कुरुक्षेत्र के पिहोवा के दीवाना गांव के पास बीते दिन ट्राले में आग लगने से जिंदा जले ड्राइवर की पहचान पुलिस ने कर ली। पुलिस ने ट्राले के नंबर को ट्रेस करके मृतक के परिजनों को सूचित किया था। परिजनों ने शव की पहचान कर ली है, मगर पुलिस DNA टेस्ट कराएगी ताकि शव की पहचान पुख्ता हो सके। रविंद्र ने शव की पहचान अपने भाई सोमनाथ (38) निवासी कलसिया, जिला सहारनपुर के रूप में करने का दावा किया है। सोमनाथ ट्राले पर ड्राइवरी करता था। सोमनाथ अपने पीछे पत्नी, बेटा और बेटी को छोड़ गया। पुलिस आज सोमनाथ के शव का पोस्टमॉर्टम कराएगी। DNA से पहचान होगी ड्राइवर की बॉडी बुरी तरह से जलने के कारण उसकी पहचान करना काफी मुश्किल रहा। इसलिए पुलिस DNA टेस्ट से पहचान पुख्ता करेगी। इसके लिए पुलिस बॉडी की पहचान करने वाले रविंद्र का DNA लेकर उसे बॉडी के साथ टेस्ट कराएगी। DNA के लिए बॉडी से कोई हड्डी या दांत का सैंपल लिया जाएगा। चीका जा रहा था ड्राइवर रविंद्र के मुताबिक, उसका भाई सोमनाथ यमुनानगर से ट्राले में बजरी भरकर चीका (कैथल) जा रहा था। दीवाना गांव के पास ट्राले का टायर फट गया और ट्राला बेकाबू होकर पेड़ से टकरा गया। इस टक्कर के बाद ट्राले के केबिन में आग लग गई थी। केबिन में पैर फंसने की वजह से सोमनाथ बाहर नहीं निकल सका और जिंदा जलकर उसकी मौत हो गई। कुरुक्षेत्र के पिहोवा के दीवाना गांव के पास बीते दिन ट्राले में आग लगने से जिंदा जले ड्राइवर की पहचान पुलिस ने कर ली। पुलिस ने ट्राले के नंबर को ट्रेस करके मृतक के परिजनों को सूचित किया था। परिजनों ने शव की पहचान कर ली है, मगर पुलिस DNA टेस्ट कराएगी ताकि शव की पहचान पुख्ता हो सके। रविंद्र ने शव की पहचान अपने भाई सोमनाथ (38) निवासी कलसिया, जिला सहारनपुर के रूप में करने का दावा किया है। सोमनाथ ट्राले पर ड्राइवरी करता था। सोमनाथ अपने पीछे पत्नी, बेटा और बेटी को छोड़ गया। पुलिस आज सोमनाथ के शव का पोस्टमॉर्टम कराएगी। DNA से पहचान होगी ड्राइवर की बॉडी बुरी तरह से जलने के कारण उसकी पहचान करना काफी मुश्किल रहा। इसलिए पुलिस DNA टेस्ट से पहचान पुख्ता करेगी। इसके लिए पुलिस बॉडी की पहचान करने वाले रविंद्र का DNA लेकर उसे बॉडी के साथ टेस्ट कराएगी। DNA के लिए बॉडी से कोई हड्डी या दांत का सैंपल लिया जाएगा। चीका जा रहा था ड्राइवर रविंद्र के मुताबिक, उसका भाई सोमनाथ यमुनानगर से ट्राले में बजरी भरकर चीका (कैथल) जा रहा था। दीवाना गांव के पास ट्राले का टायर फट गया और ट्राला बेकाबू होकर पेड़ से टकरा गया। इस टक्कर के बाद ट्राले के केबिन में आग लग गई थी। केबिन में पैर फंसने की वजह से सोमनाथ बाहर नहीं निकल सका और जिंदा जलकर उसकी मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
