<p style=”text-align: justify;”><strong>Kanpur News:</strong> कानपुर में बहुत से स्थानों पर लोगों को पीने के पानी की बड़ी समस्या हो रही है. लेकिन इस पानी की समस्या ऐसे सिर्फ कानपुर ही नहीं बल्कि कानपुर देहात जनपद, फतेहपुर भी प्रभावित हो रही हैं. यहां के पानी में क्रोमियम की मात्रा अधिक मिली हुई पाई गई है. लोगों ने पीने के पानी को पीना छोड़ दिया है और बाहर से या फिर बहुत दूर से पानी भर कर लाने को मजबूर हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पानी में क्रोमियम की बढ़ी हुई मात्रा बहुत से शारीरिक समस्या बढ़ रही है. लोग बीमार हो रहे हैं, वहीं इस समस्या को लेकर एनजीटी की टीम ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में निरीक्षण कर पानी की गुणवत्ता को परखा, जिसके चलते बढ़ी हुई है. क्रोमियम की मात्रा को देख अब कुछ क्षेत्रों में लिख दिया गया है कि यहां का पानी पीने योग्य नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है मामला</strong><br />कानपुर नगर, कानपुर देहात और फतेहपुर क्षेत्र में अलग-अलग क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोग इन दिनों पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. पानी तो है लेकिन उसे पिया नहीं जा सकता क्योंकि यहां पर पानी में खतरनाक क्रोमियम की मात्रा की अधिकता पाई गई है. जिसके चलते पानी का स्वाद और उसका रंग बदल गया है. लोग पीने के पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं और क्षेत्र से दूर जाकर बाहर से पीने के लिए पानी ला रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पानी में बढ़ी हुई क्रोमियम की मात्रा नहाने और अन्य कार्यों के लिए भी हानिकारक साबित हो रही है क्योंकि शरीर के संपर्क में आते ही क्रोमियम इंसानी शरीर की त्वचा पर रिएक्शन कर रहा है. इसके चलते लोग अलग-अलग समस्याओं से जूझ रहे हैं. इसकी शिकायत के आधार पर एनजीटी के कुछ अधिकारियों ने इन क्षेत्रों में अलग-अलग जगह से पानी के सैंपल भी लिए थे, जिसमें क्रोमियम की भारी मात्रा भी पाई गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या कर रहे अधिकारी</strong><br />उसके बाद अधिकारियों ने इस पानी को पीने योग नहीं बताया और जहां-जहां पर नलकूप हैंडपंप लगे हुए हैं, वहां पर अधिकारियों ने यह बात साफ शब्दों में लिख दी है कि यह पानी पीने योग्य नहीं है. अब एनजीटी हर 15 दिन में पानी के सैंपल को चेक करने की बात कर रही है और साथ ही इन क्षेत्रों में आरओ वॉटर प्लांट लगवाने की कवायत भी कर रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वार्ड 14 क्षेत्र के पार्षद शालू कनौजिया ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर व्यापार मंडल से यह अपील की थी कि आपलोग 500 लीटर के आरओ की पानी वाली टंकी क्षेत्र में लगवा दें, जिससे स्थानीय लोगों को भला होगा. उन्हें पीने योग्य पानी मिल सकेगा. पानी के लिए लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा. इस क्षेत्र में अब लोग नगर निगम की ओर से भेजे गए पानी के टैंकरों से अपना गुजारा कर रहे हैं. लेकिन पीने के पानी में इस तरीके से घुलता हुआ जहर यहां के लोगों के लिए काल बना हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajwadi-party-mla-atul-pradhan-unique-protest-in-support-ofsanitation-worker-2894558″>Watch: हाथ में झाड़ू, अंबेडकर की तस्वीर और सफाई कर्मी के भेष में विधानसभा पहुंचे सपा विधायक, किया अनोखा प्रदर्शन</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले अधिकारी</strong><br />वहीं पूरे मामले में कानपुर मंडल के कमिश्नर विजय पांडियन का कहना है कि इस क्षेत्र में पानी की समस्या से लोग परेशान हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए अब पानी के टैंकरों से इन क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की जाएगी. इससे लोगों को पीने योग्य स्वच्छ और साफ पानी मिल सके. साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि कहां पर पानी का प्लांट लगाया जा सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंडल कमिश्नर ने बताया कि जिन क्षेत्रों में पानी की समस्या बढ़ी हुई है या फिर वहां के पानी में क्रोमियम की मात्रा अधिकतर है. उन क्षेत्रों में मेडिकल टीम भी तैनात की जा रही है क्योंकि पीने के पानी के साथ-साथ जो लोग इस पानी का उपयोग अन्य कार्यों में कर रहे हैं. उनके शरीर में इन्फेक्शन भी हो रहे हैं. इस बात की भी जांच जरूरी है कि स्थानीय लोगों के शरीर पर कोई समस्या ना हो. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कानपुर के जूही क्षेत्र में पीने के पानी मेक्रोमियम की मात्रा ज्यादा पाई गई है. वहां कानपुर देहात में लाखों टन क्रोमियम का कचड़ा औद्योगिक क्षेत्र खानपुर खड़ंजा में पड़ा हुआ है जो पिछले कई वर्षों से ढेर में तब्दील हो चुका है. इसके चलते फसलें भी खराब हो रही है. जानवरों को भी नुकसान हो रहा है, जिसे व्यवस्थित करने के लिए आईआईटी कानपुर को भी जिम्मेदारी दी गई थी. इसके साथ ही इस क्रोमियम को हटाने के लिए एक निजी कंपनी को भी टेंडर दिए जाने की प्रक्रिया भी चल रही है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Kanpur News:</strong> कानपुर में बहुत से स्थानों पर लोगों को पीने के पानी की बड़ी समस्या हो रही है. लेकिन इस पानी की समस्या ऐसे सिर्फ कानपुर ही नहीं बल्कि कानपुर देहात जनपद, फतेहपुर भी प्रभावित हो रही हैं. यहां के पानी में क्रोमियम की मात्रा अधिक मिली हुई पाई गई है. लोगों ने पीने के पानी को पीना छोड़ दिया है और बाहर से या फिर बहुत दूर से पानी भर कर लाने को मजबूर हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पानी में क्रोमियम की बढ़ी हुई मात्रा बहुत से शारीरिक समस्या बढ़ रही है. लोग बीमार हो रहे हैं, वहीं इस समस्या को लेकर एनजीटी की टीम ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में निरीक्षण कर पानी की गुणवत्ता को परखा, जिसके चलते बढ़ी हुई है. क्रोमियम की मात्रा को देख अब कुछ क्षेत्रों में लिख दिया गया है कि यहां का पानी पीने योग्य नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है मामला</strong><br />कानपुर नगर, कानपुर देहात और फतेहपुर क्षेत्र में अलग-अलग क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोग इन दिनों पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. पानी तो है लेकिन उसे पिया नहीं जा सकता क्योंकि यहां पर पानी में खतरनाक क्रोमियम की मात्रा की अधिकता पाई गई है. जिसके चलते पानी का स्वाद और उसका रंग बदल गया है. लोग पीने के पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं और क्षेत्र से दूर जाकर बाहर से पीने के लिए पानी ला रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पानी में बढ़ी हुई क्रोमियम की मात्रा नहाने और अन्य कार्यों के लिए भी हानिकारक साबित हो रही है क्योंकि शरीर के संपर्क में आते ही क्रोमियम इंसानी शरीर की त्वचा पर रिएक्शन कर रहा है. इसके चलते लोग अलग-अलग समस्याओं से जूझ रहे हैं. इसकी शिकायत के आधार पर एनजीटी के कुछ अधिकारियों ने इन क्षेत्रों में अलग-अलग जगह से पानी के सैंपल भी लिए थे, जिसमें क्रोमियम की भारी मात्रा भी पाई गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या कर रहे अधिकारी</strong><br />उसके बाद अधिकारियों ने इस पानी को पीने योग नहीं बताया और जहां-जहां पर नलकूप हैंडपंप लगे हुए हैं, वहां पर अधिकारियों ने यह बात साफ शब्दों में लिख दी है कि यह पानी पीने योग्य नहीं है. अब एनजीटी हर 15 दिन में पानी के सैंपल को चेक करने की बात कर रही है और साथ ही इन क्षेत्रों में आरओ वॉटर प्लांट लगवाने की कवायत भी कर रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वार्ड 14 क्षेत्र के पार्षद शालू कनौजिया ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर व्यापार मंडल से यह अपील की थी कि आपलोग 500 लीटर के आरओ की पानी वाली टंकी क्षेत्र में लगवा दें, जिससे स्थानीय लोगों को भला होगा. उन्हें पीने योग्य पानी मिल सकेगा. पानी के लिए लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा. इस क्षेत्र में अब लोग नगर निगम की ओर से भेजे गए पानी के टैंकरों से अपना गुजारा कर रहे हैं. लेकिन पीने के पानी में इस तरीके से घुलता हुआ जहर यहां के लोगों के लिए काल बना हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajwadi-party-mla-atul-pradhan-unique-protest-in-support-ofsanitation-worker-2894558″>Watch: हाथ में झाड़ू, अंबेडकर की तस्वीर और सफाई कर्मी के भेष में विधानसभा पहुंचे सपा विधायक, किया अनोखा प्रदर्शन</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले अधिकारी</strong><br />वहीं पूरे मामले में कानपुर मंडल के कमिश्नर विजय पांडियन का कहना है कि इस क्षेत्र में पानी की समस्या से लोग परेशान हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए अब पानी के टैंकरों से इन क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की जाएगी. इससे लोगों को पीने योग्य स्वच्छ और साफ पानी मिल सके. साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि कहां पर पानी का प्लांट लगाया जा सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंडल कमिश्नर ने बताया कि जिन क्षेत्रों में पानी की समस्या बढ़ी हुई है या फिर वहां के पानी में क्रोमियम की मात्रा अधिकतर है. उन क्षेत्रों में मेडिकल टीम भी तैनात की जा रही है क्योंकि पीने के पानी के साथ-साथ जो लोग इस पानी का उपयोग अन्य कार्यों में कर रहे हैं. उनके शरीर में इन्फेक्शन भी हो रहे हैं. इस बात की भी जांच जरूरी है कि स्थानीय लोगों के शरीर पर कोई समस्या ना हो. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कानपुर के जूही क्षेत्र में पीने के पानी मेक्रोमियम की मात्रा ज्यादा पाई गई है. वहां कानपुर देहात में लाखों टन क्रोमियम का कचड़ा औद्योगिक क्षेत्र खानपुर खड़ंजा में पड़ा हुआ है जो पिछले कई वर्षों से ढेर में तब्दील हो चुका है. इसके चलते फसलें भी खराब हो रही है. जानवरों को भी नुकसान हो रहा है, जिसे व्यवस्थित करने के लिए आईआईटी कानपुर को भी जिम्मेदारी दी गई थी. इसके साथ ही इस क्रोमियम को हटाने के लिए एक निजी कंपनी को भी टेंडर दिए जाने की प्रक्रिया भी चल रही है.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Delhi Weather: दिल्ली एनसीआर में झमाझम बारिश, गर्मी से राहत, कैसा रहेगा आज का मौसम?
कानपुर: पानी होते हुए भी जल संकट, बढ़ी क्रोमियम की मात्रा, बदला रंग और स्वाद, हो रही कई बीमारी
