हरियाणा में करनाल के रामनगर क्षेत्र में काछवा के निकट पश्चिमी यमुना नहर पर स्थित पुलिस नाके पर खड़े एक पुलिसकर्मी को कार से कुचलने का CCTV वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में एक भयावह घटना कैद हुई है, जिसमें संदिग्ध कार को देखकर पुलिसकर्मी अलर्ट हो जाते हैं। वीडियो में दिखाई देता है कि एक सफेद क्रेटा कार कई बार नाके के पास से चक्कर लगाती है और फिर एक पुलिसकर्मी को सीधी टक्कर मारते हुए 30 मीटर तक घसीटते हुए लेकर जाता है और फिर सड़क पर गिरने के बाद गाड़ी के नीचे आ जाता है। गाड़ी चालक बेरहमी से पुलिसकर्मी को रौंदता हुआ आगे बढ़ जाता है। इसके बाद साथी पुलिसकर्मी हरकत में आते हैं और वीटी कर देते हैं, जिसके बाद आरोपी गाड़ी चालकों को अगले नाके पर ही दबोच लिया जाता है। 3 मिनट 35 सेकंड का विडियो आया सामने करनाल पुलिस द्वारा सोमवार देर रात को 3 मिनट 35 सेकेंड का विडियो जारी किया जाता है। इस विडियो में नजर आ रहा है। पहले आरोपी क्रेटा कार चालक काछवा की तरफ से करनाल की तरफ आता है। जहां पर पुलिस के नाके को देखने के बाद गाड़ी को यू र्टन ले लेता है। दोबारा फिर आरोपी 40 सेकेंड बाद आता है और ऐसे ही गाड़ी को यू र्टन लेकर चला जाता है। तीसरे चक्कर में पुलिसकर्मी हुए अलर्ट तीसरी बार जब क्रेटा कार सवार आरोपी यू टर्न लेते है पुलिस अलर्ट हो जाती है। नाके पर तैनात पुलिसकर्मी गाड़ी चालक की तीन बार चक्कर लगाने की हरकत देखकर दूसरी तरफ बैरिकेट लगाती है। लेकिन इस दौरान यानी चौथा चक्कर भी आरोपी पुलिस कर्मियों के सामने से ले जाते है। इस दौरान आरोपी को पुलिस रुकने का इशारा भी करती है। लेकिन आरोपी नहीं रूकते। पांचवे चक्कर में पुलिसकर्मी को कुचलते हुए फरार क्रेटा कार चालक यहीं नही रुके इसके बाद फिर कार चालक पांचवां चक्कर लेकर आते है और जिस साइड पुलिसकर्मी मनोज खड़ा होता है उस तरफ गाड़ी को घुमाते है जब मनोज उन्हें रूकने का इशारा करता है उसे टक्कर मारकर गाड़ी के बोनट पर गिरा देते है और उसे 30 मीटर तक घसीटते हुए लेकर जाते है। जब मनोज सड़क पर गिर जाता है तो उसे गाड़ी से रौंदते हुए मौके से फरार हो जाते है। क्या था पूरा मामला? शहर में बढ़ती क्राइम की वारदातों को लेकर पुलिस कप्तान मोहित हांडा क दिशा निर्देश पर शहर के चारों तरफ पुलिस द्वारा नाके लगाए गए है। रविवार रात को भी रामनगर इलाके में काछवा नहर पुल के पास पुलिस ने चेक पोस्ट लगाई हुई थी। तड़के करीब साढ़े तीन बजे एक संदिग्ध क्रेटा कार ने पुलिस नाके के पास से कई बार चक्कर लगाए। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी मनोज ने चालक को कार रोकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने कार नहीं रोकी और फिल्मी अंदाज में कांस्टेबल मनोज को टक्कर मार दी। फिर उसे रौंदता हुए मौके से फरार हो गए। चंडीगढ़ PGI में चल रहा इलाज DSP मीना कुमारी ने बताया कि कांस्टेबल मनोज कुमार घायल होने के बाद कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। जहां पर पुलिस कप्तान मोहित हांड भी पहुंचे और उनका हालचाल जाना था। बाद में डॉक्टरों ने उसकी हालत को देखते हुए चंडीगढ़ PGI रैफर कर दिया था। जहां पर उसका इलाज चल रहा है। दोनों आरोपियों को भेजा जेल DSP मीना कुमारी ने बताया कि वारदात के बाद दोनों आरोपियों को पुलिस द्वारा अगले ही नाके पर मुख्य आरोपी गौरव वाल्मीकि बस्ती रामनगर और उसके साथी अमन वासी गडरिया मोहल्ला, रामनगर गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार शाम को दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जिला जेल भेज दिया गया। हरियाणा में करनाल के रामनगर क्षेत्र में काछवा के निकट पश्चिमी यमुना नहर पर स्थित पुलिस नाके पर खड़े एक पुलिसकर्मी को कार से कुचलने का CCTV वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में एक भयावह घटना कैद हुई है, जिसमें संदिग्ध कार को देखकर पुलिसकर्मी अलर्ट हो जाते हैं। वीडियो में दिखाई देता है कि एक सफेद क्रेटा कार कई बार नाके के पास से चक्कर लगाती है और फिर एक पुलिसकर्मी को सीधी टक्कर मारते हुए 30 मीटर तक घसीटते हुए लेकर जाता है और फिर सड़क पर गिरने के बाद गाड़ी के नीचे आ जाता है। गाड़ी चालक बेरहमी से पुलिसकर्मी को रौंदता हुआ आगे बढ़ जाता है। इसके बाद साथी पुलिसकर्मी हरकत में आते हैं और वीटी कर देते हैं, जिसके बाद आरोपी गाड़ी चालकों को अगले नाके पर ही दबोच लिया जाता है। 3 मिनट 35 सेकंड का विडियो आया सामने करनाल पुलिस द्वारा सोमवार देर रात को 3 मिनट 35 सेकेंड का विडियो जारी किया जाता है। इस विडियो में नजर आ रहा है। पहले आरोपी क्रेटा कार चालक काछवा की तरफ से करनाल की तरफ आता है। जहां पर पुलिस के नाके को देखने के बाद गाड़ी को यू र्टन ले लेता है। दोबारा फिर आरोपी 40 सेकेंड बाद आता है और ऐसे ही गाड़ी को यू र्टन लेकर चला जाता है। तीसरे चक्कर में पुलिसकर्मी हुए अलर्ट तीसरी बार जब क्रेटा कार सवार आरोपी यू टर्न लेते है पुलिस अलर्ट हो जाती है। नाके पर तैनात पुलिसकर्मी गाड़ी चालक की तीन बार चक्कर लगाने की हरकत देखकर दूसरी तरफ बैरिकेट लगाती है। लेकिन इस दौरान यानी चौथा चक्कर भी आरोपी पुलिस कर्मियों के सामने से ले जाते है। इस दौरान आरोपी को पुलिस रुकने का इशारा भी करती है। लेकिन आरोपी नहीं रूकते। पांचवे चक्कर में पुलिसकर्मी को कुचलते हुए फरार क्रेटा कार चालक यहीं नही रुके इसके बाद फिर कार चालक पांचवां चक्कर लेकर आते है और जिस साइड पुलिसकर्मी मनोज खड़ा होता है उस तरफ गाड़ी को घुमाते है जब मनोज उन्हें रूकने का इशारा करता है उसे टक्कर मारकर गाड़ी के बोनट पर गिरा देते है और उसे 30 मीटर तक घसीटते हुए लेकर जाते है। जब मनोज सड़क पर गिर जाता है तो उसे गाड़ी से रौंदते हुए मौके से फरार हो जाते है। क्या था पूरा मामला? शहर में बढ़ती क्राइम की वारदातों को लेकर पुलिस कप्तान मोहित हांडा क दिशा निर्देश पर शहर के चारों तरफ पुलिस द्वारा नाके लगाए गए है। रविवार रात को भी रामनगर इलाके में काछवा नहर पुल के पास पुलिस ने चेक पोस्ट लगाई हुई थी। तड़के करीब साढ़े तीन बजे एक संदिग्ध क्रेटा कार ने पुलिस नाके के पास से कई बार चक्कर लगाए। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी मनोज ने चालक को कार रोकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने कार नहीं रोकी और फिल्मी अंदाज में कांस्टेबल मनोज को टक्कर मार दी। फिर उसे रौंदता हुए मौके से फरार हो गए। चंडीगढ़ PGI में चल रहा इलाज DSP मीना कुमारी ने बताया कि कांस्टेबल मनोज कुमार घायल होने के बाद कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। जहां पर पुलिस कप्तान मोहित हांड भी पहुंचे और उनका हालचाल जाना था। बाद में डॉक्टरों ने उसकी हालत को देखते हुए चंडीगढ़ PGI रैफर कर दिया था। जहां पर उसका इलाज चल रहा है। दोनों आरोपियों को भेजा जेल DSP मीना कुमारी ने बताया कि वारदात के बाद दोनों आरोपियों को पुलिस द्वारा अगले ही नाके पर मुख्य आरोपी गौरव वाल्मीकि बस्ती रामनगर और उसके साथी अमन वासी गडरिया मोहल्ला, रामनगर गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार शाम को दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जिला जेल भेज दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत में राजवीर दहिया के बेटे पर हमले का प्रयास:घर से कार सवारों ने किया पीछा; गाड़ी को मारी साइड, रोकने का प्रयास
