केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू वीरवार को एक बार फिर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने उनके चंडीगढ़ स्थित आवास पर पहुंचे, लेकिन उन्हें बिना मुलाकात किए ही लौटना पड़ा। इसके बाद रवनीत बिट्टू ने ट्वीट कर कहा कि पिछले 10 दिनों में तीन बार मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने का समय लेने की कोशिश की, लेकिन हर बार अनसुना कर दिया गया। मीडिया के जरिए भी कई बार मुख्यमंत्री से समय मांगा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं जुटाई कि मुझसे बात कर सकें। उन्होंने कहा कि 19 फरवरी को मैं अकेला मुख्यमंत्री निवास पहुंचा और भगवंत मान को सीधा संदेश दिया कि अगर उन्होंने मेरे कार्यकर्ताओं के साथ जबरदस्ती करने की हिम्मत की है, तो अब मुझसे भी बात करने की हिम्मत दिखाएं। लेकिन मुख्यमंत्री, जो खुद को पंजाब और पंजाबियों का नेता बताते हैं, इस कदर भयभीत हैं कि अपने आवास के अंदर ही छिपे रहे और मुझसे बातचीत करने से बचते रहे। एक दिन पहले बाहर ही रोका पुलिस ने
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से बहस करने के लिए उनके आवास पहुंचे। लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया और गेट पर ही रोक दिया। इस दौरान बिट्टू की सुरक्षा टीम और चंडीगढ़ पुलिस अधिकारियों के बीच बहस और धक्का-मुक्की तक हो गई। चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों का कहना था कि बिट्टू के पास परमिशन नहीं थी, इसलिए उनके काफिले को रोका गया। अधिकारियों ने पायलट गाड़ी के ड्राइवर को जबरन उतारने की कोशिश की। जब बिट्टू गाड़ी से उतरे तो भी पुलिस अधिकारियों से उनकी बहस जारी रही। बिट्टू बोले- मुझे गालियां दीं, अगर गिरफ्तार करना है तो कर लो
बिट्टू ने कहा, “मैं अकेला यहां आया था। इन्होंने गालियां दीं। अगर मुझे डिटेन करना है तो कर लो। मैं गृह विभाग को इसकी शिकायत दूंगा।” उन्होंने चंडीगढ़ के डीजीपी को पुलिस के दुर्व्यवहार की शिकायत भी दी है। रास्ता ब्लॉक करने को लेकर हुआ विवाद
पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें अधिकारी कह रहे हैं कि आपने रास्ता ब्लॉक कर रखा है। इसके बाद अधिकारियों और ड्राइवर के बीच हाथापाई हुई। पायलट गाड़ी का ड्राइवर पुलिस अधिकारियों से कहता है कि गृह मंत्रालय ने उन्हें (बिट्टू) सुरक्षा दी हुई है। हम उन्हें अकेला कैसे छोड़ सकते हैं? अगर उन्हें कुछ हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा? इस पर अधिकारी कहते हैं कि आप अपनी ड्यूटी करो और हमें अपनी ड्यूटी करने दो। आप इस तरह रास्ता ब्लॉक नहीं कर सकते। डीएसपी बोले- बिट्टू के पास परमिशन नहीं थी
चंडीगढ़ पुलिस के डीएसपी उदयपाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू मुख्यमंत्री आवास जा रहे थे, जब उनसे मिलने की अनुमति को लेकर पूछा गया, तो पता चला कि उनके पास कोई परमिशन नहीं थी। इसलिए उन्हें आगे नहीं जाने दिया गया। पंजाब सीएम ने डिबेट के लिए बुलाए थे नेता
सीएम भगवंत मान की ओर से कुछ समय पहले पंजाब के मुद्दों को लेकर लुधियाना में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बुलाया गया था। मंच पर सभी दलों के प्रमुख नेताओं के लिए कुर्सियां भी लगाई गई थीं, लेकिन किसी भी दल का कोई नेता वहां नहीं पहुंचा था। बिट्टू ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान हर समय बहस की चुनौती देते रहते हैं, इसलिए वह अब खुद उनसे मिलने पहुंचे थे, ताकि उन्हें पंजाब की असल तस्वीर दिखा सकें। बिट्टू बोले- समर्थकों के खिलाफ झूठे पर्चे दर्ज किए
