<p style=”text-align: justify;”>हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस पर पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा. करनाल की जगह उनके हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष ने उनके लिए लाडवा सीट की घोषणा की है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के पास ज्यादा सूचना है. अभी पार्लियामेंट्री बोर्ड के अंदर हमारे प्रत्याशियों ने अप्लाई किया था. इसको हमने सूचीबद्ध कर केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखा है. अगला फैसला पार्लियामेंट्री बोर्ड ही लेगी.</p> <p style=”text-align: justify;”>हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस पर पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा. करनाल की जगह उनके हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष ने उनके लिए लाडवा सीट की घोषणा की है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के पास ज्यादा सूचना है. अभी पार्लियामेंट्री बोर्ड के अंदर हमारे प्रत्याशियों ने अप्लाई किया था. इसको हमने सूचीबद्ध कर केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखा है. अगला फैसला पार्लियामेंट्री बोर्ड ही लेगी.</p> हरियाणा ‘इस बार हरियाणा के युवा कर देंगे सत्ता से बाहर’, बेरोजगारी पर AAP का BJP पर हमला
Related Posts
रक्षा मंत्री बोले- युद्ध के लिए तैयार रहे सेना:लखनऊ में राजनाथ ने कहा- AI का इस्तेमाल करें; भारत को सतर्क रहने की जरूरत
रक्षा मंत्री बोले- युद्ध के लिए तैयार रहे सेना:लखनऊ में राजनाथ ने कहा- AI का इस्तेमाल करें; भारत को सतर्क रहने की जरूरत ‘भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है। लेकिन, सशस्त्र बलों को शांति बनाए रखने को युद्ध के लिए तैयार रहना होगा। भविष्य में होने वाले युद्धों और चुनौतियों से निपटने की तैयारी अभी से करनी होगी। वैश्विक अस्थिरता के बावजूद भारत में शांति है, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है।’ यह बात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार (5 सितंबर) को लखनऊ में संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन में कही। रक्षा मंत्री ने रूस-यूक्रेन, इजराइल-हमास संघर्षों और बांग्लादेश में मौजूदा अस्थिर स्थिति का जिक्र करते हुए कमांडरों से इन घटनाओं का एनालिसिस करने को कहा। पढ़िए राजनाथ की कही 3 बड़ी बातें 1- हमें सतर्क रहने की जरूरत
रक्षा मंत्री ने कहा- देश की उत्तरी सीमा पर स्थिति और पड़ोसी देशों में हो रही घटनाएं शांति और स्थिरता के लिए चुनौती बन रही हैं। इस पर टॉप मिलिट्री लीडरशिप को एनालिसिस करने की जरूरत है। वैश्विक अस्थिरता के बावजूद, भारत शांतिपूर्ण तरीके से विकास कर रहा है। हालांकि, चुनौतियों को देखते हुए हमें सतर्क रहने की जरूरत है। यह महत्वपूर्ण है कि हम अमृत काल के दौरान अपनी शांति बरकरार रखें। राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ 4 साल से अधिक समय से जारी सीमा विवाद का भी जिक्र किया और स्थिति का गहन विश्लेषण करने पर जोर दिया। 2- बेहतर हथियार का इस्तेमाल करें
राजनाथ ने कहा- हमें अपने वर्तमान पर ध्यान रखना होगा। मौजूदा समय में हमारे आस-पास हो रही गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है। इसके लिए हमारे पास एक मजबूत और राष्ट्रीय सुरक्षा घटक होना चाहिए। हमारे पास हर तरह के इंतजाम होने चाहिए। रक्षा मंत्री ने कमांडरों से सशस्त्र बलों के लिए हाईटेक हथियारों का इस्तेमाल करने की बात कही। 3- डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करें
