किसान नेता डल्लेवाल बोले- SC चाहता किसानों पर गोलियां चले:केंद्र को निर्देश नहीं दे रहा कोर्ट; आमरण अनशन का आज 34वां दिन

किसान नेता डल्लेवाल बोले- SC चाहता किसानों पर गोलियां चले:केंद्र को निर्देश नहीं दे रहा कोर्ट; आमरण अनशन का आज 34वां दिन

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन आज 34वें दिन में प्रवेश कर गया है। एक तरफ किसानों ने पंजाब बंद की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के हिसार के गांव बास में आज महापंचायत बुलाई गई है। जिसमें खापों ने किसान मजदूर संगठनों और खाप प्रतिनिधियों से 29 दिसंबर को गांव बास पहुंचने का आह्वान किया है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट लगातार पंजाब सरकार को फटकार लगा रहा है। 31 दिसंबर को पंजाब के डीजीपी और सचिव को हलफनामा दाखिल करने के आदेश दिए गए हैं। डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भी सवाल उठाए हैं। डल्लेवाल ने कहा कि एक तरफ माननीय सुप्रीम कोर्ट उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जता रहा है और दूसरी तरफ उन्हें किसी भी तरह से जबरन अस्पताल में भर्ती कराने का आदेश देने की कोशिश की जा रही है, यह कैसी हमदर्दी है? उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को कोई निर्देश नहीं दे रहा है और जानबूझकर इस मुद्दे को राज्य सरकार तक सीमित रखने की कोशिश की जा रही है, जबकि हमारी मांगें केंद्र सरकार से हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एमएसपी गारंटी कानून के मुद्दे पर संसद और सुप्रीम कोर्ट की कमेटी की सिफारिशों को भी लागू नहीं कर रही है। डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया पर उठाया सवाल डल्लेवाल ने कहा कि जब किसी व्यक्ति को कहीं से न्याय नहीं मिलता तो उसकी आखिरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट से होती है। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के आदेश को देखकर लग रहा है, कि जैसे वे भी चाहते हैं कि सरकार किसानों पर गोलियां चलाए। उन्होंने कहा कि वे अपनी इच्छा से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उन पर किसी का दबाव नहीं है। केंद्र सरकार के इशारे पर जानबूझकर यह भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है कि वे किसी के दबाव में हैं। वे किसानों को उनके हक दिलाने के लिए आमरण अनशन कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से मांगे जवाब सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से निम्नलिखित सवाल पूछें: जानें क्या सेवाएं रहेंगी बंद आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान संगठन किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की तरफ से 30 दिसंबर को पंजाब बंद की कॉल दी गई है। इस दौरान सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक बस-ट्रेनें बंद कराई जाएंगी। इस दौरान सभी सरकारी और प्राइवेट संस्थान भी बंद कराए जाएंगे। पंधेर ने कहा कि पंजाब बंद को सभी वर्गों का सहयोग मिल रहा है। इस दौरान निम्न सेवााएं पूरी तरह से बंद रहेंगी- इमरजेंसी सेवाएं रहेंगी चालू सरवन सिंह ने बताया कि आपातकालीन सेवाओं को चालू रखा जाएगा। जिनमें निम्न सेवाओं को शामिल किया गया है- किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन आज 34वें दिन में प्रवेश कर गया है। एक तरफ किसानों ने पंजाब बंद की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के हिसार के गांव बास में आज महापंचायत बुलाई गई है। जिसमें खापों ने किसान मजदूर संगठनों और खाप प्रतिनिधियों से 29 दिसंबर को गांव बास पहुंचने का आह्वान किया है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट लगातार पंजाब सरकार को फटकार लगा रहा है। 31 दिसंबर को पंजाब के डीजीपी और सचिव को हलफनामा दाखिल करने के आदेश दिए गए हैं। डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भी सवाल उठाए हैं। डल्लेवाल ने कहा कि एक तरफ माननीय सुप्रीम कोर्ट उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जता रहा है और दूसरी तरफ उन्हें किसी भी तरह से जबरन अस्पताल में भर्ती कराने का आदेश देने की कोशिश की जा रही है, यह कैसी हमदर्दी है? उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को कोई निर्देश नहीं दे रहा है और जानबूझकर इस मुद्दे को राज्य सरकार तक सीमित रखने की कोशिश की जा रही है, जबकि हमारी मांगें केंद्र सरकार से हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एमएसपी गारंटी कानून के मुद्दे पर संसद और सुप्रीम कोर्ट की कमेटी की सिफारिशों को भी लागू नहीं कर रही है। डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया पर उठाया सवाल डल्लेवाल ने कहा कि जब किसी व्यक्ति को कहीं से न्याय नहीं मिलता तो उसकी आखिरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट से होती है। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के आदेश को देखकर लग रहा है, कि जैसे वे भी चाहते हैं कि सरकार किसानों पर गोलियां चलाए। उन्होंने कहा कि वे अपनी इच्छा से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उन पर किसी का दबाव नहीं है। केंद्र सरकार के इशारे पर जानबूझकर यह भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है कि वे किसी के दबाव में हैं। वे किसानों को उनके हक दिलाने के लिए आमरण अनशन कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से मांगे जवाब सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से निम्नलिखित सवाल पूछें: जानें क्या सेवाएं रहेंगी बंद आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान संगठन किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की तरफ से 30 दिसंबर को पंजाब बंद की कॉल दी गई है। इस दौरान सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक बस-ट्रेनें बंद कराई जाएंगी। इस दौरान सभी सरकारी और प्राइवेट संस्थान भी बंद कराए जाएंगे। पंधेर ने कहा कि पंजाब बंद को सभी वर्गों का सहयोग मिल रहा है। इस दौरान निम्न सेवााएं पूरी तरह से बंद रहेंगी- इमरजेंसी सेवाएं रहेंगी चालू सरवन सिंह ने बताया कि आपातकालीन सेवाओं को चालू रखा जाएगा। जिनमें निम्न सेवाओं को शामिल किया गया है-   पंजाब | दैनिक भास्कर