बिट्टू ने आरोप लगाया था कि कुछ समय पहले उनके समर्थकों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए गए, जिससे उन्हें परेशान किया गया। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे, लेकिन सीएम उनके सवालों का जवाब देने से बच रहे हैं। इसलिए उन्हें अंदर जाने से रोका गया। केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू वीरवार को एक बार फिर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने उनके चंडीगढ़ स्थित आवास पर पहुंचे, लेकिन उन्हें बिना मुलाकात किए ही लौटना पड़ा। इसके बाद रवनीत बिट्टू ने ट्वीट कर कहा कि पिछले 10 दिनों में तीन बार मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने का समय लेने की कोशिश की, लेकिन हर बार अनसुना कर दिया गया। मीडिया के जरिए भी कई बार मुख्यमंत्री से समय मांगा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं जुटाई कि मुझसे बात कर सकें। उन्होंने कहा कि 19 फरवरी को मैं अकेला मुख्यमंत्री निवास पहुंचा और भगवंत मान को सीधा संदेश दिया कि अगर उन्होंने मेरे कार्यकर्ताओं के साथ जबरदस्ती करने की हिम्मत की है, तो अब मुझसे भी बात करने की हिम्मत दिखाएं। लेकिन मुख्यमंत्री, जो खुद को पंजाब और पंजाबियों का नेता बताते हैं, इस कदर भयभीत हैं कि अपने आवास के अंदर ही छिपे रहे और मुझसे बातचीत करने से बचते रहे। एक दिन पहले बाहर ही रोका पुलिस ने
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से बहस करने के लिए उनके आवास पहुंचे। लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया और गेट पर ही रोक दिया। इस दौरान बिट्टू की सुरक्षा टीम और चंडीगढ़ पुलिस अधिकारियों के बीच बहस और धक्का-मुक्की तक हो गई। चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों का कहना था कि बिट्टू के पास परमिशन नहीं थी, इसलिए उनके काफिले को रोका गया। अधिकारियों ने पायलट गाड़ी के ड्राइवर को जबरन उतारने की कोशिश की। जब बिट्टू गाड़ी से उतरे तो भी पुलिस अधिकारियों से उनकी बहस जारी रही। बिट्टू बोले- मुझे गालियां दीं, अगर गिरफ्तार करना है तो कर लो
बिट्टू ने कहा, “मैं अकेला यहां आया था। इन्होंने गालियां दीं। अगर मुझे डिटेन करना है तो कर लो। मैं गृह विभाग को इसकी शिकायत दूंगा।” उन्होंने चंडीगढ़ के डीजीपी को पुलिस के दुर्व्यवहार की शिकायत भी दी है। रास्ता ब्लॉक करने को लेकर हुआ विवाद
पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें अधिकारी कह रहे हैं कि आपने रास्ता ब्लॉक कर रखा है। इसके बाद अधिकारियों और ड्राइवर के बीच हाथापाई हुई। पायलट गाड़ी का ड्राइवर पुलिस अधिकारियों से कहता है कि गृह मंत्रालय ने उन्हें (बिट्टू) सुरक्षा दी हुई है। हम उन्हें अकेला कैसे छोड़ सकते हैं? अगर उन्हें कुछ हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा? इस पर अधिकारी कहते हैं कि आप अपनी ड्यूटी करो और हमें अपनी ड्यूटी करने दो। आप इस तरह रास्ता ब्लॉक नहीं कर सकते। डीएसपी बोले- बिट्टू के पास परमिशन नहीं थी
चंडीगढ़ पुलिस के डीएसपी उदयपाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू मुख्यमंत्री आवास जा रहे थे, जब उनसे मिलने की अनुमति को लेकर पूछा गया, तो पता चला कि उनके पास कोई परमिशन नहीं थी। इसलिए उन्हें आगे नहीं जाने दिया गया। पंजाब सीएम ने डिबेट के लिए बुलाए थे नेता
सीएम भगवंत मान की ओर से कुछ समय पहले पंजाब के मुद्दों को लेकर लुधियाना में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बुलाया गया था। मंच पर सभी दलों के प्रमुख नेताओं के लिए कुर्सियां भी लगाई गई थीं, लेकिन किसी भी दल का कोई नेता वहां नहीं पहुंचा था। बिट्टू ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान हर समय बहस की चुनौती देते रहते हैं, इसलिए वह अब खुद उनसे मिलने पहुंचे थे, ताकि उन्हें पंजाब की असल तस्वीर दिखा सकें। बिट्टू बोले- समर्थकों के खिलाफ झूठे पर्चे दर्ज किए
बिट्टू ने आरोप लगाया था कि कुछ समय पहले उनके समर्थकों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए गए, जिससे उन्हें परेशान किया गया। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे, लेकिन सीएम उनके सवालों का जवाब देने से बच रहे हैं। इसलिए उन्हें अंदर जाने से रोका गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
