हरियाणा में करनाल के मुखापरी गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक 15 वर्षीय नाबालिग छात्र को सांप के काटने से उसकी मौत हो गई। छात्र को सुबह बार-बार उल्टियां हुई थी। जब उसके शरीर को चेक किया गया तो सांप के काटने के निशान पाए गए। जब अस्पताल में लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 8वीं कक्षा का था छात्र मुखापरी गांव के निवासी सतीश का बेटा अनमोल गांव के ही स्कूल में 8वीं कक्षा का छात्र था। अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। सुबह सोते हुए अचानक अनमोल को उल्टियां शुरू हो गईं, जिससे परिवार में हड़कंप मच गया। पहले तो उसे गांव के स्थानीय डॉक्टर के पास ले जाया गया। लेकिन जब उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, तो उसे निगदू अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उसे कुरुक्षेत्र के सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सांप के काटने के काटने निशान अनमोल के पिता सतीश ने बताया कि उनके बेटे की मौत का कारण सांप का काटना था। परिवार ने स्नैकमेन सतीश फफड़ाना को बुलाया, जिन्होंने बताया कि अनमोल को कॉमन क्रेट नामक जहरीले सांप ने काटा था। हालांकि, सांप को पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन वह घर के अंदर गहरी दरारों में छिपा रह गया और उसे पकड़ा नहीं जा सका। स्नैकमेन ने परिवार को सावधानी बरतने की सलाह दी है। परिवार में था सबसे बड़ा बेटा अनमोल सतीश का सबसे बड़ा बेटा था। उसके छोटे भाई की उम्र मात्र सात साल है। अनमोल के अचानक चले जाने से पूरे परिवार में गहरा शोक है। माता-पिता के लिए यह समय बेहद कठिन है, क्योंकि वे अपने सबसे बड़े बेटे को खो चुके हैं। गांव में भी इस घटना के बाद मातम का माहौल है, और सभी अनमोल के परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट कर रहे हैं। ग्रामीणों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह इस दुखद घटना के बाद स्नैकमैन ने गांव के सभी निवासियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है, खासकर घर के अंदर और आसपास। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में सांपों का निकलना सामान्य है, लेकिन उचित सावधानी बरतकर इससे बचा जा सकता है। हरियाणा में करनाल के मुखापरी गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक 15 वर्षीय नाबालिग छात्र को सांप के काटने से उसकी मौत हो गई। छात्र को सुबह बार-बार उल्टियां हुई थी। जब उसके शरीर को चेक किया गया तो सांप के काटने के निशान पाए गए। जब अस्पताल में लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 8वीं कक्षा का था छात्र मुखापरी गांव के निवासी सतीश का बेटा अनमोल गांव के ही स्कूल में 8वीं कक्षा का छात्र था। अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। सुबह सोते हुए अचानक अनमोल को उल्टियां शुरू हो गईं, जिससे परिवार में हड़कंप मच गया। पहले तो उसे गांव के स्थानीय डॉक्टर के पास ले जाया गया। लेकिन जब उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, तो उसे निगदू अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उसे कुरुक्षेत्र के सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सांप के काटने के काटने निशान अनमोल के पिता सतीश ने बताया कि उनके बेटे की मौत का कारण सांप का काटना था। परिवार ने स्नैकमेन सतीश फफड़ाना को बुलाया, जिन्होंने बताया कि अनमोल को कॉमन क्रेट नामक जहरीले सांप ने काटा