हरियाणा के करनाल में जाट भवन पहुंचने पर सिरसा से नवनिर्वाचित सांसद कुमारी सैलजा का कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान सैलजा ने एनडीए पर जमकर निशाना साधा। सैलजा ने कहा कि केंद्र में ऑल इंडिया गठबंधन की सरकार नहीं बन पाई, इस सवाल पर कुमारी शैलजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इसमें कुछ भी नहीं है, लेकिन पिछली बार के मुकाबले हम काफी आगे बढ़ चुके हैं। अगर नैतिक रूप से कहा जाए तो भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी की यह अपनी हार है। 400 पार का नारा धरासाई हो गया। भाजपा ने पूरे देश पर अपनी विचारधारा थोपने का भी प्रयास किया, उसको देश ने पूरी तरह से नकार दिया है, यह एक असलियत है, अब इसको भाजपा माने या ना माने। अगर आंकड़ों में भाजपा कहती है कि हमारी सरकार तीसरी बार बन गई है, लेकिन यह भाजपा की तो सरकार बनी ही नहीं है, बल्कि गठबंधन की सरकार है। सिर्फ परिवार के बारे में न सोचे दिल्ली हाउस में मीटिंग के दौरान हुड्डा या उदयभान द्वारा सैलजा का नाम नहीं लिया गया, बड़े नेता सैलजा का नाम कैसे भूल गए, इस पर सैलजा ने जवाब दिया कि किसी ओर के भूलने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, बस जनता मुझे न भूले। अगर उन्होंने मेरा नाम नहीं लिया है तो यह सवाल उन्हीं से पूछा जाना चाहिए। हमें सभी को इकट्ठा होने की जरूरत है। जब तक आप लोगों के सामने विकल्प के रूप में नहीं आओगे तो जनता कैसे हमें चुनेगी। विकल्प पार्टी के कारण ही बना जाता है। चाहे मैं हूं या फिर कोई ओर, अगर जनता के हितों को भूल कर हम सिर्फ अपना और अपने परिवार को सोचेगें तो जनता हमें नहीं अपनाएगी। शायद हम करनाल की सीट भी जीत जाते कुमारी सैलजा ने कहा कि आज समय आ चुका है कि भाजपा को घर बैठाया जाए। भाजपा के अब केंद्र में हालात देख लो और प्रदेश में हालात देख लो, प्रधानमंत्री भी अपनी सीट पर करीब डेढ़ लाख वोट से ही जीते है। अगर हम थोड़ा ओर जोर लगाते तो शायद करनाल लोकसभा सीट और विधानसभा सीट हमारे पास होती। गुटबाजी खत्म होनी चाहिए कुमारी शैलजा ने कांग्रेस के संगठन को लेकर कहा कि पार्टी का संगठन होना चाहिए। हमारा कार्यकर्ता पद का मोहताज नहीं है लेकिन संगठन होता तो हरियाणा में परिणाम कुछ और होता। संगठन पार्टी का हिस्सा है लेकिन संगठन सब कुछ नहीं है। कांग्रेस में गुटबाजी खत्म होगी, इस पर सैलजा ने कहा कि गुटबाजी खत्म होनी चाहिए, गुटबाजी खत्म नहीं होती है तो पार्टी को नुकसान होगा, कार्यकर्ताओं को नुकसान होगा, भले ही हम जैसे नेताओं को नुकसान न हो। BJP की आंखे खोलना चाहता है RSS RSS प्रमुख मोहन भागवत द्वारा मणिपुर को लेकर दिए गए बयान पर शैलजा ने कहा कि RSS बीजेपी की आंखे खोलना चाहता है। मणिपुर के लोगो ने भारी कीमत चुकाई है । सरकार समय रहते कदम उठाती तो ऐसा नहीं होता। वहीं उन्होंने कंगना रनोट के साथ हुई घटना पर कहा कि सार्वजनिक जीवन में आने वाले लोगो को सोच समझ कर बोलना चाहिए। हरियाणा के करनाल में जाट भवन पहुंचने पर सिरसा से नवनिर्वाचित सांसद कुमारी सैलजा का कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान सैलजा ने एनडीए पर जमकर निशाना साधा। सैलजा ने कहा कि केंद्र में ऑल इंडिया गठबंधन की सरकार नहीं बन पाई, इस सवाल पर कुमारी शैलजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इसमें कुछ भी नहीं है, लेकिन पिछली बार के मुकाबले हम काफी आगे बढ़ चुके हैं। अगर नैतिक रूप से कहा जाए तो भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी की यह अपनी हार है। 400 पार का नारा धरासाई हो गया। भाजपा ने पूरे देश पर अपनी विचारधारा थोपने का भी प्रयास किया, उसको देश ने पूरी तरह से नकार दिया है, यह एक असलियत है, अब इसको भाजपा माने या ना माने। अगर आंकड़ों में भाजपा कहती है कि हमारी सरकार तीसरी बार बन गई है, लेकिन यह भाजपा की तो सरकार बनी ही नहीं है, बल्कि गठबंधन की सरकार है। सिर्फ परिवार के बारे में न सोचे दिल्ली हाउस में मीटिंग के दौरान हुड्डा या उदयभान द्वारा सैलजा का नाम नहीं लिया गया, बड़े नेता सैलजा का नाम कैसे भूल गए, इस पर सैलजा ने जवाब दिया कि किसी ओर के भूलने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, बस जनता मुझे न भूले। अगर उन्होंने मेरा नाम नहीं लिया है तो यह सवाल उन्हीं से पूछा जाना चाहिए। हमें सभी को इकट्ठा होने की जरूरत है। जब तक आप लोगों के सामने विकल्प के रूप में नहीं आओगे तो जनता कैसे हमें चुनेगी। विकल्प पार्टी के कारण ही बना जाता है। चाहे मैं हूं या फिर कोई ओर, अगर जनता के हितों को भूल कर हम सिर्फ अपना और अपने परिवार को सोचेगें तो जनता हमें नहीं अपनाएगी। शायद हम करनाल की सीट भी जीत जाते कुमारी सैलजा ने कहा कि आज समय आ चुका है कि भाजपा को घर बैठाया जाए। भाजपा के अब केंद्र में हालात देख लो और प्रदेश में हालात देख लो, प्रधानमंत्री भी अपनी सीट पर करीब डेढ़ लाख वोट से ही जीते है। अगर हम थोड़ा ओर जोर लगाते तो शायद करनाल लोकसभा सीट और विधानसभा सीट हमारे पास होती। गुटबाजी खत्म होनी चाहिए कुमारी शैलजा ने कांग्रेस के संगठन को लेकर कहा कि पार्टी का संगठन होना चाहिए। हमारा कार्यकर्ता पद का मोहताज नहीं है लेकिन संगठन होता तो हरियाणा में परिणाम कुछ और होता। संगठन पार्टी का हिस्सा है लेकिन संगठन सब कुछ नहीं है। कांग्रेस में गुटबाजी खत्म होगी, इस पर सैलजा ने कहा कि गुटबाजी खत्म होनी चाहिए, गुटबाजी खत्म नहीं होती है तो पार्टी को नुकसान होगा, कार्यकर्ताओं को नुकसान होगा, भले ही हम जैसे नेताओं को नुकसान न हो। BJP की आंखे खोलना चाहता है RSS RSS प्रमुख मोहन भागवत द्वारा मणिपुर को लेकर दिए गए बयान पर शैलजा ने कहा कि RSS बीजेपी की आंखे खोलना चाहता है। मणिपुर के लोगो ने भारी कीमत चुकाई है । सरकार समय रहते कदम उठाती तो ऐसा नहीं होता। वहीं उन्होंने कंगना रनोट के साथ हुई घटना पर कहा कि सार्वजनिक जीवन में आने वाले लोगो को सोच समझ कर बोलना चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला बिल्डिंग से रोक हटी:सरकार ने नए सेक्टरों पर शर्त लगा छूट दी; पहले बन चुकी ऐसी इमारतों का ऑडिट होगा
हरियाणा में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला बिल्डिंग से रोक हटी:सरकार ने नए सेक्टरों पर शर्त लगा छूट दी; पहले बन चुकी ऐसी इमारतों का ऑडिट होगा हरियाणा सरकार ने स्टिल्ट प्लस चार मंजिल निर्माण को मंजूरी दे दी है। नगर एवं ग्राम नियोजन विकास मंत्री जेपी दलाल ने यह ऐलान करते हुए कहा कि राव कमेटी की रिपोर्ट पर सरकार ने यह फैसला किया है। हालांकि इसके लिए सरकार की ओर से कुछ नियम एवं शर्तों को भी शामिल किया है। जो भी इनको पूरा करेगा, उसको ही स्टिल्ट प्लस चार मंजिला भवन निर्माण बनाने की इजाजत दी जाएगी। जेपी दलाल ने कहा कि सेक्टरों में जो पहले अवैध तरीके से 4 मंजिला भवन बनाए जा चुके हैं, उसको ढहाया नहीं जाएगा। हरियाणा के नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि स्टिल्ट +4 मंजिलों के निर्माण की अनुमति उन कालोनियों, सेक्टरों में आवासीय भूखंडों के लिए दी जाएगी, जिनका ले आउट प्लान प्रति प्लाट चार आवासीय इकाइयों के साथ अप्रूव है। एस +4 मंजिलों के निर्माण की अनुमति पहले से ही लाइसेंस प्राप्त DDJAY कॉलोनी में भी दी जाएगी, यदि प्रति प्लाट चार आवासीय इकाइयों के लिए संशोधित हो। इसके अलावा निर्माण की अनुमति उन कॉलोनियां, सेक्टरों में भी दी जा सकती है, जिनका ले आउट प्लान प्रति प्लॉट 3 आवासीय इकाइयों के साथ मंजूर हैं, लेकिन केवल ऐसे आवासीय भूखंडों के लिए जो 10 मीटर या उससे अधिक चौड़ी सड़क से सुगम्य हैं। ये भवन होंगे अवैध जिन भवनों में 1.8 मीटर का साइड सेट बैक नहीं छोड़ा होगा, उन्हें अवैध माना जाएगा। इसके अलावा भवन के आसपास रहने वाले लोगों की मंजूरी भी लेना जरूरी होगा, यदि वह परमिशन नहीं देंगे तो ऐसे भवनों को भी अवैध माना जाएगा। दलाल ने बताया कि 250 वर्ग मीटर से अधिक माप वाले भूखंडों के लिए PDR की दरें नियम से बढ़ाई जाएंगी। एस +4 विकल्प नहीं चुनने पर ये होगा नियम जहां मालिक एस +4 मंजिल का निर्माण नहीं करने का विकल्प चुनता है और PDR का फायदा पूरा नहीं उठाता है, ऐसे अप्रयुक्त पीडीआर की गणित राशि का रिफंड 8% ब्याज सहित के अनुरोध के लिए आवेदन की तिथि तक पात्रता होगी, जो इस संबंध में आदेश जारी करने की तिथि से 60 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए। यदि मामला अनुच्छेद 1 या 3 में नहीं आता है, तो आवंटी 8 % ब्याज के साथ भुगतान की गई पूरी नीलामी राशि की वापसी के लिए पात्र होगा, जो इस संबंध में आदेश जारी करने की तिथि से 60 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए। इस नियम को ऐसे समझिए… रिफंड राशि की गणना के लिए एक उदाहरण के रूप में समझिए। गुरुग्राम में स्थित 600 वर्ग मीटर के एक भूखंड के लिए, जिस पर आधार एफएआर 1.2 है और पीडीआर के साथ अधिकतम स्वीकार्य एफएआर 2.4 तक है, लेकिन आवंटी 1.9 का एफएआर प्राप्त करने में सक्षम है, तो शेष अप्रयुक्त एफएआर 0.5, यानी 300 वर्ग मीटर के लिए आवंटी गणना की गई राशि के प्रतिदाय के लिए पात्र होगा। शेष अप्रयुक्त एफएआर ( वर्ग मीटर में ) को प्लाट आकार के लिए पीडीआर ( रुपये प्रति वर्ग मीटर में ) उस क्षेत्र में जिसमें प्लाट स्थित है की लागू निर्धारित दर से गुणा किया जाता है। तदनुसार, यदि प्लाट गुरुग्राम ( हाइपर पोटेंशियल जोन ) में स्थित है, तो वापसी योग्य राशि 24,21,000 रुपए होगी और यदि प्लाट पानीपत (हाई- पोटेशियल(जोन) में स्थित है, तो वापसी योग्य राशि 24,53,500 रुपए होगी। 250 वर्ग मीटर से कम भूखंडों की अनुमति नहीं होगी मामलों में जहां दोनों में से किसी एक या दोनों को स्वामियों के साथ निष्पादित महत समझौते में सहमति दी जाती है, ऐसे में बेसमेंट का निर्माण और सार्वजनिक दीवार पर भार का स्थानांतरण करने की अनुमति है। इसके अलावा, आम दीवार के निर्माण की अनुमति दी जाएगी यदि आवासीय भूखंडों की पूरी पंक्ति को भवन योजनाओं को स्वीकृति और निर्माण के लिए एक बार में लिया जाता है। बेसमेंट मंजिल का निर्माण की अनुमति किसी भी मामले में 10 मीटर चौड़ाई और 250 वर्ग मीटर क्षेत्र से कम के भूखंडों पर अनुमति नहीं दी जाएगी। सुविधाओं का ऑडिट कराएगी सरकार पिछले साल मार्च में रिटायर्ड आईएएस पी राघवेंद्र राव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया। कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी, जिसके बाद सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया था। लोकसभा चुनाव के बाद अब सरकार ने ये फैसला किया है। जिसके अनुसार जिन इलाकों में यह पार्किंग प्लस चार मंजिला भवनों का निर्माण हो चुका है, वहां सुविधाओं का ऑडिट भी कराएगी। ताकि किसी को कोई परेशानी न आए और वहां सुविधा बढ़ाई जा सके। इसके अलावा जिन सेक्टर्स में विरोध नहीं है, वहां भी निर्माण किया जा सकेगा। सरकार ने ये भी किया ऐलान शहर के सभी सेक्टरों के आधारभूत संरचना में वृद्धि, जहां भी आवश्यक हो, संबंधित एजेंसियों द्वारा एस +4 योजनाओं के अनुमोदन के विरुद्ध एकत्रित 1178.95 करोड़ रुपए ( टीसीपी 689.8 करोड़ रुपए, एचएसवीपी 466.3 करोड़ रुपए, एचएसआईआईडीसी 2.62 करोड़ रुपए यूएलबी 20.23 करोड़ रुपए की आईएसी निधि से तुरंत की जाएगी। ये निधियों तत्काल आधार पर एचएसवीपी को जारी की जाएगी, जो प्राथमिकता और निष्पादन के लिए नोडल कार्यालय होगा, और उसके बाद मासिक आधार पर उपार्जन के आधार पर जारी की जाएगी। शिकायतों के लिए समितियां बनेंगी दलाल ने बताया कि प्रत्येक विभाग एस- 4 मामलों से संबंधित मुद्दों के निपटान और समय-समय पर एस-4 मंजिलों से संबंधित अनुमतियों सहित विभिन्न सूचनाओं को अपलोड करने के लिए एस -4 पोर्टल ‘ स्थापित करेगा। स्टिल्ट प्लस चार मंजिलों के लिए भवन योजनाओं के अनुमोदन की जानकारी को एस -4 पोर्टल’ और संबंधित एजेंसियों की वेबसाइटों पर नियमित रूप से प्रदर्शित करने के लिए एक तंत्र विकसित किया जाएगा। जेपी दलाल ने बताया कि शिकायतों के समाधान के लिए शिकायत निवारण समितियों का गठन किया जाएगा। एस +4 मंजिलों के निर्माण के संबंध में संरचनात्मक क्षति, पार्किंग की समस्या, बुनियादी ढांचे के मुद्दों आदि से संबंधित सभी मामलों के लिए भूखंड मालिकों को सहायता दी जाएगी। सभी शिकायतों का निपटारा एस -4 पोर्टल पर किया जाएगा। इसलिए बढ़ी स्टिल्ट प्लस 4 की डिमांड कई मामलों में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिलों का निर्माण सीमित जगह वाले क्षेत्रों में या जहां जमीन की कीमत अधिक है, वहां किया जाता है। स्टिल्ट फ्लोर का उपयोग कर, डेवलपर्स आवासीय या व्यवसायिक उपयोग के लिए मूल्यवान फ्लोर स्पेस का त्याग किए बिना पार्किंग या भंडारण के लिए अतिरिक्त स्थान बना सकते हैं। इसलिए हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में इसकी डिमांड बढ़ी है। ये होता है नुकसान यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्टिल्ट प्लस 4 मंजिलों के निर्माण से आसपास के बुनियादी ढांचे पर असर पड़ सकता है। इससे यातायात में वृद्धि, पार्किंग और जल निकासी संबंधी समस्याएं आ सकती हैं।
नूंह जिले की 3 सीटों पर काउंटिंग आज:आफताब अहमद, मामन खान और मोहम्मद इलियास बड़े चेहरे, 9 बजे आएगा पहला रुझान
नूंह जिले की 3 सीटों पर काउंटिंग आज:आफताब अहमद, मामन खान और मोहम्मद इलियास बड़े चेहरे, 9 बजे आएगा पहला रुझान नूंह जिले की 3 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग आज होगी। इसके लिए नूंह के शहीद लेफ्टिनेंट किरण शेखावत राजकीय महिला महाविद्यालय सालाहेड़ी को काउंटिंग सेंटर बनाया गया है। काउंटिंग की शुरुआत सुबह 8 बजे से होगी। पहले पोस्टल बैलेट गिने जाएंगे। सुबह 9 बजे तक पहला रुझान आ जाएगा। जिले की 3 सीटों के लिए वोटिंग 5 अक्टूबर को हुई थी। जिसमें जिले में कुल 72.81 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। विधानसभा सीटवाइज देखें तो सबसे ज्यादा वोटिंग नूंह विधानसभा में 74.42 प्रतिशत हुई जबकि फिरोजपुर झिरका विधानसभा में 73.13 प्रतिशत और पुन्हाना पुन्हाना विधानसभा सीट पर सबसे कम 70.81 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। काउंटिंग के लिए शहीद लेफ्टिनेंट किरण शेखावत राजकीय महिला महाविद्यालय सालाहेड़ी को काउंटिंग सेंटर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए थ्री लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है।काउंटिंग सेंटर में कर्मचारियों और राजनीतिक दलों के मान्यता प्राप्त पोलिंग एजेंटों के अलावा किसी दूसरे को जाने की इजाजत नहीं है। अंदर मोबाइल ले जाने की भी मनाही है। सीट के बड़े चेहरे
नूंह विधानसभा सीट पर बड़े चेहरे कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद, भाजपा प्रत्याशी संजय सिंह और इनेलो प्रत्याशी ताहिर हुसैन है। जबकि फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस से मामन खान, भाजपा से नसीम अहमद और इनेलो से हबीब हवननगर और पुन्हाना सीट से कांग्रेस से मोहम्मद इलियास, भाजपा से एजाज खान और निर्दलीय रहीश खान है। मतदान के दिन हुई हिंसक झड़प
बीते शनिवार को हुए मतदान के दिन नूंह विधानसभा के चंदेनी गांव में कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद और इनेलो प्रत्याशी ताहिर हुसैन के समर्थकों के बीच बूथ के बाहर पथराव हो गया। इसके बाद सूचना पाकर पुलिस बल तैनात किया और मौके पर डीएसपी सुरेंद्र किन्हा ने पहुंच स्थिति पर काबू पाया। इसके अलावा पुन्हाना विधानसभा के ख्वाजलिकला और गुलालता गांव में भी हिंसक झड़प हो गई। यहां कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद इलियास और निर्दलीय प्रत्याशी रहीश खान के समर्थकों में पथराव हो गया। इस घटनाक्रम में दर्जन लोग घायल हो गए।
जींद में विनेश फोगाट ने नॉमिनेशन भरा:सांसद दीपेंद्र हुड्डा साथ देने पहुंचे; BJP कैंडिडेट कल नामांकन भरेंगे, सीएम मौजूद रहेंगे
जींद में विनेश फोगाट ने नॉमिनेशन भरा:सांसद दीपेंद्र हुड्डा साथ देने पहुंचे; BJP कैंडिडेट कल नामांकन भरेंगे, सीएम मौजूद रहेंगे जींद में बुधवार को विनेश फोगाट, बृजेंद्र सिंह समेत 20 से ज्यादा उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए। कल भाजपा उम्मीदवार डॉ. कृष्ण मिढ़ा नामांकन भरेंगे, जिसमें सीएम नायब सिंह सैनी भी पहुंचेंगे। जुलाना से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट बड़े जुलूस के साथ जुलाना से जींद पहुंची और डीआरडीए हॉल में नामांकन पत्र जमा करवाया। बुधवार को जुलाना से चार, जींद से पांच और उचाना से पांच, सफीदों से 10 नामांकन आए। इनमें जुलाना से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट, उचाना से बृजेंद्र सिंह के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी विकास काला, दिलबाग संडील, आजाद पालवां, विनोद दुलगंच ने नामांकन जमा करवाया। बृजेंद्र सिंह नामांकन में पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, मां पूर्व विधायक प्रेमलता भी मौजूद रही। विनेश फोगाट के नामांकन में रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा, सोनीपत से सांसद सतपाल ब्रह्मचारी पहुंचे। इस दौरान जींद और जुलाना के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भी मौजूद रहे। विनेश फोगाट ने कहा कि पूरे देश की नजर हरियाणा के साथ ही खास तौर पर जुलाना विधानसभा के नतीजे पर रहेगी। किसी भी खिलाड़ी के लिए सरकार और सिस्टम से टकराना आसान नहीं होता। जब दुनिया के सारे खिलाड़ी मैट पर प्रैक्टिस कर रहे थे। तब वह बेटियों को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रही थी और बेटियों को न्याय दिलाने के लिए अपना करियर दांव पर लगा दिया। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय जब जींद से एक भी विधायक कांग्रेस का नहीं था, उस समय भी हुड्डा सरकार ने जींद में चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी बनवाई। यहां रेल लाइन मंजूर कराई लेकिन 10 साल में भाजपा ने कोई काम नहीं करवाए।