किसान मजदूर मोर्चा का पंजाब सरकार को अल्टीमेटम:बोले- DAP की कमी और धान लिफ्टिंग की दिक्कत करें, वरना 11 को करेंगे संघर्ष का ऐलान

किसान मजदूर मोर्चा का पंजाब सरकार को अल्टीमेटम:बोले- DAP की कमी और धान लिफ्टिंग की दिक्कत करें, वरना 11 को करेंगे संघर्ष का ऐलान

शंभू बॉर्डर पर 270 दिन से प्रदर्शन कर रहे किसान मजदूर मोर्चा (KMM) ने पंजाब सरकार को 3 दिन में धान की खरीद व लिफ्टिंग और DAP की कमी को दूर करने का अल्टीमेटम दिया है। मोर्चे ने साफ किया है कि अगर 10 तारीख तक स्थिति नहीं सुधरी तो 11 को मीटिंग कर अगले संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। इससे पहले इन्हीं मुद्दों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगुआई में किसानों की आज (वीरवार) अनाज भवन में पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई है। इसमें उन्होंने किसानों की सारी दिक्कतों को प्रमुखता से उठाया है। पराली से ज्यादा पटाखों से हुआ पॉल्यूशन
इससे पहले चंडीगढ़ में पहुंचे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगुआई में किसानों ने सेक्टर-39 स्थित अनाज भवन में सरकार के अधिकारी विकास गर्ग के साथ मीटिंग की। उन्होंने कहा कि मीटिंग में धान में नमी के मुद्दे को उठाया। मंडियों में किसानों के धान पर कट का मुद्दा उठाया। उन्होंने अधिकारियों को वीडियो और सारी जानकारी मुहैया करवाई है। सरकार से मांग की है कि किसानों की भरपाई की जाए। मंडियों की समय सीमा बढ़ाई जाए। जब उनसे पराली जलाने संबंधी सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह किसी के भी त्योहारों के खिलाफ नहीं है। लेकिन पराली की अपेक्षा पटाखे जलाने से अधिक पॉल्यूशन हुआ है। पटाखे चलाने वालों पर क्यों सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट आई है। उससे यह बात साफ हो गई है कि खेती से एक फीसदी पॉल्यूशन होता है, जबकि पॉल्यूशन के कई अन्य कारण है। बीकेयू उगराहां का संघर्ष जारी
दूसरी तरफ भारतीय किसान एकता (उगराहां) की तरफ से डीएपी की कमी और धान की खरीद के मुद्दे को लेकर अभी तक संघर्ष किया जा रहा है। यूनियन में शामिल किसान भाजपा और आप के विधानसभा उपचुनाव में उतरे उम्मीदवारों के घर के बाहर पक्के मोर्चे लगाकर बैठे हैं। इसके अलावा 25 जगह उनकी तरफ से टोल प्लाजा फ्री करवाएं गए हैं। शंभू बॉर्डर पर 270 दिन से प्रदर्शन कर रहे किसान मजदूर मोर्चा (KMM) ने पंजाब सरकार को 3 दिन में धान की खरीद व लिफ्टिंग और DAP की कमी को दूर करने का अल्टीमेटम दिया है। मोर्चे ने साफ किया है कि अगर 10 तारीख तक स्थिति नहीं सुधरी तो 11 को मीटिंग कर अगले संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। इससे पहले इन्हीं मुद्दों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगुआई में किसानों की आज (वीरवार) अनाज भवन में पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई है। इसमें उन्होंने किसानों की सारी दिक्कतों को प्रमुखता से उठाया है। पराली से ज्यादा पटाखों से हुआ पॉल्यूशन
इससे पहले चंडीगढ़ में पहुंचे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगुआई में किसानों ने सेक्टर-39 स्थित अनाज भवन में सरकार के अधिकारी विकास गर्ग के साथ मीटिंग की। उन्होंने कहा कि मीटिंग में धान में नमी के मुद्दे को उठाया। मंडियों में किसानों के धान पर कट का मुद्दा उठाया। उन्होंने अधिकारियों को वीडियो और सारी जानकारी मुहैया करवाई है। सरकार से मांग की है कि किसानों की भरपाई की जाए। मंडियों की समय सीमा बढ़ाई जाए। जब उनसे पराली जलाने संबंधी सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह किसी के भी त्योहारों के खिलाफ नहीं है। लेकिन पराली की अपेक्षा पटाखे जलाने से अधिक पॉल्यूशन हुआ है। पटाखे चलाने वालों पर क्यों सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट आई है। उससे यह बात साफ हो गई है कि खेती से एक फीसदी पॉल्यूशन होता है, जबकि पॉल्यूशन के कई अन्य कारण है। बीकेयू उगराहां का संघर्ष जारी
दूसरी तरफ भारतीय किसान एकता (उगराहां) की तरफ से डीएपी की कमी और धान की खरीद के मुद्दे को लेकर अभी तक संघर्ष किया जा रहा है। यूनियन में शामिल किसान भाजपा और आप के विधानसभा उपचुनाव में उतरे उम्मीदवारों के घर के बाहर पक्के मोर्चे लगाकर बैठे हैं। इसके अलावा 25 जगह उनकी तरफ से टोल प्लाजा फ्री करवाएं गए हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर