हरियाणा में करनाल के ITI चौक पर 5-6 अज्ञात युवकों ने एक युवक पर चाकुओं से जानलेवा हमला कर दिया। युवक अपने मामा और भाई के साथ घर लौट रहा था। हमलावरों ने तीनों को घेरकर चाकू से प्रहार किए। जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सेक्टर 32,33 थाना पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रात साढ़े 10 बजे की घटना गांव टपराना निवासी अमित कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि बीती रात करीब साढे दस बजे उसका भाई अक्षय कुमार अपनी बाइक पर जा रहा था। वह भी उसके पीछे ही अपनी बाइक पर चल रहा था। आईटीआई चौक से बसंत बिहार की तरफ जाने वाली सड़क पर पांच छह अज्ञात युवकों ने उसके भाई अक्षय कुमार पर हमला कर दिया। अमित के अनुसार, उसके भाई अक्षय को कुछ युवकों ने रास्ते में घेर लिया और एक युवक ने चाकू से अक्षय पर कई बार प्रहार किया। बाकी युवकों ने भी उसके साथ मारपीट की। जब अमित और उनके मामा लाभ सिंह ने शोर मचाया, तो आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। अस्पताल में चल रहा इलाज अमित और उनके मामा ने घायल अक्षय को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है। मेडिकल रिपोर्ट में अक्षय को दो शार्प (नुकीले हथियार से लगी) चोटें दर्ज की गई हैं। अमित ने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि इन अज्ञात युवकों ने अक्षय की जान लेने की कोशिश की थी। पुलिस ने अमित की शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी योगेश ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है। हरियाणा में करनाल के ITI चौक पर 5-6 अज्ञात युवकों ने एक युवक पर चाकुओं से जानलेवा हमला कर दिया। युवक अपने मामा और भाई के साथ घर लौट रहा था। हमलावरों ने तीनों को घेरकर चाकू से प्रहार किए। जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सेक्टर 32,33 थाना पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रात साढ़े 10 बजे की घटना गांव टपराना निवासी अमित कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि बीती रात करीब साढे दस बजे उसका भाई अक्षय कुमार अपनी बाइक पर जा रहा था। वह भी उसके पीछे ही अपनी बाइक पर चल रहा था। आईटीआई चौक से बसंत बिहार की तरफ जाने वाली सड़क पर पांच छह अज्ञात युवकों ने उसके भाई अक्षय कुमार पर हमला कर दिया। अमित के अनुसार, उसके भाई अक्षय को कुछ युवकों ने रास्ते में घेर लिया और एक युवक ने चाकू से अक्षय पर कई बार प्रहार किया। बाकी युवकों ने भी उसके साथ मारपीट की। जब अमित और उनके मामा लाभ सिंह ने शोर मचाया, तो आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। अस्पताल में चल रहा इलाज अमित और उनके मामा ने घायल अक्षय को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है। मेडिकल रिपोर्ट में अक्षय को दो शार्प (नुकीले हथियार से लगी) चोटें दर्ज की गई हैं। अमित ने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि इन अज्ञात युवकों ने अक्षय की जान लेने की कोशिश की थी। पुलिस ने अमित की शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी योगेश ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हार के बाद अब मान रहे है कांग्रेस नेता भीतरघात:गोगी के बाद तरलोचन सिंह का भी झलका टिकट कटने दर्द, ओवर कॉन्फिडेंस ले डूबा कांग्रेस को
हार के बाद अब मान रहे है कांग्रेस नेता भीतरघात:गोगी के बाद तरलोचन सिंह का भी झलका टिकट कटने दर्द, ओवर कॉन्फिडेंस ले डूबा कांग्रेस को हरियाणा में अनापेक्षित विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस नेताओं के गले से नहीं उतर रहे है। कांग्रेस ने सरकार बनाने का बड़ा दावा किया था और उधर बीजेपी ने भी सरकार सत्ता में वापसी की ताल ठोक दी थी। कांग्रेस ही हवा थी और सर्वे भी कांग्रेस के पक्ष में ही थे, लेकिन चुनावी रिजल्ट ने कांग्रेस ही नहीं, पूरे हरियाणा के होश उड़ा दिए। कांग्रेस नेता भी अब भीतरघात की बात को मान रहे है। असंध में कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर गोगी भीतरघात को स्वीकार कर चुके है, वही करनाल में कांग्रेस नेता एवं उपचुनाव लड़ने वाले तिरलोचन सिंह ने भी जिला करनाल की पांचों विधानसभा सीटे हारने पर हैरानी जताई है। कांग्रेस नेता तिरलोचन सिंह का कहना है कि असंध, घरौंडा और इंद्री विधानसभा पर कांग्रेस जीत मानकर चल रही थी, हमें करनाल सीट के फंसे होने का डर था, लेकिन करनाल में कांग्रेस इतनी पिछड़ जाएगी, इसकी कभी उम्मीद नहीं थी। ऐसे में हमें भी यह महसूस होता है कि आखिर हमसे क्या कमी रह गई थी। मैंने सीएम के सामने उपचुनाव लड़ा और जनता ने मुझे 54 हजार वोट दिया। अब 56 हजार वोट ही मिली, जबकि हमारे साथ जेपी गुप्ता, बलविंदर कालडा, राकेश नागपाल और पार्षद भी थे। इतने लोग साथ होने के बाद भी हम सिर्फ 2 हजार वोट ही बढ़ा पाए। पांचों सीटों पर कांग्रेस बुरी तरह से हारी, इस पर मंथन होना चाहिए कि आखिर हम कहां पर पिछड़ गए है। भाजपा अपने एजेंडे में रही कामयाब हरियाणा में कांग्रेस सरकार न बना पाने के सवाल पर तिरलोचन सिंह ने कहा कि बीजेपी कहीं न कहीं अपने एजेंडे में कामयाब रही है। बीजेपी ने जाट-नॉन जाट का एजेंडा चलाया। आरएसएस कई महीनों से एक्टिव थी। अलग-अलग बिरादरियों को समझाने का प्रयास किया कि हमारे हित में क्या है और क्या नहीं है। हमें लगता है कि कांग्रेस के बड़े नेता आरएसएस के अगले कदम से वाकिफ नहीं थे। ओवर कॉन्फिडेंस से हुआ नुकसान तिरलोचन सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान माना कि कांग्रेस ओवर कॉंफिडेंट थी। जिसके चलते बड़े नेताओं ने कार्यकर्ताओं से दूरी बनानी शुरू कर दी। ऐसा ही करनाल में हुआ। हमें लग रहा था कि कांग्रेस यहां भी जीत रही है, इसलिए बड़े नेताओं को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ी और कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज किया गया।हार का दंश कार्यकर्ता को झेलना पड़ता है-करनाल में स्टार प्रचारक ने बुलाए जाने के सवाल पर तिरलोचन ने कहा कि सुमिता सिंह को लग रहा था मैं यहां से जीत रही हूं और किसी स्टार प्रचारक को बुलाने की जरूरत नहीं है। स्टार प्रचारक प्रत्याशी की तरफ से बुलाया जाता है। कांग्रेस की हार का खामियाजा नेता को नहीं बल्कि कार्यकर्ता को सहना पड़ता है। सीएम का चेहरा तो घोषित ही नहीं था सीएम का चेहरा हुड्डा की अपेक्षा कोई ओर होता तो परिणाम कुछ ओर होता, इस सवाल पर तिरलोचन ने कहा कि हाईकमान की तरफ से सीएम का चेहरा तो कोई घोषित ही नहीं किया गया था। शीर्ष नेतृत्व ने तय कर दिया था कि सरकार बनने के बाद ही देखा जाएगा कि सीएम का चेहरा कौन होगा। लोग सोच रहे थे कि भूपेंद्र हुड्डा के शासनकाल में अच्छे काम हुए और वे ही चीफ मिनिस्टर बनेंगे। लोगों की डिमांड भी थी। हो सकता है कि कुछ लोगों को यह बात अच्छी न लगी हो। अगर हमारे बड़े नेता बिना किसी भेदभाव लोगों के बीच में आते तो आज यह स्थिति नहीं होती। मैंने टिकट नहीं मांगी फिर भी दी तरलोचन सिंह ने कहा कि कही न कही टिकटों का बंटवारा ठीक नहीं हुआ है। मैंने 2019 में टिकट नहीं मांगी थी, फिर भी मुझे दी। उपचुनाव में मैंने टिकट नहीं मांगी, फिर भी मुझे दी गई। 2024 में मेरे में ऐसी कौन सी गलती हुई, मेरी टिकट काट दी और सुमिता सिंह ने सिर्फ मेरे से 2 हजार वोट ही ज्यादा ली।
कुरूक्षेत्र में पीएम दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम:आला अधिकारियों ने जांची व्यवस्था, आपत्तिजनक चीजों पर रहेगी पाबन्दी
कुरूक्षेत्र में पीएम दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम:आला अधिकारियों ने जांची व्यवस्था, आपत्तिजनक चीजों पर रहेगी पाबन्दी हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिला में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत करेंगें। प्रधानमंत्री के कुरूक्षेत्र दौरे को लेकर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इस अवसर पर विभिन्न जिलों से आए व जिला पुलिस के महिला एवं पुलिस जवानों को वीवीआईपी सुरक्षा डयूटियों पर तैनात किया गया है। रैली स्थल थीम पार्क वीवीआईपी के आगमन के दौरान सुरक्षा डयूटियां दिन व रात की शिफ्टों में तैनात रहेंगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बताया कि 6 जिलों के 23 विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के लिए पीएम नरेंद्र मोदी कल एक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। चुनाव सभा विधानसभा का विधिवत शंखनाद रहेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह भारी संख्या में इस रैली में अपने नेता के संबोधन को सुनने के लिए पहुंचे। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि प्रदेश तीसरी बार कमल खिलने जा रहा है। सुरक्षा डयूटियों को लेकर पुलिस महानिदेशक हरियाणा शत्रुजीत सिंह कपूर ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने उपरान्त सुरक्षा में तैनात सभी अधिकारियों को जरुरी दिशा निर्देश दिए। पर्याप्त पुलिस बल तैनात पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने पर्याप्त पुलिस बल तैनात करके सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया है। पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने बताया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर हरियाणा पुलिस के 8 एसपी, 20 डीएसपी सहित पुलिस की 8 कम्पनी तैनात की गई हैं। पुलिस महानिदेशक हरियाणा शत्रुजीत सिंह कपूर ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे। वहीं विभिन्न जिलों से आए हुए पुलिस अधिकारियों को जरुरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वीवीआईपी आगमन के दौरान ड्यूटी में किसी प्रकार लापरवाही सहन नही की जाएगी। महानिदेशक ने दिए दिशा-निर्देश इससे पहले महानिदेशक हरियाणा, एडीजीपी अम्बाला रेंज शिवास कविराज भापुसे, ला एंड आर्डर एडीजीपी संजय कुमार भा.पु.से., उपायुक्त राजेश जोगपाल, पुलिस अधीक्षक वरण सिंगला, सहित पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने एनआईटी, यूनिवर्सिटी हेलीपैड, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय ऑडिटोरियम हॉल, केयूके इंटरनेशनल गेस्ट हाउस, थीम पार्क आदि कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण किया। सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। ड्रोन व ग्लाइडर उड़ाने पर रहेगी पाबंदी प्रधानमंत्री कुरूक्षेत्र दोरे के दौरान शहर में किसी भी प्रकार के ग्लाइडर व ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी रहेगी। पुलिस अधीक्षक कुरूक्षेत्र वरुण सिंगला ने बताया कि शनिवार को कुरूक्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से किसी भी कम्पनी या व्यक्तिगत ग्लाइडर या ड्रोन उड़ाने की अनुमति नही दी जाएगी। इस संबंध में सभी थाना प्रभारी व ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। एंटी सेबोटेज टीम द्वारा चैकिंग जारी पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने बताया कि रैली स्थल एरिया मे शरारती तत्वों व अपराधिक गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। जिला पुलिस की टीमों द्वारा शहर के होटलों व धर्मशालाओं को चैक किया जा रहा है। रैली स्थल में आने वाले सभी गेटों पर मैटल डिटेक्टर लगाये गये हैं रेली में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को इन मैटल डिटेक्टरों से होकर गुजरना होगा। रैली स्थल में वर्दी के साथ-साथ सादे कपड़ों में भी पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया गया है। संदिग्ध वस्तुओं के ले जाने की रहेगी पाबन्दी प्रधानमंत्री की कुरूक्षेत्र में चुनावी रैली के दौरान आमजन पर निम्न वस्तुओं का ले जाने पर रहेगी पाबन्दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रैली स्थल पर के कोई भी व्यक्ति बीडी, सिगरेट सहित तम्बाकू के उत्पाद, प्रतिकृत बंदूके और गोला बारूद सहित अग्नि शास्त्र, विस्फोटक और आग लगाने वाले उपकरण लाइटर, माचिस नहीं ले जा सकता। लेडीज परस ले जाने पर भी बैन इसके साथ-साथ किसी प्रकार के हथियार जैसे चाकू, लाठी आदि सहित नुकीली और खतरनाक वस्तुओं, फेंकने योग्य वस्तुओं जैसे पानी की बोतलें, पत्थर आदि पर पर पाबन्दी रहेगी। सादा कागज, स्कैच पैन, मार्कर, स्याही की बोतल सहित प्रदर्शन सामग्री, काले रंग के वस्त्र जैसे चुन्नी आदि लेडीज परस, बैग सहित ले जाने पर पाबन्दी रहेगी। प्रशासन द्वारा निर्धारित पार्किंग में ही खड़ा करें। नाकों या पार्किंग पर तैनात यातायात पुलिस द्वारा दिए गए। इन रास्तों पर जाने वाले लोगों को दी सलाह इसके अलावा लोगों से अंबेडकर चौंक, ओल्ड बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, मोहन नगर, न्यू बस स्टैंड, पीपली जाने वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की सावधानी पूर्वक योजना बनाए लोगों से परामर्श में कहा गया है, वाहन चालकों को धैर्य रखने, यातायात नियमों और सड़क अनुशासन का पालन करने तथा सभी चौराहों पर तैनात यातायात कर्मियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।
करनाल ACB द्वारा पकड़े गए इंस्पेक्टर व एएफएसओ का मामला:टीम के हाथ लगी डायरी व मोबाइल कॉल की रिकॉर्डिंग, निदेशक ने दोनों को किया निलंबित
करनाल ACB द्वारा पकड़े गए इंस्पेक्टर व एएफएसओ का मामला:टीम के हाथ लगी डायरी व मोबाइल कॉल की रिकॉर्डिंग, निदेशक ने दोनों को किया निलंबित हरियाणा में करनाल के कुंजपुरा में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से जुड़े अफसरों के खिलाफ चल रही एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की जांच ने टर्निंग प्वाइंट लिया है। एसीबी की टीम को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के AFAO व इंस्पेक्टर की एक डायरी और मोबाइल से कई अहम सुराग मिले हैं। सूत्रों की मानें तो डायरी में रिश्वत का पूरा हिसाब-किताब दर्ज है, जिसमें बताया गया है कि किस राशन डिपो से कितनी रिश्वत वसूली गई। इसके साथ ही, आरोपियों के मोबाइल से बातचीत की रिकॉर्डिंग और अन्य सबूत मिले हैं, जो इस भ्रष्टाचार के खेल को उजागर कर रहे है। वहीं खाद्य, नागरिक आपूर्ति एंव उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक राजेश जोगपाल द्वारा बड़ा दोनों अधिकारियों पर बड़ा एक्शन लिया है। उनके द्वारा एएफएसओ राजेंद्र व इंस्पेक्टर नीरज वधवा को तुरंत प्रभाव निलंबित करने के निर्देश जारी कर दिए है। किस से कितना लेना और कौन देखकर नहीं गया, डायरी में दर्ज सूत्रों की माने आरोपियों ने रिश्वत का हिसाब डायरी में लिख रखा था। किस डिपो होल्डर से पैसे आए और किससे बाकी हैं, सब कुछ डायरी में दर्ज है। रिश्वत देने में देरी करने वाले डिपो होल्डरों को कॉल कर मीटिंग के लिए बुलाया जाता था। यहां तक कि डिपो होल्डर के ग्रुप में मैसेज डालकर उन्हें स्पष्ट कर दिया जाता था कि पैसे लेकर कार्यालय पहुंचें। शिकायतकर्ता विकास ने बताया कि यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा था, और अब तक 14 डिपो होल्डर खुलकर सामने आ चुके है। मोबाइल की रिकॉर्डिंग ने खोला राज एसीबी की टीम को आरोपियों के मोबाइल से कई राज मिले हैं। इनमें रिश्वत की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी शामिल है। इन सबूतों के आधार पर एसीबी ने कार्रवाई तेज कर दी है। टीम ने आरोपियों की प्रोपर्टी की जांच भी शुरू कर दी है ताकि पता लगाया जा सके कि रिश्वत के पैसे कहां-कहां खर्च हुए। फिलहाल तीनों आरोपी जेल में हैं, और उनके पास से 82 हजार रुपए की नकदी भी बरामद की गई है। धमकियां देकर वसूली करते थे आरोपी जांच में खुलासा हुआ है कि कुंजपुरा क्षेत्र के 31 राशन डिपो से दो अलग-अलग तरीकों से रिश्वत ली जाती थी। पहली, राशन डिपो के कमीशन का एक हिस्सा, जो विभाग द्वारा दिया जाता था। कमीशन से पहले पांच प्रतिशत और बाद में तीन से चार प्रतिशत की मांग की जाती थी। दूसरी, हर महीने वितरित होने वाले राशन पर 20 रुपए प्रति क्विंटल की दर से वसूली की जाती थी। पैसे न देने पर सप्लाई रोकने की धमकी दी जाती थी, जो निरीक्षक के अधिकार क्षेत्र में था।