कांगड़ा किले के म्यूजियम में चोरी:चांदी के खड़ाऊ, राजा-महाराजाओं की रिवॉल्वर सहित दुर्लभ वस्तुएं गायब, एग्जॉस्ट-फैन के रास्ते अंदर घुसे बदमाश

कांगड़ा किले के म्यूजियम में चोरी:चांदी के खड़ाऊ, राजा-महाराजाओं की रिवॉल्वर सहित दुर्लभ वस्तुएं गायब, एग्जॉस्ट-फैन के रास्ते अंदर घुसे बदमाश

हिमाचल प्रदेश के नगरकोट में स्थित ऐतिहासिक कांगड़ा किले के म्यूजियम में चोरों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया। चोरों ने रविवार रात म्यूजियम के एग्जॉस्ट फैन को निकालकर अंदर प्रवेश किया और वहां से चांदी के खड़ाऊ (चांदी की चप्पल) समेत 30 बेशकीमती पुरातन वस्तुओं की चोरी कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस म्यूजियम में लगे CCTV खंगाल रही है। मगर CCTV काफी पुराने बताए जा रहे है। इससे उनमें तस्वीर धुंधली नजर नहीं आ रहा। पुलिस की अब तक की जांच में इस चोरी की घटना को दो लोगों ने अंजाम दिया है। राजा-महाराजाओं की रिवाल्वर भी चोरी जानकारी अनुसार, चोरी किए सामान में राजा-महाराजाओं के समय की पुरानी रिवॉल्वर, खड़ाऊ, चांदी के जेवरात, पूंजा का चांदी का कीमती सामान, कई धातुओं से बनी बेशकीमती वस्तुएं, चांदी के ट्रे इत्यादि चोर उड़ा ले गए है। चोरों का पता लगाने के प्रयास जारी- SHO थाना प्रभारी कांगड़ा संजीव कुमार ने बताया कि चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से चोरों की पहचान करने का प्रयास जारी है। उन्होंने बताया कि चोरी की गई सभी वस्तुएं प्राचीन और दुर्लभ हैं, इसलिए इनकी वास्तविक कीमत का आकलन करना मुश्किल है। हर साल बड़ी संख्या में म्यूजियम देखने पहुंचे हैं लोग बता दें कि कांगड़ा के ऐतिहासिक म्यूजियम को देखने के हर साल बड़ी संख्या में लोग पहुंचते है। लोग यहां पर टिकट काटकर राजा महाराजाओं के समय की पुरातन वस्तुएं देखते है। कटोच वंश के राजपूत परिवार ने बनाया था किला कांगड़ा किले का निर्माण कटोच वंश के राजपूत परिवार ने करवाया था। ये हिमाचल में मौजूद किलो में सबसे विशाल और भारत में पाये जाने वाले किलो में सबसे पुराना किला है। 1615 में, मुगल सम्राट अकबर ने इस किले पर घेराबंदी करने की कोशिश की थी, लेकिन वो इसमें असफल रहा। इसके पश्चात 1620 में, अकबर के पुत्र जहांगीर ने चंबा के राजा (जो इस क्षेत्र के सभी राजाओं में सबसे बड़े थे) को मजबूर करके इस किले पर कब्ज़ा कर लिया। कटोच के राजाओं ने मुगल शासन के कमजोर नियंत्रण और मुगल शक्ति की गिरावट के कारण लगातार मुगल नियंत्रित क्षेत्रों को लुटा। 1789 में राजा संसार चंद ने अपने पूर्वजों के प्राचीन किले को बचा लिया। तब महाराजा संसार चंद ने गोरखाओं के साथ कई युद्ध किए, जिनमें एक ओर गोरखा और दूसरी ओर सिख राजा महाराजा रंजीत सिंह होते थे। हिमाचल प्रदेश के नगरकोट में स्थित ऐतिहासिक कांगड़ा किले के म्यूजियम में चोरों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया। चोरों ने रविवार रात म्यूजियम के एग्जॉस्ट फैन को निकालकर अंदर प्रवेश किया और वहां से चांदी के खड़ाऊ (चांदी की चप्पल) समेत 30 बेशकीमती पुरातन वस्तुओं की चोरी कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस म्यूजियम में लगे CCTV खंगाल रही है। मगर CCTV काफी पुराने बताए जा रहे है। इससे उनमें तस्वीर धुंधली नजर नहीं आ रहा। पुलिस की अब तक की जांच में इस चोरी की घटना को दो लोगों ने अंजाम दिया है। राजा-महाराजाओं की रिवाल्वर भी चोरी जानकारी अनुसार, चोरी किए सामान में राजा-महाराजाओं के समय की पुरानी रिवॉल्वर, खड़ाऊ, चांदी के जेवरात, पूंजा का चांदी का कीमती सामान, कई धातुओं से बनी बेशकीमती वस्तुएं, चांदी के ट्रे इत्यादि चोर उड़ा ले गए है। चोरों का पता लगाने के प्रयास जारी- SHO थाना प्रभारी कांगड़ा संजीव कुमार ने बताया कि चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से चोरों की पहचान करने का प्रयास जारी है। उन्होंने बताया कि चोरी की गई सभी वस्तुएं प्राचीन और दुर्लभ हैं, इसलिए इनकी वास्तविक कीमत का आकलन करना मुश्किल है। हर साल बड़ी संख्या में म्यूजियम देखने पहुंचे हैं लोग बता दें कि कांगड़ा के ऐतिहासिक म्यूजियम को देखने के हर साल बड़ी संख्या में लोग पहुंचते है। लोग यहां पर टिकट काटकर राजा महाराजाओं के समय की पुरातन वस्तुएं देखते है। कटोच वंश के राजपूत परिवार ने बनाया था किला कांगड़ा किले का निर्माण कटोच वंश के राजपूत परिवार ने करवाया था। ये हिमाचल में मौजूद किलो में सबसे विशाल और भारत में पाये जाने वाले किलो में सबसे पुराना किला है। 1615 में, मुगल सम्राट अकबर ने इस किले पर घेराबंदी करने की कोशिश की थी, लेकिन वो इसमें असफल रहा। इसके पश्चात 1620 में, अकबर के पुत्र जहांगीर ने चंबा के राजा (जो इस क्षेत्र के सभी राजाओं में सबसे बड़े थे) को मजबूर करके इस किले पर कब्ज़ा कर लिया। कटोच के राजाओं ने मुगल शासन के कमजोर नियंत्रण और मुगल शक्ति की गिरावट के कारण लगातार मुगल नियंत्रित क्षेत्रों को लुटा। 1789 में राजा संसार चंद ने अपने पूर्वजों के प्राचीन किले को बचा लिया। तब महाराजा संसार चंद ने गोरखाओं के साथ कई युद्ध किए, जिनमें एक ओर गोरखा और दूसरी ओर सिख राजा महाराजा रंजीत सिंह होते थे।   हिमाचल | दैनिक भास्कर