था। हालांकि, सांप को पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन वह घर के अंदर गहरी दरारों में छिपा रह गया और उसे पकड़ा नहीं जा सका। स्नैकमेन ने परिवार को सावधानी बरतने की सलाह दी है। परिवार में था सबसे बड़ा बेटा अनमोल सतीश का सबसे बड़ा बेटा था। उसके छोटे भाई की उम्र मात्र सात साल है। अनमोल के अचानक चले जाने से पूरे परिवार में गहरा शोक है। माता-पिता के लिए यह समय बेहद कठिन है, क्योंकि वे अपने सबसे बड़े बेटे को खो चुके हैं। गांव में भी इस घटना के बाद मातम का माहौल है, और सभी अनमोल के परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट कर रहे हैं। ग्रामीणों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह इस दुखद घटना के बाद स्नैकमैन ने गांव के सभी निवासियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है, खासकर घर के अंदर और आसपास। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में सांपों का निकलना सामान्य है, लेकिन उचित सावधानी बरतकर इससे बचा जा सकता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में रेणु गुप्ता को मनाने पहुंचे CM:टिकट कटने पर जताई थी नाराजगी, मुख्यमंत्री से मांगा 3 दिन का समय
करनाल में रेणु गुप्ता को मनाने पहुंचे CM:टिकट कटने पर जताई थी नाराजगी, मुख्यमंत्री से मांगा 3 दिन का समय हरियाणा के करनाल विधानसभा में CM नायब सैनी टिकट कटने से नाराज हुई पूर्व मेयर रेणुबाला गुप्ता को मनाने के लिए शनिवार देर रात को उनके आवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने उनके साथ मीटिंग की और उन्हें समझाने का प्रयास किया। सीएम के आश्वासन के बाद रेणु बाला गुप्ता ने रविवार को समर्थकों के साथ होने वाली बैठक को स्थगित कर दिया। करीब डेढ़ घंटे तक मीटिंग चली। मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत में CM ने कहा कि वे अपनी बहन रेणु बाला गुप्ता के घर चाय पीने आए थे, और जब भी मन करता है वे आ जाते है। सीएम सैनी ने कहा कि बीजेपी में कोई भगदड़ नहीं है। पार्टी का निर्णय सर्वोपरि है। पार्टी का आदेश स्वीकार किया है, उसका सम्मान किया है। वहीं मेयर का कहना है कि मीटिंग हुई है और पार्टी जीते, इसके लिए हमने सीएम से दो-तीन दिन का समय मांगा है, ताकि सोच विचार किया जा सके। उसके बाद 10 तारीख तक जो कार्यकर्ता फैसला लेगें, उसी के आधार पर हम निर्णय लेगें कि आजाद चुनाव लड़ेंगे या नहीं। वहीं उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम मनोहर लाल का भी उनके पास फोन आया था। उन्होंने भी विचार करने का आश्वासन दिया है। CM सिटी के रूप में ही आगे बढ़ेगा करनाल इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि सीएम सिटी आगे भी सीएम सिटी के नाम से जानी जाती रहेगी। करनाल सीएम सिटी के रूप में ही आगे बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि वे 10 तारीख को लाडवा में विधानसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन भी करेंगे। टिकट कटने से नाराज है पूर्व महापौर भाजपा की पहली लिस्ट में अपना टिकट कटने से आहत हुई रेणु बाला गुप्ता ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और लिखा कि मेरी निष्ठा, विश्वास, वर्षों से प्रतिदिन के संघर्ष और समर्पण का कत्ल किया गया। ये मेरे साथ धोखा है। करनाल में टिकट का निर्णय मेरिट के आधार पर नहीं हुआ। पोस्ट के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई थी। ऐसे में नाराज मेयर ने अपने समर्थकों के साथ बैठक कर आगामी रणनीति