करनाल में BJP-कांग्रेस नेताओं के बीच हंगामा:भाजपा वर्करों ने पार्षद उम्मीदवार की गाड़ी घेरी, बुद्धिराजा बोले- कैंडिडेट को दे रहे धमकी

करनाल में BJP-कांग्रेस नेताओं के बीच हंगामा:भाजपा वर्करों ने पार्षद उम्मीदवार की गाड़ी घेरी, बुद्धिराजा बोले- कैंडिडेट को दे रहे धमकी

हरियाणा के करनाल में नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जबरदस्त ड्रामेबाजी देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में बुधवार को पार्षद पदों के लिए नॉमिनेशन वापस लेने के आखिरी दिन पंचायत भवन में दोनों पार्टियों के लोग आमने-सामने हो गए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने वार्ड-12 से पार्षद के लिए नॉमिनेशन भरने वाले जसपाल गोल्डी को किडनैप करके उन पर अपना नामांकन वापस लेने का दबाव डाला। शुरू में गोल्डी भी अपना नॉमिनेशन वापस लेने के इच्छुक दिख रहे थे, लेकिन बाकी कांग्रेसी नेताओं के पंचायत भवन पहुंचते ही वह अपना नॉमिनेशन वापस लेने से मुकर गए। इसके बाद कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर कहासुनी हुई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जसपाल गोल्डी की कार को भी रोक लिया। हंगामे की सूचना के बाद डीएसपी की अगुआई में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। मौके पर मौजूद कांग्रेस नेताओं ने इस बारे में पुलिस को शिकायत दे दी। अब पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच करेगी। दूसरी ओर, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया है BJP पर जबरन नॉमिनेशन उठवाने का आरोप करनाल पंचायत भवन में बुधवार को पार्षद पदों के लिए नॉमिनेशन वापस लेने का आखिरी दिन था। करनाल नगर निगम के वार्ड-12 से पार्षद पद के लिए नॉमिनेशन करने वाले जसपाल गोल्डी अपनी कार में पंचायत भवन पहुंचे थे। भाजपा नेताओं का दावा था कि जसपाल गोल्डी उनके प्रत्याशी के पक्ष में अपना नामांकन वापस लेने आए हैं। जैसे ही इसकी सूचना कांग्रेस नेताओं को मिली, दिव्यांशु बुद्धिराजा की अगुआई में पार्टी वर्कर पंचायत भवन पहुंच गए। बुद्धिराजा ने आरोप लगाया कि BJP इस बात की पूरी कोशिश कर रही है कि कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव ही न लड़ पाएं। भाजपा के लोग उनके प्रत्याशियों पर अलग-अलग तरह का दबाव बना रहे हैं। बुद्धिराजा ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने जसपाल गोल्डी को अगवा करके उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव डाला। उन्होंने दावा किया कि जसपाल गोल्डी को अगवा करने वाले BJP कार्यकर्ता हथियारों से लैस थे और उन्होंने गोल्डी पर हमला भी किया। पुलिस की सुरक्षा में निकाला गया कैंडिडेट को उधर दिव्यांशु बुद्धिराजा की अगुआई में कांग्रेस नेताओं और वर्करों के पंचायत भवन पहुंचते ही जसपाल गोल्डी ने अपना नॉमिनेशन वापस लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद दिव्यांशु बुद्धिराजा ने गोल्डी को उनकी कार में बैठा दिया। यह देखकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जसपाल गोल्डी की कार को घेर कर रोक लिया। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस सुरक्षा में जसपाल गोल्डी की गाड़ी को पंचायत भवन से निकाला गया। जसपाल गोल्डी ने बताया कि वह सिर्फ भाईचारे में बातचीत करने पंचायत भवन पहुंचा था लेकिन वहां भाजपा वर्करों ने मेरी गाड़ी को घेर लिया। दिव्यांशु बोले-मेरे पास हथियार नहीं, गनमैन भी लौटा चुका भाजपा विधायक जगमोहन आनंद की अगुआई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा पर गन रखने के आरोप लगाए। इस पर दिव्यांशु ने कहा कि मेरे पास कोई लाइसेंसी पिस्तौल नहीं है। लोकसभा चुनाव में मुझे गनमैन मिला था, लेकिन