सीवन ब्लॉक समिति चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज दोपहर बाद बीडीपीओ ऑफिस में वोटिंग करवाई जाएगी। इसको लेकर एडीसी कैथल द्वारा 28 अक्टूबर को सभी समिति के सभी 16 मेंबरों को नोटिस जारी किया गया था। वोटिंग के लिए मेंबरों की एंट्री का समय दोपहर 2 बजे का रखा गया है। मेंबरों द्वारा उनका आई कार्ड दिखाने के बाद ही अंदर जाने दिया जाएगा। इसके बाद ठीक 2:30 बजे वोटिंग प्रक्रिया शुरू करवाई जाएगी। वहीं लगभग 3:30 बजे तक रिजल्ट आ जाएगा, इसको लेकर प्रशासन ने भी अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है, वोटिंग प्रक्रिया की जिम्मेवारी कैथल एडीसी बाबूलाल करवा को दी गई है, जिसमें वह प्रशासक के तौर पर मौजूद रहेंगे। वहीं समिति के भाजपा से संबंधित 12 सदस्यों के साथ पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर डीपीओ कार्यालय पहुंचे। जिनके अंदर जाने पर विपक्ष द्वारा जमकर विरोध किया गया। तनावपूर्ण स्थिति देख पुलिस को उन्हें खदेड़ना पड़ा और अतिरिक्त फोर्स बुलाई, ताकि वोटिंग को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाया जा सके। दो तिहाई वोटिंग होनी चाहिए खिलाफ चेयरपर्सन को हटाने के लिए कुल सदस्यों में से दो तिहाई सदस्यों की वोटिंग खिलाफ होनी चाहिए। यानि ब्लॉक समिति के 16 सदस्यों में से यदि 11 सदस्य अविश्वास प्रस्ताव के लेकर चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग करेंगे, तभी अविश्वास प्रस्ताव मान्य होगा। वही चेयरपर्सन मनजीत कौर को अपनी कुर्सी बचाने के लिए समिति के 16 सदस्यों में से केवल 6 सदस्यों की वोटिंग अपने हक में करवानी होगी, तब जाकर उनकी कुर्सी बच सकती है। 16 में से 12 सदस्य भाजपा के पलड़े में चेयरपर्सन को हटाने के लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को गुहला के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर लीड कर रहे हैं। सूत्रों से अनुसार कुल 16 सदस्य में से 12 सदस्य उनके साथ हैं, जो दोपहर बाद उनके साथ ही वोटिंग करने बीडीपीओ कार्यालय पहुंचेंगे। पिछले एक हफ्ते से पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर 12 सदस्यों को लेकर घूमने चले गए थे, जो आज वापस आकर चेयरपर्सन को कुर्सी से हटवाने के लिए उनके खिलाफ वोटिंग करवाएंगे। चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के साथ थे चेयरपर्सन प्रतिनिधि बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में चेयरपर्सन प्रतिनिधि बजिंद्र सिंह कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस के साथ थे, इसीलिए भाजपा के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं। हालांकि चुनाव संपन्न होने के बाद चेयरपर्सन फिर से भाजपा की बैठकों में दिखाई दिए, परंतु भाजपा नेता अब उनको कुर्सी से हटाना चाहते हैं। पिछले चुनाव में जब चेयरपर्सन मनजीत कौर को बनाया गया था, तब भाजपा पूर्व प्रत्याशी रवि तरावली ने इनका समर्थन किया था। सीवन ब्लॉक समिति चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज दोपहर बाद बीडीपीओ ऑफिस में वोटिंग करवाई जाएगी। इसको लेकर एडीसी कैथल द्वारा 28 अक्टूबर को सभी समिति के सभी 16 मेंबरों को नोटिस जारी किया गया था। वोटिंग के लिए मेंबरों की एंट्री का समय दोपहर 2 बजे का रखा गया है। मेंबरों द्वारा उनका आई कार्ड दिखाने के बाद ही अंदर जाने दिया जाएगा। इसके बाद ठीक 2:30 बजे वोटिंग प्रक्रिया शुरू करवाई जाएगी। वहीं लगभग 3:30 बजे तक रिजल्ट आ जाएगा, इसको लेकर प्रशासन ने भी अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है, वोटिंग प्रक्रिया की जिम्मेवारी कैथल एडीसी बाबूलाल करवा को दी गई है, जिसमें वह प्रशासक के तौर पर मौजूद रहेंगे। वहीं समिति के भाजपा से संबंधित 12 सदस्यों के साथ पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर डीपीओ कार्यालय पहुंचे। जिनके अंदर जाने पर विपक्ष द्वारा जमकर विरोध किया गया। तनावपूर्ण स्थिति देख पुलिस को उन्हें खदेड़ना पड़ा और अतिरिक्त फोर्स बुलाई, ताकि वोटिंग को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाया जा सके। दो तिहाई वोटिंग होनी चाहिए खिलाफ चेयरपर्सन को हटाने के लिए कुल सदस्यों में से दो तिहाई सदस्यों की वोटिंग खिलाफ होनी चाहिए। यानि ब्लॉक समिति के 16 सदस्यों में से यदि 11 सदस्य अविश्वास प्रस्ताव के लेकर चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग करेंगे, तभी अविश्वास प्रस्ताव मान्य होगा। वही चेयरपर्सन मनजीत कौर को अपनी कुर्सी बचाने के लिए समिति के 16 सदस्यों में से केवल 6 सदस्यों की वोटिंग अपने हक में करवानी होगी, तब जाकर उनकी कुर्सी बच सकती है। 16 में से 12 सदस्य भाजपा के पलड़े में चेयरपर्सन को हटाने के लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को गुहला के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर लीड कर रहे हैं। सूत्रों से अनुसार कुल 16 सदस्य में से 12 सदस्य उनके साथ हैं, जो दोपहर बाद उनके साथ ही वोटिंग करने बीडीपीओ कार्यालय पहुंचेंगे। पिछले एक हफ्ते से पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर 12 सदस्यों को लेकर घूमने चले गए थे, जो आज वापस आकर चेयरपर्सन को कुर्सी से हटवाने के लिए उनके खिलाफ वोटिंग करवाएंगे। चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के साथ थे चेयरपर्सन प्रतिनिधि बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में चेयरपर्सन प्रतिनिधि बजिंद्र सिंह कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस के साथ थे, इसीलिए भाजपा के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं। हालांकि चुनाव संपन्न होने के बाद चेयरपर्सन फिर से भाजपा की बैठकों में दिखाई दिए, परंतु भाजपा नेता अब उनको कुर्सी से हटाना चाहते हैं। पिछले चुनाव में जब चेयरपर्सन मनजीत कौर को बनाया गया था, तब भाजपा पूर्व प्रत्याशी रवि तरावली ने इनका समर्थन किया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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