तैयार करके बड़ा फैसला लेने का भी ऐलान कर दिया था। रात को साढ़े 10 बजे पहुंचे CM रविवार की सुबह पूर्व मेयर अपने समर्थकों के साथ बैठक करने वाली थी। शनिवार की रात करीब साढ़े 10 बजे सीएम नायब सैनी रेणुबाला गुप्ता के आवास पर पहुंच गए। उनके साथ जिला स्तर के नेता भी मौजूद रहे। मीटिंग के दौरान कुछ गर्मागर्मी की भी बात सामने आई है। बाद में पत्रकारों से बातचीत में रेणु बाला गुप्ता व उनके पति बृज गुप्ता ने कहा कि हम अपने सभी रिश्तेदारों, परिवार व समर्थकों से बातचीत करेंगे कि आगे क्या कदम उठाना चाहिए। 10 तारीख तक बैठक कर लेंगे, उसके बाद जो फैसला होगा, वह सीएम को बता दिया जाएगा। हमने यह भी बात रखी है कि करनाल विधानसभा सीट पर नायब सैनी चुनाव लड़े। अगर ऐसा होता है तो सभी कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर हो जाएगी। हमने अपने लिए कोई टिकट नहीं मांगी है और मेरिट के आधार पर अगर हमारी टिकट बनती है तो दे दीजिए। बृज गुप्ता ने कहा कि मेरा पर्सनल एतराज है कि जगमोहन आनंद को टिकट दी गई है। सीएम ने कंबोज को भी मनाने की कोशिश की पूर्व राज्य मंत्री कर्णदेव कंबोज इंद्री से टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनका भी टिकट कट गया और उन्होंने बीजेपी पर टिकट बंटवारे को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे और कहा था कि गद्दारों को तव्वजों दी जाती है। कंबोज के साथ मीटिंग भी हुई थी। जिसमें उन्होंने सीएम से हाथ तक नहीं मिलाया था। बाद में उनको दिल्ली बुलाया गया और उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास किया गया। ऐसे ही रेणु बाला गुप्ता की भी नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
सोनीपत में कविता-राजीव जैन आज नहीं ले पाए फैसला:BJP को 10 सितंबर तक का अल्टीमेटम; गणमान्य लोगों की कमेटी से करेंगे चर्चा
सोनीपत में कविता-राजीव जैन आज नहीं ले पाए फैसला:BJP को 10 सितंबर तक का अल्टीमेटम; गणमान्य लोगों की कमेटी से करेंगे चर्चा हरियाणा के सोनीपत सीट से भाजपा की टिकट न मिलने से नाराज कविता व राजीव जैन ने पार्टी आलाकमान को 10 सितंबर का एक और मौका दिया है। रविवार को वर्करों की मीटिंग में राजीव जैन ने कहा कि हमारी नाराजगी कविता या राजीव जैन को टिकट मिलने की नहीं बल्कि भाजपा के किसी वर्कर की बजाय बाहर से नेता लाकर टिकट देने की है। उन्होंने कहा कि शहर के गणमान्य लोगों की कमेटी बना रहे हैं। उनसे चर्चा करेंगे और 10 सितंबर तक भाजपा के फैसले का इंतजार करेंगे। बता दें कि भाजपा ने सोनीपत के मेयर निखिल मदान को टिकट दी है। वे दो महीने पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद दो बार यहां चुनाव जीत चुकी कविता जैन व उसके समर्थकों ने मोर्चा खोल दिया था। कुछ पदाधिकारियों ने इस्तीफे भी दे दिए थे। राजीव जैन व कविता जैन ने आगामी फैसले के लिए आज मुरथल रोड स्थित रॉयल कैसल गार्डन में अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। लोगों के लिए किए संघर्ष की दिलाई याद बैठक में राजीव जैन ने भाजपा और स्थानीय लोगों के लिए किए संघर्ष संघर्ष की याद दिलाई। उन्होंने वर्करों को बताया कि पार्टी ने उनको बुलाया था। आश्वासन दिया है। वे अब पार्टी को 10 सितंबर तक का समय देते हैं। इसके बाद टिकट न मिलने पर आगामी कदम पर राजीव जैन ने कहा कि शहर के गणमान्य लोगों की कमेटी बनाकर उनसे चर्चा करेंगे। वो जो भी सुझाव देंगे, उनसे कार्यकर्ताओं को अवगत करा कर आगे का फैसला लेंगे। कविता जैन का भाजपा प्रत्याशी पर हमला सोनीपत में दो बार भाजपा की विधायक एवं मंत्री रही कविता जैन ने कहा कि आज हम एक ऐसे उम्मीदवार के लिए खड़े होकर वोट नहीं मांग सकते हैं, जो हमारे राष्ट्र के भविष्य और युवाओं का भविष्य खराब करने का काम कर रहा हो। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि किसकी कैसी वीडियो सामने आई थी। वो वीडियो सभी शहरवासियों के पास है। शहरवासी चाहते हैं भाजपा टिकट बदले राजीव जैन ने कहा कि पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं मे रोष है कि उनकी अनदेखी करके बाहर से प्रत्याशी लाया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से आए नेता को टिकट देने से पार्टी के कार्यकर्ताओं व शहर के लोगों की भावनाएं आहत हैं। उनके वर्कर सम्मेलन में उमड़ी भीड़ ने से साबित भी कर दिया है कि शहरवासी चाहते हैं कि भाजपा टिकट बदले। भाजपा आलाकमान ने उनको भरोसा दिलाया है, वे पार्टी के फैसले का 10 सितंबर तक इंतजार करेंगे। राजीव जैन ने दावा किया कि हलके के लोग इस प्रकार के आयातित लोगों को वोट देने का काम नहीं करेंगे। भाजपा द्वारा तीन बार कविता जैन को टिकट देने व मंत्री बनाने के सवाल पर राजीव जैन ने कहा कि वो पार्टी आलाकमान से कहना चाहते हैं कि भाजपा में और भी नेता व कार्यकर्ता हैं, बाहर से उम्मीदवार लाने की बजाय उनको टिकट दें, वे विरोध नहीं करेंगे। हमें नहीं तो इनको देते टिकट- राजीव उन्होंने कहा कि पार्टी में वरिष्ठ नेता ललित बत्रा थे, तरूण देवीदास थे, पूर्व मंत्री अनिल ठक्कर थे, इनमें से किसी को टिकट दे देते तो पार्टी में कोई विरोध नहीं होता। वो भी हमारे कार्यकर्ता हैं। ये ठीक है कि भाजपा ने उनको तीन बार टिकट दी है, लेकिन वे कहना चाहेंगे कि उस समय भाजपा की टिकट लेने के लिए कोई तैयार नहीं था। तब हमने भाजपा की पतवार को थामा था। सोनीपत सीट जीत कर उनकी झोली में डाली। उस समय सोनीपत जिले के 6 हलकों में से भाजपा केवल सोनीपत में जीती थी। जैन ने कहा कि इसके बाद भाजपा ने उनको आगे बढ़ाया, लेकिन वे एक बात कहना चाहते हैं कि आज भी हमारे अलावा भाजपा के किसी कार्यकर्ता को टिकट देकर आलाकमान आगे बढ़ाएं वो भाजपा के साथ हैं। आराम से उनकी मदद करेंगे। 10 सितंबर की रात को कमेटी की मीटिंग निर्दलीय चुनाव लड़ने के सवाल पर राजीव जैन ने कहा कि हमें पार्टी नेताओं ने बुलाया था। एक घंटे तक मीटिंग हुई। उनको कहा गया कि वे सारी रिपोर्ट ले रहे हैं। इसके बाद हमें बताएंगे। हम पार्टी के जवाब के इंतजार में हैं। इसको देखते हुए 10 सितंबर तक वेट करेंगे। यश या नो होता है तो उस पर फैसले के लिए समाज के 21 लोगों की कमेटी बनाई है। इसकी घोषणा आज हो जाएगी। कमेटी 10 सिंतबर की रात को बैठकर पूरे हालात पर चर्चा करेगी। इसमें जो तय हाेगा, उसके हिसाब से आगे का कदम उठाएंगे।
वजन घटाने के लिए रात भर जागी विनेश फोगाट:रात में अचानक वजन बढ़ा; कम करने के लिए साइकिल चलाई, बाल-नाखून तक काटे
वजन घटाने के लिए रात भर जागी विनेश फोगाट:रात में अचानक वजन बढ़ा; कम करने के लिए साइकिल चलाई, बाल-नाखून तक काटे हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई हो गईं। 50 Kg वेट कैटेगरी में उनका वजन 150 ग्राम ज्यादा मिलने पर आज रात होने वाला फाइनल मैच नहीं खेल पाएंगी। साथ ही उन्हें कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। स्पोर्ट्स स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट का वजन मंगलवार रात 2 किलो ज्यादा था। इसे कम करने के लिए उन्होंने अपना खून-पसीना एक कर दिया। जीत के बाद एक बार भी आराम नहीं किया। रातभर जागीं और वजन कम करने की पुरजोर कोशिश की। विनेश ने साइकिल चलाई, स्किपिंग की। अपने बाल और नाखून तक काट दिए। बड़ी बात ये है सेमीफाइनल मैच जीतने के दौरान वो लगभग 52 किलो की थीं और फिर अपना 2 किलो वजन घटाने के लिए उन्होंने अपना खून तक निकाला। वहीं विनेश के ताऊ द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर फोगाट ने कहा, ‘ आज सुबह वजन किया गया था। वजन 150 ग्राम ज्यादा निकला है। अब नियम-नियम है, उसके खिलाफ कोई नहीं जा सकता।’ ससुर राजपाल राठी बोले- मेट पर नहीं हरा पाए तो षड्यंत्र कर किया विनेश फोगाट के ससुर राजपाल राठी ने कहा कि हमें जैसे ही यह सूचना मिली दिल बैठ गया। आंखों में पानी आ गया। इतना दुख है कि किसी को बता नहीं कर पा रहे है। विनेश के साथ राजनीति की जा रही है। कुछ शुरू से ही उसके पीछे लगे हुए है कि कैसे उसको हराया जाए। विनेश को मैट पर नहीं हरा पाए तो राजनीति करके नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर वजन 100 ग्राम ज्यादा था तो 10 मिनट का समय देते वह अपने बाल कटवा लेती, 100 ग्राम तो वहां कम हो जाता। यह षड्यंत्र के माध्यम से किया जा रहा है। बेटी ने जिंदगी भर इस पल के लिए मेहनत की व उसको इस गंदे तरीके से साजिश कर बाहर किया जा रहा है। जानिए, रेसलिंग में क्या है नियम रेसलिंग में किसी भी पहलवान को सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा वजन की छूट मिलती है। विनेश का वजन अगर 50 किलो 100 ग्राम होता तो वह आज गोल्ड मेडल के लिए होने वाला मुकाबला खेल सकती थीं। बुधवार सुबह जब विनेश का वेट किया गया तो वह 50 ग्राम ज्यादा मिला। इसलिए वह डिसक्वालीफाई हो गईं। रेसलर को 2 दिनों तक अपना वजन उसी कैटेगरी में बरकरार रखना होता है लेकिन विनेश ऐसा नहीं कर सकीं। विनेश फोगाट से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें :- विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से बाहर, तबीयत बिगड़ी:बेहोश होने के बाद अस्पताल भर्ती कराया गया; केंद्रीय खेल मंत्री 3 बजे संसद में बयान देंगे विनेश फोगाट ओलिंपिक मुकाबले से बाहर हो गई हैं। उन्हें वजन मेंटेन न होने पर डिसक्वालीफाई कर दिया गया है। इससे वह न केवल फाइनल से बाहर हो गई, बल्कि मेडल से भी चूक गईं। इस बारे में इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन से जानकारी सार्वजनिक कर दी है। एसोसिएशन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट बुधवार सुबह गोल्ड मेडल के लिए फाइनल मुकाबले से पहले 50 kg वजन को कायम नहीं रख सकीं। विनेश ओलिंपिक में इसी वेट कैटेगरी में खेल रही हैं। पूरी खबर पढ़ें… विनेश फोगाट को खोटा सिक्का-लंगड़ा घोड़ा बताया गया था:बृजभूषण के खिलाफ चले आंदोलन में प्रैक्टिस छूटी; वेट कैटेगरी बदलकर पेरिस ओलिंपिक में खेलीं पेरिस ओलिंपिक में एक ही दिन में ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 महिला पहलवानों को पटखनी देकर फाइनल में पहुंचने वाली विनेश फोगाट डिस्क्वालीफाई हो गई हैं। 50 kg वेट कैटेगरी में 100 ग्राम वजन ज्यादा मिलने पर विनेश बाहर हुईं। बुधवार रात को विनेश को अमेरिका की पहलवान सारा एन हिल्डरब्रांट से फाइनल मैच खेलना था। विनेश वही पहलवान है, जिन्होंने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष BJP सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था। महिला पहलवानों के यौन शोषण के विरोध में प्रदर्शन करने पर विनेश को दिल्ली की सड़कों पर घसीटा गया। पूरी खबर पढ़ें…