करनाल के एक फैक्ट्री के अधिकारी पर बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया। आरोपियों ने उसे पुलिस का मुखबिर बताकर पहले फोन पर फैक्ट्री से बाहर बुलाया और फिर लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा। इस हमले में अधिकारी के दोनों पैरों और हाथों की हड्डियां टूट गईं और सिर में गंभीर चोटें आईं। फैक्ट्री कर्मचारियों ने किसी तरह बीच-बचाव कर उन्हें छुड़ाया और अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वॉट्सऐप कॉल कर फैक्ट्री से बाहर बुलाया करनाल के आरके पुरम निवासी प्रमोद कुमार बंसल (48 वर्ष) रंबा रोड स्थित सेंचुरी प्लाईवुड इंडिया लिमिटेड गांगर फैक्ट्री में लोकल लाइजनिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की दोपहर अर्जुन उर्फ गोगी निवासी गांगर ने उनके मोबाइल नंबर पर वॉट्सऐप कॉल कर कहा कि उसे उनसे मिलना है और वे कहां हैं। इस पर प्रमोद ने बताया कि वह फैक्ट्री में मौजूद हैं। कुछ देर बाद अर्जुन ने दोबारा कॉल कर मिलने के लिए फैक्ट्री गेट पर बुलाया। जब प्रमोद करीब 2:30 बजे गेट पर पहुंचे तो वहां पहले से अर्जुन उर्फ गोगी अपने छह साथियों के साथ खड़ा था। तीन बाइकों पर सवार थे हमलावर, लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा प्रमोद के अनुसार, अर्जुन के साथ अभिषेक, देवेंद्र उर्फ भोलू, बाला, लाभी और बादल मौजूद थे, जो तीन बाइक पर आए थे और सभी के हाथों में लाठी-डंडे थे। गेट पर पहुंचते ही अर्जुन ने उन पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया और कहा कि वह करनाल CIA और तरावड़ी थाने में उनकी मुखबिरी करता है। इतना कहने के बाद सभी ने लाठी-डंडों से उन पर हमला कर दिया। पैरों और हाथों की हड्डियां तोड़ी, सिर पर भी वार किया प्रमोद ने बताया कि हमलावरों ने उन्हें जमीन पर गिराकर ताबड़तोड़ वार किए। लाठी-डंडों की चोट से उनके दोनों पैरों और हाथों की हड्डियां टूट गईं और सिर में गंभीर चोटें आईं। फैक्ट्री के कर्मचारी राकेश, दिनेश, ओमप्रकाश और रमेश ने बचाने की कोशिश की, लेकिन बदमाश लगातार हमला करते रहे। कुछ देर बाद जब उन्होंने सोचा कि प्रमोद की हालत गंभीर हो गई है, तो वे अपनी बाइकों पर सवार होकर मौके से फरार हो गए। फैक्ट्री कर्मचारियों ने अस्पताल पहुंचाया हमले के बाद फैक्ट्री के कर्मचारियों ने तुरंत उन्हें संभाला और अमृतधारा अस्पताल, करनाल में भर्ती करवाया। अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए भर्ती कर लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और डॉक्टरों की अनुमति के बाद प्रमोद का बयान दर्ज किया गया। पुलिस ने कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की जांच अधिकारी जसविंद्र ने बताया कि थाना तरावड़ी पुलिस ने प्रमोद के बयान के आधार पर आरोपी अर्जुन उर्फ गोगी, अभिषेक, देवेंद्र उर्फ भोलू, बाला, लाभी और बादल के खिलाफ धारा 191(3), 190, 115(2), 117(2), 110 BNS के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम गठित कर दी गई है। हमलावरों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। करनाल के एक फैक्ट्री के अधिकारी पर बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया। आरोपियों ने उसे पुलिस का मुखबिर बताकर पहले फोन पर फैक्ट्री से बाहर बुलाया और फिर लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा। इस हमले में अधिकारी के दोनों पैरों और हाथों की हड्डियां टूट गईं और सिर में गंभीर चोटें आईं। फैक्ट्री कर्मचारियों ने किसी तरह बीच-बचाव कर उन्हें छुड़ाया और अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वॉट्सऐप कॉल कर फैक्ट्री से बाहर बुलाया करनाल के आरके पुरम निवासी प्रमोद कुमार बंसल (48 वर्ष) रंबा रोड स्थित सेंचुरी प्लाईवुड इंडिया लिमिटेड गांगर फैक्ट्री में लोकल लाइजनिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की दोपहर अर्जुन उर्फ गोगी निवासी गांगर ने उनके मोबाइल नंबर पर वॉट्सऐप कॉल कर कहा कि उसे उनसे मिलना है और वे कहां हैं। इस पर प्रमोद ने बताया कि वह फैक्ट्री में मौजूद हैं। कुछ देर बाद अर्जुन ने दोबारा कॉल कर मिलने के लिए फैक्ट्री गेट पर बुलाया। जब प्रमोद करीब 2:30 बजे गेट पर पहुंचे तो वहां पहले से अर्जुन उर्फ गोगी अपने छह साथियों के साथ खड़ा था। तीन बाइकों पर सवार थे हमलावर, लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा प्रमोद के अनुसार, अर्जुन के साथ अभिषेक, देवेंद्र उर्फ भोलू, बाला, लाभी और बादल मौजूद थे, जो तीन बाइक पर आए थे और सभी के हाथों में लाठी-डंडे थे। गेट पर पहुंचते ही अर्जुन ने उन पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया और कहा कि वह करनाल CIA और तरावड़ी थाने में उनकी मुखबिरी करता है। इतना कहने के बाद सभी ने लाठी-डंडों से उन पर हमला कर दिया। पैरों और हाथों की हड्डियां तोड़ी, सिर पर भी वार किया प्रमोद ने बताया कि हमलावरों ने उन्हें जमीन पर गिराकर ताबड़तोड़ वार किए। लाठी-डंडों की चोट से उनके दोनों पैरों और हाथों की हड्डियां टूट गईं और सिर में गंभीर चोटें आईं। फैक्ट्री के कर्मचारी राकेश, दिनेश, ओमप्रकाश और रमेश ने बचाने की कोशिश की, लेकिन बदमाश लगातार हमला करते रहे। कुछ देर बाद जब उन्होंने सोचा कि प्रमोद की हालत गंभीर हो गई है, तो वे अपनी बाइकों पर सवार होकर मौके से फरार हो गए। फैक्ट्री कर्मचारियों ने अस्पताल पहुंचाया हमले के बाद फैक्ट्री के कर्मचारियों ने तुरंत उन्हें संभाला और अमृतधारा अस्पताल, करनाल में भर्ती करवाया। अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए भर्ती कर लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और डॉक्टरों की अनुमति के बाद प्रमोद का बयान दर्ज किया गया। पुलिस ने कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की जांच अधिकारी जसविंद्र ने बताया कि थाना तरावड़ी पुलिस ने प्रमोद के बयान के आधार पर आरोपी अर्जुन उर्फ गोगी, अभिषेक, देवेंद्र उर्फ भोलू, बाला, लाभी और बादल के खिलाफ धारा 191(3), 190, 115(2), 117(2), 110 BNS के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम गठित कर दी गई है। हमलावरों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
