करनाल में सड़क की मिट्टी उठाने का मामला:कहां गई मिट्टी मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों को मालूम नहीं लोकेशन,SDM ने किया सोशल ऑडिट

करनाल में सड़क की मिट्टी उठाने का मामला:कहां गई मिट्टी मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों को मालूम नहीं लोकेशन,SDM ने किया सोशल ऑडिट

हरियाणा में करनाल के ऊंचा समाना-रांवर रोड की निर्माणाधीन सड़क से अतिरिक्त मिट्टी उठाए जाने के मामले में मार्केटिंग बोर्ड और ठेकेदार सवालों के घेरे में है। मजेदार बात तो यह है कि मार्केटिंग बोर्ड के SDO को ही नहीं पता कि ठेकेदार द्वारा सड़क की मिट्टी को किस जगह पर एकत्रित करवाया जा रहा है? SDO विशाल वर्मा ने सिर्फ इतना ही कहा कि मिट्टी नजदीकी साइट पर डंप करवाई जा रही है, लेकिन वह लोकेशन कौन सी है, इसका उनके पास कोई जवाब नहीं था। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि निर्माणाधीन सड़क की जांच को लेकर पहुंचे SDM ने सड़क को लेकर सोशल ऑडिट तो कर लिया, लेकिन मिट्टी उठान वाले मामले का ऑडिट नहीं कर पाए? उन्होंने चंद लोगों से यह तो पूछ लिया कि सड़क ठीक बन रही है या नहीं, लेकिन ठेकेदार से यह नहीं पूछा कि मिट्टी उठवाकर किस लोकेशन पर एकत्रित की जा रही है्? मामले के बाद मौके पर नहीं चली पोकलेन और डंफर। जानिए क्या है पूरा मामला ऊंचा समाना-रांवर रोड करीब ढाई किलोमीटर लंबा है। जिसको 80-85 लाख रुपए की लागत से मार्केटिंग बोर्ड द्वारा बनाया जा रहा है। सड़क की हाइट 6-7 फीट की है और इसके लेवल को ढाई फुट तक के लेवल में लेकर आना है, क्योंकि सड़क की हाइट ज्यादा होने की वजह से आसपास के किसानों को दिक्कते आ रही थी। बीती 9 जुलाई को एक पोकलेन और डंपरों की मदद से मिट्टी को उठाया जा रहा था। नियमानुसार, मार्केटिंग बोर्ड की सड़क की मिट्टी को वाइडनिंग या फिर बर्म के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन मिट्टी यहां से उठाई जा रही थी। मिट्टी विभागीय परमिशन से उठाई जा रही है या ठेकेदार अपनी मर्जी से मिट्टी को उठाकर कहीं ओर भेज रहा है, यहीं जानने के लिए मीडिया पहुंची, लेकिन कैमरा देख पोकलेन और डंफर चालक अपने अपने वाहन लेकर फरार हो गए। जब सब कुछ सही था तो चालक भागे क्यों? जब ग्रामीण गजराज व भारत से बात की तो उन्होंने भी इतना ही बताया था कि सड़क बना रहे है, लेकिन मिट्टी को लेकर हमें कुछ नहीं पता। दैनिक भास्कर के सवालों का SDO विशाल वर्मा से जवाब सवाल: अब मिट्टी कहां डलवाई जा रही है? जवाब: अब लोकल नियरेस्ट प्वाइंट जहां पर भी हाेगा, मौके के अनुसार वही पर डलवा देंगे उसको।सवाल: यहां से मिट्टी के डंपर पे डंपर उठ चुके है, वे कहां पर डाले जा रहे है, क्या वह लोकेशन है आपके पास?जवाब: वो ठेकेदार से हम, क्योंकि हमने लेवलिंग का इसमें प्रोविजन लिया हुआ है। अगर उनकी बनती है तो वे पे करेंगे। सवाल: जब एस्टीमेट या टेंडर होता होगा तो उसमें मिट्टी डंप का भी टेंडर होता होगा? जवाब: नहीं, डंप का तो एज पर साइट सिचुएशन के अकोर्डिंग होता है उसमें। क्योंकि अब यहां पर साइडों में धान लगाई हुई है। सवाल: सड़क की मिट्टी को सड़क में ही यूज किया जा सकता है या फिर गांव में डाला जा सकता है? जवाब: यह मिट्टी यहीं पर यूज होगी, वाइडनिंग के लिए यूज करेंगे। सवाल: क्या इस मिट्टी को बेचा जा सकता है? जवाब: नहीं,सवाल: तो डिपार्टमेंट इसे कहां पर डाल सकता है? सवाल: क्या आपको नियरेस्ट प्वाइंट का पता है कहां पर है? जवाब:नियरेस्ट प्वाइंट तो साइट पर ही है हमारा सवाल: कितने डंपर उठ चुके होंगे यहां से? जवाब: वह तो लेवल के अकोर्डिंग है हमारा उसमें, हमारा एस्टीमेट लेवल के हिसाब से होता है। सवाल: क्या टेंडर में मिट्टी उठाने का ठेका ठेकेदार को दे रखा है? जवाब: हां जी, वो है उसमें। SDO से बार बार डंपिंग लोकेशन पूछी गई, लेकिन वे सिर्फ एक ही रटा लगाए रहे, नियरेस्ट लोकल प्वाइंट, लेकिन वह कहां है इसका उनके पास कोई स्पष्ट जवाब नहीं था।BJP के मंडल महामंत्री और पूर्व सरपंच बोले-ठीक हो रहा है काम-मौके का मुआयना करने पहुंचे SDM राजेश कुमार के सामने BJP के मंडल महामंत्री सतबीर सिंह और गांव के पूर्व सरपंच व अन्य कुछ ग्रामीणों ने बताया कि सड़क का निर्माण बहुत बढ़िया हो रहा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने कही पर भी मिट्टी डाली हो, हमें नहीं पता। हमें अपना काम चाहिए। ठेकेदार बोला मैं कैमरे के सामने नहीं बोलूंगा जब ठेकेदार संजय गुप्ता से डंपिंग प्वाइंट के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से मना कर दिया। जब बिना कैमरे के ही यह सवाल किया गया कि मिट्टी कहां पर डलवाई गई है तो उन्होंने चुप्पी साध ली। सोशल ऑडिट किया है: एसडीएम SDM राजेश कुमार सोनी ने बताया कि ऊंचा समाना-रांवर रोड का मामला सामने आया था कि सड़क का लेवल नीचा करते वक्त मिट्टी उठाई गई है। जिसके बाद हमने गांव में आकर सोशल ऑडिट किया है। यह सड़क ग्रामीणों की डिमांड पर ही नीचे की जा रही है। ग्रामीण सड़क निर्माण से पूरी तरह से संतुष्ट है। यहां पर किसी भी तरह की कोई एबनोर्मल्टी नहीं पाई गई है। SDM से प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व सरपंच का इंटरफेयर जब SDM पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे तो SDM से सवाल किया गया कि जो मिट्टी यहां से उठाई गई है उसको कहां पर डलवाया गया है तो SDM के जवाब से पहले ही पूर्व सरपंच निशांत राणा ने पत्रकारों से बहस पर उतर आए और SDM से सवाल पूछने से मना करने लगे। पूर्व सरपंच ने फिर से स्पष्टीकरण दिया, काम बिल्कुल ठीक हो रहा है। आप बस कीजिए। आम पब्लिक से ज्यादा पूर्व सरपंच तैस में नजर आ रहे थे। पूर्व सरपंच ने SDM को इतना तक कह दिया कि SDM साहब हमारी कंप्लेंट लो इन पत्रकारों के खिलाफ, क्योंकि ये लोग गलत न्यूज़ छापते है। हरियाणा में करनाल के ऊंचा समाना-रांवर रोड की निर्माणाधीन सड़क से अतिरिक्त मिट्टी उठाए जाने के मामले में मार्केटिंग बोर्ड और ठेकेदार सवालों के घेरे में है। मजेदार बात तो यह है कि मार्केटिंग बोर्ड के SDO को ही नहीं पता कि ठेकेदार द्वारा सड़क की मिट्टी को किस जगह पर एकत्रित करवाया जा रहा है? SDO विशाल वर्मा ने सिर्फ इतना ही कहा कि मिट्टी नजदीकी साइट पर डंप करवाई जा रही है, लेकिन वह लोकेशन कौन सी है, इसका उनके पास कोई जवाब नहीं था। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि निर्माणाधीन सड़क की जांच को लेकर पहुंचे SDM ने सड़क को लेकर सोशल ऑडिट तो कर लिया, लेकिन मिट्टी उठान वाले मामले का ऑडिट नहीं कर पाए? उन्होंने चंद लोगों से यह तो पूछ लिया कि सड़क ठीक बन रही है या नहीं, लेकिन ठेकेदार से यह नहीं पूछा कि मिट्टी उठवाकर किस लोकेशन पर एकत्रित की जा रही है्? मामले के बाद मौके पर नहीं चली पोकलेन और डंफर। जानिए क्या है पूरा मामला ऊंचा समाना-रांवर रोड करीब ढाई किलोमीटर लंबा है। जिसको 80-85 लाख रुपए की लागत से मार्केटिंग बोर्ड द्वारा बनाया जा रहा है। सड़क की हाइट 6-7 फीट की है और इसके लेवल को ढाई फुट तक के लेवल में लेकर आना है, क्योंकि सड़क की हाइट ज्यादा होने की वजह से आसपास के किसानों को दिक्कते आ रही थी। बीती 9 जुलाई को एक पोकलेन और डंपरों की मदद से मिट्टी को उठाया जा रहा था। नियमानुसार, मार्केटिंग बोर्ड की सड़क की मिट्टी को वाइडनिंग या फिर बर्म के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन मिट्टी यहां से उठाई जा रही थी। मिट्टी विभागीय परमिशन से उठाई जा रही है या ठेकेदार अपनी मर्जी से मिट्टी को उठाकर कहीं ओर भेज रहा है, यहीं जानने के लिए मीडिया पहुंची, लेकिन कैमरा देख पोकलेन और डंफर चालक अपने अपने वाहन लेकर फरार हो गए। जब सब कुछ सही था तो चालक भागे क्यों? जब ग्रामीण गजराज व भारत से बात की तो उन्होंने भी इतना ही बताया था कि सड़क बना रहे है, लेकिन मिट्टी को लेकर हमें कुछ नहीं पता। दैनिक भास्कर के सवालों का SDO विशाल वर्मा से जवाब सवाल: अब मिट्टी कहां डलवाई जा रही है? जवाब: अब लोकल नियरेस्ट प्वाइंट जहां पर भी हाेगा, मौके के अनुसार वही पर डलवा देंगे उसको।