कैथल में आज स्कूल बसों की फिटनेस जांच:दिसंबर में 420 बसों में मिली थीं खामियां, 15 दिन का दिया था समय; अब होगी कार्रवाई

कैथल में आज स्कूल बसों की फिटनेस जांच:दिसंबर में 420 बसों में मिली थीं खामियां, 15 दिन का दिया था समय; अब होगी कार्रवाई

कैथल के कलायत क्षेत्र में आरटीए विभाग द्वारा निजी स्कूल बसों की फिटनेस की जांच की जाएगी। यह जांच अनाज मंडी कलायत में सुबह से दोपहर 2 बजे तक की जाएगी। इस दौरान यह जांच की जाएगी कि बसों में विद्यार्थियों की सुरक्षा और सुविधा के उपकरण सही हैं या नहीं। जिन बसों में खामियां पाई जाएंगी, उन्हें नोटिस दिया जाएगा। 15 दिन में बड़ी कमियां दूर करने के निर्देश बता दें कि दिसंबर में भी जब बसों की फिटनेस जांची गई थी तो 420 स्कूल बसों में कमियां पाई गई थीं। इस पर डीसी ने आरटीए विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि स्कूल संचालकों को कमियां दूर करने के निर्देश दिए जाएं। बसों में प्राथमिक उपचार किट, चालक, कंडक्टर का लाइसेंस, कैमरे, लाइट, अग्नि सुरक्षा उपकरण व अन्य पैरामीटर दुरुस्त किए जाएं। इसके लिए आरटीए विभाग ने स्कूल संचालकों को 15 दिन का समय दिया था। अब बसों की दोबारा जांच शुरू कर दी गई है, जो 18 फरवरी तक समय-समय पर की जाएगी। बसों में पहले भी मिली थी ये खामियां कैथल क्षेत्र में बसों की जांच के दौरान प्राथमिक उपचार किट अपडेट नहीं मिली। वाइपर टूटे मिले, टायर भी पुराने मिले, जिन्हें बदलने के आदेश दिए गए। इसके अलावा कुछ बसों में रिफ्लेक्टर भी सही हालत में नहीं मिले, जिन्हें टेप से बदला गया। बसों के स्पीड कंट्रोलर भी ठीक से काम नहीं कर रहे थे, कैमरों को भी ठीक करवाने के आदेश दिए गए। आरटीए विभाग के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि बसों की जांच चार से पांच घंटे तक की जाएगी। अगर कम खामियां मिलती हैं, तो उन्हें दूर करने के लिए कहा जाता है। ज्यादा लापरवाही मिलने पर विभागीय कार्रवाई की जाती है। कैथल के कलायत क्षेत्र में आरटीए विभाग द्वारा निजी स्कूल बसों की फिटनेस की जांच की जाएगी। यह जांच अनाज मंडी कलायत में सुबह से दोपहर 2 बजे तक की जाएगी। इस दौरान यह जांच की जाएगी कि बसों में विद्यार्थियों की सुरक्षा और सुविधा के उपकरण सही हैं या नहीं। जिन बसों में खामियां पाई जाएंगी, उन्हें नोटिस दिया जाएगा। 15 दिन में बड़ी कमियां दूर करने के निर्देश बता दें कि दिसंबर में भी जब बसों की फिटनेस जांची गई थी तो 420 स्कूल बसों में कमियां पाई गई थीं। इस पर डीसी ने आरटीए विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि स्कूल संचालकों को कमियां दूर करने के निर्देश दिए जाएं। बसों में प्राथमिक उपचार किट, चालक, कंडक्टर का लाइसेंस, कैमरे, लाइट, अग्नि सुरक्षा उपकरण व अन्य पैरामीटर दुरुस्त किए जाएं। इसके लिए आरटीए विभाग ने स्कूल संचालकों को 15 दिन का समय दिया था। अब बसों की दोबारा जांच शुरू कर दी गई है, जो 18 फरवरी तक समय-समय पर की जाएगी। बसों में पहले भी मिली थी ये खामियां कैथल क्षेत्र में बसों की जांच के दौरान प्राथमिक उपचार किट अपडेट नहीं मिली। वाइपर टूटे मिले, टायर भी पुराने मिले, जिन्हें बदलने के आदेश दिए गए। इसके अलावा कुछ बसों में रिफ्लेक्टर भी सही हालत में नहीं मिले, जिन्हें टेप से बदला गया। बसों के स्पीड कंट्रोलर भी ठीक से काम नहीं कर रहे थे, कैमरों को भी ठीक करवाने के आदेश दिए गए। आरटीए विभाग के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि बसों की जांच चार से पांच घंटे तक की जाएगी। अगर कम खामियां मिलती हैं, तो उन्हें दूर करने के लिए कहा जाता है। ज्यादा लापरवाही मिलने पर विभागीय कार्रवाई की जाती है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर