पर्यटन नगरी मणिकर्ण के कटागला में महिला पर्यटक सेल्फी लेते समय पांव फिसलने से पार्वती नदी में गिर गई। जिसके बाद से वह लगातार लापता चल रही है। लापता महिला हरियाणा से अपने पति के साथ घूमने के लिए आई थी। जानकारी के अनुसार, हरियाणा के झज्जर निवासी 31 वर्षीय कविता अपने पति अजय के साथ घूमने के लिए मणिकर्ण के कटागला में आई थी। वह यहां पर अपने पति के साथ पार्वती नदी किनारे उतरी थी। कविता नदी किनारे खड़ी होकर सेल्फी ले रही थी। इसी बीच महिला का पांव फिसल गया और पानी के तेज बहाव में गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और सर्च अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस के अनुसार पुलिस स्थानीय लोगों के साथ तलाश कर ही है। पर्यटन नगरी मणिकर्ण के कटागला में महिला पर्यटक सेल्फी लेते समय पांव फिसलने से पार्वती नदी में गिर गई। जिसके बाद से वह लगातार लापता चल रही है। लापता महिला हरियाणा से अपने पति के साथ घूमने के लिए आई थी। जानकारी के अनुसार, हरियाणा के झज्जर निवासी 31 वर्षीय कविता अपने पति अजय के साथ घूमने के लिए मणिकर्ण के कटागला में आई थी। वह यहां पर अपने पति के साथ पार्वती नदी किनारे उतरी थी। कविता नदी किनारे खड़ी होकर सेल्फी ले रही थी। इसी बीच महिला का पांव फिसल गया और पानी के तेज बहाव में गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और सर्च अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस के अनुसार पुलिस स्थानीय लोगों के साथ तलाश कर ही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में बाढ़ ने 18 परिवार उजाड़े:किसी का पूरा परिवार दफन, किसी की पत्नी-बेटी लापता; जिंदा बचे रिश्तेदार मलबे में परिजनों को ढूंढ रहे
हिमाचल में बाढ़ ने 18 परिवार उजाड़े:किसी का पूरा परिवार दफन, किसी की पत्नी-बेटी लापता; जिंदा बचे रिश्तेदार मलबे में परिजनों को ढूंढ रहे हिमाचल के श्रीखंड में बादल फटने के बाद शिमला के रामपुर के समेच में एक ही झटके में 18 परिवार उजड़ गए। जो घर पर थे, वे लापता हो गए। जो उस वक्त घर से बाहर थे, उनकी जान तो बच गई लेकिन अपनों को खोने के डर से वह खौफ में हैं। किसी की बेटियां लापता हैं तो किसी का पोता। स्थिति यह है कि परिवार के लोग ऊंचाई वाली जगह पर बाढ़ से तबाह हो चुकी अपने घर को निहार कर परिजनों के जिंदा होने की प्रार्थना कर रहे हैं। यहां समेच खड्ड में बाढ़ के बाद अशोक कुमार का पूरा परिवार बाढ़ की चपेट में आ गया। घर पर न होने की वजह से अशोक खुद तो बच गए लेकिन उनकी पत्नी अनिता (40), बेटी योग प्रिया (11) और बेटा मुकेश (19) लापता है। इसी खड्ड की चपेट में कनराहड़ निवासी सूरत राम का परिवार भी आ गया। सूरत राम (58) समेत उनकी पत्नी संतोष (54), बेटा नीरज कुमार (30), छोटे बेटे की पत्नी रचना (23) और घर पर निरमंड से आए मेहमान वेदराज (55) भी मलबे में दब गए। अब सूरत राम के परिवार में छोटा बेटा राजेश कुमार, बड़े बेटे की बहू व पोता तीन लोग बचे है। गोपाल का घर बहने से 12 दबे
वहीं समेच खड्ड हादसे में सुगा गांव के गोपाल की पत्नी शिक्षा (37) और बेटी जिया (15) भी हादसे का शिकार हो गई। गोपाल और उनका बेटा खुद घर पर नहीं थे और किसी काम से झाखड़ी गए थे। इस वजह से दोनों की जान बच गई। गोपाल के ही घर पर रहने वाले ग्रीनको हाइड्रो प्रोजेक्ट के 7 कर्मचारियों तथा 3 अन्य भी लापता है। सनैल निवासी जय सिंह की पत्नी कल्पना (34), बेटी अक्षिता (7) और बेटा अद्विक (4) की भी इस हादसे में लापता है। इस हादसे में समेच निवासी चंद्र सिंह के परिवार के चार सदस्य लापता है, जबकि चंद्र सिंह दंपती घर पर नहीं होने की वजह से सुरक्षित है। सूचना के अनुसार, चंद्र सिंह के बेटे श्याम सिंह (39), बहु सरस्वती (33), पोता अरुण (15) और पोती आरुषि (13) लापता है। रविंदर केदारटा की दोनों बेटियां लापता
समेच गांव में रविंदर केदारटा की दो बेटी भी बाढ़ की चपेट में आने से दब गई। तनु केदारटा (15) और रानू कदारटा (16) का अभी तक सुराग नहीं लग पाया है। बताया जा रहा है कि इनके माता-पिता यानी रविंदर केदारटा दंपती दूसरे मकान में थे। इससे वह सुरक्षित है। मगर उनकी दोनों बेटियां बाढ़ में बह गई है। इस हादसे में घर पर अकेले रह रही दो वृद्ध महिलाएं भी लापता हैं। समेच निवासी मंगला देवी पत्नी सुना राम और कृष्णा देवी (70) सरपारा गांव का भी सुराग नहीं लग पाया है। जैसे जैसे वक्त बीतता जा रहा है, इनके जिंदा होने की उम्मीद भी कम होती जा रही है। मलबे में जिंदगी की तलाश की 3 तस्वीरें… प्रोजेक्ट में काम करने वाले सात कर्मचारी भी लापता
समेच खड्ड हादसे में न केवल स्थानीय लोगों बल्कि ग्रीन समेच हाइड्रो प्रोजेक्ट में बाहर काम करने वाले झारखंड और प्रदेश के अन्य जिलों के लोग भी लापता है। इनमें पुष्प देव शर्मा ग्राम खुन्ना रामपुर, हरदीप सिंह ग्राम नगरोटा बगवां कांगड़ा, हरदेव सिंह ग्राम सैंज, कुल्लू, अजय कुमार निवासी शिलाई सिरमौर, भाग चंद निवासी शिंगला रामपुर, सिद्धार्थ खेड़ा निवासी कांगड़ा और रूप सिंह गांव सिका सेरी सरपारा रामपुर शामिल है। झारखंड के 4 मजदूर भी लापता
इसी तरह झारखंड के 4 प्रवासी मजदूर भी लापता है। इनमें ममता पत्नी राज कुमार पांडे निवासी झारखंड, मुस्कान पुत्री राज कुमार पांडे निवासी झारखंड, रूपनी देवी पत्नी भोला नाथ उरांव झारखंड और अंजलि पुत्री भोला नाथ उराव पता झारखंड शामिल है। हिमाचल में बाढ़ की पूरी खबर पढ़ें हिमाचल में बाढ़, 4 मरे, 49 लापता: मलबे में मिले शरीर के अंग, 4 सेकंड में गिरी 5 मंजिला बिल्डिंग; चंडीगढ़-मनाली हाईवे बहा हिमाचल प्रदेश में बीती रात भारी बारिश से तबाही हुई है। जिसमें 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 49 लोग लापता हैं। NDRF, SDRF, पुलिस और होम गार्ड लोगों को रेस्क्यू करने में लगे हुए हैं। मनाली में 4 सेकंड में सब्जी मंडी की 5 मंजिला बिल्डिंग ढह गई। बारिश के बाद से नदियां और नाले उफान पर हैं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे के साथ 4 पुल बह गए हैं। बीती रात कुल्लू, मंडी, चंबा और शिमला के रामपुर में बादल फटा। सबसे ज्यादा तबाही रामपुर में हुई। यहां समेज गांव के कई घर, स्कूल, गेस्ट हाउस और एक बिजली प्रोजेक्ट का पावर हाउस बह गया है (पूरी खबर पढ़ें)
हिमाचल की चर्चित HAS ओशिन शर्मा को नोटिस:DC के आदेशों पर SDM धर्मपुर ने भेजा; प्रशासनिक काम में कोताही बरतने के आरोप
हिमाचल की चर्चित HAS ओशिन शर्मा को नोटिस:DC के आदेशों पर SDM धर्मपुर ने भेजा; प्रशासनिक काम में कोताही बरतने के आरोप हिमाचल प्रशासनिक सेवा (HAS) अधिकारी ओशिन शर्मा को सोशल मीडिया पर एक्टिव होना महंगा पड़ा है। SDM जोगिंदर पटियाल धर्मपुर ने प्रदेश की चर्चित अधिकारी ओशिन शर्मा को नोटिस जारी किया है। अक्सर सोशल मीडिया पर एक्टिव दिखने वाली ओशिन शर्मा को काम में देरी और सही ढंग से कर्तव्य का निर्वहन नहीं करने पर SDM धर्मपुर ने नोटिस भेजकर प्रशासनिक और जनहित से जुड़े काम में देरी की वजह पूछी है। ओशिन शर्मा मंडी के संधोल में तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं। फेसबुक पर 2.59 लाख फॉलोअर्स ओशिन शर्मा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं। ओशिन शर्मा के X पर 1.8 लाख, फेसबुक पर 2,59,000और यू-ट्यूब पर 59800 फॉलोअर्स हैं। इन दिनों ओशिन शर्मा सोशल मीडिया पर लोगों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से जुड़ी जानकारी दे रही हैं। महिलाओं की करती रही हैं जागरूक HAS बनने के बाद से ही वह महिलाओं को भी उनके अधिकारों के प्रति जागरूक और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ बोलती रही हैं। ओशिन ने बांग्लादेश से लेकर आरक्षण तक के वीडियो बनाए। मगर, DC मंडी अपूर्व देवगन ने जब उनके काम की समीक्षा की तो पता चला कि कई प्रशासनिक कार्य समय पर नहीं किए जा रहे। इससे आम जनता भी परेशान है। DC के आदेशों पर SDM धर्मपुर ने यह कार्रवाई की है। विधानसभा में उठ चुका मामला दरअसल, बीते बजट सत्र के दौरान अधिकारियों के सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने का मामला हिमाचल विधानसभा में बीजेपी विधायक हंसराज उठा चुके हैं। उन्होंने किसी का भी नाम लिए बगैर कहा था कि एक अधिकारी अक्सर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती है। मुख्य सचिव का अपने अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं है। ओशिन शर्मा ने जब संधोल में तहसीलदार का पदभार संभाला तो उनकी छवि दबंग अधिकारी के तौर पर उभरी। मगर, अब उन पर काम नहीं करने के आरोप लग रहे हैं। इसके पीछे वजह उनका अक्सर सोशल मीडिया में एक्टिव रहना माना जा रहा है। साल 2020 बैच की HAS अधिकारी साल 2020 बैच की HAS ओशिन शर्मा का विवाह धर्मशाला से बीजेपी के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया से हुआ था। मगर, शादी के तीन महीने बाद ही उन्होंने अपने पति पर सोशल मीडिया पर आकर गंभीर आरोप लगाए। विशाल नेहरिया उनके कालेज टाइम के दोस्त भी थे। इस मामले को लेकर जब ओशिन शर्मा का पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
विनोद कुमार को सौंपा एसपी बद्दी का कार्यभार:इल्मा अफरोज के छुट्टी से लौटने तक रहेंगे; HPPS-2007 बैच के अधिकारी
विनोद कुमार को सौंपा एसपी बद्दी का कार्यभार:इल्मा अफरोज के छुट्टी से लौटने तक रहेंगे; HPPS-2007 बैच के अधिकारी हिमाचल प्रदेश के बद्दी के एसपी का कार्यभार विनोद कुमार को दिया गया है। जब तक इल्मा अफरोज छुट्टी से नहीं लौटती, तब तक विनोद कुमार उनका कार्यभार देखेंगे। इस संबंध में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिया है। विनोद कुमार HPPS-2007 बैच के अधिकारी हैं। जो 8वीं बटालियन होम गार्ड चंबा में बतौर कमांडेंट सेवाएं दे रहे थे। जिसके अब उन्हें बद्दी का एसपी बनाया गया है। अचानक छुट्टी पर गई एसपी अफरोज बता दें कि एसपी इल्मा अफरोज अचानक छुट्टी पर चली गई। जिसके बाद चर्चाएं थी कि सीपीएस राम कुमार चौधरी की पत्नी के पोकलेन मशीन व टिप्पर को अवैध माइनिंग पर उन्होंने चालान काटा था। इसके अलावा खेड़ा में बीते माह हुए फर्जी गोलीकांड में एसपी की निष्पक्ष कार्रवाई से जोड़ा जा रहा था कि उन पर केस को दबाने का दबाव बनाया जा रहा है। जिस कारण एसपी अफरोज को रातों-रात छुट्टी पर भेज दिया गया।