हरियाणा के बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो गया है। उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। उनके करीबियों के अनुसार उनकी मौत शनिवार सुबह करीब 10.30 से 11 बजे के बीच हुई। राकेश दौलताबाद, बादशाहपुर से आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। विधायक के रिश्तेदारों ने बताया है कि सुबह वोट डालकर राकेश अपने फार्म हाउस पर आराम करने गए थे। वहां सुबह करीब 10 बजे उन्हें हार्ट अटैक आया। इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान राकेश की मौत हो गई। गुरुग्राम के पालम विहार मणिपाल अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। दौलताबाद ने 2019 के विधानसभा चुनाव में बादशाहपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी। जिसके बाद उन्होंने भाजपा सरकार को समर्थन दिया था। हालांकि उन्होंने 2014 में भी निर्दलीय चुनाव लड़ा था लेकिन तब राव नरबीर सिंह से हार गए थे। आज पहली बार उठा दर्द
राकेश दौलताबाद के परिवार के सदस्य तरुण ने बताया है कि आज सुबह राकेश के सीने में दर्द होने लगा था। वह वोट डालकर फार्म हाउस पर गए थे। वहीं, उनकी तबीयत बिगड़ी। इसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया। यहां उनका इलाज हुआ, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। यह पहला मौका था कि उनके सीने में दर्द उठा था। BJP को दिया था समर्थन, CM बदलने पर भी साथ नहीं छोड़ा
दौलताबाद ने बतौर निर्दलीय विधायक रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बनी भाजपा की सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया था। इसके बाद जब जजपा से गठबंधन टूटा तब भी नायब सैनी के नेतृत्व में बनी सरकार का उन्होंने समर्थन दिया। समर्थन वापसी की चर्चा के बावजूद रखी दूरी
लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार से 3 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया। उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा की मौजूदगी में रोहतक में कांग्रेस का समर्थन किया। इनमें धर्मबीर गोंदर, सोमवीर सांगवान और रणधीर गोलन शामिल थे। हालांकि इन 3 के अलावा दौलताबाद के भी सरकार से समर्थन वापस लेने की खूब चर्चा हुई। मगर, उन्होंने इन 3 विधायकों का साथ नहीं दिया। उन्होंने बाद में एक वीडियो जारी कर भाजपा सरकार का ही समर्थन करने का ऐलान किया था। कोरोना काल में इसलिए आए थे चर्चा में दौलताबाद
कोराना काल के दौरान आधारभूत सुविधाओं में शामिल बिजली, सड़क, पानी, जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद ने अनूठी पहल की थी। विधायक ने ऐलान किया था कि उनके क्षेत्र में बिजली, पानी, सीवर और सड़क विभाग से जुड़े कार्यों में अच्छे काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को 25 लाख रुपए बतौर इनाम दिया जाएगा। विधायक राकेश दौलताबाद के मुताबिक क्षेत्र में बिजली, पानी, सीवर और सड़क से जुड़े महकमों के जिस अधिकारी को स्थानीय लोगों की ओर से अच्छी रेटिंग दी जाएगी, वो इनामी राशि का हकदार होगा। उन्होंने बताया कि यह फैसला इसलिए लिया गया था ताकि अधिकारी या कर्मचारी जनता की शिकायतों को जल्द से जल्द और बेहतर तरीके से दूर करें। PM मोदी ने शोक जताया
राकेश दौलताबाद के देहांत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। उन्होंने लिखा, ‘हरियाणा के विधायक राकेश दौलताबाद जी के आकस्मिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने बहुत ही कम उम्र में लोगों के बीच एक अलग पहचान बनाई थी। उनका जाना प्रदेश की राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है। ईश्वर शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों को संबल प्रदान करें।’ खट्टर बोले- एक युवा, ऊर्जावान सदस्य खोया
वहीं, राकेश के लिए शोक जताते हुए पूर्व CM खट्टर ने लिखा, ‘बादशाहपुर विधानसभा से विधायक राकेश दौलताबाद के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध और दुखी हूं। हरियाणा विधानसभा ने एक युवा, ऊर्जावान सदस्य खोया है। हरियाणा राजनीति में उनकी कमी सदा महसूस की जाएगी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’ CM सैनी बोले- राजनीतिक शून्यता आई
हरियाणा के CM नायब सैनी ने विधायक दौलताबाद के निधन पर शोक जताया है। सैनी ने लिखा-‘बादशाहपुर के विधायक और विधानसभा में प्रमुख सहयोगी रहे राकेश दौलताबाद जी के आकस्मिक निधन से आहत और स्तब्ध हूं। राकेश जी के अचानक चले जाने से हरियाणा की राजनीति में एक शून्यता आई है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।परिवारजनों और समर्थकों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’ हुड्डा ने कहा- दुखी हूं
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘गुरुग्राम के बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद के असामयिक निधन का समाचार सुनकर दुखी हूं। दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि और परिवारजनों व समर्थकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि परिवारजनों को शक्ति प्रदान करें।’ MP के मुख्यमंत्री मोहन यादव बोले- स्मृतियों में जीवित रहेंगे
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी राकेश दौलताबाद के निधन पर शोक जताया। उन्होंने लिखा, ‘हरियाणा के बादशाहपुर से विधायक राकेश दौलताबाद के असामयिक निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। जन कल्याण के लिए किए गए आपके कार्य सदैव हम सब की स्मृतियों में जीवित रहेंगे। बाबा महाकाल दिवंगत की पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिवार को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें, यही प्रार्थना है।’ हरियाणा के बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो गया है। उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। उनके करीबियों के अनुसार उनकी मौत शनिवार सुबह करीब 10.30 से 11 बजे के बीच हुई। राकेश दौलताबाद, बादशाहपुर से आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। विधायक के रिश्तेदारों ने बताया है कि सुबह वोट डालकर राकेश अपने फार्म हाउस पर आराम करने गए थे। वहां सुबह करीब 10 बजे उन्हें हार्ट अटैक आया। इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान राकेश की मौत हो गई। गुरुग्राम के पालम विहार मणिपाल अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। दौलताबाद ने 2019 के विधानसभा चुनाव में बादशाहपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी। जिसके बाद उन्होंने भाजपा सरकार को समर्थन दिया था। हालांकि उन्होंने 2014 में भी निर्दलीय चुनाव लड़ा था लेकिन तब राव नरबीर सिंह से हार गए थे। आज पहली बार उठा दर्द
राकेश दौलताबाद के परिवार के सदस्य तरुण ने बताया है कि आज सुबह राकेश के सीने में दर्द होने लगा था। वह वोट डालकर फार्म हाउस पर गए थे। वहीं, उनकी तबीयत बिगड़ी। इसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया। यहां उनका इलाज हुआ, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। यह पहला मौका था कि उनके सीने में दर्द उठा था। BJP को दिया था समर्थन, CM बदलने पर भी साथ नहीं छोड़ा
दौलताबाद ने बतौर निर्दलीय विधायक रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बनी भाजपा की सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया था। इसके बाद जब जजपा से गठबंधन टूटा तब भी नायब सैनी के नेतृत्व में बनी सरकार का उन्होंने समर्थन दिया। समर्थन वापसी की चर्चा के बावजूद रखी दूरी
लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार से 3 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया। उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा की मौजूदगी में रोहतक में कांग्रेस का समर्थन किया। इनमें धर्मबीर गोंदर, सोमवीर सांगवान और रणधीर गोलन शामिल थे। हालांकि इन 3 के अलावा दौलताबाद के भी सरकार से समर्थन वापस लेने की खूब चर्चा हुई। मगर, उन्होंने इन 3 विधायकों का साथ नहीं दिया। उन्होंने बाद में एक वीडियो जारी कर भाजपा सरकार का ही समर्थन करने का ऐलान किया था। कोरोना काल में इसलिए आए थे चर्चा में दौलताबाद
कोराना काल के दौरान आधारभूत सुविधाओं में शामिल बिजली, सड़क, पानी, जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद ने अनूठी पहल की थी। विधायक ने ऐलान किया था कि उनके क्षेत्र में बिजली, पानी, सीवर और सड़क विभाग से जुड़े कार्यों में अच्छे काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को 25 लाख रुपए बतौर इनाम दिया जाएगा। विधायक राकेश दौलताबाद के मुताबिक क्षेत्र में बिजली, पानी, सीवर और सड़क से जुड़े महकमों के जिस अधिकारी को स्थानीय लोगों की ओर से अच्छी रेटिंग दी जाएगी, वो इनामी राशि का हकदार होगा। उन्होंने बताया कि यह फैसला इसलिए लिया गया था ताकि अधिकारी या कर्मचारी जनता की शिकायतों को जल्द से जल्द और बेहतर तरीके से दूर करें। PM मोदी ने शोक जताया
राकेश दौलताबाद के देहांत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। उन्होंने लिखा, ‘हरियाणा के विधायक राकेश दौलताबाद जी के आकस्मिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने बहुत ही कम उम्र में लोगों के बीच एक अलग पहचान बनाई थी। उनका जाना प्रदेश की राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है। ईश्वर शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों को संबल प्रदान करें।’ खट्टर बोले- एक युवा, ऊर्जावान सदस्य खोया
वहीं, राकेश के लिए शोक जताते हुए पूर्व CM खट्टर ने लिखा, ‘बादशाहपुर विधानसभा से विधायक राकेश दौलताबाद के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध और दुखी हूं। हरियाणा विधानसभा ने एक युवा, ऊर्जावान सदस्य खोया है। हरियाणा राजनीति में उनकी कमी सदा महसूस की जाएगी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’ CM सैनी बोले- राजनीतिक शून्यता आई
हरियाणा के CM नायब सैनी ने विधायक दौलताबाद के निधन पर शोक जताया है। सैनी ने लिखा-‘बादशाहपुर के विधायक और विधानसभा में प्रमुख सहयोगी रहे राकेश दौलताबाद जी के आकस्मिक निधन से आहत और स्तब्ध हूं। राकेश जी के अचानक चले जाने से हरियाणा की राजनीति में एक शून्यता आई है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।परिवारजनों और समर्थकों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’ हुड्डा ने कहा- दुखी हूं
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘गुरुग्राम के बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद के असामयिक निधन का समाचार सुनकर दुखी हूं। दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि और परिवारजनों व समर्थकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि परिवारजनों को शक्ति प्रदान करें।’ MP के मुख्यमंत्री मोहन यादव बोले- स्मृतियों में जीवित रहेंगे
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी राकेश दौलताबाद के निधन पर शोक जताया। उन्होंने लिखा, ‘हरियाणा के बादशाहपुर से विधायक राकेश दौलताबाद के असामयिक निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। जन कल्याण के लिए किए गए आपके कार्य सदैव हम सब की स्मृतियों में जीवित रहेंगे। बाबा महाकाल दिवंगत की पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिवार को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें, यही प्रार्थना है।’ हरियाणा | दैनिक भास्कर