कश्मीर के कारोबारी होंगे मालामाल! पहली बार पार्सल ट्रेन 24 टन चेरी लेकर कटरा से बांद्रा रवाना, किसे होगा फायदा? 

कश्मीर के कारोबारी होंगे मालामाल! पहली बार पार्सल ट्रेन 24 टन चेरी लेकर कटरा से बांद्रा रवाना, किसे होगा फायदा? 

<p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> जम्मू कश्मीर घाटी से महाराष्ट्र के लिए 24 टन चेरी लेकर पहली पार्सल ट्रेन शनिवार (31 मई) को कटरा स्टेशन से मुंबई (बांद्रा स्टेशन) के लिए रवाना हुई. कटरा से चेरी लेकर रवाना होने वाली इस रेलगाड़ी को उत्तर रेलवे ने ‘ऐतिहासिक’ करार दिया है, लेकिन कश्मीर से सीधे मुंबई के लिए यात्री ट्रेन के लिए अभी भी प्रतीक्षा जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कटरा से चेरी लेकर मुंबई के लिए रवाना हुई पहली पार्सल ट्रेन 30 घंटे के भीतर बांद्रा स्टेशन पर पहुंच जाएगी. पहले यह 3 जून के लिए निर्धारित थी. आने वाले दिनों में चेरी की लोडिंग के लिए दो और ट्रेनों की सुविधा बढ़ाने की योजना है. इनमें से एक श्री माता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन और दूसरी जम्मू स्टेशन से चलेगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फल उत्पादकों ने ट्रेन सेवा का किया स्वागत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कश्मीर के फल उत्पादकों ने इस पहल का स्वागत किया है. फल उत्पादकों ने उम्मीद जताई है कि बहुप्रतीक्षित कश्मीर रेल लिंक भी जल्द ही देश के रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएगा. ऐसा होने पर घाटी से देश भर के विभिन्न गंतव्यों तक जल्दी खराब होने वाले फलों का परिवहन आसान होगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर रेलवे जम्मू के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक (डीसीएम) उचित सिंघल ने कहा, ‘रेलवे अधिकारियों, फल उत्पादक संघों और जम्मू कश्मीर के बागवानी विभाग के बीच काफी चर्चा के बाद यह संभव हो पाया है. सिंघल ने कहा, “इस सफलता के बाद, जम्मू मंडल को चेरी की लोडिंग के लिए दो और इंडेंट मिले हैं. एक कटरा से और एक जम्मू से. ताकि उपज को विभिन्न गंतव्य स्टेशनों तक पहुंचाया जा सके.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीएम उचित सिंघल के मुताबिक, “यह एक अच्छी शुरुआत है. यह रेलवे और फल उत्पादकों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगी. जम्मू और कश्मीर की अर्थव्यवस्था को इससे मजबूती मिलेगी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>चेरी की लोडिंग की निगरानी करने कटरा पहुंचे न्यू कश्मीर फ्रूट एसोसिएशन श्रीनगर के सदस्य अली मोहम्मद ने कहा कि यह उत्तर रेलवे की एक बहुत अच्छी पहल है, क्योंकि इससे न केवल जल्दी खराब होने वाली चेरी को अपने गंतव्य तक पहुंचने में लगने वाला समय कम होगा बल्कि परिवहन शुल्क भी कम होगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>अली मोहम्मद ने कहा, “हमने कश्मीर से ट्रकों में चेरी लाई और पार्सल ट्रेन में लोड किया. इससे पहले कि यह सुबह 10 बजे मुंबई में अपने गंतव्य के लिए रवाना हो जाए.” उन्होंने कहा, “हम प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> से जल्द से जल्द कश्मीर के लिए रेल सेवा का उद्घाटन करने की अपील करते हैं.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> जम्मू कश्मीर घाटी से महाराष्ट्र के लिए 24 टन चेरी लेकर पहली पार्सल ट्रेन शनिवार (31 मई) को कटरा स्टेशन से मुंबई (बांद्रा स्टेशन) के लिए रवाना हुई. कटरा से चेरी लेकर रवाना होने वाली इस रेलगाड़ी को उत्तर रेलवे ने ‘ऐतिहासिक’ करार दिया है, लेकिन कश्मीर से सीधे मुंबई के लिए यात्री ट्रेन के लिए अभी भी प्रतीक्षा जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कटरा से चेरी लेकर मुंबई के लिए रवाना हुई पहली पार्सल ट्रेन 30 घंटे के भीतर बांद्रा स्टेशन पर पहुंच जाएगी. पहले यह 3 जून के लिए निर्धारित थी. आने वाले दिनों में चेरी की लोडिंग के लिए दो और ट्रेनों की सुविधा बढ़ाने की योजना है. इनमें से एक श्री माता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन और दूसरी जम्मू स्टेशन से चलेगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फल उत्पादकों ने ट्रेन सेवा का किया स्वागत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कश्मीर के फल उत्पादकों ने इस पहल का स्वागत किया है. फल उत्पादकों ने उम्मीद जताई है कि बहुप्रतीक्षित कश्मीर रेल लिंक भी जल्द ही देश के रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएगा. ऐसा होने पर घाटी से देश भर के विभिन्न गंतव्यों तक जल्दी खराब होने वाले फलों का परिवहन आसान होगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर रेलवे जम्मू के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक (डीसीएम) उचित सिंघल ने कहा, ‘रेलवे अधिकारियों, फल उत्पादक संघों और जम्मू कश्मीर के बागवानी विभाग के बीच काफी चर्चा के बाद यह संभव हो पाया है. सिंघल ने कहा, “इस सफलता के बाद, जम्मू मंडल को चेरी की लोडिंग के लिए दो और इंडेंट मिले हैं. एक कटरा से और एक जम्मू से. ताकि उपज को विभिन्न गंतव्य स्टेशनों तक पहुंचाया जा सके.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीएम उचित सिंघल के मुताबिक, “यह एक अच्छी शुरुआत है. यह रेलवे और फल उत्पादकों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगी. जम्मू और कश्मीर की अर्थव्यवस्था को इससे मजबूती मिलेगी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>चेरी की लोडिंग की निगरानी करने कटरा पहुंचे न्यू कश्मीर फ्रूट एसोसिएशन श्रीनगर के सदस्य अली मोहम्मद ने कहा कि यह उत्तर रेलवे की एक बहुत अच्छी पहल है, क्योंकि इससे न केवल जल्दी खराब होने वाली चेरी को अपने गंतव्य तक पहुंचने में लगने वाला समय कम होगा बल्कि परिवहन शुल्क भी कम होगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>अली मोहम्मद ने कहा, “हमने कश्मीर से ट्रकों में चेरी लाई और पार्सल ट्रेन में लोड किया. इससे पहले कि यह सुबह 10 बजे मुंबई में अपने गंतव्य के लिए रवाना हो जाए.” उन्होंने कहा, “हम प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> से जल्द से जल्द कश्मीर के लिए रेल सेवा का उद्घाटन करने की अपील करते हैं.”</p>  जम्मू और कश्मीर गोरखपुर में 21 दिन तक बंद रहेंगी चिकन की दुकानें, मंडरा रहा यह बड़ा खतरा, जान लें