हरियाणा में खट्‌टर-हुड्‌डा से पावरफुल बने CM सैनी:गृह-वित्त और आबकारी अपने पास रखा; कॉन्ट्रोवर्सी से बची BJP, नए चेहरों पर भरोसा

हरियाणा में खट्‌टर-हुड्‌डा से पावरफुल बने CM सैनी:गृह-वित्त और आबकारी अपने पास रखा; कॉन्ट्रोवर्सी से बची BJP, नए चेहरों पर भरोसा

हरियाणा सरकार में विभागों के बंटवारे में CM नायब सैनी पावरफुल बनकर उभरे हैं। उनके पास 13 से ज्यादा विभाग हैं। खास बात यह है कि गृह, वित्त और आबकारी मंत्रालय भी सीएम के पास ही रहेगा। इस लिहाज से वह BJP सरकार के पिछले CM मनोहर लाल खट्‌टर और कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे भूपेंद्र हुड्‌डा से भी ताकतवर बने हैं। दरअसल, 2005 से लेकर 2014 तक सूबे के मुख्यमंत्री रहे भूपेंद्र हुड्‌डा के पास कभी भी वित्त और आबकारी विभाग नहीं रहा। यह विभाग दूसरे मंत्रियों को दिए गए थे। उसके बाद 2014 से 2023 तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्‌टर के पास बड़े विभाग जरूर रहे। 2014 में खट्‌टर के पास गृह विभाग तो था लेकिन वित्त विभाग नहीं था। 2019 में जब दूसरी बार BJP की सरकार बनी तो गृह विभाग अनिल विज को देना पड़ा। हालांकि खट्‌टर ने CID विभाग अपने पास रखा है। इस बार सीएम सैनी के पास गृह और सीआईडी दोनों ही हैं। प्रदेश में BJP की तीसरी बार सरकार बनने के बाद 17 अक्टूबर को सीएम नायब सैनी और 13 मंत्रियों ने शपथ ली। इसके बाद रविवार देर रात मंत्रियों को विभाग बांटे गए। इनमें CM सैनी के बाद अनिल विज को बिजली समेत 3 विभाग दिए गए हैं। पिछली बार गृह विभाग उनके पास था। विज के अलावा विपुल गोयल, श्याम सिंह राणा, कृष्ण कुमार बेदी, आरती राव और गौरव गौतम को 3-3 विभाग गए हैं। वहीं महिपाल ढांडा, डॉ. अरविंद शर्मा और राव नरबीर सिंह को 4-4 विभाग मिले हैं। कृष्णलाल पंवार, रणबीर गंगवा, श्रुति चौधरी और राजेश नागर को 2-2 विभाग दिए गए हैं। आरती के पास स्वास्थ्य, विपुल के पास स्थानीय निकाय, ढांडा को शिक्षा, गौरव गौतम को खेल, राणा को कृषि, पंवार को पंचायत और खनन, श्रुति के पास महिला एवं बाल विकास, डॉ. अरविंद को जेल, राव नरबीर को उद्योग, बेदी को सामाजिक न्याय, गंगवा के पास PWD और नागर को खाद्य आपूर्ति का अहम विभाग मिला है। BJP को विवाद नहीं चाहिए, इसलिए सैनी को ताकतवर बनाया
प्रदेश में 2024 का विधानसभा चुनाव BJP ने सीएम नायब सैनी के चेहरे पर लड़ा। कांग्रेस के माहौल के बावजूद वह 90 सीटों की विधानसभा में 48 सीटें जिताकर बहुमत ले आए। इसी वजह से उनकी राह में कोई रोड़ा न रहे, इसके लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने कड़े फैसले लिए हैं। गृह एवं CID विभाग को लेकर 2019 में तत्कालीन CM मनोहर लाल खट्‌टर और अनिल विज के बीच कई मामलों को लेकर विवाद होता रहा। तब गृह विभाग अनिल विज के पास था और सीआईडी सीएम खुद देखते थे। इसको लेकर दोनों के बीच अकसर कई मामलों में तनातनी हो जाती थी। जिस वजह से ये दोनों विभाग तक अलग करने पड़े। नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा
BJP सरकार में इस बार विभागों के बंटवारे में नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा दिखाया गया है। इनमें आरती राव, विपुल गोयल, कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर और रणबीर गंगवा को बड़े विभाग दिए गए हैं। 2019 की सरकार के मंत्री अनिल विज को इस बार गृह विभाग नहीं दिया गया है। इस लिहाज से उनके विभाग कमजोर माने जा रहे हैं। महिपाल ढांडा को भी 2 ही विभागों से संतुष्ट होना पड़ा है। पढ़िए.. हरियाणा में किस मंत्री के पास कौन सा विभाग मिला सीएम के बाद सबसे पहले अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज ने शपथ ली थी। जिसके बाद कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर सिंह, महिपाल ढांडा, विपुल गोयल, अरविंद शर्मा, श्याम सिंह राणा, रणबीर गंगवा, 10वें नंबर पर कृष्ण कुमार बेदी फिर श्रुति चौधरी, आरती राव, राजेश नागर और आखिर में गौरव गौतम ने शपथ ली थी। यह खबरें भी पढ़ें…. हरियाणा के मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल:किसी पर कोई केस नहीं, 12 करोड़पति; गौरव युवा तो राणा सबसे बुजुर्ग, 1 डॉक्टर-2 वकील नायब सैनी दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने:13 मंत्री बनाए, सबसे ज्यादा 5 OBC चेहरे, 2 महिलाएं; आज पहली कैबिनेट मीटिंग हरियाणा सरकार में विभागों के बंटवारे में CM नायब सैनी पावरफुल बनकर उभरे हैं। उनके पास 13 से ज्यादा विभाग हैं। खास बात यह है कि गृह, वित्त और आबकारी मंत्रालय भी सीएम के पास ही रहेगा। इस लिहाज से वह BJP सरकार के पिछले CM मनोहर लाल खट्‌टर और कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे भूपेंद्र हुड्‌डा से भी ताकतवर बने हैं। दरअसल, 2005 से लेकर 2014 तक सूबे के मुख्यमंत्री रहे भूपेंद्र हुड्‌डा के पास कभी भी वित्त और आबकारी विभाग नहीं रहा। यह विभाग दूसरे मंत्रियों को दिए गए थे। उसके बाद 2014 से 2023 तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्‌टर के पास बड़े विभाग जरूर रहे। 2014 में खट्‌टर के पास गृह विभाग तो था लेकिन वित्त विभाग नहीं था। 2019 में जब दूसरी बार BJP की सरकार बनी तो गृह विभाग अनिल विज को देना पड़ा। हालांकि खट्‌टर ने CID विभाग अपने पास रखा है। इस बार सीएम सैनी के पास गृह और सीआईडी दोनों ही हैं। प्रदेश में BJP की तीसरी बार सरकार बनने के बाद 17 अक्टूबर को सीएम नायब सैनी और 13 मंत्रियों ने शपथ ली। इसके बाद रविवार देर रात मंत्रियों को विभाग बांटे गए। इनमें CM सैनी के बाद अनिल विज को बिजली समेत 3 विभाग दिए गए हैं। पिछली बार गृह विभाग उनके पास था। विज के अलावा विपुल गोयल, श्याम सिंह राणा, कृष्ण कुमार बेदी, आरती राव और गौरव गौतम को 3-3 विभाग गए हैं। वहीं महिपाल ढांडा, डॉ. अरविंद शर्मा और राव नरबीर सिंह को 4-4 विभाग मिले हैं। कृष्णलाल पंवार, रणबीर गंगवा, श्रुति चौधरी और राजेश नागर को 2-2 विभाग दिए गए हैं। आरती के पास स्वास्थ्य, विपुल के पास स्थानीय निकाय, ढांडा को शिक्षा, गौरव गौतम को खेल, राणा को कृषि, पंवार को पंचायत और खनन, श्रुति के पास महिला एवं बाल विकास, डॉ. अरविंद को जेल, राव नरबीर को उद्योग, बेदी को सामाजिक न्याय, गंगवा के पास PWD और नागर को खाद्य आपूर्ति का अहम विभाग मिला है। BJP को विवाद नहीं चाहिए, इसलिए सैनी को ताकतवर बनाया
प्रदेश में 2024 का विधानसभा चुनाव BJP ने सीएम नायब सैनी के चेहरे पर लड़ा। कांग्रेस के माहौल के बावजूद वह 90 सीटों की विधानसभा में 48 सीटें जिताकर बहुमत ले आए। इसी वजह से उनकी राह में कोई रोड़ा न रहे, इसके लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने कड़े फैसले लिए हैं। गृह एवं CID विभाग को लेकर 2019 में तत्कालीन CM मनोहर लाल खट्‌टर और अनिल विज के बीच कई मामलों को लेकर विवाद होता रहा। तब गृह विभाग अनिल विज के पास था और सीआईडी सीएम खुद देखते थे। इसको लेकर दोनों के बीच अकसर कई मामलों में तनातनी हो जाती थी। जिस वजह से ये दोनों विभाग तक अलग करने पड़े। नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा
BJP सरकार में इस बार विभागों के बंटवारे में नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा दिखाया गया है। इनमें आरती राव, विपुल गोयल, कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर और रणबीर गंगवा को बड़े विभाग दिए गए हैं। 2019 की सरकार के मंत्री अनिल विज को इस बार गृह विभाग नहीं दिया गया है। इस लिहाज से उनके विभाग कमजोर माने जा रहे हैं। महिपाल ढांडा को भी 2 ही विभागों से संतुष्ट होना पड़ा है। पढ़िए.. हरियाणा में किस मंत्री के पास कौन सा विभाग मिला सीएम के बाद सबसे पहले अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज ने शपथ ली थी। जिसके बाद कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर सिंह, महिपाल ढांडा, विपुल गोयल, अरविंद शर्मा, श्याम सिंह राणा, रणबीर गंगवा, 10वें नंबर पर कृष्ण कुमार बेदी फिर श्रुति चौधरी, आरती राव, राजेश नागर और आखिर में गौरव गौतम ने शपथ ली थी। यह खबरें भी पढ़ें…. हरियाणा के मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल:किसी पर कोई केस नहीं, 12 करोड़पति; गौरव युवा तो राणा सबसे बुजुर्ग, 1 डॉक्टर-2 वकील नायब सैनी दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने:13 मंत्री बनाए, सबसे ज्यादा 5 OBC चेहरे, 2 महिलाएं; आज पहली कैबिनेट मीटिंग   हरियाणा | दैनिक भास्कर