कानपुर में गंगा खतरे के निशान से ऊपर:यूपी के 24 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट; 45 जिलों में 7.9 MM बरसात

कानपुर में गंगा खतरे के निशान से ऊपर:यूपी के 24 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट; 45 जिलों में 7.9 MM बरसात

उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना उफान पर हैं। कानपुर में गंगा खतरे के निशान को पार कर गई हैं। वाराणसी के 50 घाट अभी गंगा में डूबे हैं, जहां NDRF तैनात है। आज यूपी के 24 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। इस सीजन में 33 जिले अब तक बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। अभी भी 15 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मंगलवार की बात करें तो 45 जिलों में 7.9 MM बारिश हुई। कहीं रिमझिम तो कहीं पर जोरदार पानी बरसा। सुल्तानपुर में सबसे ज्यादा 52 MM बरसात हुई। मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव ने बताया- मानसून अब कमजोर हो रहा है। 15 अगस्त तक अच्छी स्थिति है। उसके बाद तय होगा कि मानसून ट्रफ लाइन की क्या पोजिशन होगी? अभी मानसून की ट्रफ लाइन सोनभद्र के चुर्क से गुजर रही है। इस वजह से अभी मानसूनी बारिश हो रही है। एक बार ये हिमालय में स्थित हो गई तो फिर यूपी समेत पूरे देश में मानसून पर ब्रेक लग जाएगा। उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना उफान पर हैं। कानपुर में गंगा खतरे के निशान को पार कर गई हैं। वाराणसी के 50 घाट अभी गंगा में डूबे हैं, जहां NDRF तैनात है। आज यूपी के 24 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। इस सीजन में 33 जिले अब तक बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। अभी भी 15 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मंगलवार की बात करें तो 45 जिलों में 7.9 MM बारिश हुई। कहीं रिमझिम तो कहीं पर जोरदार पानी बरसा। सुल्तानपुर में सबसे ज्यादा 52 MM बरसात हुई। मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव ने बताया- मानसून अब कमजोर हो रहा है। 15 अगस्त तक अच्छी स्थिति है। उसके बाद तय होगा कि मानसून ट्रफ लाइन की क्या पोजिशन होगी? अभी मानसून की ट्रफ लाइन सोनभद्र के चुर्क से गुजर रही है। इस वजह से अभी मानसूनी बारिश हो रही है। एक बार ये हिमालय में स्थित हो गई तो फिर यूपी समेत पूरे देश में मानसून पर ब्रेक लग जाएगा।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर