संभल के बाद काशी के मुस्लिम बहुल इलाके में एक मंदिर बंद पड़ा मिला। लोगों के मुताबिक, 40 साल से इस मंदिर के दरवाजे पर ताला पड़ा है। इससे पहले यहां पूजा होती थी। यह ताला किसने बंद किया? इस बारे में यहां के लोग जानकारी नहीं दे सके। सनातन रक्षक दल का दावा है कि यह मंदिर 250 साल पुराना है। यह मदनपुरा इलाके में मिला है। दल के सदस्यों के मुताबिक, यहां मिट्टी भरी हुई मिली। सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप करने और मंदिर का ताला खुलवाने के लिए लेटर लिखा। यह मंदिर मदनपुरा में मकान संख्या डी-31 के पास है। यहां चबूतरा बना हुआ है। मंदिर करीब 40 फीट ऊंचा है। मंदिर के पास ही सिद्धतीर्थ कूप है। मंदिर पुष्पदंतेश्वर से दक्षिण परम सिद्धिप्रद सिद्धीश्वर है। इसके आस-पास अतिक्रमण हो चुका है। अचानक कैसे आया मंदिर चर्चा में… पोस्ट सामने आने के बाद लोग और पुलिस पहुंची
सोमवार को सोशल मीडिया X पर कुछ पोस्ट वायरल हुई। इसमें मंदिर और ताला दिखाया गया। दावा किया गया कि मंदिर को 10 साल पहले बंद करवा दिया गया। अतिक्रमण से ढकने का प्रयास किया गया। इसके बाद सनातन रक्षा दल के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरे मंदिर की स्थिति देखी। मंदिर के अंदर पूरा मिट्टी भरा हुआ है। आस-पास के लोगों का कहना है, मंदिर बहुत पहले से ही बंद है। इसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची। आस-पास रहने वाले लोगों से पूछताछ की। वीडियो और तस्वीरें ली। इन्हें पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भेजा गया है। दावा – मंदिर का जिक्र काशीखंड में भी
सनातन रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया- इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप करने और मंदिर का ताला खुलवाने की मांग की गई है। ताला किसने बंद किया, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर वापस भेजा। अजय शर्मा ने कहा- यह मंदिर मदनपुरा में मकान नंबर डी- 31 के चबूतरे के पास है। इसे 250 साल पुराना बताया जा रहा है। इस पर पिछले 40 साल से ताला लटक रहा है। आसपास रहने वाले लोग मंदिर के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं बता रहे थे। मंदिर के अंदर मिट्टी भरी हुई है। उन्होंने बताया कि इस मंदिर का जिक्र काशीखंड में है। मंदिर पुष्पदंतेश्वर से दक्षिण परम सिद्धिप्रद सिद्धीश्वर हैं। मंदिर के पास ही सिद्धतीर्थ कूप भी है। आज प्रशासन की टीम करेगी मुआयना
DCP काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया- मंदिर पुराना है। गेट पर ताला बंद है। कोई यह नहीं बता सका कि मंदिर का मालिकाना हक किसके पास है। प्रशासन की टीम मौके का मुआयना कर स्थिति स्पष्ट करेगी। प्रशासनिक अधिकारियों का जैसा निर्देश होगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एहतियातन मौके पर पुलिस तैनात की गई है। मंगलवार को अधिकारियों के टीम मौके पर पहुंचेगी और फिर फैसला लिया जाएगा। ….. यह भी पढ़ें : संभल DM ने मंदिर खुलवाया, 46 साल बाद पूजा शुरू:बुलडोजर से कुआं खुदवाया; जहां हिंसा में 4 मौतें हुईं, उसके करीब है मंदिर संभल में 46 साल से बंद पड़े भगवान शिव के मंदिर को शनिवार को अचानक खोला गया। बिजली चोरी के खिलाफ छापेमारी के दौरान डीएम-एसपी को यह मंदिर दिखा। दोनों ने गेट खुलवाया और मंदिर की सफाई कराई। पढ़िए पूरी खबर… संभल के बाद काशी के मुस्लिम बहुल इलाके में एक मंदिर बंद पड़ा मिला। लोगों के मुताबिक, 40 साल से इस मंदिर के दरवाजे पर ताला पड़ा है। इससे पहले यहां पूजा होती थी। यह ताला किसने बंद किया? इस बारे में यहां के लोग जानकारी नहीं दे सके। सनातन रक्षक दल का दावा है कि यह मंदिर 250 साल पुराना है। यह मदनपुरा इलाके में मिला है। दल के सदस्यों के मुताबिक, यहां मिट्टी भरी हुई मिली। सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप करने और मंदिर का ताला खुलवाने के लिए लेटर लिखा। यह मंदिर मदनपुरा में मकान संख्या डी-31 के पास है। यहां चबूतरा बना हुआ है। मंदिर करीब 40 फीट ऊंचा है। मंदिर के पास ही सिद्धतीर्थ कूप है। मंदिर पुष्पदंतेश्वर से दक्षिण परम सिद्धिप्रद सिद्धीश्वर है। इसके आस-पास अतिक्रमण हो चुका है। अचानक कैसे आया मंदिर चर्चा में… पोस्ट सामने आने के बाद लोग और पुलिस पहुंची
सोमवार को सोशल मीडिया X पर कुछ पोस्ट वायरल हुई। इसमें मंदिर और ताला दिखाया गया। दावा किया गया कि मंदिर को 10 साल पहले बंद करवा दिया गया। अतिक्रमण से ढकने का प्रयास किया गया। इसके बाद सनातन रक्षा दल के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरे मंदिर की स्थिति देखी। मंदिर के अंदर पूरा मिट्टी भरा हुआ है। आस-पास के लोगों का कहना है, मंदिर बहुत पहले से ही बंद है। इसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची। आस-पास रहने वाले लोगों से पूछताछ की। वीडियो और तस्वीरें ली। इन्हें पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भेजा गया है। दावा – मंदिर का जिक्र काशीखंड में भी
सनातन रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया- इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप करने और मंदिर का ताला खुलवाने की मांग की गई है। ताला किसने बंद किया, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर वापस भेजा। अजय शर्मा ने कहा- यह मंदिर मदनपुरा में मकान नंबर डी- 31 के चबूतरे के पास है। इसे 250 साल पुराना बताया जा रहा है। इस पर पिछले 40 साल से ताला लटक रहा है। आसपास रहने वाले लोग मंदिर के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं बता रहे थे। मंदिर के अंदर मिट्टी भरी हुई है। उन्होंने बताया कि इस मंदिर का जिक्र काशीखंड में है। मंदिर पुष्पदंतेश्वर से दक्षिण परम सिद्धिप्रद सिद्धीश्वर हैं। मंदिर के पास ही सिद्धतीर्थ कूप भी है। आज प्रशासन की टीम करेगी मुआयना
DCP काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया- मंदिर पुराना है। गेट पर ताला बंद है। कोई यह नहीं बता सका कि मंदिर का मालिकाना हक किसके पास है। प्रशासन की टीम मौके का मुआयना कर स्थिति स्पष्ट करेगी। प्रशासनिक अधिकारियों का जैसा निर्देश होगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एहतियातन मौके पर पुलिस तैनात की गई है। मंगलवार को अधिकारियों के टीम मौके पर पहुंचेगी और फिर फैसला लिया जाएगा। ….. यह भी पढ़ें : संभल DM ने मंदिर खुलवाया, 46 साल बाद पूजा शुरू:बुलडोजर से कुआं खुदवाया; जहां हिंसा में 4 मौतें हुईं, उसके करीब है मंदिर संभल में 46 साल से बंद पड़े भगवान शिव के मंदिर को शनिवार को अचानक खोला गया। बिजली चोरी के खिलाफ छापेमारी के दौरान डीएम-एसपी को यह मंदिर दिखा। दोनों ने गेट खुलवाया और मंदिर की सफाई कराई। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर