करनाल में भावुक हुए कांग्रेस मेयर प्रत्याशी:पार्टी छोड़ने वालों पर कसा तंज, पूर्व मेयर पर पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

करनाल में भावुक हुए कांग्रेस मेयर प्रत्याशी:पार्टी छोड़ने वालों पर कसा तंज, पूर्व मेयर पर पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

हरियाणा के करनाल में कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा देर रात प्रेसवार्ता के दौरान भावुक हो गए। पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के भाजपा में जाने से उन्होंने दुख जताया और शायरी के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ तो मजबूरियां रही होगी, क्योंकि यूं ही कोई बेवफा नहीं होता। वधवा ने कहा कि कल तक जिन्होंने उनके नामांकन के समय पीठ पर हाथ रखा, आज वही साथ छोड़ गए। उन्होंने करनाल नगर निगम में भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व मेयर और विधायक जगमोहन आनंद पर भी निशाना साधा। वधवा ने कहा कि करनाल में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे हुए, गरीबों के घरों पर बुलडोजर चला, और नगर निगम में रिश्वतखोरी हावी रही। उन्होंने विधायक से सवाल किया कि वे गीता पर हाथ रखकर यह कसम खा सकते हैं कि वे भ्रष्टाचारी के लिए वोट नहीं मांग रहे? पीठ पर हाथ रखकर नोमिनेशन करवाया और फिर हाथ हटा लिया मनोज वधवा ने कहा कि सच बोलने का मन कर रहा है, लेकिन करूं क्या? वो अपने थे, इसलिए हौंसला नहीं कर पा रहा हूं। वधवा ने अपने रूंदे गले से बोलते हुए कहा कि आपके मन में जो सवाल करनाल के विकास के बारे में…जो भ्रष्टाचार…आपने देखा ही होगा। उन्होंने कहा कि कल त्रिलोचन सिंह व अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मेरे साथ जाकर और मेरी पीठ पर हाथ रखकर नोमिनेशन भरवाया और आज उन्होंने मेरी पीठ से हाथ भी हटा लिया। त्रिलोचन सिंह और अशोक खुराना को हम अपना मानते थे और उनको गले लगाते थे। हमने उनसे वायदा किया था कि टिकट जिसको भी मिलेगी, हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। वधवा ने कहा कि अगर मुझे इतना आभास होता, तो शायद मैं पार्टी को यह तक कह देता कि आप टिकट उनको दे दो। लेकिन उन्होंने अपनी बात नहीं बताई और आज वे बीच मझधार में छोड़कर चले गए है। हालांकि अपनों के जाने का दुख जरूर होता है, लेकिन आज करनाल शहर के अंदर वे गए है, मेरे पास करनाल की जनता के सैकड़ों कॉल आए है और कहा कि ठीक हुआ वे चले गए, इसी में ही भलाई थी। करनाल की जनता आपके साथ है। मेयर सिर्फ कठपुतली मनोज वधवा ने करनाल नगर निगम में भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए पूर्व मेयर पर निशाना साधा और कहा कि पिछले पांच सालों में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। उसमें हमारी मेयर कठपुतली की तरह काम कर रही थी। मेयर पति ने करनाल की सरकारी जमीनों पर कब्जे किए है। करनाल में अवैध कालोनियों का विस्तार हुआ है। गरीबों के आशियानों पर बुलडोजर चलाए गए है। मिडिल क्लास परिवारों को नगर निगम में परेशान किया जाता है और छोटे छोटे कामों तक के लिए भी रिश्वत मांगी जाती है। विधायक जगमोहन आनंद पर भी साधा निशाना ​​​​​​​मनोज वधवा ने विधायक जगमोहन आनंद को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि विधायक जगमोहन आनंद ने भी बड़े बड़े वायदे किए है और उनमें से एक वायदा करनाल को भ्रष्टाचार मुक्त करने का भी है, लेकिन मुझे यह नहीं समझ में आ रहा कि वे किस मुंह से सबसे बड़े भ्रष्टाचारी के लिए वोट मांग रहे है। उन्होंने एमएलए से सवाल किया कि क्या वे एक भ्रष्टाचारी के लिए दिल से वोट मांग रहे है? अगर ऐसी बात है तो मैं सार्वजनिक रूप से बड़े भाई जगमोहन जी से एक अपील करता हूं कि वे लोगों के बीच में गीता पर हाथ रखकर यह कसम खा ले कि वो जिसके लिए वोट मांग रहे है, वो भ्रष्टाचारी नहीं है। मैं दावा करता हूं कि वो कसम नहीं खा पाएंगे। विधायक के बयान पर उठाए सवाल ​​​​​​​मनोज वधवा ने कहा कि विधायक जगमोहन आनंद ने एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जिन लोगों ने आज भाजपा ज्वाइन की है। वे तो पिछले चुनावों में भी हमारे साथ थे। विधायक ने दोनों नेताओं की पोल खुद ही खोल दी है। हालांकि दोनों नेता मेरे आदरणीय है, मैं उनके बारे में ज्यादा नहीं कह सकता। हरियाणा के करनाल में कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा देर रात प्रेसवार्ता के दौरान भावुक हो गए। पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के भाजपा में जाने से उन्होंने दुख जताया और शायरी के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ तो मजबूरियां रही होगी, क्योंकि यूं ही कोई बेवफा नहीं होता। वधवा ने कहा कि कल तक जिन्होंने उनके नामांकन के समय पीठ पर हाथ रखा, आज वही साथ छोड़ गए। उन्होंने करनाल नगर निगम में भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व मेयर और विधायक जगमोहन आनंद पर भी निशाना साधा। वधवा ने कहा कि करनाल में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे हुए, गरीबों के घरों पर बुलडोजर चला, और नगर निगम में रिश्वतखोरी हावी रही। उन्होंने विधायक से सवाल किया कि वे गीता पर हाथ रखकर यह कसम खा सकते हैं कि वे भ्रष्टाचारी के लिए वोट नहीं मांग रहे? पीठ पर हाथ रखकर नोमिनेशन करवाया और फिर हाथ हटा लिया मनोज वधवा ने कहा कि सच बोलने का मन कर रहा है, लेकिन करूं क्या? वो अपने थे, इसलिए हौंसला नहीं कर पा रहा हूं। वधवा ने अपने रूंदे गले से बोलते हुए कहा कि आपके मन में जो सवाल करनाल के विकास के बारे में…जो भ्रष्टाचार…आपने देखा ही होगा। उन्होंने कहा कि कल त्रिलोचन सिंह व अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मेरे साथ जाकर और मेरी पीठ पर हाथ रखकर नोमिनेशन भरवाया और आज उन्होंने मेरी पीठ से हाथ भी हटा लिया। त्रिलोचन सिंह और अशोक खुराना को हम अपना मानते थे और उनको गले लगाते थे। हमने उनसे वायदा किया था कि टिकट जिसको भी मिलेगी, हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। वधवा ने कहा कि अगर मुझे इतना आभास होता, तो शायद मैं पार्टी को यह तक कह देता कि आप टिकट उनको दे दो। लेकिन उन्होंने अपनी बात नहीं बताई और आज वे बीच मझधार में छोड़कर चले गए है। हालांकि अपनों के जाने का दुख जरूर होता है, लेकिन आज करनाल शहर के अंदर वे गए है, मेरे पास करनाल की जनता के सैकड़ों कॉल आए है और कहा कि ठीक हुआ वे चले गए, इसी में ही भलाई थी। करनाल की जनता आपके साथ है। मेयर सिर्फ कठपुतली मनोज वधवा ने करनाल नगर निगम में भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए पूर्व मेयर पर निशाना साधा और कहा कि पिछले पांच सालों में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। उसमें हमारी मेयर कठपुतली की तरह काम कर रही थी। मेयर पति ने करनाल की सरकारी जमीनों पर कब्जे किए है। करनाल में अवैध कालोनियों का विस्तार हुआ है। गरीबों के आशियानों पर बुलडोजर चलाए गए है। मिडिल क्लास परिवारों को नगर निगम में परेशान किया जाता है और छोटे छोटे कामों तक के लिए भी रिश्वत मांगी जाती है। विधायक जगमोहन आनंद पर भी साधा निशाना ​​​​​​​मनोज वधवा ने विधायक जगमोहन आनंद को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि विधायक जगमोहन आनंद ने भी बड़े बड़े वायदे किए है और उनमें से एक वायदा करनाल को भ्रष्टाचार मुक्त करने का भी है, लेकिन मुझे यह नहीं समझ में आ रहा कि वे किस मुंह से सबसे बड़े भ्रष्टाचारी के लिए वोट मांग रहे है। उन्होंने एमएलए से सवाल किया कि क्या वे एक भ्रष्टाचारी के लिए दिल से वोट मांग रहे है? अगर ऐसी बात है तो मैं सार्वजनिक रूप से बड़े भाई जगमोहन जी से एक अपील करता हूं कि वे लोगों के बीच में गीता पर हाथ रखकर यह कसम खा ले कि वो जिसके लिए वोट मांग रहे है, वो भ्रष्टाचारी नहीं है। मैं दावा करता हूं कि वो कसम नहीं खा पाएंगे। विधायक के बयान पर उठाए सवाल ​​​​​​​मनोज वधवा ने कहा कि विधायक जगमोहन आनंद ने एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जिन लोगों ने आज भाजपा ज्वाइन की है। वे तो पिछले चुनावों में भी हमारे साथ थे। विधायक ने दोनों नेताओं की पोल खुद ही खोल दी है। हालांकि दोनों नेता मेरे आदरणीय है, मैं उनके बारे में ज्यादा नहीं कह सकता।   हरियाणा | दैनिक भास्कर