रक्षा मंत्री कहा- स्पेस और डिजिटल वॉर में क्षमता विकास पर काम करें। डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में बेहतर तकनीकी के इस्तेमाल को बढ़ाएं। यह किसी भी संघर्ष या युद्ध में सीधे तौर पर भाग नहीं लेते, लेकिन उनकी अप्रत्यक्ष भागीदारी काफी हद तक युद्ध की दिशा तय कर रही है। यह खबर भी पढ़ें… हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन-पैराशूट फ्लाइंग; लखनऊ में सशस्त्र सैन्य समारोह का आखिरी दिन लखनऊ में सशस्त्र सैन्य समारोह का आज अंतिम दिन है। छावनी के सूर्या परिसर में अत्याधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई है, जहां भारी संख्या में दर्शक जुटे हैं। भारतीय सेना के जवानों ने हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन और पैराशूट फ्लाइंग का प्रदर्शन किया। पढ़ें पूरी खबर…
दिल्ली के स्कूलों में प्रदूषण से निपटने की तैयारी, बच्चों की सेहत के लिए अपनाएं ये उपाय
दिल्ली के स्कूलों में प्रदूषण से निपटने की तैयारी, बच्चों की सेहत के लिए अपनाएं ये उपाय <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Air Pollution:</strong> दिल्ली की ‘जहरीली हवा’ बच्चों को बीमार करने लगी है. खांसी, सिर दर्द और सांस लेने में बच्चों को दिक्कत महसूस हो रही है. बच्चे और बुजुर्ग प्रदूषण के प्रति संवेदनशील होते हैं. स्कूलों ने भी प्रदूषण की समस्या से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है. स्कूलों में बच्चों को प्रदूषण के साथ जिंदगी जीना सिखाया जा रहा है. आठवीं क्लास के बच्चों में जागरुकता फैलायी जा रही है. बाल भवन स्कूल के प्रिंसिपल विविध गुप्ता ने बताया कि प्रदूषण की समस्या के बीच बच्चों को जागरूक करना बेहद जरूरी हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दीवाली पर बच्चे पटाखे नहीं फड़ेंगे. उन्होंने घर पर मात्र दीये जलाने की प्रतिज्ञा ली है. स्कूल में बच्चों को दीया रंगीन करना सिखाया जा रहा है. बच्चे घर से लेकर बाहर तक प्रदूषण का मुकाबला करने को सीख रहे हैं. विविध गुप्ता ने बताया कि बच्चों को बताया गया है कि मास्क पहनना जरूरी है. बच्चों की आउटडोर एक्टिविटी बंद कर दी गयी है. दिवाली पर बच्चों से पटाखे नहीं जलाने का संकल्प लिया गया है. दिल्ली में दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर खतरनाक श्रेणी में पहुंच जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदूषण के वजह से स्कूली बच्चों की बढ़ी स्वास्थ्य चिंता </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पटाखे प्रदूषण को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं. इसलिए बच्चों को बिना पटाखे के दीपावली मनाने को कहा गया है. स्कूलों में बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है. डॉक्टरों ने बच्चों और बुजुर्गों को प्रदूषण की चपेट में आने से बचने की सलाह दी है. निजी स्कूलों ने सुबह बच्चों की आउटडोर एक्टिविटी बंद कर दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मास्क के साथ आने को बच्चों से कहा जा रहा है. अभिभावकों को भी बच्चों की सेहत पर विशेष देखभाल करने की सलाह दी गई है. प्रदूषण की स्थिति बिगड़ने पर स्कूलों की छुट्टियों की घोषणा कर दी जाती है. स्कूलों में छुट्टी होने के बाद बच्चों की ऑनलाइन क्लास ली जाती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बनाया बड़ा प्लान, न्याय यात्रा के जरिए करने जा रही ये काम” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/congress-started-delhi-nyay-yatra-like-bharat-jodo-yatra-from-monday-before-assembly-election-2024-2812880″ target=”_self”>दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बनाया बड़ा प्लान, न्याय यात्रा के जरिए करने जा रही ये काम</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
हरियाणा में BJP का जिला परिषद चेयरमैन बना:सर्वसम्मति से चुने गए, JJP के चेयरपर्सन को अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया था
हरियाणा में BJP का जिला परिषद चेयरमैन बना:सर्वसम्मति से चुने गए, JJP के चेयरपर्सन को अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया था हरियाणा के कैथल में जिला परिषद में लंबी खींचतान के बाद बुधवार (30 अक्टूबर) को नए चेयरमैन को लेकर फैसला हो गया। कर्मबीर कौल सर्वसम्मति से नए चेयरमैन चुने गए। मीटिंग में 21 में से 19 पार्षद पहुंचे थे। इसके साथ डिप्टी सीईओ रितु लाठर, पुंडरी विधायक सतपाल जांबा, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर और जिला अध्यक्ष मुनीष कठवाड़ भी शामिल हुए। इससे पहले JJP समर्थित दीपक मलिक चेयरमैन थे, जिसको अविश्वास प्रस्ताव लाकर पद से हटाया गया था। नए चेयरमैन की दौड़ में कर्मबीर कौल का नाम सबसे आगे था। वे पहले वाइस चेयरमैन थे। दीपक मलिक के खिलाफ हुए पार्षदों का नेतृत्व कर्मबीर कौल ही करते नजर आए हैं। पार्षदों व भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ अच्छे संबंधों का फायदा उनको मिला। वहीं वाइस चेयरमैन का चुनाव लगभग 20 दिन बाद किया जाएगा। 14 अक्टूबर को गई थी दीपक मलिक की कुर्सी
जनवरी 2023 में जिला परिषद चेयरमैन चुने गए दीपक मलिक की 14 अक्टूबर को कुर्सी छीन गई थी। उनके खिलाफ पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। विश्वास प्रस्ताव के लिए 12 जुलाई को 15 पार्षदों ने डीसी को शपथ पत्र सौंप थे। जिसके बाद प्रशासन ने 19 जुलाई को मीटिंग बुलाई थी। इस बीच दीपक मलिक मलिक प्रशासन के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंच गए थे। आरोप लगाया था कि मीटिंग बुलाने के लिए नियमों का पालन नहीं किया गया। हाईकोर्ट ने तय दिन पर वोटिंग करवाने के आदेश दिए, लेकिन अंतिम फैसला आने तक रिजल्ट घोषित करने पर स्टे लगा दिया था। 19 जुलाई को 17 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की। जिसमें चेयरमैन दीपक मलिक नहीं पहुंचे थे। अगस्त में हाईकोर्ट ने फैसला प्रशासन के पक्ष में दिया, लेकिन आचार संहिता की वजह से रिजल्ट जारी नहीं हो सका। 14 अक्टूबर को डीसी की अध्यक्षता में वोटों की गिनती हुई। 17 पार्षदों के वोट अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मिलने पर दीपक मलिक की कुर्सी गई थी। कर्मबीर कौल ने छीनी थी ग्रांट बांटने की पावर
जनवरी 2023 में जिला परिषद चेयरमैन बनाने को लेकर भाजपा व जजपा दोनों ही पार्टियों में खूब खींचतान हुई थी। दोनों ही पार्टी अपना चेयरमैन बनाने के लिए जोर लगा रही थी, लेकिन बाजी जजपा के हाथ लगी। जजपा के सहयोग से दीपक मलिक चेयरमैन तो बने, लेकिन पहली मीटिंग से उनके सामने अड़चनें शुरू हो गई थी। हाउस की पहली ही मीटिंग में चेयरमैन से ग्रांट बांटने की पावर छीन गई। वोटिंग के माध्यम से ग्रांट बांटने का अधिकार भाजपा समर्थित वाइस चेयरमैन कर्मबीर कौल को मिल गया था। हालांकि बाद में ग्रांट वितरण का अधिकार दीपक मलिक को मिल गया था। इसके बाद पार्षद दीपक मलिक से बागी होने लगे। चेयरमैन द्वारा ग्रांट वितरण में भेदभाव के आरोप लगे। पार्षद व पार्षद प्रतिनिधि को भ्रष्टाचार के केस में फंसाने के भी आरोप लगाए गए। जिस कारण दीपक मलिक अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए थे।