर अनुभवी और यंगेस्ट में फाइट; दोनों सीटों पर 10 सालों से बीजेपी का राज
पानीपत में शाह-विज परिवार का पहला मुकाबला:ग्रामीण सीट पर अनुभवी और यंगेस्ट में फाइट; दोनों सीटों पर 10 सालों से बीजेपी का राज हरियाणा विधानसभा चुनाव के नामांकन की अंतिम तिथि से एक रात पहले कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी की। इनमें पहली लिस्ट में पानीपत शहरी सीट से वरिंदर बुल्ले शाह और फिर दूसरी लिस्ट में ग्रामीण से सचिन कुंडू के नाम पर मोहर लगाई गई। दोनों सीटों पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का दबदबा साफ तौर पर दिखा। इन दो सीटों के साथ पानीपत की चारों सीटों पर हुड्डा के ही नजदीकियों को टिकट मिला है। समालखा से धर्म सिंह छौक्कर और इसराना से बलबीर सिंह वाल्मीकि भी हुड्डा गुट के प्रत्याशी है। शहरी सीट पर सबसे उम्र दराज और ग्रामीण सीट पर यंगेस्ट चेहरे पर कांग्रेस ने दांव खेला है। पिछले 10 सालों से शहरी और ग्रामीण दोनों ही सीटों पर बीजेपी का राज है। शाह और विज परिवार का पहली बार आमना-सामना
पानीपत के 62 सालों के इतिहास में यह पहला मौका है, जब विज और शाह परिवार के बीच सीधा मुकाबला होगा। पानीपत से शाह परिवार 6 बार और विज परिवार 5 बार विधायक रह चुका है। लेकिन कभी दोनों परिवारों के बीच चुनावी मुकाबला नहीं हुआ था। इस सीट से बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में गईं रोहिता रेवड़ी भी टिकट की दावेदारी कर रही थी, लेकिन पार्टी ने हुड्डा की सिफारिश पर शाह को टिकट दी है। 2019 में बुल्ले शाह ने चुनाव लड़ने से किया था इनकार
2014 में हार के बाद बुल्लेशाह ने 2019 में भी भाजपा की लहर को देखते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। कांग्रेस ने यहां से संजय अग्रवाल को चुनाव में उतारा था। इस बार भी संजय अग्रवाल अपने पुराने प्रदर्शन व कांग्रेस के प्रति अपनी इमानदारी की गवाही देते हुए टिकट की मांग कर रहे थे। ग्रामीण सीट पर जाट Vs जाट
पानीपत की ग्रामीण सीट पर बीजेपी की ओर से लगातार दो बार के विधायक महिपाल ढांडा को तीसरी बार मैदान में उतारा गया है। जाट वोट बैंक वाले ढांडा के सामने कांग्रेस ने भी जाट कार्ड खेला है। यहां अपना पहला चुनाव लड़ रहे 34 वर्षीय युवा सचिन कुंडू को कांग्रेस ने टिकट दी है।