सोनीपत में राजवीर दहिया के बेटे पर हमले का प्रयास:घर से कार सवारों ने किया पीछा; गाड़ी को मारी साइड, रोकने का प्रयास हरियाणा में 2024 में सोनीपत के गोहाना क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके राजवीर दहिया के बेटे के साथ वारदात का प्रयास किया गया है। वो सुबह फार्म पर दूध लेने के लिए निकले तो एक लाल रंग की कार में सवार दो युवकों ने उनका पीछा किया। उनकी कार को साइड मारी, विधायक के आवास के पास रोड पर गाड़ी अड़ा कर उसे रोकने का प्रयास किया। उसने वापस घर आकर खुद को बचाया। पुलिस ने वारदात को लेकर FIR दर्ज की है। सोनीपत के थाना सिविल लाइन में दी शिकायत में आशीष दहिया एडवोकेट ने दी शिकायत में कहा कि वे हरियाणा स्कूल सर्कल के पास मॉडल टाउन में रहता है। सुबह लगभग 6.45 बजे वह अपने घर से अपने फार्म पर दूध लाने के लिए निकला था। एक लाल रंग की स्विफ्ट कार उसके घर के साइड मे खड़ी थी। उसकी आधी नम्बर पलेट भी मुड़ी हुई थी। वह उस कार को नजरअंदाज करके अपनी फारचुनर कार से दिल्ली रोड स्थित अपने फार्म के लिए निकल गया। साइड मारने की कोशिश उसने बताया कि जैसे ही वह ट्रक मार्किट के मोड़ पर पहुंचा तो बैक मिरर में लाल कार नजर आई, जो कि उसके घर के पास खड़ी थी। उस कार ने उसकी कार को साइड मारने की कोशिश की। उसने साइड करके अपनी गाड़ी को बचा लिया। उसने बताया कि फिर उस कार ने ट्रक यूनियन के गेट के सामने रोड पर बीच में लाकर उसकी गाड़ी के आगे अड़ा दी। वहां से भी वह साइड से अपनी गाड़ी को निकाल ले गया। विधायक आवास से लिया यू टर्न आशीष ने बताया कि वहां उसने देखा कि स्विफ्ट कार में दो लोग सवार थे। फिर उसने अपने फार्म पर जाने के लिए बहालगढ रोड से सोनीपत विधायक निखिल मदान के घर के सामने से यू टर्न लिया। इसके बाद लाल कार भी उसके पीछे मुड़ गई। तब उसे अपने साथ अनहोनी का अंदेशा हुआ और वह फार्म पर न जाकर सीधा घर आ गया। फिर वह अपने पिता राजवीर सिंह दहिया व भाई के साथ बहालगढ रोड पर गया तो वह लाल रंग की कार कहीं नहीं मिली। 15 मिनट से कर रहे थे इंतजार पुलिस को दी शिकायत में आशीष ने बताया कि घर आकर उसने अपने घर पर लगे CCTV कैमरे की फुटेज देखी तो सामने आया कि वह कार उसके घर से निकलने से 15 मिनट पहले ही उसके घर के पास आकर खड़ी हुई थी। जैसे ही वह घर से निकला तो कार सवारों ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। कार सवारों ने आगे जाकर उसे टक्कर मारने की कोशिश की। फिर ट्रक यूनियन के सामने कार अड़ा कर वारदात करने की कोशिश की। क्या राजवीर दहिया थे निशाना कयास लगाए जा रहे हैं कि कार सवारों के निशाने पर आशीष के पिता राजवीर दहिया निशाने पर थे। आम तौर पर सुबह दूध लेने के लिए वे ही गाड़ी से फार्म पर जाते थे। कई दिनों से अब उनकी तबीयत ठीक नहीं थी और उनका बेटा दूध लेने के लिए जा रहे थे। राजबीर दहिया पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के खास रहे हैं। हालांकि वे पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में चले गए थे। राजवीर ने फिर भाजपा छोड़ कर गोहाना सीट से आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुना लड़ा था। उनको 8824 वोट मिले थे। जाट वोट कटने की वजह से ही गोहाना से कांग्रेस के जगबीर मलिक हारे और भाजपा के डा. अरविंद शर्मा चुनाव जीते। पुलिस ने देखे रास्ते में लगे सीसीटीवी सिविल लाइन थाना के ASI प्रवीण के अनुसार, आशीष ने थाने में आकर शिकायत दी है कि कार सवार लोगों ने उसके साथ वारदात करने का प्रयास किया है। कार लाल रंग की थी, उस पर दिल्ली की नंबर प्लेट लगी थी, जो कि आधी मुड़ी हुई थी। कार की छत काले रंग की थी। पुलिस ने मौके पर जाकर तसदीक़ की। रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे चैक किए गए। पुलिस ने धारा 126(2) BNS में केस दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है।
7 पीड़ित महिला पुलिसकर्मी आज महिला आयोग आएंगी:हरियाणा में IPS अफसर पर यौन शोषण का आरोप; आरोपी महिला SHO-DSP को भी बुलाया
7 पीड़ित महिला पुलिसकर्मी आज महिला आयोग आएंगी:हरियाणा में IPS अफसर पर यौन शोषण का आरोप; आरोपी महिला SHO-DSP को भी बुलाया हरियाणा में महिला पुलिस यौन शोषण मामले में आज महिला आयोग दूसरी बार सुनवाई करेगा। इससे पहले आयोग ने 30 अक्टूबर को इस केस की जांच अधिकारी SP आस्था मोदी को बुलाया था। आस्था मोदी ने अपने स्थान पर DSP को भेजा और जांच रिपोर्ट आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया के सामने पेश की थी। रेणु भाटिया ने वीडियो कॉल के जरिये SP से बात की थी। इसके बाद रेणु भाटिया ने उन महिला पुलिसकर्मियों से आमने-सामने बात करने की बात कही थी जो इस मामले में कुछ कहना चाहती थीं। ऐसी 5 से 7 महिला पुलिसकर्मियों को महिला आयोग की चेयरमैन ने 7 नवंबर को फरीदाबाद में अपने कार्यालय बुलाया है। इसके साथ ही मामले में आरोपी महिला SHO और महिला DSP को भी मौजूद रहना है। इन्हें भी महिला आयोग ने तलब किया है। इससे पहले चेयरपर्सन रेणु भाटिया आरोपी IPS अधिकारी, महिला SHO और DSP के ट्रांसफर के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुकी हैं, और तीनों का ट्रांसफर किया जा चुका है। ADGP ने 30 महिला पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए
इस मामले में सरकार ने 3 नवंबर को ADGP ममता सिंह के नेतृत्व में SIT बनाई थी। अगले ही दिन 4 अक्टूबर को ADGP उस जिले में पहुंची, जहां आरोपी IPS अफसर तैनात था। उनके साथ SP आस्था मोदी भी थीं। पुलिस लाइन में उन्होंने 30 महिला पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। बयान दर्ज करने के बाद ममता सिंह ने कुछ नहीं कहा। उनका कहना था कि अभी जांच शुरू हुई है, इसलिए कुछ बताया नहीं जा सकता। कमेटी की जांच DGP को सौंपी जाएगी। महिला आयोग के समक्ष आ रहीं शिकायतें
इस मामले में 6 नवंबर को महिला आयोग की चेयरपर्सन ने चरखी दादरी में बताया कि उन्हें सोशल मीडिया पर इस मामले से जुड़ी कई जानकारियां मिली हैं। उन साक्ष्यों की जांच करवाई जाएगी। IPS के खिलाफ सबूत देने के लिए लगातार लोगों के मैसेज आ रहे हैं। महिला पुलिसकर्मियों को जांच के लिए बुलाया गया है। दो जगह और जांच चल रही है। पूरी जांच होने के बाद ही कुछ क्लियर कहा जा सकेगा। यौन शोषण प्रकरण की 3 स्तरीय जांच चल रही
हरियाणा में महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण के आरोपों की 3 स्तरीय जांच चल रही है। महिला आयोग की टीम के साथ-साथ 2 IPS अधिकारी सामानान्तर इस केस की जांच कर रहे हैं। पहले फतेहाबाद की महिला SP आस्था मोदी जांच कर रही थी, जिनके ऊपर ADGP ममता सिंह को लगाया गया। वहीं, हिसार IG ने हिसार SP के नेतृत्व में SIT बनाई है, जो इस केस के अलग पहलुओं की जांच कर रहे हैं। इस केस में 2 FIR दर्ज हो चुकी हैं। ये था पूरा मामला
बता दें कि जींद जिले में तैनात महिला पुलिसकर्मियों ने जिले में तैनात IPS अधिकारी पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसे लेकर CM नायब सैनी को चिट्ठी लिखी गई, जिसमें 7 महिला पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर थे। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस मामले ने तूल पकड़ा तो सरकार ने इसकी जांच करवाने के आदेश दिए थे। महिला पुलिसकर्मियों की चिट्ठी की 5 बड़ी बातें… 1. IPS ऑफिसर सुंदर महिलाओं पर रखता है गंदी नजर
मैं एक महिला पुलिसकर्मी हूं और अपना काम ईमानदारी से करती हूं। मेरे जिले में तैनात IPS अधिकारी सुंदर महिला पुलिस कर्मचारियों पर गंदी नजर रखते हैं। SP की पत्नी और बच्चे बाहर रहते हैं। एक दिन महिला थाने की SHO मुझे अपने साथ SP आवास ले गई। उस वक्त कोठी पर गेट मैन के सिवा कोई नहीं था। सर और SHO मैडम ने कहा कि रसोई में जाकर चाय बना लाओ। जब मैं चाय बनाकर बाहर आई तो मैडम रूम में नहीं थी। जैसे ही मैं सर को चाय देने लगी तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया, मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे। इसका मैने विरोध किया और जबरन कमरे से बाहर आ गई। 2. महिला SHO-DSP ने कहा अफसरों को कोऑपरेट करो
जब मैं कैंप ऑफिस के बाहर पहुंची तो मैंने देखा महिला SHO मैडम वहां बैठी थी। मैंने मैडम को अंदर की बात बताई तो वह भड़क गईं और कहने लगी अफसरों को कोऑपरेट करना पड़ता है। मैडम की यह बात सुन मैं रोते हुए SP आवास से बाहर निकल गई। फिर मैंने यह बात महिला DSP मैडम को बताई। DSP ने भी कहा कि प्रमोशन के लिए अफसरों को कोऑपरेट करना पड़ता है। इसलिए मेरी बात मानों तो थोड़ा कोऑपरेट करो। इसके बाद देखो तुम्हारा प्रमोशन पक्का और उसके बाद तुम रुपयों में खेलोगी। यह बातें सुन मैं ऑफिस से बाहर चली गई। इसके बाद महिला थाने की SHO मेरे पीछे पड़ गई और मेरी ACR खराब करने की धमकियां देकर मानसिक रूप से टॉर्चर करने लगी। 3. प्रमोशन का लालच देकर गलत काम करवाते हैं
सीएम सर, मैं एक बेहद गरीब परिवार की लड़की हूं। आपकी भाजपा सरकार में मैं ईमानदारी से बिना किसी रुपयों के नौकरी लगी हूं। इसलिए नहीं कि पिता और बड़े भाई के समान अफसर हमारा यौन शोषण करे। माना मैं गरीब हूं, लेकिन इज्जतदार परिवार से हूं। अगर अफसरों ने ऐसी हरकत बंद नहीं की तो मैं आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाउंगी। एसपी सर के इस घिनौने काम में DSP से लेकर SHO मैडम तक शामिल हैं, जो कर्मचारियों को प्रमोशन का लालच देकर ऐसे काम करवाने के लिए मजबूर करते हैं। 4. गिरोह काम कर रहा, अमीर घरों के लड़के फंसाते हैं
SHO के पुलिस अधिकारी के साथ नाजायज संबंध है और SHO ने एक गिरोह बनाया हुआ है, जिसमें कई युवतियां शामिल हैं। यह अमीर घर के लड़कों पर फर्जी केस दर्ज करवाते हैं और फिर लाखों रुपए लेकर समझौते करवाते हैं। इस खेल में SHO, DSP और SP तीनों मिलकर काम कर रहे हैं। इससे हर महीने करोड़ों की कमाई करते हैं। अगर आप इन पुलिस अधिकारियों की संपत्तियों की डिटेल निकालोगे तो सब कुछ क्लियर हो जाएगा। 5. विधवा कॉन्स्टेबल को भी किया गया परेशान
एक विधवा कॉन्स्टेबल पर SP सर का दिल आया हुआ है। मेरी तरह इस कॉन्स्टेबल ने भी इनकार किया तो इसको भी मानसिक रूप से परेशान किया जाने लगा। इस बारे में विधायक को भी बताया। विधायक ने एसपी को कहा कि यह मेरी बहन है। तब एसपी ने कहा कि आपकी बहन मेरी बहन हुई, लेकिन उसके बावजूद SP सर ने उसकी ACR खराब कर दी। सीएम सर मैं अकेली ऐसी महिला नहीं हूं। एसपी सर की बुरी नजर है। जो सुंदर महिला पुलिसकर्मी SP को पसंद आती हैं, उसके बाद महिला DSP और SHO उन महिला कर्मचारियों को बहला फुसलाकर लालच देकर घिनौना काम करने के लिए मजबूर करती हैं। अगर वह नहीं मानती तो उनकी ACR खराब करने की धमकी दी जाती है। इससे पहले SP सर जहां तैनात थे, वहां भी इनके कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध थे।
हरियाणा BJP का पूर्व CM हुड्डा को चैलेंज:30 MLA इकट्ठा करके दिखाएं; JJP के 10 विधायक भी लाएं, भाजपा के एग्रेशन की ये वजह
हरियाणा BJP का पूर्व CM हुड्डा को चैलेंज:30 MLA इकट्ठा करके दिखाएं; JJP के 10 विधायक भी लाएं, भाजपा के एग्रेशन की ये वजह हरियाणा सरकार के अल्पमत को लेकर कांग्रेस के दावे को BJP ने चैलेंज किया है। भाजपा नेता और CM के पब्लिसिटी एडवाइजर ने कहा है कि मैं भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चैलेंज करता हूं कि वह अपनी पार्टी के 30 विधायकों को एक जगह इकट्ठा करा लें। साथ ही जननायक जनता पार्टी (JJP) के 10 विधायक एक साथ आ जाएं तो मैं ये मान लूंगा कि हरियाणा में भाजपा सरकार अल्पमत में है। इसके बाद भाजपा पटल पर जाकर अपना बहुमत साबित करेगी। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ऐसी अफवाहें फैलाने के लिए हरियाणा के लोगों से माफी मांगें। हुड्डा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में बीजेपी सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश सरकार अल्पमत में है। हमने पहले भी राज्यपाल को लिखा था और अब फिर राज्यपाल को लिखेंगे। उन्होंने कहा कि सुनने में आ रहा है कि ये (BJP), जननायक जनता पार्टी (JJP) के 2 विधायकों से इस्तीफा दिलवा देंगे। एक तरह से BJP वाले हॉर्स ट्रेडिंग में लगे हैं। इन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा के चैलेंज की ये 2 वजहें… कांग्रेस की गुटबाजी
भाजपा के द्वारा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ये चैलेंज देने की वजह सबसे बड़ी गुटबाजी है। 10 जून को पूर्व सीएम के द्वारा बुलाई गई कांग्रेस दल की मीटिंग में 27 विधायक ही पहुंचे। चूंकि वरुण चौधरी अब अंबाला से सांसद बन चुके हैं तो अभी सदन में कांग्रेस के पास 29 विधायक ही बचे हुए हैं। जबकि सीएलपी में तोशाम विधायक किरण चौधरी और सढौरा से विधायक रेनू वाला नहीं शामिल हुईं। ये विधायक एसआरके गुट के हैं। वह नहीं चाहते कि हुड्डा प्रदेश में कांग्रेस को लीड करें। भाजपा इसी गुटबाजी को अब हवा देने में लग गई है। जजपा में पड़ चुकी है फूट
भाजपा जानती है कि जजपा में फूट पड़ी हुई है। जजपा की ओर से हाल ही में विधानसभा स्पीकर के सामने ये याचिका लगाई है। याचिका में कहा गया है कि जींद के नरवाना से विधायक सुरजाखेड़ा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के के नामांकन में शामिल हुए थे, जबकि जोगीराम सिहाग ने हिसार सीट से बीजेपी कैंडिडेट रणजीत सिंह चौटाला के पक्ष में प्रचार किया। याचिका के साथ इन विधायकों के वीडियो को आधार बनाया गया है। पार्टी ने मांग की है कि इन विधायकों ने पार्टी विरोधी कार्य किए हैं, इसलिए उनकी सदस्यता भंग की जाए। ऐसे में यदि इनकी सदस्यता रद्द हो जाती है तो जजपा के पास 8 ही विधायक बचेंगे। इसके अलावा देवेंद्र बबली, राज कुमार गौतम भी खुलेआम बगावत कर रहे हैं। कांग्रेस क्यों कर रही है अल्पमत का दावा
हरियाणा के CM नायब सैनी के करनाल विधानसभा का उपचुनाव जीतने के बाद भी BJP के पास सदन में बहुमत कम होने का कांग्रेस दावा कर रही है। कांग्रेस कह रही है कि हलोपा के गोपाल कांडा और एक निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत का साथ होने के बाद भी संयुक्त विपक्ष के सामने भाजपा बहुमत के आंकड़े से 1 नंबर दूर है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा दावा कर रहे हैं कि सरकार अल्पमत में है, इसलिए विधानसभा भंग होनी चाहिए। इधर, सदन में कांग्रेस-जजपा और INLD यदि साथ आ गए तो सैनी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जजपा नेता दुष्यंत चौटाला भी राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सरकार से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग कर चुके हैं। हरियाणा में ऐसे हालात बनने की ये हैं बड़ी वजहें.. भाजपा-जजपा गठबंधन टूटा, सीएम चेहरा बदला
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार चल रही थी। लोकसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर जजपा और भाजपा का गठबंधन टूट गया। इसके बाद जजपा सरकार से अलग हो गई। भाजपा के पास 41 विधायक थे, उन्होंने 5 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक को साथ लेकर सरकार बना ली। खट्टर की जगह नायब सैनी सीएम बने। 3 निर्दलीय विधायकों ने साथ छोड़ा
लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार को झटका लगा। सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन, सोमवीर सांगवान और धर्मवीर गोंदर ने कांग्रेस के साथ चले गए। उन्होंने सीएम नायब सैनी की सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद सरकार के पास भाजपा के 40, हलोपा का एक और 2 निर्दलीय विधायकों का समर्थन बचा। एक निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का मतदान के दिन निधन हो गया। हरियाणा विधानसभा में बदली स्थिति
लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में और बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। भाजपा के पास 43, विपक्ष संयुक्त हुआ तो उनके 44 विधायक
मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29, जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक शामिल हैं। अगर ये सब एक साथ आ जाते हैं तो फिर सरकार अल्पमत में आ सकती है। हरियाणा में BJP सरकार और एकजुट विपक्ष का गणित समझें… क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है?
1. फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी। 2. इसके साथ ही जजपा ने अपने 2 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के यहां याचिका दायर की हुई है। अगर JJP के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर सरकार के पक्ष में 43 और विपक्षी विधायकों की संख्या गिरकर 42 हो जाएगी, जिससे सरकार फिर बहुमत में ही रहेगी। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता भाजपा से विधायक हैं। फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो BJP सरकार कैसे बचाएगी?
BJP के सूत्रों के मुताबिक सरकार को किसी कीमत पर गिरने की स्थिति तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा। अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो जजपा के 2 विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग इस्तीफा दे सकते हैं। इन दोनों ने बागी होकर लोकसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था। ऐसी सूरत में विपक्ष के एकजुट होने पर भी उनके पास भाजपा के 43 के मुकाबले 42 ही विधायक रह जाएंगे।