कांगड़ा के बीड़-बिलिंग में रविवार को एक पैराग्लाइडर लैंडिंग के दौरान आवारा बछड़ा से टकरा गया। पायलट ने तत्परता दिखाते हुए हार्नेस खोलकर खुद को पैराग्लाइडर से अलग कर लिया। इससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। पैराग्लाइडर में उलझा जानवर लैंडिंग साइट पर बेकाबू होकर दौड़ने लगा। इससे वहां मौजूद सैकड़ों पर्यटकों में भगदड़ मच गई। बिलिंग एडवेंचर पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के पैराग्लाइडर को नुकसान पहुंचा। एसोसिएशन के अध्यक्ष राज कुमार अबरोल ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन हर उड़ान से 75 रुपए शुल्क लेता है। लेकिन लैंडिंग साइट पर न सुरक्षा व्यवस्था है, न ही कोई जिम्मेदार कर्मचारी। अबरोल ने बताया कि लैंडिंग स्थल पर घूमते आवारा जानवर लगातार खतरा बन रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से लैंडिंग साइट पर सुरक्षा व्यवस्था और आवारा जानवरों को हटाने की मांग की है। पर्यटन सीजन के चलते बीड़-बिलिंग में देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से एडवेंचर स्पोर्ट्स की इस साइट पर पर्यटकों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की अपील की है। कांगड़ा के बीड़-बिलिंग में रविवार को एक पैराग्लाइडर लैंडिंग के दौरान आवारा बछड़ा से टकरा गया। पायलट ने तत्परता दिखाते हुए हार्नेस खोलकर खुद को पैराग्लाइडर से अलग कर लिया। इससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। पैराग्लाइडर में उलझा जानवर लैंडिंग साइट पर बेकाबू होकर दौड़ने लगा। इससे वहां मौजूद सैकड़ों पर्यटकों में भगदड़ मच गई। बिलिंग एडवेंचर पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के पैराग्लाइडर को नुकसान पहुंचा। एसोसिएशन के अध्यक्ष राज कुमार अबरोल ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन हर उड़ान से 75 रुपए शुल्क लेता है। लेकिन लैंडिंग साइट पर न सुरक्षा व्यवस्था है, न ही कोई जिम्मेदार कर्मचारी। अबरोल ने बताया कि लैंडिंग स्थल पर घूमते आवारा जानवर लगातार खतरा बन रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से लैंडिंग साइट पर सुरक्षा व्यवस्था और आवारा जानवरों को हटाने की मांग की है। पर्यटन सीजन के चलते बीड़-बिलिंग में देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से एडवेंचर स्पोर्ट्स की इस साइट पर पर्यटकों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की अपील की है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