चुनाव निपटते ही मैंने उसे पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लौटा दिया, क्योंकि शायद उन्हें ज्यादा सुरक्षा की जरूरत थी। बुद्धिराजा ने आरोप लगाया कि BJP के नेता कांग्रेस और उसके समर्थित प्रत्याशियों पर जबरन दबाव बना रहे हैं। आज भी अगर कांग्रेस कार्यकर्ता समय पर पंचायत भवन नहीं पहुंचते तो BJP वाले दबाव डालकर जसपाल का नामांकन वापस करवा चुके होते। BJP विधायक बोले- जसपाल खुद आए थे नामांकन वापस लेने दूसरी ओर, पंचायत भवन के बाहर मौजूद करनाल के BJP विधायक जगमोहन आनंद ने कांग्रेस के आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा कि जसपाल गोल्डी अपनी मर्जी से नॉमिनेशन वापस लेने आए थे। अगर कोई कैंडिडेट अपनी स्वेच्छा से नामांकन वापस लेना चाहता है तो इसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। आनंद ने कहा कि दिव्यांशु बुद्धिराजा बाहरी व्यक्ति हैं और वह करनाल का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस के मेयर कैंडिडेट बोले- BJP की धक्केशाही करनाल नगर निगम में मेयर पद के लिए कांग्रेस कैंडिडेट मनोज वधवा ने कहा कि पिछले 10 साल से BJP की धक्केशाही चल रही है। कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशियों को किडनैप किया जा रहा है। अगर नगर निगम चुनाव में यह हाल है तो आगे क्या होगा? वधवा ने दावा किया कि कल पूरी रात उनके पास भी कई लोग बैठकर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाते रहे। ऐसे माहौल में जनता को तय करना है कि वह किस तरह के लोगों को मेयर चुनना चाहती है? वधवा की पत्नी बोली- हमारे घर आने-जाने वालों की निगरानी कांग्रेस के मेयर कैंडिडेट मनोज वधवा की पत्नी आशा वधवा ने आरोप लगाया कि मेयर चुनाव शुरू होते ही बीजेपी ने हिटलरशाही दिखानी शुरू कर दी है। आशा वधवा ने कहा कि हमारे घर के बाहर पहरा लगाकर इस बात पर नजर रखी जा रही है कि कौन हमारे यहां आ रहा है और कौन जा रहा है? यह सब देखकर ऐसा लग रहा है मानो कोई जंग चल रही हो। हरियाणा के करनाल में नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जबरदस्त ड्रामेबाजी देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में बुधवार को पार्षद पदों के लिए नॉमिनेशन वापस लेने के आखिरी दिन पंचायत भवन में दोनों पार्टियों के लोग आमने-सामने हो गए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने वार्ड-12 से पार्षद के लिए नॉमिनेशन भरने वाले जसपाल गोल्डी को किडनैप करके उन पर अपना नामांकन वापस लेने का दबाव डाला। शुरू में गोल्डी भी अपना नॉमिनेशन वापस लेने के इच्छुक दिख रहे थे, लेकिन बाकी कांग्रेसी नेताओं के पंचायत भवन पहुंचते ही वह अपना नॉमिनेशन वापस लेने से मुकर गए। इसके बाद कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर कहासुनी हुई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जसपाल गोल्डी की कार को भी रोक लिया। हंगामे की सूचना के बाद डीएसपी की अगुआई में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। मौके पर मौजूद कांग्रेस नेताओं ने इस बारे में पुलिस को शिकायत दे दी। अब पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच करेगी। दूसरी ओर, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया है BJP पर जबरन नॉमिनेशन उठवाने का आरोप करनाल पंचायत भवन में बुधवार को पार्षद पदों के लिए नॉमिनेशन वापस लेने का आखिरी दिन था। करनाल नगर निगम के वार्ड-12 से पार्षद पद के लिए नॉमिनेशन करने वाले जसपाल गोल्डी अपनी कार में पंचायत भवन पहुंचे थे। भाजपा नेताओं का दावा था कि जसपाल गोल्डी उनके प्रत्याशी के पक्ष में अपना नामांकन वापस लेने आए हैं। जैसे ही इसकी सूचना कांग्रेस नेताओं को मिली, दिव्यांशु बुद्धिराजा की अगुआई में पार्टी वर्कर पंचायत भवन पहुंच गए। बुद्धिराजा ने आरोप लगाया कि BJP इस बात की पूरी कोशिश कर रही है कि कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव ही न लड़ पाएं। भाजपा के लोग उनके प्रत्याशियों पर अलग-अलग तरह का दबाव बना रहे हैं। बुद्धिराजा ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने जसपाल गोल्डी को अगवा करके उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव डाला। उन्होंने दावा किया कि जसपाल गोल्डी को अगवा करने वाले BJP कार्यकर्ता हथियारों से लैस थे और उन्होंने गोल्डी पर हमला भी किया। पुलिस की सुरक्षा में निकाला गया कैंडिडेट को उधर दिव्यांशु बुद्धिराजा की अगुआई में कांग्रेस नेताओं और वर्करों के पंचायत भवन पहुंचते ही जसपाल गोल्डी ने अपना नॉमिनेशन वापस लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद दिव्यांशु बुद्धिराजा ने गोल्डी को उनकी कार में बैठा दिया। यह देखकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जसपाल गोल्डी की कार को घेर कर रोक लिया। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस सुरक्षा में जसपाल गोल्डी की गाड़ी को पंचायत भवन से निकाला गया। जसपाल गोल्डी ने बताया कि वह सिर्फ भाईचारे में बातचीत करने पंचायत भवन पहुंचा था लेकिन वहां भाजपा वर्करों ने मेरी गाड़ी को घेर लिया। दिव्यांशु बोले-मेरे पास हथियार नहीं, गनमैन भी लौटा चुका भाजपा विधायक जगमोहन आनंद की अगुआई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा पर गन रखने के आरोप लगाए। इस पर दिव्यांशु ने कहा कि मेरे पास कोई लाइसेंसी पिस्तौल नहीं है। लोकसभा चुनाव में मुझे गनमैन मिला था, लेकिन चुनाव निपटते ही मैंने उसे पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लौटा दिया, क्योंकि शायद उन्हें ज्यादा सुरक्षा की जरूरत थी। बुद्धिराजा ने आरोप लगाया कि BJP के नेता कांग्रेस और उसके समर्थित प्रत्याशियों पर जबरन दबाव बना रहे हैं। आज भी अगर कांग्रेस कार्यकर्ता समय पर पंचायत भवन नहीं पहुंचते तो BJP वाले दबाव डालकर जसपाल का नामांकन वापस करवा चुके होते। BJP विधायक बोले- जसपाल खुद आए थे नामांकन वापस लेने दूसरी ओर, पंचायत भवन के बाहर मौजूद करनाल के BJP विधायक जगमोहन आनंद ने कांग्रेस के आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा कि जसपाल गोल्डी अपनी मर्जी से नॉमिनेशन वापस लेने आए थे। अगर कोई कैंडिडेट अपनी स्वेच्छा से नामांकन वापस लेना चाहता है तो इसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। आनंद ने कहा कि दिव्यांशु बुद्धिराजा बाहरी व्यक्ति हैं और वह करनाल का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस के मेयर कैंडिडेट बोले- BJP की धक्केशाही करनाल नगर निगम में मेयर पद के लिए कांग्रेस कैंडिडेट मनोज वधवा ने कहा कि पिछले 10 साल से BJP की धक्केशाही चल रही है। कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशियों को किडनैप किया जा रहा है। अगर नगर निगम चुनाव में यह हाल है तो आगे क्या होगा? वधवा ने दावा किया कि कल पूरी रात उनके पास भी कई लोग बैठकर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाते रहे। ऐसे माहौल में जनता को तय करना है कि वह किस तरह के लोगों को मेयर चुनना चाहती है? वधवा की पत्नी बोली- हमारे घर आने-जाने वालों की निगरानी कांग्रेस के मेयर कैंडिडेट मनोज वधवा की पत्नी आशा वधवा ने आरोप लगाया कि मेयर चुनाव शुरू होते ही बीजेपी ने हिटलरशाही दिखानी शुरू कर दी है। आशा वधवा ने कहा कि हमारे घर के बाहर पहरा लगाकर इस बात पर नजर रखी जा रही है कि कौन हमारे यहां आ रहा है और कौन जा रहा है? यह सब देखकर ऐसा लग रहा है मानो कोई जंग चल रही हो।   हरियाणा | दैनिक भास्कर