सवाल: यहां से मिट्टी के डंपर पे डंपर उठ चुके है, वे कहां पर डाले जा रहे है, क्या वह लोकेशन है आपके पास?जवाब: वो ठेकेदार से हम, क्योंकि हमने लेवलिंग का इसमें प्रोविजन लिया हुआ है। अगर उनकी बनती है तो वे पे करेंगे। सवाल: जब एस्टीमेट या टेंडर होता होगा तो उसमें मिट्टी डंप का भी टेंडर होता होगा? जवाब: नहीं, डंप का तो एज पर साइट सिचुएशन के अकोर्डिंग होता है उसमें। क्योंकि अब यहां पर साइडों में धान लगाई हुई है। सवाल: सड़क की मिट्टी को सड़क में ही यूज किया जा सकता है या फिर गांव में डाला जा सकता है? जवाब: यह मिट्टी यहीं पर यूज होगी, वाइडनिंग के लिए यूज करेंगे। सवाल: क्या इस मिट्टी को बेचा जा सकता है? जवाब: नहीं,सवाल: तो डिपार्टमेंट इसे कहां पर डाल सकता है? सवाल: क्या आपको नियरेस्ट प्वाइंट का पता है कहां पर है? जवाब:नियरेस्ट प्वाइंट तो साइट पर ही है हमारा सवाल: कितने डंपर उठ चुके होंगे यहां से? जवाब: वह तो लेवल के अकोर्डिंग है हमारा उसमें, हमारा एस्टीमेट लेवल के हिसाब से होता है। सवाल: क्या टेंडर में मिट्टी उठाने का ठेका ठेकेदार को दे रखा है? जवाब: हां जी, वो है उसमें। SDO से बार बार डंपिंग लोकेशन पूछी गई, लेकिन वे सिर्फ एक ही रटा लगाए रहे, नियरेस्ट लोकल प्वाइंट, लेकिन वह कहां है इसका उनके पास कोई स्पष्ट जवाब नहीं था।BJP के मंडल महामंत्री और पूर्व सरपंच बोले-ठीक हो रहा है काम-मौके का मुआयना करने पहुंचे SDM राजेश कुमार के सामने BJP के मंडल महामंत्री सतबीर सिंह और गांव के पूर्व सरपंच व अन्य कुछ ग्रामीणों ने बताया कि सड़क का निर्माण बहुत बढ़िया हो रहा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने कही पर भी मिट्टी डाली हो, हमें नहीं पता। हमें अपना काम चाहिए। ठेकेदार बोला मैं कैमरे के सामने नहीं बोलूंगा जब ठेकेदार संजय गुप्ता से डंपिंग प्वाइंट के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से मना कर दिया। जब बिना कैमरे के ही यह सवाल किया गया कि मिट्टी कहां पर डलवाई गई है तो उन्होंने चुप्पी साध ली। सोशल ऑडिट किया है: एसडीएम SDM राजेश कुमार सोनी ने बताया कि ऊंचा समाना-रांवर रोड का मामला सामने आया था कि सड़क का लेवल नीचा करते वक्त मिट्टी उठाई गई है। जिसके बाद हमने गांव में आकर सोशल ऑडिट किया है। यह सड़क ग्रामीणों की डिमांड पर ही नीचे की जा रही है। ग्रामीण सड़क निर्माण से पूरी तरह से संतुष्ट है। यहां पर किसी भी तरह की कोई एबनोर्मल्टी नहीं पाई गई है। SDM से प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व सरपंच का इंटरफेयर जब SDM पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे तो SDM से सवाल किया गया कि जो मिट्टी यहां से उठाई गई है उसको कहां पर डलवाया गया है तो SDM के जवाब से पहले ही पूर्व सरपंच निशांत राणा ने पत्रकारों से बहस पर उतर आए और SDM से सवाल पूछने से मना करने लगे। पूर्व सरपंच ने फिर से स्पष्टीकरण दिया, काम बिल्कुल ठीक हो रहा है। आप बस कीजिए। आम पब्लिक से ज्यादा पूर्व सरपंच तैस में नजर आ रहे थे। पूर्व सरपंच ने SDM को इतना तक कह दिया कि SDM साहब हमारी कंप्लेंट लो इन पत्रकारों के खिलाफ, क्योंकि ये लोग गलत न्यूज़ छापते है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर