कानपुर के घिमऊ गांव में रविवार रात घर के बाहर सो रहे पुस्तक विक्रेता की नुकीले हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। सुबह जागने पर परिजनों को घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। फारेंसिक टीम को मौके पर आने के लिए सूचना दी। बिल्हौर थाना क्षेत्र के घिमऊ गांव निवासी श्रीराम तिवारी (30) पुत्र उमेश कुमार तिवारी घर से ही कापी किताबें बेचने का व्यापार करते थे। उनके बड़े भाई गणेश तिवारी बिल्हौर तहसील में विधि व्यवसाय करते हैं और दूसरा बड़ा भाई सुखदेव एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। सम्मिलित परिवार में मां सुनीता देवी, भाभी और उनका बेटा साथ में रहता है। जबकि पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। सुबह जागने पर हुई घटना की जानकारी
भाई गणेश के अनुसार, देर रात में खाना खाने के बाद श्रीराम तिवारी ने कुछ देर टीवी देखी और इसके बाद लगभग साढ़े ग्यारह बजे नए घर के बाहर बरामदे में चारपाई पर लेट गया था। सुबह लगभग साढ़े पांच बजे मां उठने के बाद घर के बाहर पहुंची और बेटे को जगाने का प्रयास किया, तभी घटना देख चीख पड़ी। मां के चीखने पर सभी परिजनों सहित कई ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। सर किसी नुकीली चीज से किया हमला
मृतक का शव चारपाई पर पड़ा हुआ था। सिर पर बाईं तरफ किसी नुकीली चीज से हमला किया गया था, जिससे खून बह रहा था और चेहरा नीला पड़ा हुआ था। भाई गणेश की सूचना पर थाना प्रभारी केशव तिवारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। घटना की जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस ने घटना स्थल के साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम को घटना की सूचना दी। 5 साल से कर रहा था काफी किताब का व्यापार
श्रीराम तिवारी घर से ही पांच साल से कापी किताब बेचने का व्यापार कर रहा था। लोगों की माने तो वह बिल्हौर से लेकर रसूलाबाद तक कापी किताबों की थोक सप्लाई करता था। चार दिन से बंद थे सीसीटीवी कैमरे
परिजनों के अनुसार, नए घर में काफी किताबों का भंडार रहता है। चोरी आदि से बचने के चलते कैमरे लगाए गए थे। चार दिन के कैमरे खराब पड़े थे। परिजनों ने किसी से कोई दुश्मनी होने से इनकार किया है। वहीं पुलिस आशनाई और आर्थिक पहलुओं को लेकर मामले की जांच कर रही है। कानपुर के घिमऊ गांव में रविवार रात घर के बाहर सो रहे पुस्तक विक्रेता की नुकीले हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। सुबह जागने पर परिजनों को घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। फारेंसिक टीम को मौके पर आने के लिए सूचना दी। बिल्हौर थाना क्षेत्र के घिमऊ गांव निवासी श्रीराम तिवारी (30) पुत्र उमेश कुमार तिवारी घर से ही कापी किताबें बेचने का व्यापार करते थे। उनके बड़े भाई गणेश तिवारी बिल्हौर तहसील में विधि व्यवसाय करते हैं और दूसरा बड़ा भाई सुखदेव एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। सम्मिलित परिवार में मां सुनीता देवी, भाभी और उनका बेटा साथ में रहता है। जबकि पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। सुबह जागने पर हुई घटना की जानकारी
भाई गणेश के अनुसार, देर रात में खाना खाने के बाद श्रीराम तिवारी ने कुछ देर टीवी देखी और इसके बाद लगभग साढ़े ग्यारह बजे नए घर के बाहर बरामदे में चारपाई पर लेट गया था। सुबह लगभग साढ़े पांच बजे मां उठने के बाद घर के बाहर पहुंची और बेटे को जगाने का प्रयास किया, तभी घटना देख चीख पड़ी। मां के चीखने पर सभी परिजनों सहित कई ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। सर किसी नुकीली चीज से किया हमला
मृतक का शव चारपाई पर पड़ा हुआ था। सिर पर बाईं तरफ किसी नुकीली चीज से हमला किया गया था, जिससे खून बह रहा था और चेहरा नीला पड़ा हुआ था। भाई गणेश की सूचना पर थाना प्रभारी केशव तिवारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। घटना की जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस ने घटना स्थल के साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम को घटना की सूचना दी। 5 साल से कर रहा था काफी किताब का व्यापार
श्रीराम तिवारी घर से ही पांच साल से कापी किताब बेचने का व्यापार कर रहा था। लोगों की माने तो वह बिल्हौर से लेकर रसूलाबाद तक कापी किताबों की थोक सप्लाई करता था। चार दिन से बंद थे सीसीटीवी कैमरे
परिजनों के अनुसार, नए घर में काफी किताबों का भंडार रहता है। चोरी आदि से बचने के चलते कैमरे लगाए गए थे। चार दिन के कैमरे खराब पड़े थे। परिजनों ने किसी से कोई दुश्मनी होने से इनकार किया है। वहीं पुलिस आशनाई और आर्थिक पहलुओं को लेकर मामले की जांच कर रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर