कोई शारीरिक समस्या हो या फिर मानसिक समस्या, नशे की लत हो या फिर कोई गोपनीय परेशानी, किशोर-किशोरियों की हर जिज्ञासा का समाधान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य मंच लगा रहा है। इसी क्रम में ब्लॉक बिधनू के सेन पश्चिम पारा क्षेत्र स्थित श्री हरिगोपाल इंटर कॉलेज में बुधवार को मुख्य चिकित्साधिकारी के दिशा निर्देशन में इस मंच का आयोजन किया गया। गुड टच-बेड टच के बारे में किया जागरूक कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीएचसी बिधनू के चिकित्साधीक्षक डॉ. नीरज सचान ने किशोर-किशोरियों को गुड टच-बेड टच, सेफ सर्किल, माहवारी के दौरान साफ-सफाई, माडर्न कंट्रासेप्टिव, नशावृत्ति की रोकथाम, पोषक तत्वों से युक्त खानपान के संबंध में जागरूक किया। उन्होंने किशोर-किशोरियों की समस्या को प्राइवेसी देते हुए ध्यान से सुना और उनकी समस्याओं का समाधान भी बताया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शिशु मृत्यु दर एवं कुल प्रजनन दर को कम करने के लिए किशोर प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य को एक मुख्य घटक माना गया है। जिससे इसको मुख्यधारा में जोड़ा जा सके। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य उन्नयन, किशोरों में पोषण, आकस्मिक चोट, हिंसा (लिंग आधारित), असंक्रमणकारी रोग, मानसिक स्वास्थ्य आदि की जानकारी तथा सलाह देना है। झिझक को तोड़ने के लिए प्रेरित किया राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सक डॉ. राघवेंद्र सिंह ने छात्राओं को शारीरिक व मानसिक समस्याओं को लेकर अपनी झिझक को तोड़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान उन्हें शरीरिक बदलावों से परिचित कराते हुए किशोरावस्था में होने वाली समस्याओं से भी अवगत कराया गया। इसके साथ ही निराकरण की भी जानकारी दी गई। प्रधानाचार्य राजमोहन श्रीवास्तव ने किशोरावस्था के दौरान किशोर-किशोरियों की मानसिक स्थिति पर चर्चा करते हुए पढ़ाई के दौरान होने वाले चिड़चिड़ापन, समस्याओं से परिजनों, गुरुजनों को अवगत कराने के बारे में बताया। इसके साथ डॉक्टर-विशेषज्ञ से संपर्क करने की भी सलाह दी गई। किशोरियों को शारीरिक व व्यवहारिक परिवर्तन के दौरान सजग होकर रहने की सलाह दी गई। प्रतियोगिता का हुआ आयोजन कार्यकम में वाद-विवाद, रंगोली एवं चित्रकला आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विजेता किशोर-किशोरियों को पुरस्कार वितरण कर उनका मनोबल बढ़ाया गया। इस दौरान डॉ. अमित, स्टाफ नर्स सरोजिनी, शिक्षिका प्रतिमा मिश्रा, नीलम निगम, सक्षम द्विवेदी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। कोई शारीरिक समस्या हो या फिर मानसिक समस्या, नशे की लत हो या फिर कोई गोपनीय परेशानी, किशोर-किशोरियों की हर जिज्ञासा का समाधान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य मंच लगा रहा है। इसी क्रम में ब्लॉक बिधनू के सेन पश्चिम पारा क्षेत्र स्थित श्री हरिगोपाल इंटर कॉलेज में बुधवार को मुख्य चिकित्साधिकारी के दिशा निर्देशन में इस मंच का आयोजन किया गया। गुड टच-बेड टच के बारे में किया जागरूक कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीएचसी बिधनू के चिकित्साधीक्षक डॉ. नीरज सचान ने किशोर-किशोरियों को गुड टच-बेड टच, सेफ सर्किल, माहवारी के दौरान साफ-सफाई, माडर्न कंट्रासेप्टिव, नशावृत्ति की रोकथाम, पोषक तत्वों से युक्त खानपान के संबंध में जागरूक किया। उन्होंने किशोर-किशोरियों की समस्या को प्राइवेसी देते हुए ध्यान से सुना और उनकी समस्याओं का समाधान भी बताया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शिशु मृत्यु दर एवं कुल प्रजनन दर को कम करने के लिए किशोर प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य को एक मुख्य घटक माना गया है। जिससे इसको मुख्यधारा में जोड़ा जा सके। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य उन्नयन, किशोरों में पोषण, आकस्मिक चोट, हिंसा (लिंग आधारित), असंक्रमणकारी रोग, मानसिक स्वास्थ्य आदि की जानकारी तथा सलाह देना है। झिझक को तोड़ने के लिए प्रेरित किया राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सक डॉ. राघवेंद्र सिंह ने छात्राओं को शारीरिक व मानसिक समस्याओं को लेकर अपनी झिझक को तोड़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान उन्हें शरीरिक बदलावों से परिचित कराते हुए किशोरावस्था में होने वाली समस्याओं से भी अवगत कराया गया। इसके साथ ही निराकरण की भी जानकारी दी गई। प्रधानाचार्य राजमोहन श्रीवास्तव ने किशोरावस्था के दौरान किशोर-किशोरियों की मानसिक स्थिति पर चर्चा करते हुए पढ़ाई के दौरान होने वाले चिड़चिड़ापन, समस्याओं से परिजनों, गुरुजनों को अवगत कराने के बारे में बताया। इसके साथ डॉक्टर-विशेषज्ञ से संपर्क करने की भी सलाह दी गई। किशोरियों को शारीरिक व व्यवहारिक परिवर्तन के दौरान सजग होकर रहने की सलाह दी गई। प्रतियोगिता का हुआ आयोजन कार्यकम में वाद-विवाद, रंगोली एवं चित्रकला आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विजेता किशोर-किशोरियों को पुरस्कार वितरण कर उनका मनोबल बढ़ाया गया। इस दौरान डॉ. अमित, स्टाफ नर्स सरोजिनी, शिक्षिका प्रतिमा मिश्रा, नीलम निगम, सक्षम द्विवेदी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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सीएम योगी ने आगामी त्योहारों को लेकर की बैठक:सीएम का निर्देश – त्योहारों में अलर्ट रहे पुलिस और प्रशासन, शिक्षको की समस्याओं का करे समाधान
सीएम योगी ने आगामी त्योहारों को लेकर की बैठक:सीएम का निर्देश – त्योहारों में अलर्ट रहे पुलिस और प्रशासन, शिक्षको की समस्याओं का करे समाधान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात एक उच्चस्तरीय बैठक सभी जनपदों के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। वही सीएम ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बाढ़ और जलभराव को देखते हुए आम जन, कृषि फसलों एवं पशुधन की सुरक्षा और सुविधा के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बाढ़ प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बाढ़ की स्थानीय स्थिति और राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में जानकारी दी। ● बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि आज की स्थिति के अनुसार बाढ़ से अब तक कुल 20 जनपदों की 69 तहसीलों के 1571 गांव तथा बरेली, पीलीभीत व शाहजहांपुर के शहरी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, जिसके कारण अब तक कुल 14.80 लाख नागरिक प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 5.29 लाख व्यक्ति ऐसे हैं, जिनकी सम्पत्तियों (कृषि, मकान, गृहस्थी का सामान एवं पशु) को क्षति पहुंची है। जल भराव के कारण प्राथमिक रूप से 3.19 लाख हेक्टेअर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है। सेटेलाइट से प्राप्त जलभराव डाटा के आधार पर स्थलीय टीमें बनाकर कृषि क्षति का सर्वेक्षण/पुष्टि करायी जा रही है, साथ में ड्रोन सर्वे की व्यवस्था भी की जा रही है। बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए प्रमुख दिशा निर्देश… ● इस वर्ष 1 जून से अब तक प्रदेश में सामान्य वर्षा 220 मिमी के सापेक्ष 242.50 मिमी वर्षा हुई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी 22 जुलाई तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में तेज वर्षा होने की संभावना है। मौसम की बदलती परिस्थितियों पर सतत नजर रखी जाए। राहत आयुक्त कार्यालय सहित सभी जिला प्रशासन 24×7 अलर्ट मोड में रहें। ● विगत कुछ दिनों में बाढ़, आकाशीय बिजली अथवा डूबने के कारण कई स्थानों पर जन-धन की हानि की दुःखद सूचना मिली है। यह समय सहायता और संवेदना का है। पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए। आपदा से बचाव हेतु समस्त अधिकारी आपस में बेहतर समन्वय बनाकर कार्य करें। बाढ़ पीड़ितों के साथ सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों का शिष्टाचारपूर्ण व्यवहार होना चाहिए। ● बाढ़ में यदि किसी की फसल का नुकसान हुआ हो, नदी में जमीन का कटान हुआ हो और गृहस्थी का सामान बह गया हो, ऐसे सभी प्रकरणों में सहायता धनराशि 24 घंटों में उपलब्ध करा दी जाए। कृषि फसलों का सर्वे करवा लें। सहायता राशि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ही वितरित कराई जाए। ● बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए। सभी नदियों के जलस्तर और तटबंधों की 24×7 मॉनीटरिंग की जाए। प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी की फ्लड यूनिट तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24×7 एक्टिव मोड में रहें। आपदा प्रबंधन मित्र, सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों की आवश्यकतानुसार सहायता ली जानी चाहिए। ● बाढ़ पीड़ितों को भोजन पैकेट एवं राशन सामग्री प्रत्येक दशा में समय से उपलब्ध करायी जाए। भोजन एवं खाद्यान्न की क्वालिटी और क्वांटिटी का विशेष ध्यान रखा जाए। इससे कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। ● बाढ़ के दौरान जिन गांवों में जलभराव की स्थिति बन रही है, वहां आवश्यकतानुसार पशुओं को अन्यत्र सुरक्षित स्थल पर शिफ्ट कराया जाए। स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए स्थान का चयन कर लिया जाए। इन स्थलों पर पशु चारे की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। ● बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समस्त चिकित्सालयों में एन्टी स्नेक वेनम और एंटी रैबीज इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सर्पदंश एक भी पीड़ित हो तो भी उसका इलाज किया जाना सुनिश्चित करें। ● राहत आयुक्त द्वारा प्रेषित की जा रही अर्ली वार्निंग अलर्ट को सम्बन्धित क्षेत्रों में आम जनता तक अनिवार्य रूप से तत्काल भेजा जाए और आपदा प्रोटोकाल का अक्षरशः पालन किया जाए। जनपद स्तर पर विज्ञप्ति जारी की जाए। लोगों को सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। ● हमें बाढ़ के साथ-साथ जलभराव के निदान के लिए भी ठोस प्रयास करना होगा। शहरी क्षेत्रों में भी अर्बल फ्लड की सम्भावना के दृष्टिगत नालों की साफ-सफाई करा ली जाए एवं निचले इलाकों से पानी के निकास हेतु पम्पिंग स्टेशन क्रियाशील रखें।शहरी क्षेत्रों के पम्पिंग स्टेशन के संचालन के लिए जेनसेट की भी वैकल्पिक व्यवस्था रखी जाए। ● पर्व-त्योहार में आम जन को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा/आस्था को सम्मान दें, लेकिन परंपरा के विरुद्ध कोई कार्य न हो। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हों। धार्मिक आयोजन के नाम पर अराजकता को स्वीकार नहीं किया जा सकता। अराजक तत्वों के साथ सख्ती से निपटें। हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। ● सभी जिलाधिकारी, बीएसए, एबीएसए के साथ मिलकर स्थानीय शिक्षक प्रतिनिधियों से संवाद करें, उनकी समस्याओं, जिज्ञासाओं का यथोचित समाधान करें शिक्षक प्रतिनिधियों से प्रतिवेदन प्राप्त कर मुख्यालय को प्रेषित करें। पठन- पाठन सुचारु रूप से चलता रहे, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
UP में वोटिंग खत्म होने के बाद अखिलेश यादव का बयान, कहा- भाजपा ने शासन-प्रशासन का दुरुपयोग किया
UP में वोटिंग खत्म होने के बाद अखिलेश यादव का बयान, कहा- भाजपा ने शासन-प्रशासन का दुरुपयोग किया <p style=”text-align: justify;”>समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आज मतदाताओं ने विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन के पक्ष में जमकर मतदान किया. मतदान के दिन भाजपा ने जिस तरह से शासन-प्रशासन का दुरुपयोग किया है वह लोकतंत्र का उपहास है. भाजपा ने हर साजिश और षड्यंत्र कर चुनाव को प्रभावित करने का दुष्प्रयास किया तदपि मतदाताओं ने भाजपा को हराने और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने का मन बना लिया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा चीफ ने कहा कि भाजपा सरकार की कुनीतियों से क्षुब्ध मतदाता मतदान करने में उदासीन दिखे जबकि समाजवादी पार्टीं इंडिया गठबंधन के समर्थक मतदाताओं में जोश दिखाई पड़ा. भाजपा सरकार में महंगाई, भ्रष्टाचार, अन्याय चरम पर है. किसान, नौजवान, छात्र, व्यापारी सभी परेशान है. बेतहाशा लूट से समाज का हर वर्ग परेशान और आक्रोशित है. ऐसे में भाजपा की पराजय तय हैं. भाजपा के दमनकारी कार्यों से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. भाजपा की डराने धमकाने, मतदान से वंचित करने की साजिश का जनता मुंहतोड़ जवाब देने के लिए खड़ी हो गयी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व सीएम ने कहा कि यादव ने कहा कि कई जगह समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों के साथ अभद्रता की गई है. मतदान स्थलों पर भाजपाई उपद्रव करते रहे. कई जगह धीमी गति से मतदान कराया गया. ईवीएम में खराबी की शिकायतें भी रहीं. करहल में कई जगह फर्जी मतदान की खबरें मिली. मुस्लिम मतदाताओं को रोकने की तमाम शिकायतें आई. कई बूथ एजेन्टों को पुलिस उठा ले गई. उनके बस्ते उजाड़ दिए. कई जगह भाजपा के दबंगों ने भय का माहौल पैदा किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ जगहों पर कुछ अधिकारी भी भाजपा के पक्षधर बने नजर आए. मीरापुर के ककरौली थानाध्यक्ष पिस्तौल दिखाकर महिलाओं को वोट न डालने के लिए आतंकित करते नज़र आए. करहल में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी तेज प्रताप यादव ने कई मतदान स्थलों का निरीक्षण किया. समाजवादी पार्टी 9 सीटों पर उपचुनाव में लड़ रही है. समाजवादी पार्टी प्रत्याशी हर जगह बढ़त में हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र और संविधान को कुचल कर सरकार में बना रहना चाहती है जबकि सरकार लोकतंत्र में लोकलाज से चलती है. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को तार-तार करने में भाजपा माहिर है. निर्वाचन आयोग भी अपने कर्तव्य निर्वहन में पारदर्शिता नहीं दिखा पा रहा है. जनता जागरूक है और वह स्वयं अपने अधिकार के लिए प्रतिरोध कर रही है. जीत उसकी ही होगी.</p>
हरियाणा भाजपा पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह से करेगी किनारा:कटेगी विधानसभा टिकट; अभी पिहोवा से विधायक, खट्टर ने नहीं लिया था इस्तीफा
हरियाणा भाजपा पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह से करेगी किनारा:कटेगी विधानसभा टिकट; अभी पिहोवा से विधायक, खट्टर ने नहीं लिया था इस्तीफा केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में खेल मंत्री रह चुके संदीप सिंह से भाजपा किनारा करेगी। जूनियर महिला कोच सेक्सुअल हैरेसमेंट केस में उनके खिलाफ आरोप तय होने के बाद भाजपा नेतृत्व ऐसा करेगा। संदीप सिंह अभी पिहोवा विधानसभा से विधायक हैं, उन्होंने पहली बार भाजपा की टिकट से यहां से जीत दर्ज की थी। हालांकि जब उन पर कोच द्वारा आरोप लगाए गए थे] तब पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने उनका बचाव किया था( विपक्षी दलों के विरोध-प्रदर्शन के बाद भी उनसे इस्तीफा नहीं लिया था। हालांकि बाद में उन्होंने खेल विभाग अपने पास रख लिया था, लेकिन मंत्री पद पर संदीप सिंह बने रहे थे। CM सैनी पहले ही कर चुके किनारा पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के हटने के बाद जब नायब सैनी मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने संदीप सिंह को अपने मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी। इससे पहले हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके ओपी धनखड़ ने भी संगठन की बैठकों में संदीप सिंह के शामिल होने पर रोक लगा दी थी। अभी भी संदीप सिंह भाजपा में अलग-थलग पड़े हुए हैं। वह पार्टी के कार्यक्रमों में दिखाई नहीं दे रहे हैं, हालांकि वह अपने विधानसभा क्षेत्र पिहोवा में लोगों के बीच जाकर यह संदेश दे रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में भाजपा उन्हें ही उम्मीदवार बनाएगी। पिहोवा में पहली बार खिलाया था कमल हॉकी के खेल में अपने प्रदर्शन के बल पर संदीप सिंह काफी सुर्खियां बटोर चुके हैं। इसी के बल पर भाजपा ने उन्हें पिहोवा विधानसभा से उतारा था। संदीप सिंह ने भी पहली बार पिहोवा में कमल खिलाया। इससे पहले इस क्षेत्र से कभी भी भाजपा ने जीत दर्ज नहीं की थी। संदीप सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार मंदीप सिंह चट्ठा को 5314 वोटों से हराया था। उन्हें करीब 34 फीसदी वोट हासिल हुए थे। पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल ने उन्हें अपने कैबिनेट में शामिल किया और खेल विभाग दिया। अब यहां पढ़िए संदीप सिंह से क्यों किनारा करेगी भाजपा… विधानसभा चुनाव में विपक्ष इसे मुद्दा न बना पाए प्रदेश में दो-ढाई महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में संदीप सिंह को लेकर विपक्षी दल खासकर कांग्रेस इसे मुद्दा न बना पाए, इसलिए भाजपा संदीप सिंह से किनारा करेगी। महिला कोच के आरोपों के दौरान भी विपक्षी दलों ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की सरकार पर जमकर हमला बोला था, यहां तक कि विधानसभा सत्र के दौरान भी विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया था, कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की मांग को लेका वॉक आउट तक कर दिया था। इसके बाद अब भाजपा संदीप सिंह को लेकर कोई भी मुद्दा चुनाव में नहीं बनाएगी। पार्टी महिलाओं में खराब मैसेज देने से बचना चाहेगी हरियाणा में महिलाओं की करीब 1.20 करोड़ की आबादी है। पुरुषों के मुकाबले यह आधी आबादी है। चुनाव में भी महिलाएं बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करती हैं। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पुरुषों का मतदान प्रतिशत 70.25 फीसदी था, जबकि महिलाओं का 69.55 फीसदी। दोनों में सिर्फ 0.72 फीसदी का अंतर था। ऐसे में भाजपा महिलाओं में संदीप सिंह को टिकट देकर आधी आबादी को गलत मैसेज देना नहीं चाहेगी।