हरियाणा में करनाल के कुड़क जागीर गांव में अपने भाई को हमलावरों से बचाने के लिए पहुंचे व्यक्ति पर चाकू से जानलेवा हमला बोल दिया। जिससे वह घायल हो गया। हमले के दौरान उसकी जेब से बदमाश 5 हजार रुपए भी निकाल कर ले गए। पीड़ित ने मेडिकल करवाने के बाद शिकायत तरवाड़ी थाना पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गाड़ी से लौट रहा था घर कुडक जागीर निवासी श्रीराम ने बताया कि कल शाम को वह अपनी गाड़ी से अपने घर लौट रहा था। शाम करीब सवा सात बजे जटपुरा ठेके के पास कुछ युवक एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर रहे थे। जब वह गाड़ी से उतरा तो उसने देखा कि आरोपी उसके भाई ऋषिपाल को ही पीट रहे है। वह तुरंत बचाव के लिए दौड़ा, लेकिन वहां मौजूद बदमाशों ने चाकू निकाल लिया और उसके पेट पर चाकुओं से हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गया। इसी बीच उसकी जेब से 5 हजार भी बदमाशों ने निकाल लिए। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार व्यक्ति पर हमला करने बदमाश हमलावर मौके से फरार हो गए। परिजनों ने घायल श्रीराम को करनाल के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और बयान के आधार पर शिकायत दर्ज कर ली। श्रीराम फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और शीघ्र ही दोषियों को पकड़ने का आश्वासन दिया है। वही पीड़ित श्रीराम का कहना है कि हमलावरों ने उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने इस घटना के बारे में किसी को बताया, तो वे उन्हें जान से मार देंगे। पुलिस जुटी जांच में तरवाड़ी थाना के जांच अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि श्रीराम पर चाकू से हमला किए जाने की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा में करनाल के कुड़क जागीर गांव में अपने भाई को हमलावरों से बचाने के लिए पहुंचे व्यक्ति पर चाकू से जानलेवा हमला बोल दिया। जिससे वह घायल हो गया। हमले के दौरान उसकी जेब से बदमाश 5 हजार रुपए भी निकाल कर ले गए। पीड़ित ने मेडिकल करवाने के बाद शिकायत तरवाड़ी थाना पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गाड़ी से लौट रहा था घर कुडक जागीर निवासी श्रीराम ने बताया कि कल शाम को वह अपनी गाड़ी से अपने घर लौट रहा था। शाम करीब सवा सात बजे जटपुरा ठेके के पास कुछ युवक एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर रहे थे। जब वह गाड़ी से उतरा तो उसने देखा कि आरोपी उसके भाई ऋषिपाल को ही पीट रहे है। वह तुरंत बचाव के लिए दौड़ा, लेकिन वहां मौजूद बदमाशों ने चाकू निकाल लिया और उसके पेट पर चाकुओं से हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गया। इसी बीच उसकी जेब से 5 हजार भी बदमाशों ने निकाल लिए। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार व्यक्ति पर हमला करने बदमाश हमलावर मौके से फरार हो गए। परिजनों ने घायल श्रीराम को करनाल के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और बयान के आधार पर शिकायत दर्ज कर ली। श्रीराम फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और शीघ्र ही दोषियों को पकड़ने का आश्वासन दिया है। वही पीड़ित श्रीराम का कहना है कि हमलावरों ने उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने इस घटना के बारे में किसी को बताया, तो वे उन्हें जान से मार देंगे। पुलिस जुटी जांच में तरवाड़ी थाना के जांच अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि श्रीराम पर चाकू से हमला किए जाने की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा मंत्रिमंडल में विपुल सबसे अमीर:दीपेंद्र हुड्डा को हराने वाले इकलौते नेता शर्मा, नरबीर राव इंद्रजीत को हरा चुके, जानिए मंत्रियों की डिटेल्ड प्रोफाइल
हरियाणा मंत्रिमंडल में विपुल सबसे अमीर:दीपेंद्र हुड्डा को हराने वाले इकलौते नेता शर्मा, नरबीर राव इंद्रजीत को हरा चुके, जानिए मंत्रियों की डिटेल्ड प्रोफाइल हरियाणा में गुरुवार (17 अक्टूबर) को CM नायब सैनी के साथ 13 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। खास बात ये है कि सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल किसी मंत्री पर कोई केस नहीं है। कैबिनेट में शामिल 14 चेहरों में से 13 करोड़पति हैं जिनमें सीएम सैनी भी शामिल हैं। चुनाव के दौरान जमा इलेक्शन एफिडेविट के मुताबिक सबसे ज्यादा 98 करोड़ की प्रॉपर्टी विपुल गोयल की है। कृष्ण कुमार बेदी इकलौते ऐसे मिनिस्टर हैं जो करोड़पति नहीं हैं। उनकी कुल संपत्ति 57 लाख है। सैनी की कैबिनेट में सबसे युवा गौरव गौतम हैं जिनकी उम्र 36 साल है। सबसे उम्रदराज मंत्री श्याम सिंह राणा हैं जो 76 साल के हैं। कैबिनेट में महिला चेहरे के तौर पर आरती राव और श्रुति चौधरी हैं। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो मंत्री बनने वालों में से अरविंद शर्मा डॉक्टर हैं। सीएम नायब सैनी और श्रुति चौधरी ने LLB कर रखी है। वहीं आरती राव और गौरव गौतम के पास कोई गाड़ी नहीं है। कैबिनेट में शामिल अरविंद शर्मा लोकसभा चुनाव में पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को हरा चुके हैं। वहीं नरबीर ने 1987 में विधानसभा चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह को हराया था। अब पढ़िए मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल… नायब सिंह सैनी लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने इस बार कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा सीट से चुनाव लड़ा। इससे पहले वह मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के कारण खाली हुई करनाल विधानसभा सीट से उपचुनाव जीते थे। 54 साल के नायब सिंह सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ने के बाद वह मनोहर लाल खट्टर के संपर्क में आए। सैनी ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 2009 में अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से लड़ा लेकिन जीत नहीं पाए। 2014 की मोदी लहर में उन्होंने नारायणगढ़ से दोबारा चुनाव लड़ा और विधायक बने। मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में उन्हें मंत्रिपद मिला। सरल स्वभाव सैनी की सबसे बड़ी ताकत भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र से टिकट दिया जहां से वह विजयी रहे। अक्टूबर-2023 में वह हरियाणा BJP के अध्यक्ष बनाए गए और तकरीबन 6 महीने बाद, 12 मार्च 2024 को खट्टर के इस्तीफे के बाद उन्हें प्रदेश का CM नियुक्त किया गया। इस बार भाजपा ने चुनाव से पहले ही सैनी को अपना सीएम चेहरा घोषित कर दिया था। सरल स्वभाव वाले सैनी की अगुवाई में पार्टी ने रिकॉर्ड 48 सीटों पर जीत दर्ज की। नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी भी राजनीति में एक्टिव हैं। उनके 2 बच्चे हैं। उनका बेटा चंडीगढ़ स्थित यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई कर रहा है जबकि बेटी अंशिका ने चंडीगढ़ में 12वीं की है। हरियाणा भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शामिल अनिल विज को सैनी के बाद दूसरे नंबर पर शपथ दिलाई गई। वह अंबाला कैंट से सातवीं बार विधायक बने हैं। अनिल विज ने बैंक की नौकरी छोड़कर सियासत में कदम रखा। अनिल विज के पिता का नाम भीमसेन है जो रेलवे में अधिकारी थे। 15 मार्च 1953 को पैदा हुए अनिल विज ने पंजाब यूनिवर्सिटी से बीएससी की है। 1970 में विज एबीवीपी के महासचिव बने। अनिल विज 16 साल बैंक की जॉब करने के बाद पॉलिटिक्स में एक्टिव हुए। 1990 में पहली बार MLA बने, दो बार निर्दलीय जीते
अनिल विज ने पहली बार 1990 में अंबाला कैंट सीट से उपचुनाव लड़ा और विधायक बने। 1991 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। एक समय में अनिल विज अंबाला कैंट में इतने मजबूत हो गए थे कि उन्होंने दो बार निर्दलीय चुनाव लड़ा और दोनों बार जीत हासिल की। अनिल विज ने 1996 और 2000 में निर्दलीय चुनाव जीता। 2009 में उन्होंने अंबाला कैंट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद 2014, 2019 और 2024 में भी उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। पानीपत जिले की इसराना विधानसभा सीट से विधायक चुने गए कृष्णलाल पंवार 2014 के बाद भाजपा-राज में दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बने हैं। पंवार एससी बिरादरी का बड़ा चेहरा हैं और उन्होंने राजनीति में लंबी पारी खेली है। भाजपा में आने से पहले वह ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी, इनेलो में थे। वह करनाल जिले की असंध सीट से इनेलो के विधायक भी रह चुके हैं। 2014 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। 2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद कृष्णलाल पंवार मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में परिवहन, आवास और जेलमंत्री रहे। 2019 में वह इसराना सीट पर ही कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि से हार गए। वर्ष 2022 में भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया था। इस बार पार्टी ने उन्हें लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव में उतारा। विधायक चुने जाने के बाद उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। राव नरबीर सिंह को चौथी बार प्रदेश के मंत्रिमंडल में जगह मिली है। इस बार वह बादशाहपुर विधानसभा सीट से दूसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। वर्ष 2014 की मोदी लहर के दौरान राव नरबीर ने ही बादशाहपुर सीट पर पहली बार कमल खिलाया था। राव नरबीर सिंह के परिवार का सियासत से बहुत पुराना नाता है। खुद राव नरबीर ने वर्ष 1987 में महज 26 साल की उम्र में अपना पहला चुनाव लड़ा और जाटूसाना सीट से अहीरवाल के दिग्गज कहे जाने वाले राव इंद्रजीत सिंह को धूल चटाकर विधायक बन गए। तब ताऊ देवीलाल ने उन्हें अपनी सरकार में मंत्री बनाया। दादा अंग्रेजी हुकूमत में MLC रहे, पिता रह चुके कैबिनेट मंत्री राव नरबीर का जन्म 2 अप्रैल 1961 को गुरुग्राम में हुआ। वह मोहर सिंह यादव के पोते हैं, जो 1942 में ब्रिटिश हुकूमत के दौरान देश के बंटवारे से पहले एमएलसी थे। नरबीर के पिता महावीर सिंह यादव भी हरियाणा में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। राव नरबीर 1996 में सोहना से विधायक बने तो बंसीलाल ने उन्हें अपनी सरकार में परिवहन एवं सहकारिता मंत्री बनाया। 2014 में बादशाहपुर से विधायक बनने के बाद वह मनोहर लाल सरकार में लोक निर्माण एवं वन मंत्री बने। 2019 में भाजपा ने राव नरबीर को टिकट नहीं दिया। इस बार पार्टी ने फिर मैदान में उतारा तो राव नरबीर जीतकर फिर विधानसभा पहुंचे। पानीपत ग्रामीण सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने महिपाल ढांडा को दूसरी बार मंत्री बनने का मौका मिला है। 2009 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई पानीपत ग्रामीण सीट पर भाजपा ने 2014 में पहली बार महिपाल ढांडा को टिकट दिया और वह विजयी रहे। तब उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को 36,132 वोट से हराया। BJP ने 2019 में उन्हें फिर टिकट दिया तो वह जजपा के देवेंद्र कादियान को 21,961 मतों से हराकर विधानसभा पहुंचे। इस बार लगातार तीसरी बार टिकट मिलने के बाद महिपाल ढांडा को मिले कुल वोट और उनकी जीत का मार्जिन भी बढ़ गया। इस बार उन्हें 1,01,079 वोट लेकर कांग्रेस के सचिन कुंडू को 50,212 वोट से हराया। भाजपा से ही राजनीति की शुरुआत महिपाल ढांडा ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत भाजपा से ही की। उनकी गिनती पार्टी के चुनिंदा जाट चेहरों में होती है। महिपाल ढांडा 1996 से 2004 तक भाजपा के स्टूडेंट विंग- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में प्रदेश सहमंत्री रहे। वर्ष 2004 में भाजपा ने उन्हें पानीपत जिला इकाई का उपाध्यक्ष बनाया। 2006 में उन्हें प्रमोट करके पानीपत जिला इकाई का महामंत्री बनाया गया जिस पर वह 2009 तक रहे। वर्ष 2009 से 2012 तक ढांडा हरियाणा में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रहे। वर्ष 2012 में पार्टी ने उन्हें हरियाणा में अपने किसान मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। जाट बिरादरी में ढांडा की अच्छी पकड़ है। सैनी मंत्रिमंडल में शामिल डॉ. अरविंद कुमार ने रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी की पढ़ाई की है। 25 नवंबर 1962 को पैदा हुए अरविंद शर्मा के पिता का नाम पंडित सतगुरु दास शर्मा और मां का नाम बिमला देवी है। डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह राजनीति में आ गए। अरविंद शर्मा की पत्नी का नाम रीटा शर्मा है। दोनों की शादी 9 नवंबर 1989 को हुई। उनका एक बेटा और एक बेटी है। दीपेंद्र हुड्डा को हराने वाले एकमात्र नेता
अरविंद शर्मा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1996 में की। उन्होंने सोनीपत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार रिजक राम को हराकर सांसद बने। वह 2004 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर करनाल के सांसद बने। जनवरी-2014 में अरविंद शर्मा कांग्रेस छोड़कर BSP में शामिल हो गए। BSP ने उन्हें 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपना CM चेहरा बनाया। अरविंद शर्मा ने तब दो सीटों- यमुनानगर और जुलाना- से चुनाव लड़ा लेकिन दोनों ही जगह हार गए। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अरविंद शर्मा भाजपा में शामिल हो गए। BJP ने उन्हें रोहतक लोकसभा सीट पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने उतारा। उस चुनाव में अरविंद शर्मा ने दीपेंद्र हुड्डा को 7,503 वोट से हराया। अरविंद शर्मा इकलौते ऐसे नेता हैं जिन्होंने दीपेंद्र हुड्डा को चुनाव हराया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अरविंद शर्मा को फिर रोहतक सीट से उम्मीदवार बनाया लेकिन इस बार वह दीपेंद्र हुड्डा से हार गए। इसके बाद उन्हें विधानसभा चुनाव में सोनीपत जिले की गोहाना सीट से उतारा गया जहां से वह विजयी रहे। तोशाम विधानसभा सीट से अपना पहला विधानसभा चुनाव जीतने वाली श्रुति चौधरी को भी सैनी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। श्रुति चौधरी पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पोती और पूर्व मंत्री चौधरी सुरेंद्र सिंह की बेटी हैं। उनकी मां किरण चौधरी तोशाम से विधायक रह चुकी हैं। बंसीलाल तोशाम सीट से जीतकर ही हरियाणा के सीएम बने थे। उनके बेटे चौधरी सुरेंद्र भी इसी सीट से जीत कर प्रदेश में कृषि मंत्री बने। अब सुरेंद्र सिंह और किरण चौधरी की बेटी श्रुति ने भी इसी सीट से जीत दर्जकर मंत्रिमंडल में जगह बनाई है। गौरव को पहली बार विधायक बनते ही मंत्रिमंडल में जगह
पलवल विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने गौरव गौतम को हरियाणा सरकार में मंत्री पद भी मिला है। गौरव गौतम ने पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को 33,605 वोटों के बड़े अंतर से हराया है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करी थी। 36 वर्षीय गौरव गौतम ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक मशहूर हुई ताऊ बलजीत की जलेबी:कुरुक्षेत्र के गीता महोत्सव में लगाया स्टॉल, देसी घी में तैयार होती है
कश्मीर से कन्याकुमारी तक मशहूर हुई ताऊ बलजीत की जलेबी:कुरुक्षेत्र के गीता महोत्सव में लगाया स्टॉल, देसी घी में तैयार होती है कश्मीर से कन्या कुमारी तक कई प्रदेशों में ताऊ बलजीत की देशी घी की जलेबी मशहूर हो चुकी है। इस जलेबी का बेलगांव, कर्नाटक, पांडुचेरी, हैदराबाद, गोवा, शिमला, देहरादून, मेरठ, पंतनगर, लुधियाना सहित अन्य प्रदेशों के लोग बेसब्री के साथ इंतजार करते हैं। खास बात यह है कि ताऊ बलजीत हरियाणा, पंजाब और कर्नाटक के पर्यटकों के लिए प्रति किलो दाम में छूट भी देते है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में आयोजित अतंराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में पर्यटकों के स्वाद को पूरा करने के लिए ताऊ बलजीत ने अपने स्टॉल लगाए हैं। गांव गोसाना से ताऊ बलजीत की देशी घी वाली जलेबी महोत्सव में अपनेपन की मिठास को घोलने का काम कर रही है। इस महोत्सव में आने वाले पर्यटक अपने-अपने आप ही ताऊ बलजीत के जलेबी के स्टॉल की तरफ खींचे चले आते है। देशी घी में तैयार की जाने वाली इस जलेबी की खुशबू से बच्चे, युवा और बुजुर्ग भी अपने आपको जलेबी को खाने से रोक नहीं पाते है। खास बात यह है कि पर्यटकों की मांग को पूरा करने के लिए ताऊ बलजीत ने ब्रह्मसरोवर के दोनों तरफ स्टॉल को स्थापित किया है। एक किलो जलेबी के रेट 400 रुपए सोनीपत के गांव गोसाना निवासी ताऊ बलजीत ने बातचीत करते हुए बताया कि पिछले 11 सालों से कुरुक्षेत्र में आयोजित गीता महोत्सव में पर्यटकों के स्वाद को बढ़ाने के लिए गोहाना की प्रसिद्ध जलेबियों को लेकर आ रहे हैं। इस बार वे अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में स्टॉलों पर शहर वासियों के लिए देशी घी वाली जलेबियां लेकर आएं है। इस वर्ष एक किलो जलेबी का दाम लगभग 400 रुपए रखा गया है। एक जलेबी का वजन 250 ग्राम हैं। शुद्धता और स्वच्छता के साथ देशी घी से जलेबी बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें व उनके परिजन विजय कुमार और सुनील कुमार को महोत्सव का तो बेसब्री से इंतजार रहता है। इसलिए वे महोत्सव में पर्यटकों के लिए देशी घी से बनी जलेबियां लेकर आएं है। यहां आकर उन्हें सकून मिलता है और पर्यटकों को स्वादिष्ठ जलेबी खिलाकर मन को भी संतुष्टि मिलती हैं। इसलिए पर्यटकों के स्वाद का विशेष ध्यान रखा जाता है। चार दशकों से बना रहे जलेबी उन्होंने कहा कि देशी घी की जलेबी का अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में पर्यटक और शहरवासी बेसब्री से उनका इंतजार करते हैं। वे करीब 4 दशकों से जलेबी बनाने का काम कर रहे हैं। इन सालों में उनकी जलेबी के चाहने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। महोत्सव में आने वाले विदेशी पर्यटक भी उनकी जलेबी के कद्रदान है और बड़े चाव के साथ जलेबी के स्वाद को चखने के लिए उनके स्टॉलों पर पहुंचते है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और केडीबी द्वारा उन्हें हर बार पूरा सहयोग मिलता है। प्रशासन द्वारा महोत्सव के दौरान सुरक्षा के साथ-साथ अन्य सभी पुख्ता प्रबंध किए गए है।
हरियाणा में पत्नी की गला घोंटकर हत्या:लाश पर कंबल डाला, जीजा को फोन कर बोला-मैंने उसे मार दिया; झूठ बोलकर की थी शादी
हरियाणा में पत्नी की गला घोंटकर हत्या:लाश पर कंबल डाला, जीजा को फोन कर बोला-मैंने उसे मार दिया; झूठ बोलकर की थी शादी हरियाणा के फरीदाबाद में पति ने पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने जीजा को फोन कर कहा कि मैंने अपनी पत्नी को मार दिया है। इसके बाद वह फरार हो गया। पुलिस पहुंची तो लाश फर्श पर पड़ी थी और गर्दन तक उसे कंबल से ढ़का हुआ था। उसके गले पर चोट के निशान थे और नाक से झाग निकला हुआ था। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी पति ने झूठ बोलकर शादी रचाई थी। वह नशे का भी आदी था। जिस वजह से पति मोनू और पत्नी आंचल में अक्सर कहासुनी होती रहती थी। पुलिस ने आरोपी पति पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। जिसके बाद उसकी तलाश की जा रही है। शादी के बाद पता चला, शराब पीने का आदी था
धर्मेंद्र और मां पूनम ने पुलिस को बताया कि करीब एक साल पहले उन्होंने बेटी आंचल की शादी दिल्ली के शाहदरा के रहने वाले मोनू के साथ की थी। जब शादी तय हुई तो मोनू के घरवालों ने कहा कि उसकी अपनी दुकान है। हालांकि शादी के बाद पता चला कि उसके पास कुछ नहीं है। उनके साथ धोखा कर शादी करा दी गई। मोनू शराब पीने का आदी था। जिस वजह से घर में आर्थिक तंगी भी रहती थी। बेटी ने कहा- घर में आटा नहीं, देने गए तो कमरा बंद था
धर्मेंद्र ने बताया कि शनिवार को उनकी बेटी आंचल का फोन आया। उसने कहा कि उसके घर में आटा नहीं है। आप आटा दे जाओ। जब वे अगले दिन रविवार को जब दोपहर 2 बजे आटा लेकर पहुंचे, तो आंचल का कमरा बंद था। इसलिए वे वापस लौट आए। एक दिन पहले साड़ी मांगकर ले गई थी
धर्मेंद्र के मुताबिक उनकी पत्नी पूनम ने बताया कि आंचल एक दिन पहले ही मायके आई थी। उसे किसी शादी में जाना था। जिसके लिए वह साड़ी मांगकर ले गई। इसके बाद रविवार से उसका कोई पता नहीं चल रहा था। जब पुलिस का फोन आया तो उन्हें हत्या का पता चला। जीजा को बताया तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी पिता धर्मेंद्र ने बताया कि आंचल की हत्या कर मोनू ने जब जीजा को फोन किया तो उन्होंने इस बारे में पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। उस वक्त आंचल की मौत हो चुकी थी और उसकी लाश पड़ी हुई थी। उसके शरीर पर भी चोट के निशान थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मोनू ने शराब के नशे में उनकी बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। उन्होंने आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। SHO बोले- आरोपी की तलाश कर रहे
इस मामले में थाना सदर बल्लभगढ़ के SHO उमेश कुमार ने कहा कि मृतका आंचल की मां की शिकायत पर पति मोनू के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस की टीमें मोनू की तलाश कर रही हैं। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही हत्या को लेकर पूरे मामले का खुलासा होगा।