आगरा के बांस-बल्ली कारोबारी जितेंद्र बघेल (35) की हत्या करके लाश 65 Km दूर मथुरा में फेंक दी गई। वह 5 दिन पहले 11 मार्च की शाम को लापता हुए थे। परिवार के लोगों ने पत्नी नीतू के खिलाफ तहरीर सौंपी। पुलिस कस्टडी में पत्नी ने कहा- वो मुझे पीटते थे, इसलिए मैंने ही उनको मार डाला। कार में गला घोंट दिया था। फिर ऑटो से लाश को लेकर मथुरा गई थी। लाश को अकेले मथुरा के फरह इलाके में ले जाकर कैसे फेंका? ये वह क्लियर नहीं कर पा रही हैं। पुलिस मान रही है कि पत्नी नीतू ने अकेले यह हत्या नहीं की है। इसमें कोई नजदीकी व्यक्ति शामिल है। जितेंद्र बघेल आगरा के सिकंदरा-बोदला मार्ग (जगदीशपुरा) स्थित लाल मस्जिद के पास रहते थे। पढ़िए पूरी घटना… पहले जानिए कारोबारी गायब कैसे हुए… 11 मार्च : पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए तहरीर दी
जितेंद्र बघेल बांस-बल्ली का व्यापार करते हैं। बोदला चौराहे से 100 मीटर की दूरी पर उनकी दुकान थी। जितेंद्र ने 3 बच्चे हैं। परिजनों ने कहा- वह 11 मार्च की शाम को दुकान बंद करके घर आए थे। कुछ देर बाद गुटखा खरीदने के लिए घर से निकले थे। इस दौरान वह किसी से फोन पर बात कर रहे थे। मगर, वह वापस लौटकर नहीं आए। नीतू ने 12 मार्च को पति की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए थाना जगदीशपुरा में तहरीर दी। 12 मार्च : मीडिया में तस्वीर देखकर भाई के पास फोन आया
जितेंद्र बघेल का शव मथुरा के फरह इलाके में हाईवे किनारे भीमनगर गांव में लोगों ने देखा। पुलिस ने आस-पास के गांव में पूछताछ की। मगर कुछ पता नहीं चला। पहचान नहीं हुई, तो लाश को पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया गया। रविवार को जितेंद्र के भाई मनोज मॉर्च्युरी पहुंचे। यहां शव की पहचान की। भाई ने कहा- बड़े भाई की सरहज शशि ने अखबार की खबर को देखकर मुझे कॉल किया। कहा कि शायद जितेंद्र के साथ कुछ गलत हुआ है। आप मथुरा पहुंचिए। इसके बाद हम लोग फरह थाने पहुंचे। यहां हमें कुछ तस्वीरें दिखाई गईं। जिसमें जितेंद्र दिख रहे थे। अब क्राइम सीन जानिए… स्पॉट पर संघर्ष के निशान नहीं
जितेंद्र का शव मथुरा के फरह इलाके के गांव भीम नगर के एक खेत में मिला। फोरेंसिक टीम के मुताबिक, गले पर रस्सी के निशान थे। हाथ पर GNB गुदा हुआ था। आसपास देखकर ऐसा नहीं लगा कि संघर्ष हुआ हो। झाड़ियों को पुलिस को कोई सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ने पीला पट्टा लगाकर क्राइम सीन को सुरक्षित किया था। CCTV में कार से बॉडी ट्रांसफर करते दिखे लोग पुलिस को क्राइम सीन से 250 मीटर दूर एक ढाबे से CCTV मिला। इसमें कुछ लोग एक युवक को दूसरी कार में डालते हुए दिखाई दिए। इसमें एक युवक के रोने की आवाज भी सुनाई दे रही है। CCTV में ऑर्टिका कार से बॉडी को बोलेरो गाड़ी में डालते लोग दिख रहे हैं। बॉडी ने जो पीले रंग की टी-शर्ट पहनी है, वैसे ही कपड़े जितेंद्र की लाश पर थे। अब परिवार के आरोप जानिए… एंबुलेंस ड्राइवर से लव अफेयर जितेंद्र को पता चल गया
व्यापारी की मां चंद्रवती ने बेटे की हत्या की तहरीर पुलिस को दी। इसमें बहू नीतू और उसके मायके वालों को नामजद किया। पुलिस की पड़ताल में पता चला कि नीतू का मायका सिकंदरा इलाके में है। नीतू को हिरासत में लिया। आरोप है कि नीतू का एक एंबुलेंस ड्राइवर से लव अफेयर चल रहा है। पत्नी उससे फोन पर बात करती थी। यह सब जितेंद्र को पता चल गया था। जितेंद्र नीतू को डांटता था। ये मामला नीतू के मायके तक पहुंची। आरोप है कि 2 महीने पहले जितेंद्र को मायके पक्ष के लोगों ने 3 दिन तक बंधक रखा। उसको पीटा था। भाई मनोज के शिकायती पत्र पर पुलिस ने नीतू, साले विजय, नेत्रपाल और उनके बेटे राजा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। पत्नी का कबूलनामा पढ़िए…
मैंने अपने पति को मार डाला
ACP लोहामंडी मयंक तिवारी के मुताबिक, पूछताछ में पत्नी ने कबूल किया कि मैंने तय कर लिया था कि पति को मार दूंगी। इसलिए 11 मार्च को घर से बाहर खाना खाने का प्लान बनाया। उसको साथ लेकर गई। बिचपुरी में हमने साथ में खाना खाया। इसके बाद कार के अंदर बैठने के बाद सन्नाटे में मैंने उनका गला दबा दिया। फिर एक ऑटो को बुक किया। बताया कि मेरे पति की तबीयत खराब है। उन्हें मथुरा इलाके के लिए लेकर जाना है। फिर फरह पहुंचने के बाद ऑटो छोड़ दिया। शव को हाईवे के किनारे ही छोड़ दिया। इसके बाद मैं वापस आगरा आ गई। 1 दिन बाद थाने में तहरीर सौंप दी।
महिला के साथ कोई और भी शामिल
पत्नी की कहानी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। महिला अकेले हत्या करके शव ठिकाने नहीं लगा सकती। इसमें कोई और भी शामिल हो सकता है। वह कौन लोग हैं। इस बारे में पता किया जा रहा है। ACP ने बताया कि महिला वारदात में किसी और का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में उसके फोन की CDR निकलवाई गई है। आसपास के सीसीटीवी भी चैक किए जा रहे हैं। पुलिस प्रेम संबंध के एंगल पर भी जांच कर रही है। जल्द की पूरी गुत्थी को सुलझा लिया जाएगा। पुलिस ने दिया अर्थी को कंधा
पोस्टमॉर्टम के बाद रविवार दोपहर को व्यापारी का शव घर पर पहुंचा। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। परिजनों आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अडे़ थे। सूचना पर जगदीशपुरा पुलिस भी घर पहुंच गई थी। इसके बाद पुलिस ने परिजनों के साथ मिलकर शव का अंतिम संस्कार कराया। अर्थी को भी कंधा दिया। ….. ये पढ़ें : कानपुर में नशेबाजी के चलते दोस्त का मर्डर: नाव में मटन बनाया और शराब पी…बोट बंद हुई तो बीच गंगा में फेंक कर मार डाला कानपुर में नशेबाजी के चलते दोस्त की हत्या कर दी। इसके बाद युवक के शव को गंगा में फेंककर भाग गए। निखिल के मर्डर का पुलिस ने रविवार को खुलासा कर दिया। पकड़े गए आरोपी दोस्तों ने पुलिस को बताया कि नाव में ही मटन बनाया और शराब पी थी। लेकिन बीच गंगा में ही मोटरबोट बंद हो गई। इसी बात को लेकर निखिल से हम लोगों का झगड़ा हुआ और फिर हमने उसे गंगा में फेंक दिया। पुलिस ने तीनों हत्यारोपियों को अरेस्ट करने के बाद जेल भेज दिया। पढ़िए पूरी खबर… आगरा के बांस-बल्ली कारोबारी जितेंद्र बघेल (35) की हत्या करके लाश 65 Km दूर मथुरा में फेंक दी गई। वह 5 दिन पहले 11 मार्च की शाम को लापता हुए थे। परिवार के लोगों ने पत्नी नीतू के खिलाफ तहरीर सौंपी। पुलिस कस्टडी में पत्नी ने कहा- वो मुझे पीटते थे, इसलिए मैंने ही उनको मार डाला। कार में गला घोंट दिया था। फिर ऑटो से लाश को लेकर मथुरा गई थी। लाश को अकेले मथुरा के फरह इलाके में ले जाकर कैसे फेंका? ये वह क्लियर नहीं कर पा रही हैं। पुलिस मान रही है कि पत्नी नीतू ने अकेले यह हत्या नहीं की है। इसमें कोई नजदीकी व्यक्ति शामिल है। जितेंद्र बघेल आगरा के सिकंदरा-बोदला मार्ग (जगदीशपुरा) स्थित लाल मस्जिद के पास रहते थे। पढ़िए पूरी घटना… पहले जानिए कारोबारी गायब कैसे हुए… 11 मार्च : पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए तहरीर दी
जितेंद्र बघेल बांस-बल्ली का व्यापार करते हैं। बोदला चौराहे से 100 मीटर की दूरी पर उनकी दुकान थी। जितेंद्र ने 3 बच्चे हैं। परिजनों ने कहा- वह 11 मार्च की शाम को दुकान बंद करके घर आए थे। कुछ देर बाद गुटखा खरीदने के लिए घर से निकले थे। इस दौरान वह किसी से फोन पर बात कर रहे थे। मगर, वह वापस लौटकर नहीं आए। नीतू ने 12 मार्च को पति की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए थाना जगदीशपुरा में तहरीर दी। 12 मार्च : मीडिया में तस्वीर देखकर भाई के पास फोन आया
जितेंद्र बघेल का शव मथुरा के फरह इलाके में हाईवे किनारे भीमनगर गांव में लोगों ने देखा। पुलिस ने आस-पास के गांव में पूछताछ की। मगर कुछ पता नहीं चला। पहचान नहीं हुई, तो लाश को पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया गया। रविवार को जितेंद्र के भाई मनोज मॉर्च्युरी पहुंचे। यहां शव की पहचान की। भाई ने कहा- बड़े भाई की सरहज शशि ने अखबार की खबर को देखकर मुझे कॉल किया। कहा कि शायद जितेंद्र के साथ कुछ गलत हुआ है। आप मथुरा पहुंचिए। इसके बाद हम लोग फरह थाने पहुंचे। यहां हमें कुछ तस्वीरें दिखाई गईं। जिसमें जितेंद्र दिख रहे थे। अब क्राइम सीन जानिए… स्पॉट पर संघर्ष के निशान नहीं
जितेंद्र का शव मथुरा के फरह इलाके के गांव भीम नगर के एक खेत में मिला। फोरेंसिक टीम के मुताबिक, गले पर रस्सी के निशान थे। हाथ पर GNB गुदा हुआ था। आसपास देखकर ऐसा नहीं लगा कि संघर्ष हुआ हो। झाड़ियों को पुलिस को कोई सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ने पीला पट्टा लगाकर क्राइम सीन को सुरक्षित किया था। CCTV में कार से बॉडी ट्रांसफर करते दिखे लोग पुलिस को क्राइम सीन से 250 मीटर दूर एक ढाबे से CCTV मिला। इसमें कुछ लोग एक युवक को दूसरी कार में डालते हुए दिखाई दिए। इसमें एक युवक के रोने की आवाज भी सुनाई दे रही है। CCTV में ऑर्टिका कार से बॉडी को बोलेरो गाड़ी में डालते लोग दिख रहे हैं। बॉडी ने जो पीले रंग की टी-शर्ट पहनी है, वैसे ही कपड़े जितेंद्र की लाश पर थे। अब परिवार के आरोप जानिए… एंबुलेंस ड्राइवर से लव अफेयर जितेंद्र को पता चल गया
व्यापारी की मां चंद्रवती ने बेटे की हत्या की तहरीर पुलिस को दी। इसमें बहू नीतू और उसके मायके वालों को नामजद किया। पुलिस की पड़ताल में पता चला कि नीतू का मायका सिकंदरा इलाके में है। नीतू को हिरासत में लिया। आरोप है कि नीतू का एक एंबुलेंस ड्राइवर से लव अफेयर चल रहा है। पत्नी उससे फोन पर बात करती थी। यह सब जितेंद्र को पता चल गया था। जितेंद्र नीतू को डांटता था। ये मामला नीतू के मायके तक पहुंची। आरोप है कि 2 महीने पहले जितेंद्र को मायके पक्ष के लोगों ने 3 दिन तक बंधक रखा। उसको पीटा था। भाई मनोज के शिकायती पत्र पर पुलिस ने नीतू, साले विजय, नेत्रपाल और उनके बेटे राजा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। पत्नी का कबूलनामा पढ़िए…
मैंने अपने पति को मार डाला
ACP लोहामंडी मयंक तिवारी के मुताबिक, पूछताछ में पत्नी ने कबूल किया कि मैंने तय कर लिया था कि पति को मार दूंगी। इसलिए 11 मार्च को घर से बाहर खाना खाने का प्लान बनाया। उसको साथ लेकर गई। बिचपुरी में हमने साथ में खाना खाया। इसके बाद कार के अंदर बैठने के बाद सन्नाटे में मैंने उनका गला दबा दिया। फिर एक ऑटो को बुक किया। बताया कि मेरे पति की तबीयत खराब है। उन्हें मथुरा इलाके के लिए लेकर जाना है। फिर फरह पहुंचने के बाद ऑटो छोड़ दिया। शव को हाईवे के किनारे ही छोड़ दिया। इसके बाद मैं वापस आगरा आ गई। 1 दिन बाद थाने में तहरीर सौंप दी।
महिला के साथ कोई और भी शामिल
पत्नी की कहानी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। महिला अकेले हत्या करके शव ठिकाने नहीं लगा सकती। इसमें कोई और भी शामिल हो सकता है। वह कौन लोग हैं। इस बारे में पता किया जा रहा है। ACP ने बताया कि महिला वारदात में किसी और का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में उसके फोन की CDR निकलवाई गई है। आसपास के सीसीटीवी भी चैक किए जा रहे हैं। पुलिस प्रेम संबंध के एंगल पर भी जांच कर रही है। जल्द की पूरी गुत्थी को सुलझा लिया जाएगा। पुलिस ने दिया अर्थी को कंधा
पोस्टमॉर्टम के बाद रविवार दोपहर को व्यापारी का शव घर पर पहुंचा। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। परिजनों आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अडे़ थे। सूचना पर जगदीशपुरा पुलिस भी घर पहुंच गई थी। इसके बाद पुलिस ने परिजनों के साथ मिलकर शव का अंतिम संस्कार कराया। अर्थी को भी कंधा दिया। ….. ये पढ़ें : कानपुर में नशेबाजी के चलते दोस्त का मर्डर: नाव में मटन बनाया और शराब पी…बोट बंद हुई तो बीच गंगा में फेंक कर मार डाला कानपुर में नशेबाजी के चलते दोस्त की हत्या कर दी। इसके बाद युवक के शव को गंगा में फेंककर भाग गए। निखिल के मर्डर का पुलिस ने रविवार को खुलासा कर दिया। पकड़े गए आरोपी दोस्तों ने पुलिस को बताया कि नाव में ही मटन बनाया और शराब पी थी। लेकिन बीच गंगा में ही मोटरबोट बंद हो गई। इसी बात को लेकर निखिल से हम लोगों का झगड़ा हुआ और फिर हमने उसे गंगा में फेंक दिया। पुलिस ने तीनों हत्यारोपियों को अरेस्ट करने के बाद जेल भेज दिया। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
कारोबारी का कार में गला घोंटा, 65Km दूर शव फेंका:पत्नी का कबूलनामा- पहले डिनर किया, फिर मर्डर…ऑटो से लाश मथुरा ले गई
