हरियाणा के कुरुक्षेत्र का युवक 8 महीने के बाद अमेरिका से डिपोर्ट होकर वापस अपने वतन लौट आया। देर रात उसके परिजन उसे गांव लेकर आए। युवक को जबरन वापस भेजने से परिवार काफी आहत है। हालांकि परिजन बेटे के सुरक्षित पहुंचने से खुश भी है। पहले डिपोर्ट हुए भारतीयों में जिला कुरुक्षेत्र के 13 लोग शामिल थे। इस बार प्रशासन 3 युवकों के आने की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक, पिहोवा के स्याणा सैयदां गांव का रहने वाला रोबिनप्रीत सिंह 23 जून 2024 को अमेरिका गया था। इसके लिए उसने एजेंट को करीब 40 लाख रुपए दिए थे। रोबिन ने डंकी के रास्ते दिसंबर में अमेरिका का बॉर्डर क्रॉस किया था। बॉर्डर क्रॉस करते ही पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कैंप में डाल दिया था। रोबिन 12 वीं पास करने के बाद अमेरिका के लिए चला था। रोबिन के पिता हरजीत सिंह खेती-बाड़ी करते हैं। बेटे के आने की सूचना के बाद परिवार उसे लेने अमृतसर गया हुआ था। यहां पुलिस ने रोबिन को उसके परिवार के हवाले कर दिया। रोबिन के साथ आया साहिल गिरफ्तार
रोबिन के साथ आए पिहोवा के रहने वाले साहिल वर्मा को पुलिस ने अमृतसर एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया। साहिल के खिलाफ मई 2022 में पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। मामले में कोर्ट ने आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया था। पुलिस की ओर से उसके खिलाफ LOC भी जारी किया गया था। प्लेन से उतरते ही पुलिस ने उसे काबू कर लिया। गांव का एक और युवक आया था वापस
स्याणा सैयदां गांव का एक और युवक डिपोर्ट होकर वापस आया था। गुरजेंट सिंह भी जून 2024 को अमेरिका जाने के लिए निकला था। परिजनों ने उसे कर्ज लेकर अमेरिका भेजा था। गुरजेंट का परिवार करनाल के तरावड़ी में रह रहा है। हालांकि गुरजेंट और उसका परिवार मामले में कुछ भी बोलने से बच रहा है। गुरजेंट 4-5 फरवरी की रात को वतन आ गया था। हालांकि उस समय किसी ने उसके आने की पुष्टि नहीं की थी। दूसरी लिस्ट में भी नाम
गुरजेंट का नाम 14-15 की रात को आए भारतीयों की लिस्ट में है। रविवार को प्रशासन की ओर से जारी लिस्ट में भी गुरजेंट का नाम है। हालांकि गांव में गुरजेंट के पड़ोसियों ने 6 फरवरी को उसके आने की बात बताई थी। उस दिन उनके घर पर ताला लटका हुआ था। पड़ोसी यही कह रहे हैं कि गुरजेंट गांव में आया ही नहीं है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र का युवक 8 महीने के बाद अमेरिका से डिपोर्ट होकर वापस अपने वतन लौट आया। देर रात उसके परिजन उसे गांव लेकर आए। युवक को जबरन वापस भेजने से परिवार काफी आहत है। हालांकि परिजन बेटे के सुरक्षित पहुंचने से खुश भी है। पहले डिपोर्ट हुए भारतीयों में जिला कुरुक्षेत्र के 13 लोग शामिल थे। इस बार प्रशासन 3 युवकों के आने की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक, पिहोवा के स्याणा सैयदां गांव का रहने वाला रोबिनप्रीत सिंह 23 जून 2024 को अमेरिका गया था। इसके लिए उसने एजेंट को करीब 40 लाख रुपए दिए थे। रोबिन ने डंकी के रास्ते दिसंबर में अमेरिका का बॉर्डर क्रॉस किया था। बॉर्डर क्रॉस करते ही पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कैंप में डाल दिया था। रोबिन 12 वीं पास करने के बाद अमेरिका के लिए चला था। रोबिन के पिता हरजीत सिंह खेती-बाड़ी करते हैं। बेटे के आने की सूचना के बाद परिवार उसे लेने अमृतसर गया हुआ था। यहां पुलिस ने रोबिन को उसके परिवार के हवाले कर दिया। रोबिन के साथ आया साहिल गिरफ्तार
रोबिन के साथ आए पिहोवा के रहने वाले साहिल वर्मा को पुलिस ने अमृतसर एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया। साहिल के खिलाफ मई 2022 में पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। मामले में कोर्ट ने आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया था। पुलिस की ओर से उसके खिलाफ LOC भी जारी किया गया था। प्लेन से उतरते ही पुलिस ने उसे काबू कर लिया। गांव का एक और युवक आया था वापस
स्याणा सैयदां गांव का एक और युवक डिपोर्ट होकर वापस आया था। गुरजेंट सिंह भी जून 2024 को अमेरिका जाने के लिए निकला था। परिजनों ने उसे कर्ज लेकर अमेरिका भेजा था। गुरजेंट का परिवार करनाल के तरावड़ी में रह रहा है। हालांकि गुरजेंट और उसका परिवार मामले में कुछ भी बोलने से बच रहा है। गुरजेंट 4-5 फरवरी की रात को वतन आ गया था। हालांकि उस समय किसी ने उसके आने की पुष्टि नहीं की थी। दूसरी लिस्ट में भी नाम
गुरजेंट का नाम 14-15 की रात को आए भारतीयों की लिस्ट में है। रविवार को प्रशासन की ओर से जारी लिस्ट में भी गुरजेंट का नाम है। हालांकि गांव में गुरजेंट के पड़ोसियों ने 6 फरवरी को उसके आने की बात बताई थी। उस दिन उनके घर पर ताला लटका हुआ था। पड़ोसी यही कह रहे हैं कि गुरजेंट गांव में आया ही नहीं है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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