हरियाणा में करनाल में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने सुसाइड क्यों किया, इसका फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ढाबे पर काम करता था मृतक मृतक की पहचान 25 वर्षीय बलीराम के रूप में हुई है। मृतक मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव अगाहरायपुर का रहने वाला था और करनाल के मोती नगर में किराये पर रहता था। वह नेशनल हाईवे स्थित एक ढाबे पर काम करता था। परिजनों के मुताबिक, बलिराम अपनी पत्नी व बच्चों के साथ 27 नवंबर को अपनी बुआ के घर शादी में गया था। 30 नवंबर को ही घर लौट आया था। जब दोपहर को पत्नी व बच्चे घर लौटे तो पत्नी ने पति को पंखे से लटका हुआ पाया। जिसे देख पत्नी की चीखें निकल गई। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। घटना की सूचना के बाद पुलिस माैके पर पहुंच गई। तीन बच्चो से उठा पिता का साया परिजनों ने बताया कि, मृतक बलिराम के तीन छोटे छोटे बच्चे है। जिनके सिर से पिता का साया उठ गया है। पत्नी व बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। पत्नी और बच्चों का एकमात्र सहारा इस दुनिया में नहीं रहा। घटना के बाद मौके पर एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंच गई। एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। परिजनों का कहना है कि बलिराम ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसके बारे में कुछ भी नहीं पता चल पाया है। परिजनों काे आशंका है कि बलिराम ऐसा कदम कभी नहीं उठा सकता , उसके साथ किसी ने अनहोनी की है। किसी ने उसकी हत्या की है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस जांच में जुटी सिटी थाना के प्रभारी प्रवीन ने बताया कि मोतीनगर में सुसाइड का मामला आया है। परिजन बिहार से नहीं लौटे थे। इसलिए उनके आने के बाद आज पोस्टमार्टम करवाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। हरियाणा में करनाल में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने सुसाइड क्यों किया, इसका फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ढाबे पर काम करता था मृतक मृतक की पहचान 25 वर्षीय बलीराम के रूप में हुई है। मृतक मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव अगाहरायपुर का रहने वाला था और करनाल के मोती नगर में किराये पर रहता था। वह नेशनल हाईवे स्थित एक ढाबे पर काम करता था। परिजनों के मुताबिक, बलिराम अपनी पत्नी व बच्चों के साथ 27 नवंबर को अपनी बुआ के घर शादी में गया था। 30 नवंबर को ही घर लौट आया था। जब दोपहर को पत्नी व बच्चे घर लौटे तो पत्नी ने पति को पंखे से लटका हुआ पाया। जिसे देख पत्नी की चीखें निकल गई। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। घटना की सूचना के बाद पुलिस माैके पर पहुंच गई। तीन बच्चो से उठा पिता का साया परिजनों ने बताया कि, मृतक बलिराम के तीन छोटे छोटे बच्चे है। जिनके सिर से पिता का साया उठ गया है। पत्नी व बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। पत्नी और बच्चों का एकमात्र सहारा इस दुनिया में नहीं रहा। घटना के बाद मौके पर एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंच गई। एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। परिजनों का कहना है कि बलिराम ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसके बारे में कुछ भी नहीं पता चल पाया है। परिजनों काे आशंका है कि बलिराम ऐसा कदम कभी नहीं उठा सकता , उसके साथ किसी ने अनहोनी की है। किसी ने उसकी हत्या की है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस जांच में जुटी सिटी थाना के प्रभारी प्रवीन ने बताया कि मोतीनगर में सुसाइड का मामला आया है। परिजन बिहार से नहीं लौटे थे। इसलिए उनके आने के बाद आज पोस्टमार्टम करवाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में पश्चिमी यमुना नहर में कटाव:शहर पर मंडराया बाढ़ का खतरा, ठीक कराने में जुटे सिचांई विभाग के अधिकारी
करनाल में पश्चिमी यमुना नहर में कटाव:शहर पर मंडराया बाढ़ का खतरा, ठीक कराने में जुटे सिचांई विभाग के अधिकारी हरियाणा के करनाल में पश्चिमी यमुना नहर में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिससे शहर पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नहर पर करीब 200 फुट के हिस्से में कटाव शुरू हो गया है, जिससे सिचाई विभाग में हड़कंप मच गया। इसके चलते विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कटाव को रोकने का काम शुरू किया है। कटाव की स्थिति और उठाए गए कदम कटाव की सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग ने मौके पर तुरंत मिट्टी के कट्टे लगाने का काम शुरू कर दिया। भारी मात्रा में मिट्टी के कट्टे नहर के कटाव वाले हिस्से में लगाए जा रहे हैं और जेसीबी मशीनों की मदद से मिट्टी डाली जा रही है। यह नहर करनाल के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। क्योंकि इसके ऊपर से रेलवे लाइन गुजरती है और दूसरी तरफ अंडर पास भी है। इस स्थिति में कटाव के चलते करनाल शहर पर बाढ़ का गंभीर खतरा मंडरा गया है। नहर की पटरियों की स्थिति और मौजूदा हालात नहरी विभाग के अधिकारी मनोज कुमर ने बताया कि पश्चिमी यमुना नहर की पटरियों को कंक्रीट से पक्का किया गया था। लेकिन रेलवे लाइन ब्रिज के नजदीक से ही कंक्रीट का हिस्सा पानी के साथ बह गया। इस कारण कटाव और भी बढ़ गया है। स्थिति को संभालने के लिए डंफरों के जरिए मिट्टी मंगवाई गई है और नहर की पटरी को पक्का करने का काम लगातार जारी है। इसके अलावा, पत्थर भी पटरी पर डालकर उसे मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने दी जानकारी सिंचाई विभाग के अधिकारी रणबीर ने बताया कि लगभग 100 फुट हिस्सा पानी में कटाव के कारण प्रभावित हुआ है। विभाग की टीम इस हिस्से को ठीक करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है, और जल्द ही कटाव को नियंत्रित कर लिया जाएगा। रणबीर ने आश्वासन दिया कि स्थिति को संभाल लिया जाएगा और फिलहाल किसी तरह के बड़े खतरे की संभावना नहीं है। मौके पर मनरेगा मजदूर भी कार्य में जुटे हुए हैं, जो लगातार कटाव को रोकने के प्रयास में लगे हैं।
पानीपत में खाद्य विभाग के 4 इंस्पेक्टर सस्पेंड:राशन हड़पने वाले डिपो होल्डर्स को दी शह; चार साल का रिकॉर्ड खंगाला तो हुआ पर्दाफाश
पानीपत में खाद्य विभाग के 4 इंस्पेक्टर सस्पेंड:राशन हड़पने वाले डिपो होल्डर्स को दी शह; चार साल का रिकॉर्ड खंगाला तो हुआ पर्दाफाश हरियाणा के पानीपत में गरीबों का लाखों रुपए का राशन हड़पने वाले डिपो होल्डर्स को शह देने वाले 4 इंस्पेक्टर पर बड़ी गाज गिरी है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले निदेशालय ने चार इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया है। इनमें इंस्पेक्टर सुरेंद्र सैनी, प्रवीन, अमित दहिया और बिजेंद्र शामिल है। इनमें से तीन वर्तमान में पानीपत में ही तैनात हैं, जबकि बिजेंद्र सिंह करनाल में तैनात है। इस बड़ी कार्रवाई के बाद स्थानीय विभागीय कर्मचारी और अधिकारियों में हड़कंप मचा है। गौरतलब है कि, DFSC ने दो माह पहले 12 अप्रैल को डिपो होल्डर्स और विभागीय अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिनमें इंस्पेक्टर सुरेंद्र सैनी, प्रोग्रामर सृजन भारती और तीन डिपो होल्डर अनिल, ललिता और उमेश पर करीब 20 लाख से ज्यादा का राशन गबन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था।
उन्होंने उनकी पिछले चार सालों के रिकॉर्ड की जांच कराने की मुख्यालय से अपील की थी। इसी जांच में ये खुलासा हुआ कि इन्हीं डिपो होल्डर के साथ ये चारों इंस्पेक्टर संलिप्त हैं। खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक का कहना है कि मुख्यालय की ओर से चारों इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है। इतने बड़े घोटाले की हुई थी शिकायत
गांधी कालोनी अग्रवाल मंडी के अंकित ने अप्रैल में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले निदेशालय में शिकायत देकर विभाग के इंस्पेक्टर, प्रोग्रामर द्वारा तीन डिपोधारकों के साथ मिलकर राशन में गबन के आरोप लगाए थे।
उसने आरोप लगाया था कि तीन डिपोधारकों ने 5 अन्य डिपो की सप्लाई अटैच कराकर इसी वर्ष जनवरी, फरवरी और मार्च में जारी राशन स्टाक को गलती से पुराने स्टाक में दर्ज बताकर पीओएस मशीन से अपने फिंगर प्रिंट से इंस्पेक्शन कर स्टाक में से 3 लाख 26 हजार 665 किलो 700 ग्राम गेहूं, 43,884 किलोग्राम बाजरा, 2002 लीटर सरसों का तेल व 1003 किलोग्राम चीनी को शून्य कर दिया गया। इसके अलावा उसने वर्ष 2021- 22, 23 में भी उक्त डिपो धारकों द्वारा कान्फेड से जारी बिल, स्टाक को पीओएस मशीन में रिसीव न करके 1,47,505 किलोग्राम गेहूं, 9,631 किलो 800 ग्राम बाजरा, 11, 961 लीटर सरसों का तेल, 4,020 किलोग्राम चीनी व 1132 किलोग्राम नमक के गबन करने के आरोप लगाए थे। इसमें अभी तक डिपोधारकों से कोई रिकवरी या स्टाक के बारे में नोटिस तक जारी नहीं किया गया।
निदेशालय ने तलब की रिपोर्ट
अंकित मित्तल की ओर से की गई शिकायत में राशन वितरण में गबन करने के आरोपों के बाद निदेशालय ने मामले में जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक से रिपोर्ट तलब की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, उमेश डिपोधारक व उससे अटैच राशन सप्लाई संतोष की पीओएस मशीन से अतिरिक्त 17,315 किलोग्राम बाजरा, 1,786 लीटर सरसों तेल, 1009 किलोग्राम चीनी, 37,628 किलोग्राम गेहूं राशन स्टाक का गबन सामने आया। ये एनएफएसए व पीएमजीकेएवाई स्कीम के तहत था।
ललिता डिपोधारक व उससे अटैच राशन सप्लाई में सुरेंद्र व पुनीत की पीओएस मशीन से अतिरिक्त 13034.7 किलोग्राम बाजरा, 200 किलोग्राम चीनी, 13,344 किलोग्राम गेहूं, सरसों तेल 280 लीटर का गबन किया गया। जबकि 6,339 किलोग्राम बाजरा एक मशीन आइडी में इंद्राज किया मिला।
अनिल डिपोधारक व उससे अटैच जोगिंदर व नंदकिशोर की पीओएस मशीन में राशन स्टाक से 15,907.4 किलोग्राम बाजरा, 6,429.3 किलोग्राम गेहूं, 258 किलोग्राम चीनी, 1986 लीटर सरसों तेल स्टाक का गबन किया गया। वहीं 1201 किलोग्राम गेहूं, 4831 किलोग्राम बाजरा, 257 किलोग्राम चीनी पाश मशीन में दर्ज किया मिला।
सोनीपत में कूरियर के सामान से भरी गाड़ी लूटी:ड्राइवर को हाथ-पांव-मुंह बांध कर खेतों में फेंका; अंबाला से गुरुग्राम जाते समय वारदात
सोनीपत में कूरियर के सामान से भरी गाड़ी लूटी:ड्राइवर को हाथ-पांव-मुंह बांध कर खेतों में फेंका; अंबाला से गुरुग्राम जाते समय वारदात हरियाणा के सोनीपत में एक ड्राइवर काे बंधक बना कर बदमाश उसकी आइसर केंटर गाड़ी लूट ले गए। गाड़ी में लाखों रुपए कीमत का कोरियर का सामान था, जो कि अंबाला से गुरुग्राम जा रहा था। बाद में ड्राइवर को हाथ-पांव- मुंह बांध कर खेतों में फेंक दिया गया। सुबह एक राहगीर ने उसका हाथ पांव खोला। इसके बाद उसने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने थाना राई में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। राई थाना पुलिस को दी शिकायत में ड्राइवर शाकिब हुसैन निवासी गांव डेरा बाबा मनसूह थाना जिला रियासी जम्मू ने बताया कि उसकी उम्र करीब 25 साल है। वह ETN कम्पनी की गाडी आइसर केंटर में ड्राइवर है। वह 3 साल से कंपनी में गाड़ी चला रहा है। बीती रात काे वह अंबाला से एक्सप्रेस 20 कम्पनी से कोरियर का सामान लोड करके बिलासपुर गुरुग्राम के लिए चला था। कम्पनी ने सामान लोड क डाले में अपनी सील लगा दी थी। उसने बताया कि रात करीब 9 बजे उसे गाडी चलाते वक्त नींद आने लगी। इसके बाद उसने अपनी गाडी को पानीपत से दिल्ली GT रोड पर राई के पास अशोका यूनिवर्सिटी के सामने गोल्डन ढाबा पर खड़ी की और वह गाडी में ही सो गया। उसने बताया कि रात को करीब 2 बजे उसकी गाड़ी की खिड़की खोलकर 4 लड़के अंदर घुस गए। उन्होंने अपने मुंह कपडे से ढ़के हुए थे। सभी के हाथ मे नुकीली चीज थी। वे उससे गाड़ी की चाबी मांगने लगे। ड्राइवर शाकिब ने बताया कि उसने चाबी देने से मना किया तो युवकों ने उसके साथ मारपीट करके उसका मोबाइल फोन और गाड़ी की चाबी छीन ली। गाड़ी में ही उसका मुंह बांध दिया। फिर इन चारों लड़कों ने आगे खड़ी एक सफेद रंग की कार में उसे जबरदस्ती डाल दिया। इस दौरान उसके हाथ पांव भी बांध दिए। इसके बाद वे उसे अपनी कार में बैठाकर चल पड़े। कुछ देर बाद उसकी गाड़ी आंखों से गायब हो गई। उसने बताया कि युवक रात को काफी समय तक उसे कार में डाले घुमाते रहे। इसके बाद उसे खेतों में छोड़ कर अपनी कार लेकर भाग गये। वह रात भर खेतों मे बंधा पड़ा रहा। सुबह होने पर उसने जोर जोर की आवाज लगाई। इसके बाद एक व्यक्ति उसके पास आकर उसके हाथ- पैर व मुंह खोला। वह उस समय गांव कुमासपुर के खेतों पड़ा था। उसने इसके बाद पुलिस को वारदात की सूचना दी। थाना राई के SI राजेश ने बताया कि ड्राइवर शाकिब हुसैन ने शिकायत दी है कि कुछ युवकों ने उसे बंधक बना कर उसकी आइसर गाड़ी लूट ली। पुलिस ने धारा 309(4), 310(2) BNS के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।