अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने अपने पद से आज इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुकाम पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद को इस्तीफा भेज पीठाधीश्वर को ही संरक्षक नियुक्त किया। साथ ही उन्होंने महासभा के आगामी चुनाव को लेकर भी 29 सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो महासभा के चुनाव प्रक्रियाओं का संचालन करेगी। कुलदीप बिश्नोई की ओर से दिया गया इस्तीफा… हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं… अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने अपने पद से आज इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुकाम पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद को इस्तीफा भेज पीठाधीश्वर को ही संरक्षक नियुक्त किया। साथ ही उन्होंने महासभा के आगामी चुनाव को लेकर भी 29 सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो महासभा के चुनाव प्रक्रियाओं का संचालन करेगी। कुलदीप बिश्नोई की ओर से दिया गया इस्तीफा… हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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बजरंग-विनेश के कांग्रेस में जाने पर भड़के WFI अध्यक्ष:संजय सिंह बोले- ये तो होना ही था, विरोध करवा रही थी कांग्रेस देश के दो धाकड़ पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की है। दोनों कांग्रेस पार्टी में शामिल हो चुके हैं। दोनों ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम लिया है। इसके बाद से भाजपा दोनों पर जमकर निशाना साध रही है। इसी कड़ी में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह का बयान भी सामने आया है। उन्होंने विनेश और बजरंग पर तंज कसा है। साथ ही कांग्रेस पार्टी और सांसद दीपेंद्र हुड्डा पर भी जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा- ये तो होना ही था। पूरा देश जानता है कि ये पूरा विरोध कांग्रेस के इशारे पर हो रहा था और इसका मास्टरमाइंड दीपेंद्र हुड्डा परिवार था। इस विरोध की नींव उस दिन रखी गई थी, जब हमारे प्रधानमंत्री ने बृजभूषण शरण सिंह की तारीफ करते हुए कहा था कि कुश्ती सुरक्षित हाथों में है। ओलिंपिक में आने लगे थे मेडल, इसलिए रची साजिश संजय सिंह ने कहा, ये पूरी साजिश इसलिए भी रची गई, क्योंकि ओलिंपिक में 4-5 कुश्ती के मेडल आने वाले थे। विरोध का असर उन मेडल पर भी पड़ा। ओलिंपिक वर्ष में दो साल तक कुश्ती की कोई गतिविधि नहीं हुई। इसलिए हमें कम मेडल मिले। हमारे पहलवान अभ्यास नहीं कर पाए। अब इन लोगों का हमारे कुश्ती संघ पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। उन्होंने कहा, वे कांग्रेस में शामिल हो गए, तो इससे साबित होता है कि वे उस विरोध के पीछे थे। बृज भूषण शरण सिंह भाजपा से जुड़े थे, मैं किसी पार्टी या व्यक्ति से जुड़ा नहीं हूं, लेकिन उन्होंने मेरा भी विरोध किया। इसलिए यह पूरा विरोध राजनीति से प्रेरित था। उन्होंने विरोध शुरू किया और बृज भूषण शरण सिंह ने कुश्ती से खुद को अलग कर लिया। इसलिए यह मुद्दा वहीं खत्म हो जाना चाहिए था, लेकिन यह राजनीति से प्रेरित था और इसके पीछे कांग्रेस थी। साक्षी मलिक भी अलग नहीं हैं, वे भी उनके साथ हैं। हरियाणा के 99% खिलाड़ी हमारे साथ हैं।
HSGMC के जनवरी में चुनाव संभव:दिसंबर में जारी होगा नोटिफिकेशन; CM ने दिया आश्वासन, मई में कमेटी का खत्म हो चुका कार्यकाल
HSGMC के जनवरी में चुनाव संभव:दिसंबर में जारी होगा नोटिफिकेशन; CM ने दिया आश्वासन, मई में कमेटी का खत्म हो चुका कार्यकाल हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के चुनाव अगले साल 2024 की शुरुआत जनवरी में होने की उम्मीद है। चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए सिख समुदाय के नेताओं ने चुनावों की तैयारी शुरू कर दी हैं। उन्होंने अपने-अपने समूहों के लिए उम्मीदवारों को खड़े करने की तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में सिख समुदाय के नेताओं ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा गुरुद्वारा चुनाव आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एचएस भल्ला (रिटायर) के साथ बैठक की और जल्द चुनाव कराने की मांग की थी। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को बताया गया है, चुनाव जनवरी में हो सकते हैं। पिछले एचएसजीएमसी (तदर्थ) का कार्यकाल मई में पूरा हो गया था और समुदाय के नेता चुनाव की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार ने 14 अगस्त को हरियाणा में गुरुद्वारों की सभी संपत्तियों का प्रबंधन, पर्यवेक्षण और नियंत्रण करने के लिए तदर्थ एचएसजीएमसी के 41 सदस्यीय नए सदन को नामित किया। 40 वार्डों में होने हैं चुनाव एचएसजीएमसी (एडहॉक) के पूर्व प्रमुख जगदीश सिंह झींडा का कहना है, “हमने पंथिक दल झींडा ग्रुप के बैनर तले राज्य के सभी 40 वार्डों में उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है, जिसके लिए हमने जिताऊ उम्मीदवारों के नाम जुटाना शुरू कर दिया है। चुनावों में ग्रुप की स्थिति मजबूत करने के लिए हमने जिलेवार बैठकें और वार्ड प्रभारियों और पदाधिकारियों की नियुक्ति शुरू कर दी है। हमने न्यायमूर्ति एचएस भल्ला (सेवानिवृत्त) से मुलाकात की और उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और केवल चुनाव की तारीख की घोषणा की जानी है। दिसंबर में चुनावों की घोषणा संभव झींडा का कहना है, वोट तैयार करने में विसंगतियों को भी उजागर किया है और मांग की है कि केवल योग्य सिख व्यक्तियों को ही वोट बनवाने की अनुमति दी जानी चाहिए। बड़ी संख्या में सिखों ने अभी तक अपने वोट नहीं बनवाए हैं, हम उनसे जल्द से जल्द वोट बनवाने की अपील करते हैं। राज्य सरकार को दिसंबर तक चुनावों की घोषणा करनी चाहिए और जनवरी में उन्हें आयोजित करना चाहिए ताकि निर्वाचित सदस्यों को समिति के मामलों का प्रबंधन करने का अवसर मिल सके तैयारियों में जुटे सिख नेता सिख समाज संस्था के अध्यक्ष दीदार सिंह नलवी ने कहा, हमने चुनाव लड़ने के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक हमने 28 उम्मीदवारों को अंतिम रूप दे दिया है और शेष 12 उम्मीदवारों का चयन जल्द ही किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि सरकार पारदर्शी तरीके से चुनाव कराएगी। “उन्होंने कहा, “वर्ष 2014 से समिति का संचालन सरकार द्वारा मनोनीत सदस्यों द्वारा किया जा रहा है और कामकाज संतोषजनक नहीं रहा है, जिसके कारण लोगों में वोट बनवाने में उत्साह की कमी है। हम सभी योग्य सिख समुदाय के सदस्यों से अपील करते हैं कि वे अपने वोट बनवाएं और चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें। जल्द चुनाव कराना चाहते हैं सिख नेता हरियाणा सिख एकता दल के सदस्य अमरजीत सिंह मोहरी, जिन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की, ने कहा, “हरियाणा सिख एकता दल का मुख्य उद्देश्य हरियाणा समिति के चुनाव जल्द से जल्द करवाना है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि जनवरी में चुनाव करवाए जाएंगे, हालांकि अभी तक कोई अंतिम तिथि घोषित नहीं की गई है। हम इस संबंध में एक बैठक आयोजित करने की योजना बना रहे हैं ताकि भविष्य की कार्रवाई तय की जा सके।
हरियाणा में तापमान में मामूली गिरावट:कल मौसम में बदलाव संभव; दिन में गर्मी, सुबह-शाम हल्की ठंड
हरियाणा में तापमान में मामूली गिरावट:कल मौसम में बदलाव संभव; दिन में गर्मी, सुबह-शाम हल्की ठंड हरियाणा में पिछले एक सप्ताह में मौसम में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। इस बार ठंड की शुरुआत भी देरी से हुई है। न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आई है, लेकिन अधिकतम तापमान अभी भी 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। इससे साफ है कि अभी दिन की गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। जबकि सुबह-शाम हल्की ठंड पड़ रही है। मौसम में नमी के कारण प्रदेश के 10 से ज्यादा शहरों में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। हालात ऐसे हैं कि कुछ जगहों पर सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार 28 अक्टूबर तक मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। हालांकि 24 अक्टूबर से मौसम में बदलाव शुरू हो जाएगा। इस बार नवंबर के पहले सप्ताह में ठंड शुरू हो सकती है। आईएमडी चंडीगढ़ के अनुसार बुधवार को हरियाणा के ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है। कल मौसम में बदलाव संभव है। जिसके चलते दिन के तापमान में भी हल्की गिरावट देखी जा सकती है।नवंबर के पहले सप्ताह से सर्दी शुरू होने की संभावना है। खराब होने लगी शहरों की हवा एक तरफ मौसम में नमी और दूसरी तरफ पराली जलाने से हरियाणा की अबोहवा काफी खराब हो रही है। खासकर देश की राजधानी दिल्ली से लगते जिलों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) काफी खराब श्रेणी में पहुंच गया है। 24 घंटे के दौरान 10 से ज्यादा जिले की हवा सबसे खराब रही। वहीं पानीपत, यमुनानगर, बहादुरगढ़, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी एक्यूआई 200 के पास बना हुआ है। सामान्य के आसपास बारिश हुई राज्य में मानसून का प्रदर्शन अब तक संतोषजनक रहा है। कुल मिलाकर अब तक 424.6 मिमी बारिश के मुकाबले 406.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से महज 4% कम है। यानी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है। दूसरी ओर, अगर जिले के हिसाब से बारिश की स्थिति देखें तो 10 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। 12 जिलों में सामान्य से 10 से 71% अधिक बारिश हुई है।