गोंडा में काफिले की फॉर्च्यूनर से दो युवकों की मौत के बाद भाजपा सांसद बृजभूषण के बेटे करण भूषण ने चुप्पी तोड़ी। गुरुवार को उन्होंने कहा- मीडिया ने मुझे आरोपी की तरह दिखाया। सच यह है कि जब मुझे हादसे का पता चला उस वक्त मैं 4 से 5 किलोमीटर आगे निकलकर कार्यक्रम में पहुंच चुका था। बुधवार को करण भूषण के काफिले की फॉर्च्यूनर ने दो युवकों को रौंद दिया था। कार ने सड़क किनारे बैठी महिला को भी टक्कर मार दी। हादसे में दोनों युवकों की मौके पर मौत हो गई। जबकि महिला गंभीर है। फॉर्च्यूनर पर पुलिस एस्कॉर्ट लिखा था। गाड़ी बृजभूषण के कॉलेज के नाम रजिस्टर्ड थी। कहा- काफिला नहीं, सिर्फ 4 गाड़ियां थीं
कैसरगंज से भाजपा प्रत्याशी करण भूषण ने कहा- काफिला जैसा कुछ भी नहीं था। मैं 4 गाड़ियों को लेकर एक कार्यक्रम में बहराइच जा रहा था। करनैलगंज क्रॉसिंग से 4-5 किमी आगे जाने पर मेरे पास फोन आया कि गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। जैसे ही पता लगा मैंने तुरंत अपनी गाड़ी भेजी। घायलों को उस गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। मुझे मीडिया में बहुत बड़ा आरोपी दिखाया गया। अभी मेरा राजनीतिक करियर शुरू भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा- एक महिला रोड क्रॉस कर रही थी। उस महिला से बाइक से आ रहे युवकों का एक्सीडेंट हुआ। अनियंत्रित होकर वह दूसरी साइड में गिर गए। जैसे ही गिरे अचानक गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया। मीडिया में दिखाया जा रहा है 3 लोगों को रौंदा, जबकि मैं वहां नहीं था। आप पता कर सकते हैं कि मैं उस वक्त कार्यक्रम में पहुंच गया था। जिस गाड़ी से हादसा हुआ वह पीछे थी
करण भूषण ने कहा-जिस गाड़ी से घटना हुई है वह पीछे की गाड़ी थी। मेरे साथ ही चल रही थी। मेरी गाड़ी के ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया। मेरी पीड़ित परिवार के साथ संवेदनाएं हैं। पुलिस ने अपना काम करते हुए गाड़ी को कब्जे में ले लिया है। ड्राइवर को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। बुधवार को काफिले से हुए हादसे की पूरी खबर पढ़िए.. करण भूषण बुधवार को काफिले के साथ जा रहे थे। काफिला छतईपूरवा के पास पहुंचा था, तभी फॉर्च्यूनर एक गाड़ी को ओवरटेक करने लगी। बेकाबू हो गई और बाइक सवारों को रौंदते हुए बिजली के खंभे से टकरा गई। गाड़ी ने घर के बाहर बैठी बुजुर्ग महिला को भी रौंद दिया था। हादसे में निदुरा गांव के रेहान (17) और शहजाद खान (24) की मौत हो गई थी। हादसे के बाद भी करण का काफिला नहीं रुका था। अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय ने बताया था कि मृतकों के परिजन ने शिकायती पत्र दिया। फॉर्च्यूनर के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ। एयरबैग खुलने से गाड़ी में बैठे लोगों की जान बच गई। आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। युवकों के चाचा ने कहा- दोनों दवा लेने जा रहे थे
हादसे में जान गंवाने वाले दोनों युवकों के चाचा फरमान खान ने कहा था- हादसे की सूचना गांव में पहुंची। हम दौड़ते-भागते घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां गाड़ी टूटी-फूटी पड़ी थी। रोड पर खून पड़ा था। वहां लोगों ने कहा कि अस्पताल जाइए। घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि करण भूषण का 4-5 गाड़ियों का काफिला जा रहा था। उसमें से एक गाड़ी ने ओवरटेक करने में दोनों बच्चों को उड़ा दिया है। जिस फॉर्च्यूनर कार से हादसा हुआ, उसका नंबर UP 32 HW 1800 है। RTO में यह कार नंदिनी एजुकेशन इंस्टीट्यूट के नाम रजिस्टर्ड है। इस इंस्टीट्यूट के प्रबंधक सांसद बृजभूषण सिंह हैं। महिला पहलवानों से यौन शोषण के आरोप में कटा था बृजभूषण का टिकट
कैसरगंज से भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की जगह भाजपा ने उसके बेटे करण भूषण को टिकट दिया था। बृजभूषण पर महिला पहलवानों से यौन शोषण का आरोप है और कोर्ट ने उनके खिलाफ आरोप भी तय कर दिए हैं। करण भूषण यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। वह भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष भी थे, लेकिन बृजभूषण के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद इन्होंने भी पद छोड़ दिया था। डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल प्लेयर रहे करण
करण भूषण का जन्म 13 दिसंबर 1990 को हुआ। करण को एक बेटा और एक बेटी है। वह डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं। उन्होंने गोंडा में अपने पिता के नंदिनी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की। अभी वे उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। पहली बार कोई चुनाव लड़ रहे हैं। गोंडा में काफिले की फॉर्च्यूनर से दो युवकों की मौत के बाद भाजपा सांसद बृजभूषण के बेटे करण भूषण ने चुप्पी तोड़ी। गुरुवार को उन्होंने कहा- मीडिया ने मुझे आरोपी की तरह दिखाया। सच यह है कि जब मुझे हादसे का पता चला उस वक्त मैं 4 से 5 किलोमीटर आगे निकलकर कार्यक्रम में पहुंच चुका था। बुधवार को करण भूषण के काफिले की फॉर्च्यूनर ने दो युवकों को रौंद दिया था। कार ने सड़क किनारे बैठी महिला को भी टक्कर मार दी। हादसे में दोनों युवकों की मौके पर मौत हो गई। जबकि महिला गंभीर है। फॉर्च्यूनर पर पुलिस एस्कॉर्ट लिखा था। गाड़ी बृजभूषण के कॉलेज के नाम रजिस्टर्ड थी। कहा- काफिला नहीं, सिर्फ 4 गाड़ियां थीं
कैसरगंज से भाजपा प्रत्याशी करण भूषण ने कहा- काफिला जैसा कुछ भी नहीं था। मैं 4 गाड़ियों को लेकर एक कार्यक्रम में बहराइच जा रहा था। करनैलगंज क्रॉसिंग से 4-5 किमी आगे जाने पर मेरे पास फोन आया कि गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। जैसे ही पता लगा मैंने तुरंत अपनी गाड़ी भेजी। घायलों को उस गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। मुझे मीडिया में बहुत बड़ा आरोपी दिखाया गया। अभी मेरा राजनीतिक करियर शुरू भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा- एक महिला रोड क्रॉस कर रही थी। उस महिला से बाइक से आ रहे युवकों का एक्सीडेंट हुआ। अनियंत्रित होकर वह दूसरी साइड में गिर गए। जैसे ही गिरे अचानक गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया। मीडिया में दिखाया जा रहा है 3 लोगों को रौंदा, जबकि मैं वहां नहीं था। आप पता कर सकते हैं कि मैं उस वक्त कार्यक्रम में पहुंच गया था। जिस गाड़ी से हादसा हुआ वह पीछे थी
करण भूषण ने कहा-जिस गाड़ी से घटना हुई है वह पीछे की गाड़ी थी। मेरे साथ ही चल रही थी। मेरी गाड़ी के ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया। मेरी पीड़ित परिवार के साथ संवेदनाएं हैं। पुलिस ने अपना काम करते हुए गाड़ी को कब्जे में ले लिया है। ड्राइवर को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। बुधवार को काफिले से हुए हादसे की पूरी खबर पढ़िए.. करण भूषण बुधवार को काफिले के साथ जा रहे थे। काफिला छतईपूरवा के पास पहुंचा था, तभी फॉर्च्यूनर एक गाड़ी को ओवरटेक करने लगी। बेकाबू हो गई और बाइक सवारों को रौंदते हुए बिजली के खंभे से टकरा गई। गाड़ी ने घर के बाहर बैठी बुजुर्ग महिला को भी रौंद दिया था। हादसे में निदुरा गांव के रेहान (17) और शहजाद खान (24) की मौत हो गई थी। हादसे के बाद भी करण का काफिला नहीं रुका था। अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय ने बताया था कि मृतकों के परिजन ने शिकायती पत्र दिया। फॉर्च्यूनर के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ। एयरबैग खुलने से गाड़ी में बैठे लोगों की जान बच गई। आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। युवकों के चाचा ने कहा- दोनों दवा लेने जा रहे थे
हादसे में जान गंवाने वाले दोनों युवकों के चाचा फरमान खान ने कहा था- हादसे की सूचना गांव में पहुंची। हम दौड़ते-भागते घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां गाड़ी टूटी-फूटी पड़ी थी। रोड पर खून पड़ा था। वहां लोगों ने कहा कि अस्पताल जाइए। घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि करण भूषण का 4-5 गाड़ियों का काफिला जा रहा था। उसमें से एक गाड़ी ने ओवरटेक करने में दोनों बच्चों को उड़ा दिया है। जिस फॉर्च्यूनर कार से हादसा हुआ, उसका नंबर UP 32 HW 1800 है। RTO में यह कार नंदिनी एजुकेशन इंस्टीट्यूट के नाम रजिस्टर्ड है। इस इंस्टीट्यूट के प्रबंधक सांसद बृजभूषण सिंह हैं। महिला पहलवानों से यौन शोषण के आरोप में कटा था बृजभूषण का टिकट
कैसरगंज से भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की जगह भाजपा ने उसके बेटे करण भूषण को टिकट दिया था। बृजभूषण पर महिला पहलवानों से यौन शोषण का आरोप है और कोर्ट ने उनके खिलाफ आरोप भी तय कर दिए हैं। करण भूषण यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। वह भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष भी थे, लेकिन बृजभूषण के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद इन्होंने भी पद छोड़ दिया था। डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल प्लेयर रहे करण
करण भूषण का जन्म 13 दिसंबर 1990 को हुआ। करण को एक बेटा और एक बेटी है। वह डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं। उन्होंने गोंडा में अपने पिता के नंदिनी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की। अभी वे उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। पहली बार कोई चुनाव लड़ रहे हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर