करनाल नगर निगम चुनाव से पहले यहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता अपनी-अपनी पार्टियां छोड़कर दूसरे दलों की तरफ भाग रहे हैं। कांग्रेस नेता अशोक खुराना व त्रिलोचन सिंह भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी के नेता सुनील बिंदल भी अपनी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। कांग्रेस के अशोक खुराना और त्रिलोचन सिंह दोनों ही मेयर का टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने मनोज वधवा को उम्मीदवार बना दिया। इनके कई दिनों से पार्टी छोड़ने की चर्चाएं थीं। इससे नाराज होकर दोनों नेता अब भाजपा में जा रहे हैं। कांग्रेस के जिला संयोजक सरदार त्रिलोचन सिंह पार्टी की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सामने करनाल से चुनाव लड़ चुके हैं। सीएम नायब सैनी खुद लेकर जाएंगे नेताओं को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज भाजपा के कर्ण कमल कार्यालय में अशोक खुराना और त्रिलोचन सिंह की जॉयनिंग कराएंगे। इससे पहले वे खुद इन नेताओं के घर जाकर उन्हें साथ लेकर आएंगे। इस पूरे घटनाक्रम से कांग्रेस और आप पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। अशोक खुराना बोले-कोई मनाने ही नहीं आया अशोक खुराना ने कहा कि मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा और करनाल सीट से लोकसभा चुनाव लड़ चके दिव्यांशु बुद्धिराजा मनाने आए थे। पिछले दिनों हुई एक मीटिंग में मैंने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। मेयर का टिकट डिक्लेयर होने से पहले जब मनोज वधवा का नाम सामने आया था तो मैं राम-राम करके आ गया था। मैंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र हुड्डा को भी अपना फैसला बता दिया है। भाजपा में मान सम्मान की शर्त रखी है। अगर मुझे मनाने के लिए कोई आ जाता तो शायद मैं कांग्रेस छोड़कर नहीं जाता। वहीं दिव्यांशु बुद्धिराजा ने बताया कि हमने अशोक खुराना को मनाने का प्रयास किया और उनको समझाया है। उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है। करनाल नगर निगम चुनाव से पहले यहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता अपनी-अपनी पार्टियां छोड़कर दूसरे दलों की तरफ भाग रहे हैं। कांग्रेस नेता अशोक खुराना व त्रिलोचन सिंह भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी के नेता सुनील बिंदल भी अपनी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। कांग्रेस के अशोक खुराना और त्रिलोचन सिंह दोनों ही मेयर का टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने मनोज वधवा को उम्मीदवार बना दिया। इनके कई दिनों से पार्टी छोड़ने की चर्चाएं थीं। इससे नाराज होकर दोनों नेता अब भाजपा में जा रहे हैं। कांग्रेस के जिला संयोजक सरदार त्रिलोचन सिंह पार्टी की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सामने करनाल से चुनाव लड़ चुके हैं। सीएम नायब सैनी खुद लेकर जाएंगे नेताओं को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज भाजपा के कर्ण कमल कार्यालय में अशोक खुराना और त्रिलोचन सिंह की जॉयनिंग कराएंगे। इससे पहले वे खुद इन नेताओं के घर जाकर उन्हें साथ लेकर आएंगे। इस पूरे घटनाक्रम से कांग्रेस और आप पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। अशोक खुराना बोले-कोई मनाने ही नहीं आया अशोक खुराना ने कहा कि मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा और करनाल सीट से लोकसभा चुनाव लड़ चके दिव्यांशु बुद्धिराजा मनाने आए थे। पिछले दिनों हुई एक मीटिंग में मैंने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। मेयर का टिकट डिक्लेयर होने से पहले जब मनोज वधवा का नाम सामने आया था तो मैं राम-राम करके आ गया था। मैंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र हुड्डा को भी अपना फैसला बता दिया है। भाजपा में मान सम्मान की शर्त रखी है। अगर मुझे मनाने के लिए कोई आ जाता तो शायद मैं कांग्रेस छोड़कर नहीं जाता। वहीं दिव्यांशु बुद्धिराजा ने बताया कि हमने अशोक खुराना को मनाने का प्रयास किया और उनको समझाया है। उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
